हरियाणा की कुल 10 लोकसभा सीटों के लिए छठे चरण में 25 मई को वोटिंग हो चुकी है। नतीजे 4 जून को आएंगे। शनिवार को सातवें और आखिरी चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। इसके बाद एग्जिट पोल आने शुरू हो गए हैं। इंडिया न्यूज-डी डायनामिक्स के मुताबिक हरियाणा में 7 सीटें भाजपा और 3 सीटें कांग्रेस जीत सकती है। वहीं टाइम्स नाउ-ईटीजी रिसर्च के एग्जिट पोल के मुताबिक हरियाणा में BJP को 7 सीटें मिल सकती हैं। वहीं कांग्रेस को 1 से 3 सीटें मिल सकती हैं। अनुमान के मुताबिक भाजपा का वोट शेयर 10% गिरकर 48% के आसपास रह सकता है। कांग्रेस का वोट शेयर बढ़कर 41% हो सकता है। अन्य के हिस्से में 11% वोट शेयर आ सकता है। रिपब्लिक-मैट्रिज और पी मार्क के मुताबिक भाजपा को 8 और AAP-कांग्रेस के I.N.D.I.A. ब्लॉक को 2 सीटें मिल सकती हैं। न्यूज 24- टुडेज चाणक्य के एग्जिट पोल में हरियाणा में भाजपा को 10 सीटों में से 6 सीटों पर बढ़त मिली है। वहीं कांग्रेस 4 सीटों पर जीत सकती है। जनादेश 2024- न्यूज नेशन सर्वे में हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में भाजपा को 7 सीटों पर बढ़त मिली है। वहीं कांग्रेस को 3 सीटों पर आगे बताया गया है। इंडिया टीवी सीएनएक्स के मुताबिक भाजपा 6 से 8 सीट और कांग्रेस को 2 से 4 सीटें जीत सकती है। हरियाणा की कुल 10 लोकसभा सीटों के लिए छठे चरण में 25 मई को वोटिंग हो चुकी है। नतीजे 4 जून को आएंगे। शनिवार को सातवें और आखिरी चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। इसके बाद एग्जिट पोल आने शुरू हो गए हैं। इंडिया न्यूज-डी डायनामिक्स के मुताबिक हरियाणा में 7 सीटें भाजपा और 3 सीटें कांग्रेस जीत सकती है। वहीं टाइम्स नाउ-ईटीजी रिसर्च के एग्जिट पोल के मुताबिक हरियाणा में BJP को 7 सीटें मिल सकती हैं। वहीं कांग्रेस को 1 से 3 सीटें मिल सकती हैं। अनुमान के मुताबिक भाजपा का वोट शेयर 10% गिरकर 48% के आसपास रह सकता है। कांग्रेस का वोट शेयर बढ़कर 41% हो सकता है। अन्य के हिस्से में 11% वोट शेयर आ सकता है। रिपब्लिक-मैट्रिज और पी मार्क के मुताबिक भाजपा को 8 और AAP-कांग्रेस के I.N.D.I.A. ब्लॉक को 2 सीटें मिल सकती हैं। न्यूज 24- टुडेज चाणक्य के एग्जिट पोल में हरियाणा में भाजपा को 10 सीटों में से 6 सीटों पर बढ़त मिली है। वहीं कांग्रेस 4 सीटों पर जीत सकती है। जनादेश 2024- न्यूज नेशन सर्वे में हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में भाजपा को 7 सीटों पर बढ़त मिली है। वहीं कांग्रेस को 3 सीटों पर आगे बताया गया है। इंडिया टीवी सीएनएक्स के मुताबिक भाजपा 6 से 8 सीट और कांग्रेस को 2 से 4 सीटें जीत सकती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में विवादों में घिरी श्री कृष्ण गोशाला:संरक्षक महंत सतीश दास ने गौशाला की सभी जिम्मेवारियों से किया किनारा
रोहतक में विवादों में घिरी श्री कृष्ण गोशाला:संरक्षक महंत सतीश दास ने गौशाला की सभी जिम्मेवारियों से किया किनारा हरियाणा के रोहतक जिला के महम में फरमाणा रोड स्थित श्री कृष्ण गोशाला विवादों में घिर गई है। गौशाला के संरक्षक महंत सतीश दास ने अपनी सभी जिम्मेवारियों से किनारा कर लिया है। महंत सतीश दास का कहना है कि गायों के साथ अब अत्याचार सहन नहीं हो रहा। वे गौशाला की वर्तमान कार्यकारिणी की कार्यप्रणाली से खुश नहीं हैं, गोशाला में गड़बड़ चल रही है। दुधारू गायों को टीका लगाकर निकाला जाता है दूध सोमवार सुबह गोशाला के पूर्व प्रधान सतबीर पटवारी ने दौरा किया, तो उन्होंने पाया कि वहां पर दुधारू गायों को टीका लगाकर दूध निकाला जाता है। उन्होंने इंजेक्शन की खाली शीशियां भी मौके से बरामद की। महंत सतीश दास और सतबीर पटवारी ने बताया कि गोशाला कार्यकारिणी ने गोशाला के गेट पर देसी घी के घेवर की दुकान खुलवा रखी है। देसी घी के नाम पर यहां लोगों का तांता लगा रहता है, लेकिन वहां पर जैमीनी घी का एक खाली टीन मिला है। इस स्पष्ट होता है कि वहां पर देसी घी की जगह डालडा घी प्रयोग किया जाता है। लोगों को गुमराह करके दुकान चलाई जा रही है। बिक्री वाले दूध में नहीं डाला जाता इंजेक्शन वाला दूध इस संबंध में गोशाला के प्रधान धर्म सिंह सैनी से बातचीत की गई, तो उन्होंने बताया कि यह सच है कि वे गायों का इंजेक्शन लगाकर दूध निकालते हैं, लेकिन केवल उन्हीं गायों को टीका लगाया जाता है, जिसको टीका लगाना मजबूरी होती है। यदि किसी गाय का बछड़ा मर जाए, तो वह दूध नहीं निकालने देती। ऐसे में उसको इंजेक्शन लगाना पड़ता है। इंजेक्शन वाले दूध को बिक्री वाले दूध में नहीं डाला जाता। घेवर की दुकान पर कौन सा घी प्रयोग होता है। इसके लिए दुकानदार जिम्मेदार है। उन्होंने दुकानदार से लिखित में ले रखा है कि वह साफ सुथरा काम करेगा। अब वह गलत कर रहा है, तो उस पर संबंधित विभाग कार्रवाई कर सकता है।
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हरियाणा में दिग्गज वोटिंग कराने में पिछड़े:इनमें खट्टर का भी नाम, राज्यमंत्री की स्थिति सबसे खराब; जेपी दलाल, विज सबसे बेहतर हरियाणा में लोकसभा चुनाव में दिग्गजों के विधानसभा हलकों में वोटरों ने वोट करने में ज्यादा रूचि नहीं दिखाई। यहीं कारण रहा कि इनकी विधानसभाओं में 5 से 18% तक वोटिंग प्रतिशत में गिरावट आई है। हालांकि कुछ ऐसे भी मंत्री और विधायक हैं, जिनके यहां 2019 के मुकाबले स्थिति बेहतर रही है। इनमें कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल, पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का नाम शामिल हैं। वहीं 2019 के मुकाबले राज्य मंत्री अभय यादव की विधानसभा में 18% वोटिंग घटी है। कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल के लोहारू और अनिल विज के अंबाला कैंट में सबसे कम सिर्फ 0.40 % मतदान घटा है। कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारी लाल की विधानसभा बावल में 12%से कम वोटिंग हुई है। राज्यमंत्री संजय सिंह की विधानसभा सोहना, बिशंभर वाल्मीकि की सीट बवानीखेड़ा, कमल गुप्ता की सीट हिसार, महिपाल ढांडा की पानीपत ग्रामीण, सुभाष सुधा की थानेसर सीट पर भी 5 प्रतिशत के करीब वोटिंग कम हुई है। जबकि खुद लोकसभा चुनाव लड़ रहे बिजली मंत्री रणजीत सिंह के रानियां हलके में 6.60 % मतदान घटा है। विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के क्षेत्र पंचकूला में 6% कम मतदान हुआ है। सरकार से संगठन करेगा समीक्षा
दिग्गजों के यहां गिरे वोटिंग प्रतिशत को लेकर सरकार के साथ भाजपा संगठन भी चिंतित है। इसके लिए सरकार के साथ ही संगठन स्तर पर रिव्यू मीटिंग बुलाई गई है। इस लोकसभा चुनाव में भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति के चेयरमैन और राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा है कि इसको लेकर जल्द ही रिव्यू मीटिंग बुलाई जाएगी। हालांकि कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि हम हरियाणा के लोगों के द्वारा की गई वोटिंग प्रतिशत को लेकर संतुष्ट हैं, हालांकि हम एक रिव्यू मीटिंग कर चुके हैं, जल्द ही चंडीगढ़ में दूसरी मीटिंग बुलाई जाएगी। वोटिंग में 6 विधायक पिछड़े
हरियाणा में भाजपा की 40 सीटें हैं। इनमें 11 सीटों पर 65% से अधिक मतदान हुआ हैं। हालांकि 6 विधानसभा सीटें ऐसी भी हैं, जिन पर 55 % भी वोटिंग नहीं हुई है। वहीं कांग्रेस पार्टी के पास 30 विधानसभा सीटें हैं। इनमें 8 सीटों पर 65% से अधिक तो 3 पर 55 % से कम मतदान हुआ। वहीं जजपा की 10 में से 2, निर्दलीयों की 3, इनेलो की 1 सीट पर 65% से ज्यादा वोटिंग हुई है। जजपा MLA बबली की विधानसभा में हाल खराब
मंत्रियों, विधायकों के बाद हरियाणा क दूसरे दिग्गज नेताओं के यहां भी वोटिंग का बुरा हाल रहा। जजपा विधायक देवेंद्र बबली के हलके टोहाना में 17% वोटिंग प्रतिशत गिरा। भाजपा विधायक कमलेश ढांडा के कलायत में 15%, अनूप धानक की उकलाना विधानसभा में 10.80%, भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई की आदमपुर 9.90 %, पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह के पिहोवा में 8.80%, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के उचाना में 7.80%, पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के किलोई में 7.55%, सीएम नायब सैनी के नारायणगढ़ में 5.58%, ओपी यादव के नारनौल में 4.65%, अभय चौटाला के ऐलनाबाद में 4% अनिल विज के अंबाला कैंट 0.40% कम वोटिंग हुई है।
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव की घोषणा:18 दिसंबर को जारी होगा नोटिफिकेशन; 19 जनवरी को वोटिंग, 40 वार्ड में होंगे चुनाव
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव की घोषणा:18 दिसंबर को जारी होगा नोटिफिकेशन; 19 जनवरी को वोटिंग, 40 वार्ड में होंगे चुनाव हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) के चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया गया है। कमिश्नर गुद्वारा प्रबंधक कमेटी के द्वारा चुनाव का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। शेड्यूल के अनुसार, 18 दिसंबर को चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होगा। इसके बाद 19 जनवरी को वोटिंग होगी। वोटिंग सुबह 8.00 बजे से शुरू होकर शाम 5.00 बजे तक होगी। वोटिंग के तुरंत बाद ही काउंटिंग कर रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। हाल ही में सिख समुदाय के नेताओं ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा गुरुद्वारा चुनाव आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एचएस भल्ला (रिटायर) के साथ बैठक की और जल्द चुनाव कराने की मांग की थी। पिछले एचएसजीएमसी (तदर्थ) का कार्यकाल मई में पूरा हो गया था और समुदाय के नेता चुनाव की मांग कर रहे थे। लेकिन सरकार ने 14 अगस्त को हरियाणा में गुरुद्वारों की सभी संपत्तियों का प्रबंधन, पर्यवेक्षण और नियंत्रण करने के लिए तदर्थ एचएसजीएमसी के 41 सदस्यीय नए सदन को नामित किया था। तैयारियों में जुटे सिख नेता सिख समाज संस्था के अध्यक्ष दीदार सिंह नलवी ने कहा, हमने चुनाव लड़ने के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नेताओं ने उम्मीदवारों को अंतिम रूप दे दिया है। नलवी का कहना है कि सरकार पारदर्शी तरीके से चुनाव कराएगी। “उन्होंने कहा, “वर्ष 2014 से समिति का संचालन सरकार द्वारा मनोनीत सदस्यों द्वारा किया जा रहा है और कामकाज संतोषजनक नहीं रहा है, जिसके कारण लोगों में वोट बनवाने में उत्साह की कमी है। हम सभी योग्य सिख समुदाय के सदस्यों से अपील करते हैं कि वे अपने वोट बनवाएं और चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लें। जल्द चुनाव कराना चाहते थे सिख नेता हरियाणा सिख एकता दल के सदस्य अमरजीत सिंह मोहरी, (जिन्होंने प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की) ने कहा, “हरियाणा सिख एकता दल का मुख्य उद्देश्य हरियाणा समिति के चुनाव जल्द से जल्द करवाना चाहते थे। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि जनवरी में चुनाव करवाए जाएंगे। ये है पूरा शेड्यूल…