<p><strong>Delhi Lok Sabha Election Result 2024:</strong> दिल्ली में लोकसभा की सभी सात सीटों पर वोटों की गिनती जारी है. सबसे अधिक चर्चा उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट की हो रही है. यहां से मनोज तिवारी का मुकाबला कन्हैया कुमार से है. सुबह पौने 9 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, मनोज तिवारी आगे चल रहे हैं.</p>
<p>अन्य सभी सीटों पर भी बीजेपी के उम्मीदवार आगे हैं.</p> <p><strong>Delhi Lok Sabha Election Result 2024:</strong> दिल्ली में लोकसभा की सभी सात सीटों पर वोटों की गिनती जारी है. सबसे अधिक चर्चा उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट की हो रही है. यहां से मनोज तिवारी का मुकाबला कन्हैया कुमार से है. सुबह पौने 9 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, मनोज तिवारी आगे चल रहे हैं.</p>
<p>अन्य सभी सीटों पर भी बीजेपी के उम्मीदवार आगे हैं.</p> दिल्ली NCR Azamgarh Lok Sabha Result 2024: आजमगढ़ में सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव और निरहुआ के बीच कड़ी टक्कर, वोटों की गिनती कुछ देर में
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मंडी के BSF जवान की ड्यूटी के दौरान मौत:पैतृक गांव में अंतिम संस्कार; बेटे ने दी मुखाग्नि, पीलिया व हेपेटाइटिस-सी से ग्रस्त था मंडी जिले के बल्ह विधानसभा क्षेत्र के राजगढ़ गांव में सीआरपीएफ के जवान कृष्ण गोपाल का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बेटे ने मुख अग्नि दी। शव यात्रा में सैकड़ों लोगों ने भाग लेकर उन्हें अंतिम विदाई दी। रमेश चंद्र केंद्रीय रिजर्व पुलिस की 31 बी बटालियन में दिल्ली में तैनात थे, जहां ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। 42 वर्षीय कृष्ण गोपाल नामक जवान हवलदार पद पर तैनात थे। जिसकी जून महीने में अचानक तबीयत खराब हो गई। तबीयत खराब होते देख बटालियन ने इन्हें मेट्रो हॉस्पिटल नोएडा में दाखिल करवाया जहां चिकित्सकों ने इन्हें पीलिया हेपेटाइटिस सी रोग से ग्रस्त बताया। शनिवार को हो गई थी मौत तबीयत नाजुक होती देख चिकित्सकों ने इन्हें वेंकटेश्वर मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल द्वारका में रैफर कर दिया। जहां उपचार के दौरान गत शनिवार को सुबह 7:45 बजे उनकी मौत हो गई। बटालियन की ओर से परिजनों को जैसे ही इसकी सूचना दी गई तो पूरे क्षेत्र में माहौल गमगीन हो गया। रविवार सुबह इंस्पेक्टर रमेश चंद्र की अगवानी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस की एक टुकड़ी पूरे मान सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव राजगढ़ लेकर आई। जहां करोल बाग शमशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। सेना की टुकड़ी ने इन्हें सलामी दी। बेटे एहम ने मुख अग्नि दी। गोपाल के परिवार में पिता, पत्नी व दो बच्चे हवलदार कृष्ण गोपाल अपने पीछे पिता ईश्वर चंद, पत्नी दीपा कुमारी, बेटा एहम, बेटी आशना को छोड़ गए हैं। केंद्रीय रिजर्व पुलिस की ओर से इंस्पेक्टर रमेश चंद्र ने उनकी पत्नी दीपा कुमारी को 50 हजार फौरी राहत के तौर पर दिए। हवलदार कृष्ण गोपाल का जन्म 27 अक्टूबर 1982 को राजगढ़ गांव में ईश्वर चंद के घर हुआ था। वे 2003 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस में भर्ती हुए। इन्होंने 21 वर्ष 3 माह अपनी सेवाएं देश के लिए प्रदान की। इस अवसर पर भाजपा के जिला अध्यक्ष निहालचंद शर्मा, कैहड़ पंचायत के प्रधान हंसराज वर्मा, रिगड़ पंचायत के प्रधान चंद्र प्रकाश नलसर पंचायत के प्रधान जिंदर कुमार व स्थानीय पुलिस के जवानों सहित कई गण मान्य लोग मौजूद रहे।
शहीद शैलेंद्र कुमार से लिपटकर रोई पत्नी:कानपुर में कहा- मुझे गर्व है, फिर बेसुध हो गईं; आखिरी बार देखने को उमड़े सैकड़ों लोग
शहीद शैलेंद्र कुमार से लिपटकर रोई पत्नी:कानपुर में कहा- मुझे गर्व है, फिर बेसुध हो गईं; आखिरी बार देखने को उमड़े सैकड़ों लोग छत्तीसगढ़ के नक्सली हमले में कानपुर के शैलेंद्र कुमार शहीद हो गए। रविवार को सुकमा और बीजापुर बॉर्डर पर हमला हुआ था। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। अपने पति का शव देखकर पत्नी बिलख पड़ीं। शव से लिपटकर बोलीं- मुझे आप पर गर्व है। हमारा सिर्फ 3 महीने का साथ रहा। रोती हुई मां ने कहा- मेरा बेटा नहीं, सब कुछ चला गया। शहीद शैलेंद्र कुमार को आखिरी विदाई देने सैकड़ों लोग पहुंचे। शवयात्रा के दौरान भारत माता की जय के नारे लगे। राज्य मंत्री अजीत पाल, सतपाल रावत (आईजी CRPF), एसपी सिंह (डीआईजी CRPF) और सेना के अधिकारियों ने कंधा दिया। राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार शहीद के अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। वहीं शहीद जवान को गांव में ही राजकीय सम्मान के साथ सलामी देते हुए अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान शैलेंद्र कुमार अमर रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। वहीं जनप्रतिनिधियों समेत डीएम, एडीएम एफआर, एसडीएम व पुलिस के अधिकारियों द्वारा भी पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। तस्वीरें देखें सीएम ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर के माध्यम से छत्तीसगढ़ में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए जनपद कानपुर नगर निवासी सीआरपीएफ जवान शैलेंद्र को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने शहीद सैनिक के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान करने के साथ ही जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद शैलेंद्र के नाम पर करने की घोषणा की है। सीएम ने शहीद जवान के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि शोक की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार उनके साथ है। शहीद के परिवार को हर संभव मदद प्रदान की जाएगी। वीडियो से देते थे देश सेवा की प्रेरणा
सोशल मीडिया के माध्यम से शैलेंद्र सेना, सीआरपीएफ आदि के जवानों के जज्बे को हमेशा सलाम करते रहे। यूट्यूब में वीडियो बनाकर उन्होंने युवाओं को देश सेवा की प्रेरणा भी दी। उन्होंने 2018 में अपना अकाउंट यूट्यूब में बनाया था। वीडियो के जरिए सेना की वर्दी कितनी तरह की, घर मे घुसे आतंकवादी या हमलावर को कैसे मारते, लड़ाकू जहाज को मार गिराया, कमांडो आदि वीडियो बनाकर युवाओं को जागरूक किया। उन्होंने चैनल में लगभग 95 वीडियो पोस्ट किए हैं। उनके एसके तूफानी नाम के यूट्यूब चैनल पर 16.9 हजार फॉलोअर हैं। शैलेंद्र के दोस्त दीपक गौतम बताते हैं कि शैलेंद्र को फुटबाल व क्रिकेट का बहुत शौक रहा। मौका मिलने पर वह क्रिकेट व फुटबाल खेला करते थे। मां बोली- हमारा बेटा नहीं, परिवार का पालनहार चला गया रविवार की शाम जैसे ही शैलेंद्र की शहीद होने की खबर मां बिजला को हुई वह फफक कर रोने लगी, बेटे को हमेशा खो देने वाली बूढ़ी मां की चीखें हर किसी के कलेजे को चीर दें रही थीं, वह रोते हुए कह रही थीं,…जिगर का टुकड़ा नहीं परिवार का पालनहार चला गया। वहीं पड़ोसी व रिश्तेदार दुखी परिजनों को ढांढस बंधाया। शहीद के परिजनों से मिले सपा प्रतिनिधि मंडल ढांढस बंधाते हुए बोले- शहादत देकर देश का मान बढ़ाया छत्तीसगढ़ के सुकमा और बीजापुर बॉर्डर पर रविवार को नक्सली हमले में कानपुर के महाराजपुर थाना क्षेत्र के नौगवां गौतम गांव निवासी शहीद शैलेंद्र कुमार के परिजनों से मिलकर समाजवादी पार्टी प्रतिनिधि मंडल से अमिताभ बाजपेई विधायक, मो. हसन रूमी विधायक, मुनींद्र शुक्ला पूर्व विधायक, फतेह बहादुर गिल, मनोज यादव, समरजीत सिंह यादव व सर्वेश यादव ने ढांढस बंधाया। सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि देश के लिए अपनी शहादत देकर शैलेंद्र ने न सिर्फ गौतम नौगवां का बल्कि कानपुर का मान बढ़ाया है। CRPF में जाने की तैयारी के दौरान वह पढ़ाने लगे थे
सीआरपीएफ (CRPF) में जाने की जब शैलेंद्र तैयारी कर रहे थे, उसी दौरान गांव के युवाओं को भी पढ़ाते थे। ग्रामीण शिवम सिंह चौहान बताते हैं कि शैलेंद्र हमेशा समय के सदुपयोग पर फोकस रखते थे। वह कहते थे कि आज काम टाला तो कल भी टल जाएगा। इसलिए टालने की आदत नहीं होनी चाहिए। वह सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग करने के पक्ष में रहे। 3 माह पहले हुई थी शादी शैलेंद्र का विवाह बीते 7 मार्च को सचेंडी थाना क्षेत्र के पेट्टापुर गांव निवासी कोमल के साथ हुआ था। शैलेंद्र के घर मे माता बिजला देवी व बड़े भाई नीरज अपनी पत्नी काजल के साथ रहते हैं। शैलेंद्र तीन भाइयों में सबसे छोटा था। शैलेंद्र के पिता की मौत एक सड़क हादसे में 28 साल पहले हो गई थी। वहीं शैलेंद्र के बड़े भाई सुशील की भी चार साल पहले सांप के काटने से मौत हो गई थी। तथा एक बहन जिसकी शादी हो चुकी है। शैलेंद्र ने शुरुआती शिक्षा सिकटिया गांव के दौलत सिंह इंटर कॉलेज से की थी तथा इंटरमीडिएट प्रेमपुर जन शिक्षण इंटर कॉलेज से करने के बाद स्नातक की पढ़ाई महाराणा प्रताप डिग्री कॉलेज करचलपुर फतेहपर से की थी। शैलेंद्र ने बचपन से ही संघर्ष किया था। परिजनों ने बताया कि शैलेंद्र विवाह के समय ही घर आए थे। इसके बाद गुरुवार को अपनी मां से वायदा किया था कि 10 से 15 दिन में वह गांव आ रहे हैं। कैबिनेट मंत्री व डीएम ने शहीद के परिजनों को सौंपी 50 लाख की चेक
मंगलवार की सुबह उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान और जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह शहीद शैलेंद्र कुमार के पैतृक गांव नौगवां गौतम पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने शहीद के पत्नी को 35 लाख व मां को 15 लाख की चेक सौंपा। कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने कहा कि शैलेंद्र देश का वीर सपूत था जो नक्सलियों के हमले में शहीद हो गया। उन्होंने शासन द्वारा हर संभव मदद का आश्वासन दिया। नक्सली हमले में शहीद हुआ था शैलेंद्र
जानकारी के मुताबिक बताते चलें कि छत्तीसगढ़ के स्थित सुकमा के तिम्मापुर के पास नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर जवानों के लिए राशन ले जा रहे ट्रक को उड़ा दिया। इसमें दो जवान शहीद हो गए। बता दें कि रविवार को दोपहर 3 बजे जैसे ही ट्रक सिलगेर पार करते हुए करीब ढाई किलोमीटर आगे बढ़ा फो नक्सलियों ने बम ब्लास्ट के दिया। इसकी चपेट में आने से सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के दो जवान शहीद हो गए। बता दें कि जनपद कानपुर नगर के नौगवां गौतम गांव निवासी शैलेंद्र कुमार पुत्र स्व. मुन्नालाल जो कि 2017 में सीआरपीएफ (CRPF) में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। रविवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा और बीजापुर सीमा पर नक्सलियों ने हमला कर दिया। इस घटना में ट्रक चालक विष्णु राय व सह चालक शैलेंद्र कुमार दोनों मौके पर ही शहीद हो गए। विस्फोट इतना जबरजस्त था कि ट्रक के परखच्चे उड़ गए आए इसमें लदा राशन भी बिखर गया। अनुमान लगाया जा रहा है कि नक्सलियों ने कच्ची सड़क में काफी पहले ही करीब 50 किलो की IED बारूद दबा रखा था। बताया जा रहा है कि ये जवान ट्रक से राशन लेकर जा रहे थे। गार्ड आफ ऑनर के साथ हुआ अंतिम संस्कार
मंगलवार को शहीद जवान का पार्थिव शरीर जब उसके पैतृक गांव नौगवां गौतम पहुंचा तो बटालियन के पदाधिकारी सतपाल रावत आईजी सीआरपीएफ, एसपी सिंह डीआईजी सीआरपीएफ, राकेश कुमार सिंह जिलाधिकारी, श्रवण कुमार सिंह डीसीपी पूर्वी, राजेश कुमार एडीएम एफआर, ऋषभ वर्मा एसडीएम नरवल, पुलिस प्रशासनिक सहित अमिताभ बाजपेई विधायक, मो. हसन रूमी विधायक, मुनींद्र शुक्ला पूर्व विधायक, राकेश तिवारी प्रतिनिधि विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें राजकीय सम्मान के साथ गार्ड आफ ऑनर दिया गया।
उत्तराखंड: 25 अक्तूबर को होंगे छात्र संघ चुनाव, छात्रों से की गई भूख हड़ताल खत्म करने की अपील
उत्तराखंड: 25 अक्तूबर को होंगे छात्र संघ चुनाव, छात्रों से की गई भूख हड़ताल खत्म करने की अपील <p style=”text-align: justify;”><strong>Nainital News:</strong> लंबे समय से चली आ रही मांग और छात्रों के आंदोलन के बाद, उत्तराखंड सरकार ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और संबद्ध महाविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव कराने की तिथि घोषित कर दी है. प्रदेश के उच्च शिक्षा सचिव डॉ. रंजीत सिन्हा ने गुरुवार को बताया कि 25 अक्तूबर को पूरे प्रदेश में छात्र संघ चुनाव कराए जाएंगे. इस निर्णय के बाद कुमाऊं विश्वविद्यालय ने धरने पर बैठे छात्रों से आंदोलन समाप्त करने की अपील की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कुमाऊं विश्वविद्यालय के छात्र पिछले कुछ समय से छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर आंदोलनरत थे. सितंबर में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत ने आश्वासन दिया था कि पूरे प्रदेश में छात्र संघ चुनाव सितंबर के आखिरी सप्ताह तक करा लिए जाएंगे, लेकिन अक्तूबर का महीना शुरू होने के बाद भी चुनाव की तिथि घोषित न होने से छात्रों में असंतोष फैलने लगा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भूख हड़ताल और आंदोलन की स्थिति</strong><br />कुमाऊं विश्वविद्यालय के छात्रों ने जब चुनाव की तिथि घोषित नहीं की गई, तो उन्होंने नैनीताल स्थित विश्वविद्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी. मंगलवार को छात्रों ने नारेबाजी और प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से तुरंत चुनाव की तिथि घोषित करने की मांग की. पांच छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू की, जिसके अगले दिन बुधवार को इनमें से दो छात्रों की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>छात्रों ने स्पष्ट किया कि जब तक चुनाव की तिथि घोषित नहीं की जाती, तब तक वे अपना धरना समाप्त नहीं करेंगे. छात्र संघ चुनाव को लेकर चल रहे इस आंदोलन के बीच, गुरुवार को शासन स्तर पर बैठक की गई, जिसमें चुनाव की तिथि तय की गई. उच्च शिक्षा सचिव डॉ. रंजीत सिन्हा ने घोषणा की कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और संबद्ध महाविद्यालयों में 25 अक्तूबर को छात्र संघ चुनाव संपन्न होंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह निर्णय छात्रों की लंबे समय से चली आ रही मांगो के समाधान के रूप में लिया गया है. इस घोषणा के बाद, कुमाऊं विश्वविद्यालय ने एक पत्र जारी कर छात्रों से अपील की कि वे अपना आंदोलन समाप्त करें और चुनाव की तैयारी में जुटें. विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से संयम और धैर्य बनाए रखने की भी अपील की है, ताकि चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो सके. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छात्रों में मिली-जुली प्रतिक्रिया</strong><br />चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद छात्र समुदाय में मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिली. जहां एक ओर कुछ छात्र तिथि घोषित होने पर संतुष्ट हैं और आंदोलन समाप्त करने पर सहमति जता रहे हैं, वहीं कुछ छात्रों का मानना है कि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखना आवश्यक है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>छात्र संघ चुनाव की यह तिथि राज्य के शैक्षिक संस्थानों में छात्र राजनीति को एक नई दिशा देने वाली है. यह फैसला न केवल छात्रों की मांगों को पूरा करने के उद्देश्य से लिया गया है, बल्कि राज्य में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है. आने वाले दिनों में छात्र संघ चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामांकन और प्रचार-प्रसार की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी, जिससे प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में चुनावी सरगर्मी बढ़ने की संभावना है.</p>