हरियाणा के फरीदाबाद में हनी ट्रैप के मामले में कार्रवाई करते हुए अपराध शाखा उंचा गांव की टीम ने एक महिला को व्यक्ति से 50 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। महिला ने लखानी शोरूम के सहायक को धोखे से होटल में बुलकार फंसाया था। उसे बार बार रेप केस में फंसाने की धमकी देकर रुपए ऐंठे जा रहे थे। वह 6 लाख पहले हड़प चुकी है ओर हाल ही में साढ़े 3 लाख रुपए की डिमांड की थी। फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि दिनेश नाम के व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत में बताया कि वह लखानी शो रूम में बतौर सहायक के पद पर 10 सालों से कार्य कर रहा है। लखानी कम्पनी द्वारा विश्वास नगर नई दिल्ली में खोले गए शो रूम ओपनिंग की जिम्मेदारी उसको को दी गई थी। वहां पर सफाई कर्मी से आरोपी महिला ने उसका नम्बर लिया। इसके बाद वर्ष 2019 जनवरी माह में दिल्ली निवासी महिला के उसे फोन आने लगे। महिला ने उससे मिलने की इच्छा जताई और वह एस्कोर्ट मुजेसर मेट्रो स्टेशन फरीदाबाद आ गई। उसने बताया कि उसे कुछ जरूरी बात करना चाहती है। इसके बाद महिला शिकायतकर्ता को होटल में ले गई। दोनों कमरे में चले गये और समीर बानो (काल्पनिक नाम) ने कमरे में जाकर शिकायतकर्ता से अवैध सम्बन्ध बनाने के लिए कहा। उसके मना करने पर आरोपी महिला ने कहा कि वह शोर मचाएगी और पुलिस को बुलाएगी और उसके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा देगी। दिनेश का कहना है कि महिला ने उससे पैसे की मांग की। इसके लिए करीब 5-6 लाख रुपए अभी तक ऐंठ चुकी है। अभी हाल में आरोपी महिला ने 3.5 लाख रुपए की मांग की थी। अभी आरोपी महिला पैसे लेने के लिए फरीदाबाद आई थी। उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने 50 हजार रुपए लेते हुए महिला को गिरफ्तार कर लिया। हरियाणा के फरीदाबाद में हनी ट्रैप के मामले में कार्रवाई करते हुए अपराध शाखा उंचा गांव की टीम ने एक महिला को व्यक्ति से 50 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। महिला ने लखानी शोरूम के सहायक को धोखे से होटल में बुलकार फंसाया था। उसे बार बार रेप केस में फंसाने की धमकी देकर रुपए ऐंठे जा रहे थे। वह 6 लाख पहले हड़प चुकी है ओर हाल ही में साढ़े 3 लाख रुपए की डिमांड की थी। फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि दिनेश नाम के व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत में बताया कि वह लखानी शो रूम में बतौर सहायक के पद पर 10 सालों से कार्य कर रहा है। लखानी कम्पनी द्वारा विश्वास नगर नई दिल्ली में खोले गए शो रूम ओपनिंग की जिम्मेदारी उसको को दी गई थी। वहां पर सफाई कर्मी से आरोपी महिला ने उसका नम्बर लिया। इसके बाद वर्ष 2019 जनवरी माह में दिल्ली निवासी महिला के उसे फोन आने लगे। महिला ने उससे मिलने की इच्छा जताई और वह एस्कोर्ट मुजेसर मेट्रो स्टेशन फरीदाबाद आ गई। उसने बताया कि उसे कुछ जरूरी बात करना चाहती है। इसके बाद महिला शिकायतकर्ता को होटल में ले गई। दोनों कमरे में चले गये और समीर बानो (काल्पनिक नाम) ने कमरे में जाकर शिकायतकर्ता से अवैध सम्बन्ध बनाने के लिए कहा। उसके मना करने पर आरोपी महिला ने कहा कि वह शोर मचाएगी और पुलिस को बुलाएगी और उसके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा देगी। दिनेश का कहना है कि महिला ने उससे पैसे की मांग की। इसके लिए करीब 5-6 लाख रुपए अभी तक ऐंठ चुकी है। अभी हाल में आरोपी महिला ने 3.5 लाख रुपए की मांग की थी। अभी आरोपी महिला पैसे लेने के लिए फरीदाबाद आई थी। उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने 50 हजार रुपए लेते हुए महिला को गिरफ्तार कर लिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक पहुंची राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष:सोनिया अग्रवाल ने सिविल अस्पताल का किया निरीक्षण, वन स्टॉप सेंटर में पौधारोपण हरियाणा राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल मंगलवार को रोहतक पहुंची। उन्होंने रोहतक के वन स्टॉप सेंटर व सिविल अस्पताल का निरीक्षण किया। सिविल अस्पताल में सफाई का अभाव दिखा तो अधिकारियों से कहा कि मरीज यहां ठीक होने आते हैं। इसलिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। वाइस चेयरपर्सन सोनिया अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने पहले वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया। वहां पर एक नाबालिग लड़की मिली, जो घर से एक युवक के साथ भागी थी। लेकिन फिलहाल वह वन स्टॉप सेंटर में सुरक्षित हैं। उसे घर पहुंचाया जाएगा। वहीं वन स्टॉप सेंटर में पौधारोपण भी किया। क्योंकि हम जिस वातावरण में रहते हैं, तो उसे शुद्ध रखना भी जरूरी है। इसलिए कोई भी अवसर हो, हमें पौधारोपण करना चाहिए। ताकि हम अपने वातावरण को ठीक रख सकें। सिविल अस्पताल में सफाई की दिखी कमी
सिविल अस्पताल का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई महिलाओं से बातचीत की। यहां ओपीडी में ज्यादा केस होने के कारण एक-एक घंटे से इंतजार कर रही थी। डॉक्टरों की संख्या सीमित है और मरीजों की संख्या अधिक है, इसलिए उन्हें समय लग रहा था। साथ ही कहा कि जो गायनी डिपार्टमेंट के आसपास के वाशरूम के आसपास जाने में भी असुविधाजनक महसूस हो रहा था। साफ सफाई की व्यवस्था भी कम थी। प्रशासन सफाई पर दे ध्यान
उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों से कहा कि लोग यहां बीमार होकर आते हैं। उनको ठीक करके भेजना हमारा उद्देश्य है। अस्पताल प्रशासन सफाई का विशेष ध्यान रखे। साथ ही मरीजों को ज्यादा इंतजार करना पड़ता है, उस समय को भी कम से कम किया जाए। ताकि मरीजों को कोई परेशानी ना हो। साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं।
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हरियाणा में शहरी एरिया में पकड़ बढ़ा रही BJP:निकाय चुनाव में नए चेहरों पर दांव लगाएगी, कांग्रेस की मदद करने वालों के टिकट कटेंगे
हरियाणा में शहरी एरिया में पकड़ बढ़ा रही BJP:निकाय चुनाव में नए चेहरों पर दांव लगाएगी, कांग्रेस की मदद करने वालों के टिकट कटेंगे हरियाणा विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने वाली भाजपा अब सभी निगमों में भी बहुमत हासिल करने की कवायद में जुट गई है। वहीं, हार से बैकफुट पर चल रही कांग्रेस तो इस बार भी निर्दलियों को ही समर्थन देने के पक्ष में नजर आ रही है, क्योंकि पार्टी की तरफ से अब तक चुनाव को लेकर कोई तैयारी नहीं दिख रही। इधर, भाजपा पूरे हरियाणा में सदस्यता अभियान चला रही है, जिससे बूथ स्तर पर पार्टी से बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ा जा सके। भाजपा का अभियान शहरों में ही ज्यादा एक्टिव नजर आ रहा है। इससे माना जा रहा है कि भाजपा आगामी निगम चुनावों के लिए ही तैयारी कर रही है। हरियाणा चुनाव में कांग्रेस की मदद करने वाले चेहरों के टिकट कटेंगे
शहरों में सरकार बनाने के लिए BJP विधानसभा चुनाव की तरह ही नए चेहरों पर दांव खेलने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मदद करने वाले पार्षदों की लिस्ट तैयार की जा रही है। इसे लेकर केंद्रीय नेतृत्व से भी मंजूरी मिल चुकी है। 10 नगर निगमों के चुनाव लंबित
विधानसभा चुनाव में अंबाला मेयर शक्ति रानी शर्मा और सोनीपत के मेयर निखिल मदान भाजपा की टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बन गए हैं। अब इनके समेत हरियाणा की 10 नगर निगमों के चुनाव लंबित हो गए हैं। सिर्फ पंचकूला नगर निगम ही है, जहां अभी मेयर है, जिसका कार्यकाल जनवरी 2026 तक बाकी है। इनके अलावा यमुनानगर, करनाल, पानीपत, रोहतक, हिसार, गुरुग्राम, फरीदाबाद में भी कार्यकाल पूरा हो चुका है। अभी वहां की व्यवस्था प्रशासनिक अधिकारी संभाल रहे हैं। कई निगमों के चुनाव तो दो-दो साल से लंबित हैं। मानेसर नगर निगम गठित होने के बाद वहां अभी तक चुनाव ही नहीं हुए। 6 महीने में करवाने होते हैं चुनाव
किसी भी इकाई का कार्यकाल खत्म होने के बाद 6 महीने के भीतर उसका गठन करवाना होता है। फिर वह चाहे स्थानीय निकाय हो या फिर विधानसभा, लेकिन यहां कई महीने गुजर जाने पर भी स्थानीय निकाय के चुनाव नहीं करवाए जा रहे हैं, जोकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का भी उल्लंघन है। बागियों को सबक सिखाने के लिए नए चेहरों पर दांव लगाएगी भाजपा
इधर, भाजपा ने निकाय चुनावों में विधानसभा चुनाव के दौरान पाला बदलने वाले पार्षदों को सबक सिखाने की योजना बनाई है। उन्हें टिकट नहीं दिए जाएंगे। पार्टी नए चेहरों पर दांव लगाएगी। इसके लिए पार्टी जिला अध्यक्षों को जिम्मेदारी दी गई। उन्हें सक्रिय कार्यकर्ताओं की लिस्ट तैयार करने के लिए भी कहा गया है। हो सकता है कि इनमें से ही पार्षद उम्मीदवार चुने जाएं। शहरी वोटरों पर भाजपा का फोकस
चुनाव की चर्चा के बीच भाजपा ने शहरी वोटरों पर फोकस किया है। CM नायब सैनी ने दिल्ली दौरे से आते ही सबसे पहले निकाय विभाग की मीटिंग बुलाई थी। इसके साथ ही सभी जिलों में समाधान शिविर शुरू करने के आदेश जारी कर दिए थे। वहीं, इस समय पार्टी की तरफ से बड़े स्तर पर सभी शहरों में सदस्यता अभियान भी चलाए जा रहे हैं, जोकि चुनावी अभियान का ही हिस्सा बताया जा रहा है। भाजपा सरकार की ओर से अब चुनाव करवाने के 3 कारण… 1. विधानसभा चुनाव की जीत का मिलेगा फायदा
हरियाणा में विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत का फायदा होगा। 2019 में 40 सीटों के मुकाबले इस बार बीजेपी ने रिकॉर्ड 48 सीटों पर जीत पर दर्ज की है। यह दूसरा मौका है, जब BJP ने 2014 के बाद पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई है। यदि अब निकाय चुनाव होते हैं और उनमें पार्टी को लाभ मिल सकता है। 2. चेहरे बदलने का विधानसभा चुनाव में दिखा फायदा
भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कई सीटों पर चेहरे बदले थे। इनमें से अधिकतर प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। इसी फॉर्मूले को भाजपा निकाय चुनाव में भी अपनाना चाहती है। इससे अधिकतर सीटें जीतने में मदद मिल सकती है। 3. शहरी वोटरों पर BJP की अच्छी पकड़
एक वजह यह भी है कि हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में BJP की कांग्रेस के मुकाबले अच्छी पकड़ है। लोकसभा चुनाव में 5 सीटों पर मिली हार के बाद भी भाजपा को शहरी सीटों पर कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा जीत मिली थी। विधानसभा चुनाव में भी BJP का शहरी सीटों पर अच्छा प्रदर्शन रहा। दोनों चुनाव के आंकड़ों को देखते हुए निकाय चुनाव में BJP इसे फायदे के रूप में देख रही है। कांग्रेस अभी कुछ भी तय नहीं कर पा रही
इधर, कांग्रेस की स्थिति नाजुक बनी हुई है। पिछली बार के निगम चुनाव से भी कांग्रेस दूर रही थी। इस बार भी ऐसा लग रहा है कि पार्टी निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन देकर निगम चुनाव की औपचारिकता निभाने की तैयारी में है। अभी कांग्रेस की जो स्थिति है, इसमें पार्टी किसी भी तरह के चुनाव के लिए तैयार नजर नहीं आ रही है।