हरियाणा के करनाल में मेरठ रोड पर एक पटाखा फैक्ट्री में छोटी सी चिंगारी से आग लग गई। आग लगने से पटाखों के धमाके के साथ पूरी फैक्ट्री जलकर खाक हो गई। धमाके इतने तेज थे कि आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। आग की घटना में दो महिला कर्मचारी भी घायल हो गई। घायलों को करनाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग की सूचना के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने के लिए पानी की बौछार शुरू की। 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आसपास के लोगों में पटाखा फैक्ट्री मालिक के खिलाफ गुस्सा है और पुलिस से कार्रवाई की मांग की जा रही है। फैक्ट्री के अंदर फंसी महिला पटाखा फैक्ट्री में कई मजदूर काम करते हैं। इसमें महिलाएं और पुरुष दोनों हैं। प्रत्यक्षदर्शी सोनू ने बताया कि आज रविवार होने के कारण फैक्ट्री में काम करने के लिए बहुत कम लोग आए थे, अगर वर्किंग डे होता तो आज घायलों की संख्या काफी ज्यादा होती। युवक ने बताया कि जब धमाके शुरू हुए तो बाकी मजदूर तो बाहर निकल आए लेकिन दो महिलाएं अंदर फंस गईं, इनमें से एक महिला ऐसी थी जो बहुत कम सुन पाती थी। इस हादसे में दो महिलाएं झुलस गई हैं। उन्हें बाहर निकाल लिया गया है। घायलों को करनाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके से मालिक फरार कॉलोनी निवासी राजन, सुमन, राजू और राजेश का कहना है कि धमाके के बाद पूरी कॉलोनी सड़क पर आ गई। आज तक पता नहीं चला कि इस फैक्ट्री में पटाखे बनते हैं। यहां अवैध रूप से फैक्ट्री चलाई जा रही थी। इसके अलावा फैक्ट्री मालिक भी मौके से भाग चुका है। घटना के वक्त फैक्ट्री में लगभग 15 लोग थे। जिसमें से एक दो तीन महिलाएं भी झुलसी है अन्य मजदूर भी घायल हुए है। फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। कार्रवाई की मांग सेक्टर 32,33 थाना के SHO राजपाल ने बताया कि फैक्ट्री में आग लगी थी। फायर की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थी और आग पर काबू पाया गया है। फैक्टरी का कोई मालिक मौके पर नहीं मिला। इस हादसे में दो महिलाएं घायल हुई है। जिनका इलाज शहर के निजी अस्पताल में चल रहा है। दोनों महिलाओं का अभी नाम पता नहीं चल पाया है। मामले की जांच की जाएगी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। आग कैसे लगी इसकी भी जानकारी पुलिस जुटा रही है। हरियाणा के करनाल में मेरठ रोड पर एक पटाखा फैक्ट्री में छोटी सी चिंगारी से आग लग गई। आग लगने से पटाखों के धमाके के साथ पूरी फैक्ट्री जलकर खाक हो गई। धमाके इतने तेज थे कि आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। आग की घटना में दो महिला कर्मचारी भी घायल हो गई। घायलों को करनाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग की सूचना के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने के लिए पानी की बौछार शुरू की। 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आसपास के लोगों में पटाखा फैक्ट्री मालिक के खिलाफ गुस्सा है और पुलिस से कार्रवाई की मांग की जा रही है। फैक्ट्री के अंदर फंसी महिला पटाखा फैक्ट्री में कई मजदूर काम करते हैं। इसमें महिलाएं और पुरुष दोनों हैं। प्रत्यक्षदर्शी सोनू ने बताया कि आज रविवार होने के कारण फैक्ट्री में काम करने के लिए बहुत कम लोग आए थे, अगर वर्किंग डे होता तो आज घायलों की संख्या काफी ज्यादा होती। युवक ने बताया कि जब धमाके शुरू हुए तो बाकी मजदूर तो बाहर निकल आए लेकिन दो महिलाएं अंदर फंस गईं, इनमें से एक महिला ऐसी थी जो बहुत कम सुन पाती थी। इस हादसे में दो महिलाएं झुलस गई हैं। उन्हें बाहर निकाल लिया गया है। घायलों को करनाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके से मालिक फरार कॉलोनी निवासी राजन, सुमन, राजू और राजेश का कहना है कि धमाके के बाद पूरी कॉलोनी सड़क पर आ गई। आज तक पता नहीं चला कि इस फैक्ट्री में पटाखे बनते हैं। यहां अवैध रूप से फैक्ट्री चलाई जा रही थी। इसके अलावा फैक्ट्री मालिक भी मौके से भाग चुका है। घटना के वक्त फैक्ट्री में लगभग 15 लोग थे। जिसमें से एक दो तीन महिलाएं भी झुलसी है अन्य मजदूर भी घायल हुए है। फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। कार्रवाई की मांग सेक्टर 32,33 थाना के SHO राजपाल ने बताया कि फैक्ट्री में आग लगी थी। फायर की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थी और आग पर काबू पाया गया है। फैक्टरी का कोई मालिक मौके पर नहीं मिला। इस हादसे में दो महिलाएं घायल हुई है। जिनका इलाज शहर के निजी अस्पताल में चल रहा है। दोनों महिलाओं का अभी नाम पता नहीं चल पाया है। मामले की जांच की जाएगी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। आग कैसे लगी इसकी भी जानकारी पुलिस जुटा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा में टिकट बंटवारे पर BJP-RSS दोफाड़:संघ नए चेहरों के पक्ष में, विधायकों-मंत्रियों की टिकट कटेगी; नेता पुरानों के हक में, एंटी इनकंबेंसी का खतरा
हरियाणा में टिकट बंटवारे पर BJP-RSS दोफाड़:संघ नए चेहरों के पक्ष में, विधायकों-मंत्रियों की टिकट कटेगी; नेता पुरानों के हक में, एंटी इनकंबेंसी का खतरा हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर प्रदेश BJP और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) दोफाड़ हो गए हैं। ग्राउंड सर्वे के बाद RSS चाहता है कि 70% नए चेहरों को टिकट दी जाए। RSS ने इसके लिए 90 सीटों पर 2-2 संभावित नामों की लिस्ट तैयार की है। वहीं प्रदेश भाजपा पुराने नेताओं को टिकट देने पर अड़ी है। भाजपा ने इसके लिए हर सीट पर 3-3 नाम दावेदारों की लिस्ट तैयार की है। इस लिस्ट पर अब गुरुग्राम में प्रदेश चुनाव समिति मंथन करेगी। उसके बाद हर सीट पर 2 या 3 दावेदारों का एक पैनल बनाकर लिस्ट केंद्रीय नेतृत्व को भेजकर नाम फाइनल कराए जाएंगे। भाजपा सूत्रों के मुताबिक हरियाणा में टिकटों को फाइनल करने में सबसे अहम भूमिका अमित शाह निभाएंगे। जिन्हें हरियाणा जिताने का जिम्मा सौंपा गया है। RSS और BJP के मतभेद का टिकट बंटवारे पर क्या असर.. अगर RSS की चली तो… RSS का फोकस नए चेहरों पर है। उनकी लिस्ट मानी गई तो 2019 का चुनाव लड़े 60 से ज्यादा नेताओं की टिकट कट जाएगी। जिसमें विधायक से लेकर मंत्री तक शामिल हो सकते हैं। इसका फायदा-नुकसान क्या?: नए चेहरों से 10 साल से सरकार चला रही भाजपा के प्रति एंटी इनकंबेंसी घट सकती है। वहीं सेकेंड लाइन लीडरशिप तैयार होगी। इसके साथ RSS व पार्टी संगठन से जुड़े नेताओं को चुनावी सियासत में आने का मौका मिलेगा। अगर प्रदेश BJP की चली तो… भाजपा पुराने नेताओं को ही टिकट के मूड़ में है। ऐसे में वही चेहरे चुनाव लड़ेंगे। नए नेताओं को मौका नहीं मिलेगा। इसका फायदा-नुकसान क्या?: पुराने नेता 10 साल से अपनी सीट पर काम कर रहे हैं तो जनता उन्हें जानती है। वह पहले से चुनाव लड़ने को लेकर वर्किंग भी कर रहे हैं। नुकसान यह कि इनकी वजह से एंटी इनकंबेंसी का खतरा रहेगा। नए नेता मायूस होंगे और घर बैठ सकते हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव में RSS को इतनी तरजीह क्यों? 1. लोकसभा चुनाव में साथ नहीं लिया, इसलिए नुकसान हुआ
लोकसभा चुनाव में BJP ने RSS से दूरी बना ली। RSS से जुड़े सूत्रों के मुताबिक उनसे टिकट बंटवारे से लेकर प्रचार तक कोई राय नहीं ली गई। हरियाणा में इस वजह से भाजपा 10 में से 5 सीटों पर सिमट गई। RSS दावा कर चुकी है कि वे साथ होते तो 8 सीटें जीत सकते थे। 2. भाजपा संगठन से ज्यादा RSS के मेंबर एक्टिव
हरियाणा में संघ की ताकत BJP से ज्यादा है। संघ से जुड़े नेता दावा करते हैं कि उनके 4 लाख से अधिक मेंबर राज्य में एक्टिव हैं। इसमें विश्व हिंदू परिषद (VHP), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और दूसरे विंग वाले मेंबर हैं। संघ चुनाव में रैली-रोड शो जैसे प्रचार के बजाय बूथ लेवल पर मतदाताओं को प्रभावित करने की माइक्रो वर्किंग करता है। संघ-प्रदेश BJP के मतभेद में अहम कड़ी होंगे शाह
BJP से जुड़े सूत्र बताते हैं कि संघ और प्रदेश संगठन के बीच मतभेद के बीच सबसे अहम रोल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का होगा। इसकी 2 वजहें हैं… पहली… शाह बचपन से ही संघ से जुड़े रहे। 14 साल की उम्र में वे स्वयंसेवक बन गए। वे संघ के कामकाज को अच्छे से जानते हैं। संघ ने हरियाणा चुनाव में जो वर्किंग की, उसके आधार पर वह फैसला ले सकते हैं। दूसरी… शाह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। संगठन को अच्छे से जानते हैं। पार्टी क्या तर्क दे रही, वे बेहतर ढंग से समझ सकते हैं। वे पीएम नरेंद्र मोदी के भी करीबी हैं तो उनके फैसले पर कोई विवाद की गुंजाइश भी नहीं होगी। खट्टर को भी जिम्मेदारी से छूट नहीं
BJP सूत्रों के मुताबिक मनोहर लाल खट्टर भले ही राज्य से केंद्र में चले गए लेकिन उन्हें जिम्मेदारी से छूट नहीं मिलेगी। टिकट बंटवारे में खट्टर की राय ली जाएगी और जिताऊ कैंडिडेट के बारे में उनका फीडबैक भी अहम होगा। खट्टर साढ़े 9 साल सीएम रहे। अब लोकसभा चुनाव जीतकर केंद्र में मंत्री जरूर बन गए लेकिन भाजपा को वोट उन्हीं के कामकाज पर मिलने हैं क्योंकि नायब सैनी अंतिम दिनों में मुख्यमंत्री बने तो इतनी जल्दी उनके कामकाज का जनता आकलन नहीं करेगी। आगे क्या… पैनल के लिए गुरुग्राम में BJP की मीटिंग प्रदेश में टिकटें फाइनल करने के लिए भाजपा ने 23-24 को गुरुग्राम में प्रदेश चुनाव समिति की मीटिंग बुला ली है। जिसमें सीएम नायब सैनी, प्रदेश अध्यक्ष मोहन बड़ौली के अलावा तीनों केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, राव इंद्रजीत और कृष्णपाल गुर्जर समेत समिति के सभी मेंबर होंगे। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि गुरुग्राम में होने वाली बैठकों में नामों को फाइनल किया जाएगा। इसके बाद पैनल बनाकर लिस्ट केंद्रीय चुनाव समिति में भेजी जाएगी। जिसके बाद उम्मीदवारों का ऐलान किया जाएगा। इसमें थोड़ा समय लग सकता है। हरियाणा में BJP की 2 बड़ी चुनावी तैयारियां? 1. चुनाव के लिए 3 कमेटियां बनाईं
भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए 3 कमेटियां बनाई हैं। जिसमें प्रदेश चुनाव समिति, प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति और प्रदेश मेनिफेस्टो कमेटी शामिल है। इन कमेटियों में क्षेत्र और जातीय संतुलन को साधते हुए नेताओं को शामिल किया गया है। 2. पंचकूला-रोहतक में 2 वार रूम बनाए
चुनावी रणनीति को बनाने से लेकर सिरे चढ़ाने तक के लिए 2 वार रूम बनाए जा रहे हैं। इनमें एक रोहतक और दूसरा पंचकूला में बनेगा। पंचकूला के वार रूम का जिम्मा हरियाणा CMO से जुड़े रहे बड़े अफसर को दी गई है। वह मीडिया प्रबंधन की भी जिम्मेदारी देखेंगे। 2 टर्म से सरकार, पहले बहुमत, फिर गठबंधन की मदद
राज्य में भाजपा 2 टर्म से सरकार चला रही है। 2014 में भाजपा को 90 में से 47 सीटों पर जीत मिली। भाजपा ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। 2019 में भाजपा को एंटी इनकंबेंसी का नुकसान झेलना पड़ा। भाजपा को सिर्फ 40 सीटें मिलीं। हालांकि सबसे बड़ी पार्टी बनकर आई। भाजपा ने 10 सीटें जीतने वाली JJP से गठबंधन कर सरकार बना ली।
हरियाणा में स्कूल वैन पलटी, बच्चे घायल:ट्रक के अचानक आने से ड्राइवर ने संतुलन खोया; 10 की परमिशन थी पर 15 बच्चे ले जा रही थी
हरियाणा में स्कूल वैन पलटी, बच्चे घायल:ट्रक के अचानक आने से ड्राइवर ने संतुलन खोया; 10 की परमिशन थी पर 15 बच्चे ले जा रही थी हरियाणा के जींद के नरवाना क्षेत्र के सुंदरपुरा रोड पर शनिवार सुबह किड्स मेलोडी प्राइवेट स्कूल की वैन अनियंत्रित होकर पलट गई। वैन में बच्चे सवार थे और उसके पलटते ही बच्चों में चीख पुकार मच गई। आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे और वैन में फंसे बच्चों को बाहर निकाला। स्थानीय लोगों के मुताबिक वैन में करीब 14 से 15 बच्चे थे, जिसमें से एक दो बच्चे घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक नरवाना के किड्स मेलोडी स्कूल की वैन बच्चों को लेकर स्कूल की तरफ आ रही थी। जैसे ही बस सुंदरपुरा रोड पर पहुंची तो अचानक एक ट्रक वैन के सामने आ गया। ट्रक से बचने के चक्कर में ड्राइवर वैन से संतुलन खो बैठा। इसके बाद वैन सड़क किनारे गड्ढों में पलट गई। इससे बच्चे डर गए और उनमें चीख पुकार मच गई। कुछ बच्चे तो डर के मारे बुरी तरह से रोने लगे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। तस्वीरों में देखिए हादसा… पास में ही ग्रामीण काम कर थे इसलिए बच्चों को जल्दी बचाया गया
स्थानीय लोगों ने बताया कि वे पास में ही काम कर रहे थे तभी ये हादसा हो गया। हम लोगों ने दौड़ कर बच्चों को पलटी वैन से बाहर निकाला। वैन में मौजूद बच्चों को कुछ देर में ही बाहर निकाल लिया गया। ग्रामीणों के मुताबिक हादसे से बच्चे बुरी तरह से सहम गए थे। गनीमत यह रही की बच्चों को ज्यादा चोट नहीं आई। वैन में केवल 10 बच्चों को ले जाने की परमिशन थी। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने वैन में 14 से 15 बच्चे बैठाए थे।
रोहतक में कल होगी सर्वखाप पंचायत:यूपी-हरियाणा और दिल्ली के खाप प्रधान लेंगे हिस्सा, तैयारियों को लेकर हुई बैठक
रोहतक में कल होगी सर्वखाप पंचायत:यूपी-हरियाणा और दिल्ली के खाप प्रधान लेंगे हिस्सा, तैयारियों को लेकर हुई बैठक रोहतक के माता दरवाजा डेहरी मोहल्ला स्थित खाप 84 भवन के चबूतरे पर शनिवार को बैठक हुई। जिसमें 15 सितंबर (रविवार) को सभी खापों के अध्यक्षों की सर्वखाप पंचायत आयोजित होने को लेकर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता रोहतक खाप 84 प्रधान चौधरी हरदीप अहलावत ने की। उन्होंने कहा कि खापों को एकजुट करके कई महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों पर गहन मंथन कर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। इसमें हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली की खापों प्रधानों को आमंत्रित किया गया है और यह गैर राजनीतिक पंचायत होगी। सर्व खाप संयोजक चौधरी महेंद्र सिंह नांदल ने कहा कि समाज में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। खापों को अपने-अपने क्षेत्रों में टीम बना कर अभियान चलाने की जरूरत है। रोहतक 84 खाप प्रधान चौधरी हरदीप सिंह अहलावत ने खाप पंचायतों को अपनी मान मर्यादा बढ़ाते हुए एकजुट होकर आगे बढ़ने कार्य करने की जरूरत है। हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के खापों के प्रधान ही इसमें हिस्सा ले रहें हैं। सर्वखाप पंचायत बुलाने का मुख्य उद्देश्य सशक्तिकरण कर राष्ट्र और समाज हित के कार्य करने का है। प्रस्तावों की सर्वसम्मति से घोषणा रविवार रोहतक खाप 84 के चबूतरे पर सर्व खाप पंचायत में होगी। पगड़ी हमेशा मान-मर्यादा व सम्मान का प्रतीक रही सर्वखाप पंचायत स्वरूप समिति के संयोजक जसबीर सिंह मलिक ने कहा कि पगड़ी हमेशा से मान मर्यादा और सम्मान का प्रतीक है। अपने सिद्धांतों पर चलते हुए गर्दन सहित कट तो सकती है, मगर किसी के सामने नतमस्तक होकर झुक नहीं सकती। कुछ असामाजिक तत्व खापों के नाम पर अनैतिक कार्य कर लोगों को गुमराह करने का भी कार्य कर रहे हैं। जिनका पर्दाफाश किया जाना आवश्यक है। अब उत्तरी भारत की सभी खापों को एकजुटता से ठोस फैसले ले कर आगे आने की जरूरत है।