नगर निकाय चुनाव से पहले बड़ा फैसला, सीएम भजनलाल शर्मा ने गहलोत सरकार के इस फैसले को किया रद्द

नगर निकाय चुनाव से पहले बड़ा फैसला, सीएम भजनलाल शर्मा ने गहलोत सरकार के इस फैसले को किया रद्द

<p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan Nagar Nigam Elections</strong>: राजस्थान में जल्द होने जा रहे नगर निकाय चुनाव को लेकर भजनलाल शर्मा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सभी नगर निगमों में अब सिर्फ एक ही मेयर चुने जाएंगे. जयपुर-जोधपुर और कोटा में दो मेयर चुने जाने के नियम को मौजूदा सरकार ने खत्म करने का ऐलान कर दिया है. राज्य में नगर निकाय के चुनाव नवंबर में कराए जाने की उम्मीद है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजस्थान के नगर विकास विभाग के मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि पिछली सरकार ने वोटो से तुष्टीकरण के नजरिए से जातीय आधार पर तीनों शहरों को दो-दो हिस्सों में बांट दिया था. जन भावनाओं का ध्यान में रखते हुए दो-दो मेयर चुने जाने की व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है. राज्य के बाकी नगर निगमों की तरह अब इन तीनों शहरों में भी एक ही मेयर चुना जाएगा. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मंत्री झाबर सिंह खर्रा के मुताबिक &nbsp;सरकार ने अशोक गहलोत की अगुवाई वाली पिछली सरकार के फैसले को रद्द कर दिया है. हालांकि मेयर अब भी सीधे जनता नहीं चुनेगी, बल्कि पार्षद ही मेयर का चुनाव करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मेयर चुनने का काम परंपरागत तरीके से ही किया जाएगा. फिलहाल इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. बाद में जनता और कार्यकर्ताओं की राय के आधार पर मेयर के चुनाव को लेकर फैसला किया जाएगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि वार्डो के परिसीमन का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. काम पूरा हो जाने के बाद संशोधित सूची राज्य निर्वाचन आयोग को सौंप दी जाएगी. निर्वाचन आयोग अपनी सुविधा के मुताबिक एक या दो चरणों में चुनाव कराएगा. मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कांग्रेस पार्टी पर सियासी निशाना भी साधा है और कहा है कि कांग्रेस के लोग सरकार के प्रभावशाली लोगों का फोन रिकॉर्ड किए जाने के झूठे दावे कर रहे हैं. उनके इन दावों में कोई सच्चाई नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan Nagar Nigam Elections</strong>: राजस्थान में जल्द होने जा रहे नगर निकाय चुनाव को लेकर भजनलाल शर्मा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सभी नगर निगमों में अब सिर्फ एक ही मेयर चुने जाएंगे. जयपुर-जोधपुर और कोटा में दो मेयर चुने जाने के नियम को मौजूदा सरकार ने खत्म करने का ऐलान कर दिया है. राज्य में नगर निकाय के चुनाव नवंबर में कराए जाने की उम्मीद है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजस्थान के नगर विकास विभाग के मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि पिछली सरकार ने वोटो से तुष्टीकरण के नजरिए से जातीय आधार पर तीनों शहरों को दो-दो हिस्सों में बांट दिया था. जन भावनाओं का ध्यान में रखते हुए दो-दो मेयर चुने जाने की व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है. राज्य के बाकी नगर निगमों की तरह अब इन तीनों शहरों में भी एक ही मेयर चुना जाएगा. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मंत्री झाबर सिंह खर्रा के मुताबिक &nbsp;सरकार ने अशोक गहलोत की अगुवाई वाली पिछली सरकार के फैसले को रद्द कर दिया है. हालांकि मेयर अब भी सीधे जनता नहीं चुनेगी, बल्कि पार्षद ही मेयर का चुनाव करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मेयर चुनने का काम परंपरागत तरीके से ही किया जाएगा. फिलहाल इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. बाद में जनता और कार्यकर्ताओं की राय के आधार पर मेयर के चुनाव को लेकर फैसला किया जाएगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि वार्डो के परिसीमन का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. काम पूरा हो जाने के बाद संशोधित सूची राज्य निर्वाचन आयोग को सौंप दी जाएगी. निर्वाचन आयोग अपनी सुविधा के मुताबिक एक या दो चरणों में चुनाव कराएगा. मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कांग्रेस पार्टी पर सियासी निशाना भी साधा है और कहा है कि कांग्रेस के लोग सरकार के प्रभावशाली लोगों का फोन रिकॉर्ड किए जाने के झूठे दावे कर रहे हैं. उनके इन दावों में कोई सच्चाई नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p>  राजस्थान दिल्ली में डेटिंग ऐप में फंसाकर पैसे लूटने वाले गैंग का फर्दाफाश, 2 आरोपी गिरफ्तार