राज्य स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का हुआ आयोजन:6 मंत्रियों ने मिलकर वर्तमान योजनाओ पर की चर्चा, किसान बोले -उद्योगपतियों की तरह हमें भी मिले सिंगल विंडो की सुविधा

राज्य स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का हुआ आयोजन:6 मंत्रियों ने मिलकर वर्तमान योजनाओ पर की चर्चा, किसान बोले -उद्योगपतियों की तरह हमें भी मिले सिंगल विंडो की सुविधा

उत्तर प्रदेश के किसानों की आय को दोगुना करने के लिए और उन्हें सशक्त बनाने के लिए बुधवार को प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित राज्य स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी-2024 का शुभारंभ किया। इस मौके पर कृषि के अनुषांगिक विभागों गन्ना विकास एवं चीनी मिल, पशुधन एवं दुग्ध विकास, सहकारिता, उद्यान, वन तथा पर्यावरण विभाग के मंत्रियों के साथ ही कृषि उत्पादन आयुक्त और अपर मुख्य सचिव कृषि भी मौजूद रहे। खरीफ फसल के लिए बुलाई गई गोष्ठी में अधिकारियों के साथ ही प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से किस भी शामिल हुए। जिन्होंने अपनी समस्याओं को अधिकारियों और मंत्री के सामने रखा। प्रदेश में सभी फसलों की उत्पादकता में वृद्धि – कृषि मंत्री गोष्ठी में शामिल किसानां, कर्मचारियों तथा अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री शाही ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में सभी फसलों की उत्पादकता में वृद्धि हुई है। धान की उत्पादकता 40.51 कुंतल प्रतिहेक्टर बढ़कर 46 कुंतल प्रति हेक्टेयर, बाजरे की उत्पादकता 20.82 कुंतल प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 27.7 कुंतल प्रति हेक्टेयर हो गयी है। इसके साथ ही ज्वार, उरद, तिलहन, मूंगफली, सूरजमुखी तथा मोटे अनाज के उत्पादन तथा उत्पादकता में तेजी से सुधार हुआ है। उन्हांने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की सेटेलाइट आधारित प्रणाली से किसानों को मौसम की सटीक जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। सोलर पम्प के माध्यम से सिंचाई को सस्ता तथा हर समय उपलब्ध कराया जा रहा है। किसानों ने कहा कि वह उद्योगपतियों की तरह हमें भी मिले सिंगल विंडो की सुविधा कृषि विभाग की गोष्ठी के द्वारा झांसी के किसान अवधेश सिंह ने कहां की हम लोग पशुपालन का काम करते हैं जो मुख्यतः कृषि के अंतर्गत ही आता है लेकिन हमें किसी भी चीज की सुविधा के लिए एक विभाग से दूसरे विभाग का चक्कर लगाना पड़ता है।वही प्रदेश में कोई भी उद्योगपति अगर उद्योग लगता है तो उसे सिंगल विंडो की सुविधा मिलती है तो ऐसी ही सुविधा हमें क्यों नहीं मिल सकती जिससे कि किसानों को भी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सके। कृषि संबंधित अन्य विभागों के मंत्री बताए आमदनी दुगना कैसे करें इस अवसर पर गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि गन्ना किसानों को शीघ्र भुगतान सुनिश्चित किया जा रहा है। पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि पशुपालन तथा कृषि पूरक विभाग हैं, अतः किसानों को चाहिए कि वे दोनों को साथ लेकर चलें। सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर ने कहा कि योगी सरकार आने के बाद प्रदेश में सहकारिता क्षेत्र का पुर्नजन्म हुआ है। साथ ही सहकारी बैंक किसानों के लिए नई उम्मीद की किरण बने हैं। उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि वर्तमान में यूपी के उद्यान उत्पादन को विश्वभर में नई पहचान मिल रही है। इसलिए यह क्षेत्र किसानों के लिए बहुत लाभदायी साबित हो रहा है। वन तथा पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरूण कुमार सक्सेना ने कहा कि प्रतिवर्ष तापमान में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है, इसलिए खेती के साथ-साथ अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाकर दोहरा लाभ लिया जा सकता है। उत्तर प्रदेश के किसानों की आय को दोगुना करने के लिए और उन्हें सशक्त बनाने के लिए बुधवार को प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित राज्य स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी-2024 का शुभारंभ किया। इस मौके पर कृषि के अनुषांगिक विभागों गन्ना विकास एवं चीनी मिल, पशुधन एवं दुग्ध विकास, सहकारिता, उद्यान, वन तथा पर्यावरण विभाग के मंत्रियों के साथ ही कृषि उत्पादन आयुक्त और अपर मुख्य सचिव कृषि भी मौजूद रहे। खरीफ फसल के लिए बुलाई गई गोष्ठी में अधिकारियों के साथ ही प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से किस भी शामिल हुए। जिन्होंने अपनी समस्याओं को अधिकारियों और मंत्री के सामने रखा। प्रदेश में सभी फसलों की उत्पादकता में वृद्धि – कृषि मंत्री गोष्ठी में शामिल किसानां, कर्मचारियों तथा अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री शाही ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में सभी फसलों की उत्पादकता में वृद्धि हुई है। धान की उत्पादकता 40.51 कुंतल प्रतिहेक्टर बढ़कर 46 कुंतल प्रति हेक्टेयर, बाजरे की उत्पादकता 20.82 कुंतल प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 27.7 कुंतल प्रति हेक्टेयर हो गयी है। इसके साथ ही ज्वार, उरद, तिलहन, मूंगफली, सूरजमुखी तथा मोटे अनाज के उत्पादन तथा उत्पादकता में तेजी से सुधार हुआ है। उन्हांने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की सेटेलाइट आधारित प्रणाली से किसानों को मौसम की सटीक जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। सोलर पम्प के माध्यम से सिंचाई को सस्ता तथा हर समय उपलब्ध कराया जा रहा है। किसानों ने कहा कि वह उद्योगपतियों की तरह हमें भी मिले सिंगल विंडो की सुविधा कृषि विभाग की गोष्ठी के द्वारा झांसी के किसान अवधेश सिंह ने कहां की हम लोग पशुपालन का काम करते हैं जो मुख्यतः कृषि के अंतर्गत ही आता है लेकिन हमें किसी भी चीज की सुविधा के लिए एक विभाग से दूसरे विभाग का चक्कर लगाना पड़ता है।वही प्रदेश में कोई भी उद्योगपति अगर उद्योग लगता है तो उसे सिंगल विंडो की सुविधा मिलती है तो ऐसी ही सुविधा हमें क्यों नहीं मिल सकती जिससे कि किसानों को भी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सके। कृषि संबंधित अन्य विभागों के मंत्री बताए आमदनी दुगना कैसे करें इस अवसर पर गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि गन्ना किसानों को शीघ्र भुगतान सुनिश्चित किया जा रहा है। पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि पशुपालन तथा कृषि पूरक विभाग हैं, अतः किसानों को चाहिए कि वे दोनों को साथ लेकर चलें। सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर ने कहा कि योगी सरकार आने के बाद प्रदेश में सहकारिता क्षेत्र का पुर्नजन्म हुआ है। साथ ही सहकारी बैंक किसानों के लिए नई उम्मीद की किरण बने हैं। उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि वर्तमान में यूपी के उद्यान उत्पादन को विश्वभर में नई पहचान मिल रही है। इसलिए यह क्षेत्र किसानों के लिए बहुत लाभदायी साबित हो रहा है। वन तथा पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरूण कुमार सक्सेना ने कहा कि प्रतिवर्ष तापमान में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है, इसलिए खेती के साथ-साथ अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाकर दोहरा लाभ लिया जा सकता है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर