झांसी में स्टील कारोबारी, पत्नी और बेटी की मौत:XUV डिवाइडर से टकराकर पलटी; एक घंटे तड़पा ड्राइवर, फिर दम तोड़ा

झांसी में स्टील कारोबारी, पत्नी और बेटी की मौत:XUV डिवाइडर से टकराकर पलटी; एक घंटे तड़पा ड्राइवर, फिर दम तोड़ा

झांसी में बेकाबू XUV कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। हादसे में स्टील कारोबारी, उनकी पत्नी, बेटी और ड्राइवर की मौत हो गई। उनके पिता, दो बेटे और एक बेटी गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा इतना दर्दनाक था कि कार बुरी तरह पिचक गई। कारोबारी का पूरा परिवार कार में फंस गया। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसी तरह परिवार को बाहर निकाला। ड्राइवर स्टीयरिंग और बोनट के बीच फंस गया था। वह एक घंटे तक तड़पता रहा। पुलिस ने जेसीबी बुलवाई। जेसीबी ने कार का गेट तोड़ा, तब जाकर ड्राइवर को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। परिवार सिद्धार्थनगर का रहने वाला है। बकरीद पर वह महाराष्ट्र से घर आया था। देर रात वापस जाते समय झांसी-कानपुर हाईवे पर खिल्ली गांव के पास यह हादसा हो गया। 90 की स्पीड में कार डिवाइड से टकराई सिद्धार्थनगर निवासी उबैदुर रहमान महाराष्ट्र में स्टील कारोबारी हैं। बकरीद पर वह परिवार के साथ घर आए थे। बुधवार को पूरा परिवार XUV 700 कार से महाराष्ट्र लौट रहा था। देर रात जब वे खिल्ली गांव के पास पहुंचे, तो कार का संतुलन बिगड़ गया। कार की स्पीड 80-90 किमी प्रति घंटे के बीच थी, इसलिए ड्राइवर कार को कंट्रोल नहीं कर पाया। कार डिवाइडर से टकरा गई। इसके बाद पलट गई। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। राहगीर और आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे और घायलों को निकालने की कोशिश की। 1 घंटे तक तड़पता रहा ड्राइवर, फिर दम तोड़ा कड़ी मशक्कत के बाद कार को सीधा किया गया। इसके बाद कारोबारी के परिवार को बाहर निकाला गया। ड्राइवर स्टीयरिंग और बोनट के बीच फंस गया था। इसी बीच पुलिस एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने घायलों को पास के CHC में भिजवाया। साथ ही ड्राइवर को निकालने के लिए जेसीबी भी बुलवाई गई। वह एक घंटे तक तड़पता रहा। जेसीबी ने कार का गेट तोड़ा, तब जाकर ड्राइवर आमिर (45) को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उधर, अस्पताल में डॉक्टरों ने उबैदुर रहमान (43), उनकी पत्नी आशमा (40), बेटी उसना परवीन (15) को भी मृत घोषित कर दिया। जबकि कारोबारी के पिता शाहबुद्दीन (70), दो बेटे अब्दुल्ला बहादुर रहमान (10) और अनीदुर रहमान (8) और बेटी ईश्य (6) का इलाज अभी चल रहा है। उबैदुर के दोस्त महबुल्ला ने बताया, मैं पड़ोस के गांव में रहता हूं। मैं भी कार से मुंबई जा रहा था। मेरी गाड़ी चल रही थी। शायद चालक को नींद आने के कारण हादसा हुआ है। मैंने परिवार को सूचना दे दी है। सभी लोग आ रहे हैं। …………………. ये खबर भी पढ़िए- सूटकेस में महिला की लाश दिल्ली से गाजियाबाद फेंकने आए: रात 3 बजे बाइक से पहुंचे; सूटकेस फेंका और चले गए गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर इलाके में सूटकेस में मिली महिला की लाश दिल्ली से लाकर फेंकी गई थी। यह बात तब सामने आई, जब पुलिस ने घटनास्थल के 5Km के दायरे में लगे CCTV चेक किए। पहला ढाबे पर और दूसरा एक दुकान के बाहर लगे CCTV में एक बाइक दिखी। बाइक पर 2 युवक बैठे दिखे। पीछे बैठे शख्स के पास वैसा ही हरा सूटकेस दिखा, जैसा क्राइम स्पॉट पर मिला है।। पढ़ें पूरी खबर… झांसी में बेकाबू XUV कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। हादसे में स्टील कारोबारी, उनकी पत्नी, बेटी और ड्राइवर की मौत हो गई। उनके पिता, दो बेटे और एक बेटी गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा इतना दर्दनाक था कि कार बुरी तरह पिचक गई। कारोबारी का पूरा परिवार कार में फंस गया। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसी तरह परिवार को बाहर निकाला। ड्राइवर स्टीयरिंग और बोनट के बीच फंस गया था। वह एक घंटे तक तड़पता रहा। पुलिस ने जेसीबी बुलवाई। जेसीबी ने कार का गेट तोड़ा, तब जाकर ड्राइवर को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। परिवार सिद्धार्थनगर का रहने वाला है। बकरीद पर वह महाराष्ट्र से घर आया था। देर रात वापस जाते समय झांसी-कानपुर हाईवे पर खिल्ली गांव के पास यह हादसा हो गया। 90 की स्पीड में कार डिवाइड से टकराई सिद्धार्थनगर निवासी उबैदुर रहमान महाराष्ट्र में स्टील कारोबारी हैं। बकरीद पर वह परिवार के साथ घर आए थे। बुधवार को पूरा परिवार XUV 700 कार से महाराष्ट्र लौट रहा था। देर रात जब वे खिल्ली गांव के पास पहुंचे, तो कार का संतुलन बिगड़ गया। कार की स्पीड 80-90 किमी प्रति घंटे के बीच थी, इसलिए ड्राइवर कार को कंट्रोल नहीं कर पाया। कार डिवाइडर से टकरा गई। इसके बाद पलट गई। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। राहगीर और आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे और घायलों को निकालने की कोशिश की। 1 घंटे तक तड़पता रहा ड्राइवर, फिर दम तोड़ा कड़ी मशक्कत के बाद कार को सीधा किया गया। इसके बाद कारोबारी के परिवार को बाहर निकाला गया। ड्राइवर स्टीयरिंग और बोनट के बीच फंस गया था। इसी बीच पुलिस एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने घायलों को पास के CHC में भिजवाया। साथ ही ड्राइवर को निकालने के लिए जेसीबी भी बुलवाई गई। वह एक घंटे तक तड़पता रहा। जेसीबी ने कार का गेट तोड़ा, तब जाकर ड्राइवर आमिर (45) को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उधर, अस्पताल में डॉक्टरों ने उबैदुर रहमान (43), उनकी पत्नी आशमा (40), बेटी उसना परवीन (15) को भी मृत घोषित कर दिया। जबकि कारोबारी के पिता शाहबुद्दीन (70), दो बेटे अब्दुल्ला बहादुर रहमान (10) और अनीदुर रहमान (8) और बेटी ईश्य (6) का इलाज अभी चल रहा है। उबैदुर के दोस्त महबुल्ला ने बताया, मैं पड़ोस के गांव में रहता हूं। मैं भी कार से मुंबई जा रहा था। मेरी गाड़ी चल रही थी। शायद चालक को नींद आने के कारण हादसा हुआ है। मैंने परिवार को सूचना दे दी है। सभी लोग आ रहे हैं। …………………. ये खबर भी पढ़िए- सूटकेस में महिला की लाश दिल्ली से गाजियाबाद फेंकने आए: रात 3 बजे बाइक से पहुंचे; सूटकेस फेंका और चले गए गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर इलाके में सूटकेस में मिली महिला की लाश दिल्ली से लाकर फेंकी गई थी। यह बात तब सामने आई, जब पुलिस ने घटनास्थल के 5Km के दायरे में लगे CCTV चेक किए। पहला ढाबे पर और दूसरा एक दुकान के बाहर लगे CCTV में एक बाइक दिखी। बाइक पर 2 युवक बैठे दिखे। पीछे बैठे शख्स के पास वैसा ही हरा सूटकेस दिखा, जैसा क्राइम स्पॉट पर मिला है।। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर