उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने और प्रदेश में क्राइम कल्चर पर नकेल कसने में कामयाब हुई योगी सरकार ने अब आजमगढ़ में फॉरेंसिक लैब तथा हाथरस में नए जिला कारागार के निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाई है। योगी सरकार द्वारा योजना विभाग की टेक्निकल सेल को इस कार्य को पूरा कराने का जिम्मा सौंपा गया है। बता दें की आजमगढ़ में 39 करोड़ रुपए से ज्यादा लागत से फॉरेंसिक लैब और हाथरस में 146 करोड़ रुपए से ज्यादा लागत से नए जिला कारागार का निर्माण होना है, ऐसे में इन सभी कार्यों को तय समयावधि में पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए इस पर योगी सरकार का विशेष फोकस है। योजना विभाग की टेक्निकल सेल को सौंपा गया है जिम्मा योजना विभाग की टेक्निकल सेल द्वारा इन कार्यों को पूरा करने के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटेंट (पीएमसी) एजेंसी के निर्धारण के प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। परियोजना के अंतर्गत होने वाले सभी निर्माण कार्य इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट व कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) माध्यम से पूर्ण किए जा रहे हैं। ऐसे में, पीएमसी एजेंसी के निर्धारण के जरिए परियोजना के अंतर्गत होने वाले सभी निर्माण की गुणवत्ता व प्रगति को सुनिश्चित करने और निर्धारित समयावधि में पूरा करने में मदद मिलेगी। इस प्रक्रिया की पूर्ति के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरपीएफ) माध्यम के जरिए आवेदन मांगे गए हैं। 18 महीने में निर्माण कार्यों को करना होगा पूरा दोनों ही परियोजनाओं की पूर्ति के लिए नियुक्त होने वाली पीएमसी एजेंसी को कई महत्वपूर्ण कार्यों को पूर्ण करना होगा। एक ओर, जहां आजमगढ़ में निर्माणाधीन फॉरेंसिक लैब के निर्माण संबंधी आर्किटेक्चरल डिजाइन को कार्यावंटन के उपरांत पीएमसी एजेंसी को 75 दिनों में पूरा करना होगा। आर्किटेक्चरल डिजाइन के पूरा हो जाने के बाद सभी निर्माण कार्यों को 18 महीने में पूरा कर लिया जाएगा। पूरी कार्यावधि के दौरान 36 महीने का डिफेक्ट लाइबेलिटी पीरियड निर्धारित किया गया। इसी प्रकार, हाथरस में निर्माणाधीन नवीन जिला कारागार के लिए कार्यावंटन प्राप्त करने वाली पीएमसी एजेंसी को ये सुनिश्चित करना होगा कि 18 महीनों में सभी निर्माण कार्यों को पूरी गुणवत्ता अनुरूप पूरा कर लिया जाए। इस दौरान पीएमसी एजेंसी को सुपरविजन एजेंसी के तौर पर कार्य करना होगा तथा परियोजना के अंतर्गत 36 महीने का डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड निर्धारित किया गया है। कई प्रकार के निर्माण कार्यों को करना होगा पूरा पीएमसी एजेंसी को दोनों ही परियोजना के अंतर्गत होने वाले सभी निर्माण कार्यों की रिपोर्टिंग व मॉनिटरिंग प्रक्रिया को पूरा करना होगा। उसे ये सुनिश्चित करना होगा कि दोनों ही परियोजनाओं में इस दौरान रचनात्मक इनडोर स्पेसेस के निर्माण, उचित स्थान नियोजन के साथ ही यहां की जरूरतों के अनुसार विभिन्न कार्यात्मक आवश्यकताओं को पूर्ण किया जाए। कम रखरखाव के साथ ही उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए विद्युत, यांत्रिक और अन्य सेवाओं के एकीकृत डिजाइन पर काम करना होगा। पर्यावरण के मानकों के पालन के साथ ही हरित भवन, उत्तम वेंटिलेशन, जलवायु अनुकूल वास्तुकला, अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण, जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के साथ जल और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसी तमाम प्रक्रियाओं को भी एजेंसी की देखरेख में पूर्ण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने और प्रदेश में क्राइम कल्चर पर नकेल कसने में कामयाब हुई योगी सरकार ने अब आजमगढ़ में फॉरेंसिक लैब तथा हाथरस में नए जिला कारागार के निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाई है। योगी सरकार द्वारा योजना विभाग की टेक्निकल सेल को इस कार्य को पूरा कराने का जिम्मा सौंपा गया है। बता दें की आजमगढ़ में 39 करोड़ रुपए से ज्यादा लागत से फॉरेंसिक लैब और हाथरस में 146 करोड़ रुपए से ज्यादा लागत से नए जिला कारागार का निर्माण होना है, ऐसे में इन सभी कार्यों को तय समयावधि में पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए इस पर योगी सरकार का विशेष फोकस है। योजना विभाग की टेक्निकल सेल को सौंपा गया है जिम्मा योजना विभाग की टेक्निकल सेल द्वारा इन कार्यों को पूरा करने के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटेंट (पीएमसी) एजेंसी के निर्धारण के प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। परियोजना के अंतर्गत होने वाले सभी निर्माण कार्य इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट व कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) माध्यम से पूर्ण किए जा रहे हैं। ऐसे में, पीएमसी एजेंसी के निर्धारण के जरिए परियोजना के अंतर्गत होने वाले सभी निर्माण की गुणवत्ता व प्रगति को सुनिश्चित करने और निर्धारित समयावधि में पूरा करने में मदद मिलेगी। इस प्रक्रिया की पूर्ति के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरपीएफ) माध्यम के जरिए आवेदन मांगे गए हैं। 18 महीने में निर्माण कार्यों को करना होगा पूरा दोनों ही परियोजनाओं की पूर्ति के लिए नियुक्त होने वाली पीएमसी एजेंसी को कई महत्वपूर्ण कार्यों को पूर्ण करना होगा। एक ओर, जहां आजमगढ़ में निर्माणाधीन फॉरेंसिक लैब के निर्माण संबंधी आर्किटेक्चरल डिजाइन को कार्यावंटन के उपरांत पीएमसी एजेंसी को 75 दिनों में पूरा करना होगा। आर्किटेक्चरल डिजाइन के पूरा हो जाने के बाद सभी निर्माण कार्यों को 18 महीने में पूरा कर लिया जाएगा। पूरी कार्यावधि के दौरान 36 महीने का डिफेक्ट लाइबेलिटी पीरियड निर्धारित किया गया। इसी प्रकार, हाथरस में निर्माणाधीन नवीन जिला कारागार के लिए कार्यावंटन प्राप्त करने वाली पीएमसी एजेंसी को ये सुनिश्चित करना होगा कि 18 महीनों में सभी निर्माण कार्यों को पूरी गुणवत्ता अनुरूप पूरा कर लिया जाए। इस दौरान पीएमसी एजेंसी को सुपरविजन एजेंसी के तौर पर कार्य करना होगा तथा परियोजना के अंतर्गत 36 महीने का डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड निर्धारित किया गया है। कई प्रकार के निर्माण कार्यों को करना होगा पूरा पीएमसी एजेंसी को दोनों ही परियोजना के अंतर्गत होने वाले सभी निर्माण कार्यों की रिपोर्टिंग व मॉनिटरिंग प्रक्रिया को पूरा करना होगा। उसे ये सुनिश्चित करना होगा कि दोनों ही परियोजनाओं में इस दौरान रचनात्मक इनडोर स्पेसेस के निर्माण, उचित स्थान नियोजन के साथ ही यहां की जरूरतों के अनुसार विभिन्न कार्यात्मक आवश्यकताओं को पूर्ण किया जाए। कम रखरखाव के साथ ही उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए विद्युत, यांत्रिक और अन्य सेवाओं के एकीकृत डिजाइन पर काम करना होगा। पर्यावरण के मानकों के पालन के साथ ही हरित भवन, उत्तम वेंटिलेशन, जलवायु अनुकूल वास्तुकला, अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण, जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के साथ जल और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसी तमाम प्रक्रियाओं को भी एजेंसी की देखरेख में पूर्ण किया जाएगा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कांग्रेस के पूर्व MLA ने पार्टी छोड़ी:बोले- मुझे जलील किया, रुपए लेकर टिकट बांटे; तंवर पर गाली का आरोप लगाकर इस्तीफा दे चुके
हरियाणा कांग्रेस के पूर्व MLA ने पार्टी छोड़ी:बोले- मुझे जलील किया, रुपए लेकर टिकट बांटे; तंवर पर गाली का आरोप लगाकर इस्तीफा दे चुके हरियाणा के सोनीपत में आज कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के राई से पूर्व विधायक एवं पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के करीबी रहे जयतीर्थ दहिया ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने आरोप लगाए कि राई की टिकट में पैसों का लेनदेन हुआ है। वह चुनाव के बाद अब आगे का फैसला लेंगे। समर्थकों को उनका संदेश पहुंच गया है कि वह अब कांग्रेस में नहीं हैं। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष को भेजा गया जयतीर्थ का इस्तीफा… 2 बार राई के विधायक रहे
जयतीर्थ दहिया राई विधानसभा सीट से वर्ष 2009 और 2014 में लगातार 2 बार कांग्रेस के विधायक रहे हैं। उनके पिता चौधरी रिजक राम दहिया 1972 में कांग्रेस की टिकट पर और 1977 में जनता पार्टी की टिकट पर विधायक बने। वह मंत्री भी रहे। जयतीर्थ ने 3 दशकों से ज्यादा समय तक सोनीपत कोर्ट में वकालत की। 2014 के चुनाव में इनेलो के इंद्रजीत से मात्र 3 वोटों से चुनाव जीते थे। 5 साल पहले उन्होंने अशोक तंवर पर गाली देने का आरोप लगा कर इस्तीफा दे दिया था। इस बार उन्हें टिकट नहीं मिली। मैं टिकट का प्रबल दावेदार था
जयतीर्थ दहिया ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘यह तो पता ही है कि हमारे चुनाव आए हुए हैं। यह भी कि मैं राई हलके से विधायक रहा हूं और टिकट का प्रबल दावेदार था। मुझे जिस तरीके जलील कर पार्टी ने टिकट नहीं दिया, मैंने आज अपना त्यागपत्र डाक से पार्टी आलाकमान को भेज दिया है। यह ठीक है कि 2009 में मैं भूपेंद्र हुड्डा के सहयोग से विधायक बना था।’ कांग्रेस की हवा हुई खराब
उन्होंने कहा, ‘आज के दिन जो हालात चल रहे हैं, जिस तरीके से पैसों का लेनदेन हुआ है, पैसों से ही टिकट बांटे गए हैं, उससे मैं समझता हूं कि पार्टी की जो हवा थी, उस पर काफी असर पड़ा है। कांग्रेस ने मेरी अनदेखी की है। विधानसभा में जहां तक मुझे पता है, पैसों का खूब लेन-देन हुआ है। पैसे के आधार पर टिकट बांटे गए हैं। फिलहाल मैंने पार्टी छोड़ दी है। जलालत बर्दाश्त नहीं कर सका
जयतीर्थ दहिया ने कहा, ‘जिस तरह से मुझे जलील किया गया है, मैं उसे बर्दाश्त नहीं कर सका। मेरी टिकट कटवाने में, मुझे जलील करने में, पार्टी की हवा खराब करने में रुपयों का रोल है। मेरे साथ वही हुआ है, जो बरोदा हलके में डॉ. कपूर नरवाल के साथ हुआ। यह भी पढ़ें… हरियाणा में पूर्व कांग्रेस MLA का विवादित बयान:कहा- चमड़ी-दमड़ी के आधार पर टिकट बांटे; पार्टी ने पराग शर्मा को उम्मीदवार बनाया हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट न मिलने से नाराज निर्दलीय उम्मीदवार शारदा राठौर ने चुनाव प्रचार के दौरान एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि राज्य में टिकट चमड़ी और दमड़ी के दम पर बांटे गए हैं। पूरी खबर पढ़ें…
हाथियों की चुनौती से जूझ रहा लखीमपुर:नेपाल से आकर सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद करते हैं हाथी; रसीला गन्ना ज्यादा पसंद करते हैं
हाथियों की चुनौती से जूझ रहा लखीमपुर:नेपाल से आकर सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद करते हैं हाथी; रसीला गन्ना ज्यादा पसंद करते हैं 7,880 वर्ग किलोमीटर में फैला यूपी का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर अब हाथियों की चुनौती से जूझ रहा है। नेपाल के शुक्ला फाटा जंगल से आने वाले ये हाथी गन्ने और धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाते हैं। वहीं, रोकने या भगाने की कोशिश करने पर ये हमला कर देते हैं। हाथियों ने पिछले साल 2 लोगों को पटककर मार डाला। कई लोग हमले में घायल भी हुए। पहले ये हाथी 30 से 50 दिन तक रहते थे और वापस चले जाते थे। अब फरवरी-मार्च तक यहीं रहते हैं। हाथियों ने तमाम घरों को भी नुकसान पहुंचाया। जिनका नुकसान हुआ उन्होंने वन विभाग को लिखकर दिया, लेकिन सालभर बाद भी मुआवजा नहीं मिला। दैनिक भास्कर की टीम ने लखीमपुर में हाथियों पर स्टोरी की। एक्सपर्ट्स से जाना हाथी नेपाल से करीब 50 किलोमीटर की दूरी तय कर इन इलाकों में क्यों आते हैं? इसलिए बढ़ी चिंता : 10 से ज्यादा हाथियों का झुंड दिखा 12 सितंबर को हाथियों का एक झुंड मैलानी-भीरा रेलवे ट्रैक पार कर लखीमपुर में आ गया। हाथियों के इस झुंड में 10 से ज्यादा हाथी हैं। इसमें कई बहुत छोटे हैं। ये हाथी अभी मैलानी वन रेंज के जंगल में हैं। हाथियों से जुड़ा वीडियो सामने आया तो किसान परेशान हो गए। वन विभाग ने लोगों से कह दिया कि हाथियों के झुंड से दूर रहें। अगर वह खेतों की तरफ बढ़ते हैं तो उन खेतों में न जाएं। ऐसा आदेश इसलिए क्योंकि हाथियों के साथ उनके बच्चे हैं। दरअसल अपने बच्चों पर खतरा लगने पर हाथी कभी भी हमला कर सकते हैं। हम जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर कुंभी ब्लॉक के बिहारीपुर फार्म गांव पहुंचे। यहां गन्ने और धान की अच्छी फसल होती है। पिछले साल इस इलाके में हाथियों ने सबसे ज्यादा उत्पात मचाया था। सैकड़ों एकड़ गन्ने और धान की फसल बर्बाद कर दी थी। इस साल भी यहां गन्ने और धान की खेती हो रही है। धान में फूल आ गए हैं। हालांकि, गन्ना अभी कच्चा है। हमारी मुलाकात यहां सबसे पहले सुखविंदर सिंह से हुई। वह कहते हैं, पिछले 5 सालों से हम हाथियों से बहुत परेशान हैं। हर बार 24-25 सितंबर को हमारे इलाके में पहुंच आते हैं। इनके झुंड में 25-30 हाथी होते हैं। पूरा गांव रातभर जागकर हाथियों को भगाने की कोशिश में लगा रहता है। पिछले साल यहां एक व्यक्ति को कुचलकर मार डाला था। हमले में एक व्यक्ति का पैर टूट गया था। हम लोग ट्रैक्टर से जाते हैं, बड़ी संख्या में रहते हैं, इसलिए हाथी हम पर हमला नहीं कर पाते। इसी गांव के जगतार सिंह कहते हैं, हाथियों ने पिछले 3 सालों में जितना नुकसान किया, उतना पहले कभी नहीं हुआ। जब सर्दी शुरू हो जाती है और कोहरे के चलते कुछ नहीं दिखता तब ये हाथी खेतों में पूरा-पूरा दिन गन्ना खाते हैं। पिछले साल मैं खेत में खड़ा था। कोहरे के चलते कुछ दिखा नहीं लेकिन पत्तियों की आहट से पीछे देखा तो एक हाथी बिल्कुल पीछे खड़ा था। मैं भागता नहीं तो वह मुझे उठाकर फेंक देता। जगतार सिंह पिछले साल की एक और घटना बताते हैं। वह कहते हैं, मेरे खेत के पास एक घना जंगल था। वहां कोई दिन में भी नहीं जाता था। पास में ही एक तालाब है, उसी में हाथी का बच्चा गिर गया। इससे गुस्साए हाथियों ने सारा जंगल खत्म कर दिया। वहां बहुत सारे पेड़ तोड़ दिए। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि वहां एकदम खाली-खाली हो गया है। वहीं, सुखविंदर सिंह नुकसान को लेकर कहते हैं, मेरा 2 एकड़ गन्ना पिछले साल हाथियों ने खत्म कर दिया था। पूरे इलाके में 500 एकड़ से ज्यादा गन्ने की फसल और 100 एकड़ धान की फसल बर्बाद होती है। लेखपाल और अधिकारी नुकसान के बारे में लिखकर ले जाते हैं। लेकिन 3-4 साल से किसी को एक रुपए मुआवजा नहीं मिला। अब हमारे सामने कुछ सवाल थे यहां 18-85 क्वालिटी का गन्ना इसलिए ज्यादा आते हैं हाथी
हाथियों के लखीमपुर आने की एक बड़ी वजह हमें बिहारीपुर फार्म गांव के युवा जसवीर सिंह से पता चली। हमने कहा ये जगह नेपाल सीमा से करीब 30-40 किमी दूर है। रास्ते में गन्ने के तमाम खेत हैं फिर हाथी यहीं क्यों आते हैं? जसवीर कहते हैं, हमारे यहां गन्ने की 18 और 85 क्वालिटी लगाई जाती है। बाकी गन्नों के मुकाबले यह ज्यादा रसीला और मीठा होता है। इसलिए हाथियों को यह ज्यादा पसंद आता है। इस इलाके में करीब 300 एकड़ में ये क्वालिटी बोई जाती है। हमें गन्ने की खेती के जानकारों ने बताया कि इस क्वालिटी के गन्ने में कीड़ा नहीं लगता। मीठा होने के साथ ही इसकी पैदावार ज्यादा होती है। प्रति हेक्टेयर 70 टन तक पैदावार है। यही वजह है कि किसान इसकी बुआई ज्यादा करते हैं। जसवीर सिंह से हमें हाथियों के आने की एक वजह तो पता चल गई, लेकिन फिर भी हम इस बारे में एक्सपर्ट्स से जानना चाहते थे। सारे सवालों के जवाब के लिए हमने दुधवा नेशनल पार्क के पूर्व फील्ड डायरेक्टर, वन निगम के मौजूदा प्रबंधक संजय पाठक और दुधवा रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर ललित वर्मा से बात की। एक जगह रहेंगे तो खाने का संकट होगा : संजय पाठक कहते हैं, ये हाथी नेपाल के शुक्ला फाटा जंगल से आते हैं। इनका भोजन हैवी है, अगर यह एक जगह ही रहेंगे तो वहां इनके लिए खाने का संकट हो जाएगा। यही वजह है कि भोजन की तलाश में यह लखीमपुर आते हैं। ललित वर्मा का भी यही मानना है। उनका कहना है शुक्ला फाटा जंगल में जब भोजन-पानी की दिक्कत हो जाती है तो ये इधर का रुख करते हैं। यहां गन्ने और धान की फसल तैयार हो जाती है, इसलिए हाथियों का झुंड यहां आ जाता है। हाथी एकबार देख लेगा तो 10 साल नहीं भूलेगा : रेकी करने के सवाल पर संजय पाठक कहते हैं, इसमें टस्कर होते हैं। ये अपने झुंड के सबसे अनुभवी हाथी होते हैं। फीमेल भी हो सकती हैं। ये सबसे पहले जंगल से निकलकर लखीमपुर आते हैं। जब इस चीज को लेकर आश्वस्त हो जाते हैं कि यहां सबकुछ अच्छा है तो झुंड को साथ लेकर आते हैं। जानवरों में हाथी की याद्दाश्त सबसे अच्छी होती है। इसलिए अगर कोई हाथी एकबार भी इधर आ गया तो उसे रास्ता याद रहता है। दुधवा रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर ललित वर्मा का कहना है कि रास्तों को लेकर हाथी को कन्फ्यूजन नहीं होता, क्योंकि उनकी मेमोरी बहुत तेज होती है। 10 साल पहले भी अगर हाथी किसी को एक बार देखा है तो उसे दोबारा देखते ही पहचान लेगा। खतरा देख हमला करते हैं हाथी : हाथी के हमले को लेकर संजय पाठक कहते हैं, हाथी का अपना एक रूट होता है। अगर उस रूट को बंद कर दिया जाए या फिर वहां निर्माण कर दिया जाए तो संभव है कि हाथियों का झुंड उसे तोड़ देगा। आमतौर पर ये लोगों पर हमला नहीं करते। लेकिन जैसे ही इन्हें अपने व अपने बच्चों पर खतरा लगेगा, ये इंसान पर हमला कर देंगे। गणेश चतुर्थी का हाथियों से क्या कनेक्शन? : तमाम जगहों पर कहा जाता है कि गणेश चतुर्थी पर हाथी लखीमपुर आते हैं। हमने संजय पाठक से पूछा कि क्या हाथियों के भारत में आने के धार्मिक पहलू भी हैं? वह कहते हैं, धर्म और त्योहार से हाथियों को कोई मतलब नहीं है। चूंकि, लोग हाथी को भगवान गणेश से जोड़कर देखते हैं, इसलिए वह इस महीने पड़ने वाले गणेश चतुर्थी से जोड़ देते हैं। ललित वर्मा भी कहते हैं कि हाथियों के आने की कोई डेट नहीं फिक्स होती है। पिछले साल जल्दी आ गए थे। इस बार जो दिखे भी हैं, वे पूरी संख्या नहीं है। ये भी पढ़ें… PM आवास योजना से घर बनवाया…बाढ़ में तबाह:लखीमपुर में शारदा नदी में समाए घर-खेत लखीमपुर जिले का बेला सिकटिया गांव। रिंकी को पिछले साल प्रधानमंत्री आवास मिला था। उनके पति सर्वेश मजदूरी करते हैं। दोनों ने मेहनत करके घर बनवाया। 1 साल भी नहीं रह पाए और घर बर्बाद हो गया। रात में बाढ़ के चलते घर छोड़कर भागना पड़ा। कमरे की फर्श बाढ़ के पानी में बह गई। रिंकी अब दूसरे के घर में रह रही हैं। वह कहती हैं- थोड़ी सी जमीन थी उसे भी बेच दिया, ताकि घर अच्छा बन जाए, लेकिन वह भी अब नहीं रहेगा। असल में रिंकी के घर से शारदा नदी सिर्फ 10 मीटर रह गई है। जिस गति से कटान हो रहा, उससे लग रहा कि अगले 15 दिन में यह घर भी नदी में समा जाएगा। पढ़ें पूरी खबर…
न्यूज इन ब्रीफ@11AM:हरियाणा-पंजाब में वर्ल्ड कप जीत का जश्न, रोहित शर्मा ने पिच की मिट्टी चखी; सिख युवती को परीक्षा देने से रोका
न्यूज इन ब्रीफ@11AM:हरियाणा-पंजाब में वर्ल्ड कप जीत का जश्न, रोहित शर्मा ने पिच की मिट्टी चखी; सिख युवती को परीक्षा देने से रोका नमस्कार, आइए जानते हैं सुबह 11 बजे तक की हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, चंडीगढ़ सहित देश और दुनिया की 10 बड़ी खबरें… 1. हरियाणा-पंजाब में टीम इंडिया की जीत का जश्न, जमकर आतिशबाजी हुई
भारत ने 17 साल बाद टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर लिया है। भारतीय टीम ने 7 रन से साउथ अफ्रीका की टीम को फाइनल में हरा दिया। एक समय ऐसा लग रहा था कि साउथ अफ्रीका की टीम 177 रन का टारगेट आसानी से चेज कर लेगी, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने साउथ अफ्रीका के हाथों से जीत छीन ली। टीम इंडिया की जीत के बाद देशभर की तरह हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और हिमाचल में भी जश्न मनाया गया। लोगों ने डांस किया और दिवाली की तरह पटाखे छुड़ाए।
पूरी खबर पढ़ें… 2. बारबाडोस में रोहित ने जीत का झंडा गाड़ा: पिच की मिट्टी चखी, विराट के गले लगकर रोए
टीम इंडिया के टी-20 वर्ल्ड कप जीतने का जश्न बारबाडोस से भारत तक मनाया जा रहा है। मैच जीतने के बाद कप्तान रोहित अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाए। जमीन पर हाथ पटकने लगे। विराट के गले लगकर रोए। हार्दिक पंड्या का गाल चूमा और गले लगा लिया। इसके बाद तिरंगे को मैदान में गाड़ा। मैदान से जाते-जाते रोहित ने पिच की मिट्टी को भी चखा। भारत ने 2007 के बाद दूसरी बार टी-20 वर्ल्डकप जीता है।
पढ़ें पूरी खबर… 3. हरियाणा में 6 हजार पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती होगी
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने 6 हजार पदों पर पुलिस कांस्टेबल की भर्तियां करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 8 जुलाई तक आवेदन किया जा सकता है। खास बात यह है कि जो युवक पहले आवेदन कर चुके हैं, उन्हें दोबारा आवेदन की जरूरत नहीं है। 5 हजार पुरुष कांस्टेबल और एक हजार महिला कांस्टेबल के लिए भर्ती की जाएगी। इसके लिए उम्मीदवार का 12वीं पास होना जरूरी है और उम्र 18 से 25 साल के बीच होनी चाहिए।
पढ़ें पूरी खबर… 4. वर्ल्ड कप जिताकर रोहित-विराट का टी-20 से रिटायरमेंट, कोहली प्लेयर ऑफ द फाइनल
वर्ल्डकप जिताकर रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टी-20 इंटरनेशनल से रिटायरमेंट ले लिया। मैच के बाद दोनों खिलाड़ियों ने कहा- यह भारत के लिए उनका आखिरी टी-20 मैच था। विराट कोहली ने भारत के लिए 125 टी-20 खेले। उन्होंने इनमें 48.69 की औसत और 137.04 के स्ट्राइक रेट से 4188 रन बनाए। रोहित ने भारत के लिए 159 टी-20 खेले। इनमें करीब 32 की औसत और 141 के स्ट्राइक रेट से 4231 रन बनाए। वह इस फॉर्मेट के टॉप रन स्कोरर हैं।
पढ़ें पूरी खबर… 5. हरियाणा की सिख युवती को न्यायिक परीक्षा देने से रोका, कृपाण को लेकर विवाद
राजस्थान में एक गुरसिख लड़की लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित न्यायिक परीक्षा में इसलिए शामिल नहीं हो पाई, क्योंकि उसने कक्कड़ कृपाण पहन रखी थी। शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा गुरसिख लड़की से कृपाण उतारने को कहने और उसे परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से रोकने का विरोध किया है। सुखबीर बादल ने जिस गुरसिख लड़की का मामला उठाया है, वह अंबाला कैंट हरियाणा की रहने वाली है।
पढ़ें पूरी खबर… 6. NEET-PG एग्जाम डेट्स का ऐलान दो दिन में, 22 जून को कैंसिल हुआ था एग्जाम
नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) दो दिन के भीतर NEET-PG यानी एंट्रेंस टेस्ट फॉर पोस्ट ग्रेजुएशन की तारीख घोषित कर देगा। यह बात केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने चंडीगढ़ में कही। इससे ठीक एक दिन पहले NTA UGC-NET, CSIR-NET, NCET की डेट्स डिक्लेयर कर चुका है। दरअसल 23 जून को होने वाली NEET-PG परीक्षा को एक दिन पहले यानी 22 जून को कैंसिल कर दिया गया था। ये फैसला NEET-UG पेपर लीक के बाद लिया गया था।
पढ़ें पूरी खबर… 7. गोल्डन टेंपल योगा गर्ल के नोटिस पीरियड के आज अंतिम दिन, पंजाब आकर जवाब देना होगा
अमृतसर के गोल्डन टेंपल में योग करने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना को पंजाब पुलिस की तरफ से दिया गया नोटिस पीरियड आज खत्म हो रहा है। नोटिस के अनुसार, उन्हें आज अमृतसर के थाना ई-डिवीजन में पहुंचकर जवाब देना है। इस पर अर्चना घोषणा कर चुकी हैं कि अगर SGPC शिकायत वापस नहीं लेगी तो वह जवाब देने के लिए तैयार हैं।
पढ़ें पूरी खबर.. 8. साल में दो बार CBSE बोर्ड परीक्षा पर मंजूरी, 2025-26 से लागू होगी योजना
कक्षा 10 और 12 की साल में दो बार बोर्ड परीक्षा कराने की योजना पर सहमति बन गई है। यह परीक्षा जनवरी और अप्रैल में हुआ करेगी। केंद्र अगले सत्र 2025-26 से सीबीएसई में नया पैटर्न लागू करने की तैयारी में है। नए पैटर्न की पहली बोर्ड परीक्षा जनवरी 2026 और इसी सत्र की दूसरी परीक्षा अप्रैल 2026 में होगी। छात्रों के पास दोनों परीक्षा में शामिल होने का विकल्प होगा। छात्र चाहें तो दोनों या किसी एक परीक्षा में सुविधानुसार बैठ सकेंगे।
पढ़ें पूरी खबर… 9. महेंद्रगढ़ में यू-टर्न लेती बाइक को कार ने टक्कर ने मारी, एक की मौत
हरियाणा के महेंद्रगढ़ के कुक्सी पेट्रोल पंप के सामने बने कट पर एक स्कोडा कार ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। इसमें 1 युवक की मौत हो गई, जबकि 2 अन्य घायल हो गए। मृतक के चाचा की शिकायत पर सदर थाना पुलिस ने आरोपी कार ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पढ़ें पूरी खबर… 10. इराक की अल-नूरी मस्जिद में 5 बम मिले, आतंकियों ने दीवार में गाड़े थे; इनका वजन 1.5 किलो
इराक के उत्तरी शहर मोसुल की अल-नूरी मस्जिद में 5 बड़े बम बरामद हुए हैं। आतंकी संगठन ISIL (ISIS की शाखा) ने ये बम दीवार में छुपा रखे थे। अलजजीरा के मुताबिक, इन बमों का वजन 1.5 किलोग्राम है। इनमें से एक को दीवार से निकाल दिया गया है, जबकि बाकी बमों को हटाने की कोशिश की जा रही है। 2017 में तबाह हुई मस्जिद को दोबारा बनाने में जुटे UNESCO ने बताया कि बम बाद में बनाई गई एक दीवार में लगाए गए थे।
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