जौनपुर में एनकाउंटर में 1 लाख का इनामी ढेर:पत्रकार की हत्या में वांटेड था, पुलिस ने रोका तो दरोगा को गोली मारी; 7 साल से थी तलाश

जौनपुर में एनकाउंटर में 1 लाख का इनामी ढेर:पत्रकार की हत्या में वांटेड था, पुलिस ने रोका तो दरोगा को गोली मारी; 7 साल से थी तलाश

यूपी में चुनाव रिजल्ट के अगले दिन एनकाउंटर हुआ है। जौनपुर पुलिस ने 1 लाख के इनामी बदमाश प्रिंस सिंह को मार गिराया। वह पत्रकार की हत्या में वांटेड था। प्रिंस पर हत्या-लूट और डकैती के 37 मुकदमे दर्ज थे। एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया- मंगलवार रात पुलिस को सूचना मिली कि कुछ बदमाश खेतासराय इलाके में हैं। पुलिस ने चेकिंग शुरू की तो वहां 2 लोग दिखाई दिए। उन्हें चेकिंग के लिए रोका गया, लेकिन उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने सरेंडर करने के लिए कहा। लेकिन बदमाश फायरिंग करते रहे। इसमें दरोगा विवेक तिवारी के हाथ में गोली लगी। सिपाही रामजन्म यादव की जान बुलेट प्रूफ की वजह से बची। गोली उनके जैकेट में फंस गई। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर और पेट में गोली लग गई। उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। पुलिस घायल बदमाश को अस्पताल लेकर पहुंची। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 7 साल से था फरार
SP ने बताया- मरने वाले बदमाश की पहचान प्रिंस सिंह ईश्वरी नेवादा गांव के तौर पर हुई। उस पर जौनपुर, आजमगढ़, अयोध्या और मुंबई में डकैती समेत कई शहरों में 37 मुकदमे दर्ज थे। वह 7 साल से फरार चल रहा था। प्रिंस ने ही पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकांड को अंजाम दिया था। उसके पास से बाइक और 9 एमएम 2 असलहे बरामद हुए हैं। 23 दिन पहले पत्रकार को मारी थीं 4 गोलियां23 दिन पहले पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड को प्रिंस और उसके साथियों ने अंजाम दिया था। आशुतोष श्रीवास्तव शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के सबरहद के रहने वाले थे। 13 मई की सुबह आशुतोष बाइक से बाजार जाने के लिए निकले थे। ​​​​​​​अपाचे बाइक सवार प्रिंस और उसके साथी ने घर से 500 मीटर की दूरी पर रोक लिया। आशुतोष कुछ समझ पाते, इसके पहले ही अपराधियों ने उनके सीने और पेट में ताबड़तोड़ 4 गोलियां मारी थीं। आशुतोष को स्थानीय लोग अस्पताल ले गए थे, जहां उनकी मौत हो गई थी। हत्याकांड का मास्टरमाइंड पुलिस कस्टडी से हुआ फरार
हत्याकांड का मास्टरमाइंड जमीरुद्दीन कुरैशी अभी फरार है। वारदात के 48 घंटे बाद पुलिस ने उसे मुंबई से गिरफ्तार किया था। पुलिस ट्रेन से यूपी ले जा आ रही। खंडवा स्टेशन पर जमरूद्दीन शौचालय का बहाना बनाकर ट्रेन से उतरा और भाग गया। पुलिस ने पीछा भी किया, लेकिन वह हाथ नहीं लग पाया।​​​​​​​ यूपी में चुनाव रिजल्ट के अगले दिन एनकाउंटर हुआ है। जौनपुर पुलिस ने 1 लाख के इनामी बदमाश प्रिंस सिंह को मार गिराया। वह पत्रकार की हत्या में वांटेड था। प्रिंस पर हत्या-लूट और डकैती के 37 मुकदमे दर्ज थे। एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया- मंगलवार रात पुलिस को सूचना मिली कि कुछ बदमाश खेतासराय इलाके में हैं। पुलिस ने चेकिंग शुरू की तो वहां 2 लोग दिखाई दिए। उन्हें चेकिंग के लिए रोका गया, लेकिन उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने सरेंडर करने के लिए कहा। लेकिन बदमाश फायरिंग करते रहे। इसमें दरोगा विवेक तिवारी के हाथ में गोली लगी। सिपाही रामजन्म यादव की जान बुलेट प्रूफ की वजह से बची। गोली उनके जैकेट में फंस गई। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर और पेट में गोली लग गई। उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। पुलिस घायल बदमाश को अस्पताल लेकर पहुंची। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 7 साल से था फरार
SP ने बताया- मरने वाले बदमाश की पहचान प्रिंस सिंह ईश्वरी नेवादा गांव के तौर पर हुई। उस पर जौनपुर, आजमगढ़, अयोध्या और मुंबई में डकैती समेत कई शहरों में 37 मुकदमे दर्ज थे। वह 7 साल से फरार चल रहा था। प्रिंस ने ही पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकांड को अंजाम दिया था। उसके पास से बाइक और 9 एमएम 2 असलहे बरामद हुए हैं। 23 दिन पहले पत्रकार को मारी थीं 4 गोलियां23 दिन पहले पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड को प्रिंस और उसके साथियों ने अंजाम दिया था। आशुतोष श्रीवास्तव शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के सबरहद के रहने वाले थे। 13 मई की सुबह आशुतोष बाइक से बाजार जाने के लिए निकले थे। ​​​​​​​अपाचे बाइक सवार प्रिंस और उसके साथी ने घर से 500 मीटर की दूरी पर रोक लिया। आशुतोष कुछ समझ पाते, इसके पहले ही अपराधियों ने उनके सीने और पेट में ताबड़तोड़ 4 गोलियां मारी थीं। आशुतोष को स्थानीय लोग अस्पताल ले गए थे, जहां उनकी मौत हो गई थी। हत्याकांड का मास्टरमाइंड पुलिस कस्टडी से हुआ फरार
हत्याकांड का मास्टरमाइंड जमीरुद्दीन कुरैशी अभी फरार है। वारदात के 48 घंटे बाद पुलिस ने उसे मुंबई से गिरफ्तार किया था। पुलिस ट्रेन से यूपी ले जा आ रही। खंडवा स्टेशन पर जमरूद्दीन शौचालय का बहाना बनाकर ट्रेन से उतरा और भाग गया। पुलिस ने पीछा भी किया, लेकिन वह हाथ नहीं लग पाया।​​​​​​​   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर