एक्सप्रेसवे के साथ आकार ले रहा औद्योगिक गलियारा:हजारों करोड़ का प्रस्तावित है निवेश; पेप्सिको का बाटलिंग प्लांट लगा, कोकाकोला तैयारी में

एक्सप्रेसवे के साथ आकार ले रहा औद्योगिक गलियारा:हजारों करोड़ का प्रस्तावित है निवेश; पेप्सिको का बाटलिंग प्लांट लगा, कोकाकोला तैयारी में

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के साथ ही गोरखपुर में औद्योगिक गलियारा भी आकार लेने लगा है। इस एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 90 से अधिक औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए जमीन आवंटित की जा चुकी है। जिनसे हजारों करोड़ का निवेश आने की संभावना है। वर्तमान में मल्टीनेशनल कंपनी पेप्सिको का बाटलिंग प्लांट क्रियाशील है। वरुण बेवरेजेज की ओर से लगभग 1100 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। इसी औद्योगिक गलियारे में कोका कोला का बाटलिंग प्लांट भी स्थापित होने वाला है। 50 एकड़ जमीन मांगी गई है और 1000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया जाएगा।
लगभग 91 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे को ऐसे क्षेत्र से गुजारा गया है, जो काफी पिछड़ा था। इस एक्सप्रेस वे पर 400 एकड़ से अधिक जमीन गीडा अधिगृहीत कर चुका है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की ओर से भी इसी सड़क के किनारे खजनी में लगभग 400 एकड़ जमीन खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। गीडा इसी सड़क के दोनों किनारों पर सेक्टर 27 व 28 विकसित कर रहा है। यहां अब तक 90 से अधिक औद्योगिक इकाइयों को जमीन आवंटित की जा चुकी है।
वरुण बेवरेजेज की ओर से हुआ अब तक का सबसे बड़ा निवेश
वरुण बेवरेजेज की ओर से सेक्टर 27 में पेप्सिको का बाटलिंग प्लांट स्थापित किया गया है। एक साल के भीतर जमीन लेने से लेकर प्लांट को क्रियाशील कर दिया गया। लिंक एक्सप्रेसवे का जिस प्वाइंट से शुभारंभ हो रहा है, उसी के पास वरुण बेवरेजेज का यह प्लांट स्थापित किया गया है।
दाहिने सेक्टर 27 तो बायीं ओर सेक्टर 28 का हो रहा विकास
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवेज पर जैतपुर की ओर से प्रवेश करते ही दाहिने ओर सेक्टर 27 का विकास किया जा रहा है। इसी तरह बायीं ओर सेक्टर 28 को विकसित किया जा रहा है। सेक्टर 28 में ही 88 एकड़ में प्लास्टिक पार्क विकसित किया जा रहा है। यहां 90 से अधिक औद्योगिक इकाइयां लगाई जाएंगी। गीडा की ओर से 60 भूखंड आवंटन कर दिया गया है।
इन कंपनियों की ओर से फाइनल किया जा चुका है निवेश
सेक्टर 27 में वरुण बेवरजेज की ओर से 1100 करोड़ रुपए का निवेश किया जा चुका है। इसके साथ ही कपिला पशु आहार की ओर से 10 एकड़ जमीन पर लगभग 100 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। अभी इस प्लांट का औपचारिक उद्घाटन तो नहीं किया गया है लेकिन यहां प्रोडक्शन शुरू हो चुका है। एपीएल अपोलो ट्यूब 17 एकड़ जमीन पर अपना प्लांट लगा रहा है। यह कंपनी 320 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। इसी तरह कोकाकोला की बाटलिंग कंपनी एसएलएमजी की ओर स 15 एकड़ भूमि पर प्लास्टिक रिसाइकिलिंग यूनिट लगाई जा रही है। इस प्रोजेक्ट पर 220 करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है। इसी सेक्टर में कोका कोला की ओर से बाटलिंग प्लांट भी प्रस्तावित किया गया है।
सेक्टर 28 में भी औद्योगिक इकाइयों की होगी भरमार
सेक्टर 28 में प्लास्टिक पार्क विकसित किया जा रहा है। यहां अब तक 60 कंपनियों को जगह दी जा चुकी है। टेक्नोप्लास्ट की ओर से 5 एकड़ में 100 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। इसका प्रोडक्शन शुरू कर दिया गया है। इसी तरह गजानन प्लास्ट, नोवामैक्स कूलर, आइसन कूलर की ओर से भी निवेश किया जा रहा है। यहां गैस अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड की ओर से रा मटेरियल की सप्लाई की जाएगी।
औद्योगिक गलियारे से तेज हुई विकास की गति
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि औद्योगिक गलियारे के चलते विकास की गति तेज हुई है। लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारा विकसित किया जा रहा है। गीडा की ओर से कंपनियों को जमीन उपलब्ध करायी जा रही है। कुछ कंपनियों ने प्रोडक्शन भी शुरू कर दिया है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के साथ ही गोरखपुर में औद्योगिक गलियारा भी आकार लेने लगा है। इस एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 90 से अधिक औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए जमीन आवंटित की जा चुकी है। जिनसे हजारों करोड़ का निवेश आने की संभावना है। वर्तमान में मल्टीनेशनल कंपनी पेप्सिको का बाटलिंग प्लांट क्रियाशील है। वरुण बेवरेजेज की ओर से लगभग 1100 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। इसी औद्योगिक गलियारे में कोका कोला का बाटलिंग प्लांट भी स्थापित होने वाला है। 50 एकड़ जमीन मांगी गई है और 1000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया जाएगा।
लगभग 91 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे को ऐसे क्षेत्र से गुजारा गया है, जो काफी पिछड़ा था। इस एक्सप्रेस वे पर 400 एकड़ से अधिक जमीन गीडा अधिगृहीत कर चुका है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की ओर से भी इसी सड़क के किनारे खजनी में लगभग 400 एकड़ जमीन खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। गीडा इसी सड़क के दोनों किनारों पर सेक्टर 27 व 28 विकसित कर रहा है। यहां अब तक 90 से अधिक औद्योगिक इकाइयों को जमीन आवंटित की जा चुकी है।
वरुण बेवरेजेज की ओर से हुआ अब तक का सबसे बड़ा निवेश
वरुण बेवरेजेज की ओर से सेक्टर 27 में पेप्सिको का बाटलिंग प्लांट स्थापित किया गया है। एक साल के भीतर जमीन लेने से लेकर प्लांट को क्रियाशील कर दिया गया। लिंक एक्सप्रेसवे का जिस प्वाइंट से शुभारंभ हो रहा है, उसी के पास वरुण बेवरेजेज का यह प्लांट स्थापित किया गया है।
दाहिने सेक्टर 27 तो बायीं ओर सेक्टर 28 का हो रहा विकास
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवेज पर जैतपुर की ओर से प्रवेश करते ही दाहिने ओर सेक्टर 27 का विकास किया जा रहा है। इसी तरह बायीं ओर सेक्टर 28 को विकसित किया जा रहा है। सेक्टर 28 में ही 88 एकड़ में प्लास्टिक पार्क विकसित किया जा रहा है। यहां 90 से अधिक औद्योगिक इकाइयां लगाई जाएंगी। गीडा की ओर से 60 भूखंड आवंटन कर दिया गया है।
इन कंपनियों की ओर से फाइनल किया जा चुका है निवेश
सेक्टर 27 में वरुण बेवरजेज की ओर से 1100 करोड़ रुपए का निवेश किया जा चुका है। इसके साथ ही कपिला पशु आहार की ओर से 10 एकड़ जमीन पर लगभग 100 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। अभी इस प्लांट का औपचारिक उद्घाटन तो नहीं किया गया है लेकिन यहां प्रोडक्शन शुरू हो चुका है। एपीएल अपोलो ट्यूब 17 एकड़ जमीन पर अपना प्लांट लगा रहा है। यह कंपनी 320 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। इसी तरह कोकाकोला की बाटलिंग कंपनी एसएलएमजी की ओर स 15 एकड़ भूमि पर प्लास्टिक रिसाइकिलिंग यूनिट लगाई जा रही है। इस प्रोजेक्ट पर 220 करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है। इसी सेक्टर में कोका कोला की ओर से बाटलिंग प्लांट भी प्रस्तावित किया गया है।
सेक्टर 28 में भी औद्योगिक इकाइयों की होगी भरमार
सेक्टर 28 में प्लास्टिक पार्क विकसित किया जा रहा है। यहां अब तक 60 कंपनियों को जगह दी जा चुकी है। टेक्नोप्लास्ट की ओर से 5 एकड़ में 100 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। इसका प्रोडक्शन शुरू कर दिया गया है। इसी तरह गजानन प्लास्ट, नोवामैक्स कूलर, आइसन कूलर की ओर से भी निवेश किया जा रहा है। यहां गैस अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड की ओर से रा मटेरियल की सप्लाई की जाएगी।
औद्योगिक गलियारे से तेज हुई विकास की गति
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि औद्योगिक गलियारे के चलते विकास की गति तेज हुई है। लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारा विकसित किया जा रहा है। गीडा की ओर से कंपनियों को जमीन उपलब्ध करायी जा रही है। कुछ कंपनियों ने प्रोडक्शन भी शुरू कर दिया है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर