पंजाब सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए तहसील में स्थित रजिस्ट्रार और सब रजिस्ट्रार दफ्तरों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए हुए। इसके पीछे मंशा यही है कि इन दफ्तरों में काम के लिए आने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। साथ ही लोगों का काम भी सही तरीके से हो। लेकिन प्रशासन की ओर से की गई चेकिंग में सामने आया कि कैमरे सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं। चेकिंग के दौरान सिर्फ तीन कैमरे ही काम करते सामने आए हैं। अब सरकार ने 31 दिसंबर तक सभी कैमरे चालू करने के आदेश दिए हैं। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। आदेश की कॉपी सरकार ने पत्र में सात प्वाइंट उठाए हैं - 1. सरकार की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि सब रजिस्ट्रार ज्वाइंट सब रजिस्ट्रार दफ्तरों में चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें से दो सीसीटीवी हैं. सब रजिस्ट्रार/ जाइंट सब रजिस्ट्रार कार्यालय के अंदर (जहां आईडी सत्यापित की जाती है) और कार्यालय के बाहर (जहां जनता इंतजार करती है) दो कैमरे लगाए गए हैं। 2. इन कैमरों को स्थापित करने का उद्देश्य यह है कि डिप्टी कमिश्नर जांच कर सकें कि उनके कार्यालय में उपलब्ध सब रजिस्ट्रार/ जाइंट सब रजिस्ट्रार ठीक से काम कर रहे हैं और यह देख सकें कि जनता को वसीयत पंजीकृत कराने में कोई कठिनाई तो नहीं हो रही है। इससे कामों में पारदर्शिता लाना था। 3. लेकिन पिछले सप्ताह जांच करने पर पता चला कि 180 सब रजिस्ट्रार/ जाइंट सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, उनमें से केवल तीन कैमरे काम कर रहे थे। यह स्थिति पूर्णतः संतोषजनक नहीं है। 4. आपको निर्देशित किया जाता है कि दिनांक 31.01.2025 तक अपने जिले के प्रत्येक सब रजिस्ट्रार/ जाइंट सब रजिस्ट्रार कार्यालय में सीसीटीवी स्थापित कर इस विषय पर तत्काल कार्यवाही करें। कैमरे चालू होने चाहिए। नही हो रहा तो कैमरे लगाने वाली कंपनी से संपर्क किया जाए। 5. यह सीसीटीवी है कैमरें आईपी पते पर आधारित हैं। इसलिए, आपसे अपने जिले के प्रत्येक कार्यालय के सीसीटीवी को अपने कंप्यूटर/मोबाइल पर एक्सेस करने के लिए कहा जाता है। कैमरों का लिंक लोड किया जाना चाहिए, ताकि आप किसी भी समय अपने जिले के किसी भी सब रजिस्ट्रार/ ज्वाइंट सब रजिस्ट्रार कार्यालय में की उपस्थिति और जनता की भीड़ की स्थिति की जांच कर सकें। . इस संबंध में अपने जिले के डीएमएम. तकनीकी जानकारी अलग से दी गयी है. 6. आपको निर्देशित किया जाता है कि आप अपने जिले के कुछ उप-पंजीयक/संयुक्त उप-पंजीयक कार्यालयों के सीसीटीवी प्रतिदिन जांचें। लाइव फुटेज के माध्यम से अनिर्धारित चेकिंग की जाए।7. ये सीसीटी.व कैमरों की चेकिंग भी अधोहस्ताक्षरी एवं मुख्यालय के संबंधित अधिकारियों द्वारा की जाएगी। पंजाब सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए तहसील में स्थित रजिस्ट्रार और सब रजिस्ट्रार दफ्तरों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए हुए। इसके पीछे मंशा यही है कि इन दफ्तरों में काम के लिए आने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। साथ ही लोगों का काम भी सही तरीके से हो। लेकिन प्रशासन की ओर से की गई चेकिंग में सामने आया कि कैमरे सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं। चेकिंग के दौरान सिर्फ तीन कैमरे ही काम करते सामने आए हैं। अब सरकार ने 31 दिसंबर तक सभी कैमरे चालू करने के आदेश दिए हैं। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। आदेश की कॉपी सरकार ने पत्र में सात प्वाइंट उठाए हैं - 1. सरकार की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि सब रजिस्ट्रार ज्वाइंट सब रजिस्ट्रार दफ्तरों में चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें से दो सीसीटीवी हैं. सब रजिस्ट्रार/ जाइंट सब रजिस्ट्रार कार्यालय के अंदर (जहां आईडी सत्यापित की जाती है) और कार्यालय के बाहर (जहां जनता इंतजार करती है) दो कैमरे लगाए गए हैं। 2. इन कैमरों को स्थापित करने का उद्देश्य यह है कि डिप्टी कमिश्नर जांच कर सकें कि उनके कार्यालय में उपलब्ध सब रजिस्ट्रार/ जाइंट सब रजिस्ट्रार ठीक से काम कर रहे हैं और यह देख सकें कि जनता को वसीयत पंजीकृत कराने में कोई कठिनाई तो नहीं हो रही है। इससे कामों में पारदर्शिता लाना था। 3. लेकिन पिछले सप्ताह जांच करने पर पता चला कि 180 सब रजिस्ट्रार/ जाइंट सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, उनमें से केवल तीन कैमरे काम कर रहे थे। यह स्थिति पूर्णतः संतोषजनक नहीं है। 4. आपको निर्देशित किया जाता है कि दिनांक 31.01.2025 तक अपने जिले के प्रत्येक सब रजिस्ट्रार/ जाइंट सब रजिस्ट्रार कार्यालय में सीसीटीवी स्थापित कर इस विषय पर तत्काल कार्यवाही करें। कैमरे चालू होने चाहिए। नही हो रहा तो कैमरे लगाने वाली कंपनी से संपर्क किया जाए। 5. यह सीसीटीवी है कैमरें आईपी पते पर आधारित हैं। इसलिए, आपसे अपने जिले के प्रत्येक कार्यालय के सीसीटीवी को अपने कंप्यूटर/मोबाइल पर एक्सेस करने के लिए कहा जाता है। कैमरों का लिंक लोड किया जाना चाहिए, ताकि आप किसी भी समय अपने जिले के किसी भी सब रजिस्ट्रार/ ज्वाइंट सब रजिस्ट्रार कार्यालय में की उपस्थिति और जनता की भीड़ की स्थिति की जांच कर सकें। . इस संबंध में अपने जिले के डीएमएम. तकनीकी जानकारी अलग से दी गयी है. 6. आपको निर्देशित किया जाता है कि आप अपने जिले के कुछ उप-पंजीयक/संयुक्त उप-पंजीयक कार्यालयों के सीसीटीवी प्रतिदिन जांचें। लाइव फुटेज के माध्यम से अनिर्धारित चेकिंग की जाए।7. ये सीसीटी.व कैमरों की चेकिंग भी अधोहस्ताक्षरी एवं मुख्यालय के संबंधित अधिकारियों द्वारा की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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क्रिकेटर युवराज सिंह की बायोपिक का ऐलान:सिनेमाघरों में दिखेंगे 2011 वर्ल्ड कप हीरो के ‘सिक्स सिक्सेज’; कैंसर से जूझने की कहानी भी होगी
क्रिकेटर युवराज सिंह की बायोपिक का ऐलान:सिनेमाघरों में दिखेंगे 2011 वर्ल्ड कप हीरो के ‘सिक्स सिक्सेज’; कैंसर से जूझने की कहानी भी होगी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 के हीरो रहे पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह का संघर्ष जल्द ही बड़े पर्दे पर नजर आने वाला है। उनके जीवन पर, विशेष रूप से उनके क्रिकेट करियर और कैंसर से जूझने की घटनाओं को केंद्र में रखते हुए युवराज की बायोपिक अनाउंस हुई है। इसे प्रोडक्शन कंपनी टी-सीरीज बनाएगी और इसके प्रोड्यूसर भूषण कुमार और रवि भागचंदका होंगे। हालांकि, फिल्म का टाइटल अभी फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन फिलहाल के लिए ‘सिक्स सिक्सेज’ इसका नाम माना जा रहा है। साथ ही फिल्म में युवराज सिंह का रोल निभाने वाले एक्टर का नाम भी अभी फाइनल नहीं हुआ है। यह जानकारी प्रोडक्शन कंपनी के अलावा फिल्म क्रिटिक तरन आदर्श ने X पर पोस्ट कर दी है। युवराज बोले- क्रिकेट मेरा सबसे बड़ा प्यार
अपनी बायोपिक को लेकर युवराज सिंह ने कहा है, ‘मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मेरी कहानी दुनिया भर में लाखों प्रशंसकों को दिखाई जाएगी। क्रिकेट मेरे लिए सबसे बड़ा प्यार और जीवन के उतार-चढ़ावों के दौरान ताकत का जरिया रहा है। मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म दूसरों को चुनौतियों से उबरने और जुनून के साथ सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करेगी।’ एक ओवर में लगाए 6 छक्के
क्रिकेटर युवराज सिंह कई युवाओं के लिए प्रेरणा के स्त्रोत हैं। 2007 में शुरू हुए पहले टी-20 वर्ल्ड कप में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक ओवर में 6 छक्के मारने का कारनामा किया था। ये 6 छक्के युवराज ने इंग्लैंड के बेस्ट बॉलर स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में मारे थे। युवराज के इस कारनामे की चर्चा पूरे क्रिकेट वर्ल्ड में हुई। इस तरह लगे थे शॉट पहला छ्क्का- स्टुअर्ट ब्रॉड की पहली गेंद को युवराज ने काऊ कॉर्नर के ऊपर से मारा।
दूसरा छ्क्का- फ्लिक शॉट खेला और गेंद बैकवर्ड स्क्वेयर लेग के ऊपर से गई।
तीसरा छ्क्का- स्टंप्स की लाइन पर आती इस गेंद को युवराज ने जगह बनाकर एक्स्ट्रा कवर के ऊपर बाउंड्री पार किया।
चौथा छ्क्का- खड़े-खड़े बैकवर्ड पॉइंट के ऊपर से खेला और छक्का लगाया।
पांचवां छ्क्का- एक घुटना जमीन पर टिकाया और मिड विकेट के ऊपर से छक्का जड़ा।
छठा छ्क्का- युवराज ने आखिरी गेंद को वाइड मिड ऑन के ऊपर से खेला और छह गेंदों पर छह छक्के पूरे किए। 2011 के विश्व कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे
इसके अलावा, वर्ष 2011 के ODI क्रिकेट विश्व कप को भारत की झोली में डालने का सबसे बड़ा क्रेडिट युवराज को रही जाता है। विश्व स्तरीय इस टूर्नामेंट में युवराज को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। उन्होंने पूरे विश्व कप में बल्ले के अलावा फील्डिंग और बॉलिंग में कमाल दिखाया था। इसी टूर्नामेंट के दौरान मैदान पर बैटिंग करते हुए युवराज को खून की उल्टियां हुई थीं, लेकिन वह बिना हार माने खेले रहे और देश को वर्ल्ड कप दिलाने के बाद ही कैंसर के इलाज के लिए विदेश गए थे। तब उन्हें ट्रू फाइटर कहा जाने लगा था। चंडीगढ़ और पंजाब से गहरा नाता
युवराज का चंडीगढ़ और पंजाब से गहरा रिश्ता है। उन्होंने चंडीगढ़ में अपनी पढ़ाई की है। साथ ही किक्रेट की ABC यहीं सीखी है। वह चंडीगढ़ के दूसरे खिलाड़ी बनने जा रहे है, जिनकी बायोपिक बन रही है। इससे पहले साल 2012 में आई फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ भारतीय धावक मिल्खा सिंह की बायोपिक थी। मिल्खा सिंह का जन्म तो बंटवारे से पहले पाकिस्तान में हुआ था, लेकिन उन्होंने अपनी जीवन की अंतिम सांसें चंडीगढ़ में ही ली थीं। उनकी बायोपिक को दर्शकों का खूब प्यार मिला था। कौन हैं युवराज सिंह
युवराज सिंह पूर्व भारतीय क्रिकेटर है। उनका जन्म 12 दिसंबर 1981 को हुआ था। उनके पिता पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह और मां शबनम कौर हैं। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में युवराज सिंह सबसे बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक रहे हैं। उन्होंने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में हाथ आजमाया और नाम कमाया। वह मध्य क्रम में बाएं हाथ के बल्लेबाज और धीमी गति के गेंदबाज रहे। उन्होंने वनडे इंटरनेशनल (ODI) क्रिकेट में 7 प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीते हैं। युवराज 2000 से 2017 तक वनडे में भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य रहे। उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच अक्टूबर 2003 में खेला था। वह 2007 से 2008 के बीच भारतीय वनडे टीम के उप-कप्तान थे। 2007 में टी-20 में इंग्लैंड के खिलाफ 6 छक्के लगाए थे। टी-20 में उन्होंने 12 गेंदों में फिफ्टी लगाई, जो कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड है।
बटाला में नहर में डूबा सरपंच:बचाने के लिए कूदे दो साथी, एक का शव बरामद, नहाने के लिए गए थे तीनों
बटाला में नहर में डूबा सरपंच:बचाने के लिए कूदे दो साथी, एक का शव बरामद, नहाने के लिए गए थे तीनों बटाला के गांव अलीवाल में अप्परबारी दोआब नहर में नहाने के लिए गए गांव भरथवाल के सरपंच रणबीर सिंह पानी के तेज बहाव में डूब गए। जिनको बचाने के लिए उसके दो साथी मक्खन उर्फ मखू तथा करतार सिंह ने नहर में छलांग लगा दी, लेकिन पानी का बहाव तेज होने के चलते वह भी पानी में डूब गए। जब आसपास के लोगों ने तीनों को डूबते हुए देखा तो पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने नहर का पानी बंद कराया और गोताखोरों काे बुलाकर तीनों की तलाश शुरू कराई।बताया जा रहा है कि आज सुबह एक व्यक्ति मक्खन सिंह का शव बरामद कर लिया गया है और बाकियों की तलाश जारी है। पानी के तेज बहाव में बहे मृतक के परिजनों ने कहा कि सरपंच और उनके दोनों साथी घर से नहाने के लिए गए थे, लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण तीनों नहर में डूब गए। उन्होंने बताया कि सरपंच के डूबने पर पहले उनके साथियों ने अपनी पगड़ी उतार कर सरपंच को बचाने की कोशिश की, लेकिन जब पगड़ी से बात नहीं बनी तो उन्होंने भी पानी के तेज बहाव में छलांग लगा दी और वह भी डूब गए।
CM मान ने INDI गठबंधन के साथ दिखाई एकजुटता:नीति-आयोग की बैठक का किया बहिष्कार; कारण- बजट में गैर-NDA सरकार राज्यों की अनदेखी
CM मान ने INDI गठबंधन के साथ दिखाई एकजुटता:नीति-आयोग की बैठक का किया बहिष्कार; कारण- बजट में गैर-NDA सरकार राज्यों की अनदेखी आम आदमी पार्टी (AAP) के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने INDI गठबंधन के साथ एकजुटता दिखाते हुए नीति आयोग की बैठक में ना शामिल होने का फैसला किया है। ये बैठक 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली है। इससे पहले कांग्रेस और DMK ने नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने की घोषणा की थी।
बीते दिन ही INDI गठबंधन ब्लॉक ने आरोप लगाया था कि 2024-25 के केंद्रीय बजट में गैर-NDA शासित राज्यों की अनदेखी की गई। जिसके बाद कांग्रेस और DMK ने बहिष्कार करने की घोषणा की थी। AAP प्रवक्ता का कहना है कि वे INDI गठबंधन ब्लॉक के साथ खड़े हैं। जब INDI गठबंधन ब्लॉक ने नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया, तो पंजाब के सीएम भी इससे दूर रहेंगे। गठबंधन से अलग लाइन लेने का कोई मतलब नहीं है। हिमाचल के सीएम सुक्खू भी बैठक में ले रहे भाग सीएम भगवंत मान की तरह ही पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने भी इस बैठक में शामिल ना होने फैसला किया है। इसके अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, कर्नाटक के सिद्धारमैया और तमिलनाडु के एमके स्टालिन बैठक में शामिल नहीं होंगे। सांसद पाठक ने भी दिए संकेत बीते दिन सांसद संदीप पाठक ने एक इंटरव्यू में कहा था कि केंद्र की मोदी सरकार संकीर्ण सोच के साथ राजनीति कर रही है। हमें सरकार को जगाना होगा। उन्हें बताना होगा कि वे जो कर रहे हैं वह गलत है। अगर इस तरह से देश का बजट तैयार किया जाएगा तो देश कैसे प्रगति करेगा? बीते शाम तक हो रही थी तैयारियां मुख्यमंत्री भगवंत मान के बैठक में ना जाने के निर्णय के साथ ही अब CM ऑफिस में तैयारियां भी थम चुकी हैं। जबकि बीती शाम तक राज्य सरकार 27 जुलाई को होने वाली नीति आयोग की बैठक के लिए मुख्यमंत्री के भाषण को तैयार करने में जुटे थे। मुख्यमंत्री बैठक में केंद्र के समक्ष लंबित 10,000 करोड़ रुपये का मुद्दा उठाने वाले थे। जिसमें रूरल डिवेल्पमेंट फंड और मंडी विकास फंड के तकरीबन 6,767 करोड़ रुपये भी शामिल हैं।