भाखड़ा डैम से छोड़ा जाएगा 26 हजार क्यूसिक पानी:13 जून सुबह 6 बजे छोड़ने की तैयारी, सतलुज नदी में आ सकता है पानी

भाखड़ा डैम से छोड़ा जाएगा 26 हजार क्यूसिक पानी:13 जून सुबह 6 बजे छोड़ने की तैयारी, सतलुज नदी में आ सकता है पानी

भाखड़ा डैम से 13 जून को सुबह के वक्त 26000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की तैयारी है। जिसको लेकर एक एडवाइजरी भी जारी हो गई है। बीते दो दिन पहले ही एसडीएम नांगल अनम जोत और द्वारा भी सभी विभागों से संभावित बाढ़ तथा बरसात के मौसम के मद्देनजर सभी प्रकार की तैयारी करने के लिए मीटिंग बुलाई जा चुकी है। अधिकारियों को दिए निर्देश मीटिंग में तमाम अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे, कि लोगों को इस बार बरसात के दिनों में कोई भी परेशानी नहीं आने दी जाए तथा हर प्रकार के प्रबंध पहले ही कर लिए जाएं। काबिले जिक्र है कि बीते साल 15 अगस्त को जिला रूपनगर के सतलुज किनारे बसे 20 से ज्यादा लोगों को बाढ़ ने घेर लिया था। लोगों का लाखों करोड़ों का नुकसान हुआ था‌। उपजाऊ जमीन में बह गई थी तथा अभी तक लोग मुआवजा की उम्मीद लगाए बैठे हैं अनाउंसमेंट के द्वारा दी गई सूचना फिलहाल जिला रूपनगर के बाढ़ ग्रस्त एरिया में पढ़ते संगतपुर थाने वाले पुल के एक तरफ का ढंगा काफी कमजोर है। जिसकी रिपेयर के लिए पिछले साल से विभाग काफी स्पीड से कम कर रहा था। मगर अभी भी इस ढंगे को मजबूत करने के लिए भारी तादात में बोल्डर तथा लेबर की जरूरत है। वहीं कई गांव में यह अनाउंसमेंट की गई है कि लोग दरिया से दूर रहें। फिलहाल भाखड़ा द्वारा छोड़े जाने वाले पानी की तादाद ज्यादा नहीं है फिर भी पिछली बार के नुकसान को देखते हुए विभाग तथा आम लोग सतर्कता बनाए रखें। भाखड़ा डैम से 13 जून को सुबह के वक्त 26000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की तैयारी है। जिसको लेकर एक एडवाइजरी भी जारी हो गई है। बीते दो दिन पहले ही एसडीएम नांगल अनम जोत और द्वारा भी सभी विभागों से संभावित बाढ़ तथा बरसात के मौसम के मद्देनजर सभी प्रकार की तैयारी करने के लिए मीटिंग बुलाई जा चुकी है। अधिकारियों को दिए निर्देश मीटिंग में तमाम अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे, कि लोगों को इस बार बरसात के दिनों में कोई भी परेशानी नहीं आने दी जाए तथा हर प्रकार के प्रबंध पहले ही कर लिए जाएं। काबिले जिक्र है कि बीते साल 15 अगस्त को जिला रूपनगर के सतलुज किनारे बसे 20 से ज्यादा लोगों को बाढ़ ने घेर लिया था। लोगों का लाखों करोड़ों का नुकसान हुआ था‌। उपजाऊ जमीन में बह गई थी तथा अभी तक लोग मुआवजा की उम्मीद लगाए बैठे हैं अनाउंसमेंट के द्वारा दी गई सूचना फिलहाल जिला रूपनगर के बाढ़ ग्रस्त एरिया में पढ़ते संगतपुर थाने वाले पुल के एक तरफ का ढंगा काफी कमजोर है। जिसकी रिपेयर के लिए पिछले साल से विभाग काफी स्पीड से कम कर रहा था। मगर अभी भी इस ढंगे को मजबूत करने के लिए भारी तादात में बोल्डर तथा लेबर की जरूरत है। वहीं कई गांव में यह अनाउंसमेंट की गई है कि लोग दरिया से दूर रहें। फिलहाल भाखड़ा द्वारा छोड़े जाने वाले पानी की तादाद ज्यादा नहीं है फिर भी पिछली बार के नुकसान को देखते हुए विभाग तथा आम लोग सतर्कता बनाए रखें।   पंजाब | दैनिक भास्कर