कुरुक्षेत्र के ढांड रोड पर मिर्जापुर गांव के रेलवे फाटक से एंटी नारकोटिक्स सेल ने एक कैंटर चालक को 464 किलोग्राम चूरा पोस्त के साथ गिरफ्तार किया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 25 लाख रुपए आंकी जा रही है। पुलिस आरोपी कैंटर चालक अंग्रेज सिंह उर्फ गेजा निवासी गुमथला गढू का रिकॉर्ड भी खंगाल रही है। सस्ते में खरीद महंगे दाम पर बेचता था आरोपी डीएसपी अशोक कुमार ने बताया कि एएनसी की टीम थर्ड गेट के पास गश्त कर रही थी। तभी टीम को सूचना मिली कि अंग्रेज सिंह अपने कैंटर में सामान लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान जाता है। वापस आते समय वह वहां से सस्ते दाम में डोडा/चूरा पोस्त खरीदकर हरियाणा में महंगे दाम में बेचता है। आज भी वह अपने कैंटर में नशीला पदार्थ लेकर जांबा गांव से किरमिच के रास्ते मिर्जापुर होकर पिहोवा जाएगा। सूचना पर पुलिस टीम ने मिर्जापुर के पास रेलवे फाटक पर नाकाबंदी कर एक कैंटर चालक को रोककर उसे काबू कर लिया। 23 कट्टे में था चूरा पोस्त तलाशी लेने पर कैंटर से 23 कट्टे बरामद हुए। जांच करने पर उसमें से 464 किलोग्राम डोडा/चूरा पोस्त बरामद हुआ। आरोपी के खिलाफ थाना में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को कल वीरवार को अदालत में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी। कुरुक्षेत्र के ढांड रोड पर मिर्जापुर गांव के रेलवे फाटक से एंटी नारकोटिक्स सेल ने एक कैंटर चालक को 464 किलोग्राम चूरा पोस्त के साथ गिरफ्तार किया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 25 लाख रुपए आंकी जा रही है। पुलिस आरोपी कैंटर चालक अंग्रेज सिंह उर्फ गेजा निवासी गुमथला गढू का रिकॉर्ड भी खंगाल रही है। सस्ते में खरीद महंगे दाम पर बेचता था आरोपी डीएसपी अशोक कुमार ने बताया कि एएनसी की टीम थर्ड गेट के पास गश्त कर रही थी। तभी टीम को सूचना मिली कि अंग्रेज सिंह अपने कैंटर में सामान लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान जाता है। वापस आते समय वह वहां से सस्ते दाम में डोडा/चूरा पोस्त खरीदकर हरियाणा में महंगे दाम में बेचता है। आज भी वह अपने कैंटर में नशीला पदार्थ लेकर जांबा गांव से किरमिच के रास्ते मिर्जापुर होकर पिहोवा जाएगा। सूचना पर पुलिस टीम ने मिर्जापुर के पास रेलवे फाटक पर नाकाबंदी कर एक कैंटर चालक को रोककर उसे काबू कर लिया। 23 कट्टे में था चूरा पोस्त तलाशी लेने पर कैंटर से 23 कट्टे बरामद हुए। जांच करने पर उसमें से 464 किलोग्राम डोडा/चूरा पोस्त बरामद हुआ। आरोपी के खिलाफ थाना में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को कल वीरवार को अदालत में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के SDO की याचिका पर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला:इमरजेंसी में जीवन बचाना प्राथमिकता, सरकारी कर्मचारियों के पक्ष में दिया अहम निर्णय हरियाणा एंड पंजाब हाईकोर्ट ने सरकारी कर्मचारियों को राहत देते हुए एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। हाईकोर्ट ने यह साफ किया है कि इमरजेंसी में ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल की सूची को प्राथमिकता देना अनुचित है। कोर्ट का कहना है कि ऐसे हालात में जीवन बचाने का फैसला सबसे पहले होना चाहिए, न कि हॉस्पिटल की लिस्ट की खोज। करनाल के आरके गर्ग की याचिका पर यह फैसला आया है। आरके गर्ग हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड से रिटायर्ड SDO हैं। आरके गर्ग को जुलाई 2023 में मध्य प्रदेश के उज्जैन में रहते समय कार्डियक इमरजेंसी फेस करनी पड़ी। उन्हें इंदौर के एक सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। उनकी बाईपास सर्जरी में 22 लाख रुपए से ज्यादा का खर्च आया। हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड ने केवल 5.36 लाख रुपए की छोटी सी राशि की प्रतिपूर्ति दी। जिसे आरके गर्ग ने कोर्ट में चैलेंज कर दिया। बोर्ड की नीति पर कोर्ट की टिप्पणी हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड ने अपनी नीति का हवाला देते हुए कहा था कि इलाज एक गैर-अनुमोदित अस्पताल में हुआ था, इसलिए पूरी प्रतिपूर्ति नहीं दी जा सकती। कोर्ट ने इस तर्क को रिजेक्ट करते हुए कहा कि इमरजेंसी की सिचुएशन में अस्पताल का चयन करना कर्मचारी के लिए व्यावहारिक नहीं है। जस्टिस जसगुरप्रीत सिंह पुरी ने अपने फैसले में यह भी कहा कि जीवन बचाने की स्थिति में अस्पताल की सूची पर ध्यान देना अमानवीय और अव्यावहारिक है। संविधान के अनुच्छेद 21 का दिया गया हवाला जस्टिस पुरी ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 का हवाला देते हुए कहा कि जीवन का अधिकार सभी को प्राप्त है। इसे सीमित करने वाली नीतियां संविधान के खिलाफ हैं। उन्होंने साफ किया कि आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिकता जीवन बचाने की होनी चाहिए, न कि अस्पताल की स्वीकृत सूची की जांच करने की। इस फैसले के बाद सरकारी कर्मचारियों में संतोष का माहौल है, क्योंकि यह उनके हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय माना जा रहा है। ऐसे में कर्मचारी को भविष्य में इमरजेंसी के दौरान किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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हांसी में युवा दुकानदार ने आत्महत्या की:इकलौता बेटा था; सुसाइड नोट में लिखे 4 के नाम, नहीं लौटा रहे थे रुपए हरियाणा के हिसार के हांसी में एक युवा दुकानदार ने आत्महत्या कर ली। उसका शव घर में फंदे से लटका मिला। उसके पास से पुलिस को दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। उसने दुकान में काम करने वाले एक युवक सहित 4 को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। ये उसके रुपए नहीं लौटा रहे थे, जिससे वह परेशान था। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। जानकारी अनुसार मृतक युवक की पहचान हांसी की मुलतान कॉलोनी के अरुण महता के रूप में हुई है। वह अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था। उसकी एसडी महिला महाविद्यालय के नजदीक श्री बाला जी कम्युनिकेशन के नाम से मोबाइल फोन की दुकान थी। अरुण ने दोपहर को सुसाइड किया। उस समय उसके पिता घर पर नहीं थे। अरुण मकान के फर्स्ट फ्लोर पर था। उसकी पत्नी नीचे घर का काम कर रही थी। अरुण सुबह से ही कमरे में था और मानसिक तौर पर परेशान भी चल रहा था। अरुण ने कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। जब उसके परिजन ऊपर गए तो उन्हें इस बारे में पता लगा। इसके बाद आस – पास के लोग वहां पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। शव के पास से पुलिस को दो पेज का सुसाइड नोट मिला है। इसमें मृतक ने चार युवकों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। एक युवक उसकी दुकान पर काम करता था। अन्य तीन युवकों से पैसे का लेन देन था। अरुण के सुसाइड नोट के अनुसार यह चारों उसके पैसे वापस नहीं दे रहे थे। इसलिए वह परेशान था। इसके चलते उसने सुसाइड किया। सुसाइड नोट में बताई परेशानी युवक ने लिखा है कि प्रिय पापा मैं अपनी जिंदगी से बहुत दुखी हो चुका हूं। अब जीने का मन नहीं करता। इतना परेशान हो चुका हूं कि अब जीने का मन नहीं करता। मेरी सबसे बड़ी परेशानी का कारण है मेरे पैसे गुम होना और दुकान से पैसे चोरी होना। दूसरी परेशानी हे कि मैंने जिस जिस को उधार दी, उसके पैसे वापस नहीं आए। वो मुझे मारने की धमकी देते हैं। ुदकान पर काम कम हुआ है औ पैसे न होने की वजह से मैं परेशान हूं। जिसके मैंने नाम लिखे हैं ये मुझे बहुत धमकी देते हैं। पुलिस अधिकारियों की तरफ से परिजनों के बयान पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। अरुण अपने माता पिता का इकलौता बेटा था। अरुण की बहन पानीपत में विवाहित है। अरुण ही घर को संभाले हुए था। सुसाइड के बाद से परिजनों का बुरा हाल है। अरुण के शव को हांसी नागरिक अस्पताल के मोर्चरी हाउस में रखवाया गया है। वहां पर उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा। पुलिस इस मामले में गहनता से छानबीन कर रही है।
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