प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील ठुकरा कर साल 2022 में बागी होकर हिमाचल के फतेहपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले भाजपा नेता कृपाल परमार ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर पर सोमवार को बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा- जब हिमाचल यूनिवर्सिटी में कम्युनिस्टों का दबदबा होता था और मौत का भी डर रहता था। उन्होंने ऐसे वक्त में जेपी नड्डा का साथ दिया। मगर राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही नड्डा दोस्ती भूल गए, जबकि नड्डा उनके क्लास मेट और दोस्त रहे हैं। अपनी पार्टी का गठन करेंगे: परमार परमार ने कहा कि वह अगले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी का गठन करेंगे। उन्होंने कहा- भाजपा एक-एक कर अनुशासनहीनता के नाम पर नेताओं को पार्टी से बाहर कर रही है। ऐसे नेता मिलकर भारतीय जनता पार्टी को पार्टी बनाकर औकात दिखाएंगे। नड्डा-जयराम के कारण उप चुनाव, शर्मनाक घटना परमार ने कहा कि प्रदेश में हो रहे तीन विधानसभा उप चुनाव (नालागढ़, देहरा और हमीरपुर) जेपी नड्डा और जयराम ठाकुर की देन है। यह घटना प्रदेश के लिए शर्मनाक है। दोनों नेताओं को इन चुनाव की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने सुखविंदर सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाने के लिए जयराम ठाकुर का भी धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर उन्हें निपटाने के चक्कर में पूरी सरकार ही निपाट गए हैं। पीएम के साथ उनका ऑडियो झूठा परमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मेरे साथी है। पिछले विधानसभा चुनाव में उनकी प्रधानमंत्री के साथ बात का एक ऑडियो वायरल किया गया, जिसे एडिट करके बनाया गया। बता दें कि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कृपाल परमार बागी हो गए थे। तब इनका प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत का एक कथित ऑडियो भी वायरल हुआ, जिसमे परमार मोदी के मनाने के बावजूद चुनाव लड़ने से नहीं माने और फतेहपुर सीट से चुनाव लड़ा। इसके बाद से ही परमार बीजेपी से निष्कासित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील ठुकरा कर साल 2022 में बागी होकर हिमाचल के फतेहपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले भाजपा नेता कृपाल परमार ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर पर सोमवार को बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा- जब हिमाचल यूनिवर्सिटी में कम्युनिस्टों का दबदबा होता था और मौत का भी डर रहता था। उन्होंने ऐसे वक्त में जेपी नड्डा का साथ दिया। मगर राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही नड्डा दोस्ती भूल गए, जबकि नड्डा उनके क्लास मेट और दोस्त रहे हैं। अपनी पार्टी का गठन करेंगे: परमार परमार ने कहा कि वह अगले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी का गठन करेंगे। उन्होंने कहा- भाजपा एक-एक कर अनुशासनहीनता के नाम पर नेताओं को पार्टी से बाहर कर रही है। ऐसे नेता मिलकर भारतीय जनता पार्टी को पार्टी बनाकर औकात दिखाएंगे। नड्डा-जयराम के कारण उप चुनाव, शर्मनाक घटना परमार ने कहा कि प्रदेश में हो रहे तीन विधानसभा उप चुनाव (नालागढ़, देहरा और हमीरपुर) जेपी नड्डा और जयराम ठाकुर की देन है। यह घटना प्रदेश के लिए शर्मनाक है। दोनों नेताओं को इन चुनाव की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने सुखविंदर सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाने के लिए जयराम ठाकुर का भी धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर उन्हें निपटाने के चक्कर में पूरी सरकार ही निपाट गए हैं। पीएम के साथ उनका ऑडियो झूठा परमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मेरे साथी है। पिछले विधानसभा चुनाव में उनकी प्रधानमंत्री के साथ बात का एक ऑडियो वायरल किया गया, जिसे एडिट करके बनाया गया। बता दें कि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कृपाल परमार बागी हो गए थे। तब इनका प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत का एक कथित ऑडियो भी वायरल हुआ, जिसमे परमार मोदी के मनाने के बावजूद चुनाव लड़ने से नहीं माने और फतेहपुर सीट से चुनाव लड़ा। इसके बाद से ही परमार बीजेपी से निष्कासित है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल विधानसभा पहली बार पहुंची CM की पत्नी:मुख्यमंत्री को बोले सत्ती-हम चाहते हैं कि आप पर हमले न हो, भाभी को बुरा लग जाएगा
हिमाचल विधानसभा पहली बार पहुंची CM की पत्नी:मुख्यमंत्री को बोले सत्ती-हम चाहते हैं कि आप पर हमले न हो, भाभी को बुरा लग जाएगा हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी एवं देहरा से कांग्रेस विधायक कमलेश ठाकुर आज पहली बार विधानसभा पहुंची। भारतीय जनता पार्टी के ऊना से विधायक सत्तपाल सत्ती ने कमलेश ठाकुर को सदन में देख मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर तंज कसते हुए कहा, अब भाभी जी सदन के अंदर बैठे हैं। सत्तपाल सत्ती ने कहा, हम नहीं चाहते कि आप पर हमले हो और भाभी जी को बुरा लग जाए। भाभी जी को ऐसा न लगे कि सदन में नहीं जाना। इसलिए सत्ता पक्ष को बढ़ा मन रखना होगा। सत्ती की इस बात पर सदन में सभी सदस्य ने हंसी के खूब ठहाके लगाए। स्पीकर ने किया कमलेश का स्वागत सत्तपाल सत्ती के बाद स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने पहली बार सदन में पहुंची कमलेश ठाकुर का स्वागत किया। स्पीकर ने मुख्यमंत्री को मजाकिया अंदाज में कहा, क्या आप भी पत्नी से डरते हैं। इसके बाद सदन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू विधानसभा में बोलने के लिए खड़े हुए। उन्होंने भी स्पीकर मजाकिया अंदाज में कहा, आप मुझे पत्नी का नाम लेकर डराने की कोशिश न करें। देहरा से उप चुनाव जीतकर आईं कमलेश बता दें कि कमलेश ठाकुर देहरा से विधानसभा उप चुनाव जीतकर आई हैं। आज वह पहली बार विधानसभा पहुंची हैं। कमलेश ठाकुर सुबह मुख्यमंत्री सुक्खू के साथ गाड़ी में विधानसभा पहुंची। सदन में वह लाहौल स्पीति से महिला विधायक अनुराधा राणा के साथ बैठी। पति-पत्नी पहली बार एक साथ विधानसभा पहुंचे हिमाचल में यह पहला अवसर है जब पत्नी और पत्नी एक साथ विधानसभा में नजर आए। इससे पहले पिता-पुत्र के तौर पर वीरभद्र सिंह और विक्रमादित्य सिंह जरूर विधानसभा में एक साथ बैठे हैं। मगर पत्नी-पत्नी पहली बार सदन में एक साथ चुन कर आए हैं।
अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से मिले राहुल गांधी:दिग्विजय के भाई लक्ष्मण सिंह ने कहा वे भारत विरोधी से मिले, BJP ने दिग्गी को घेरा
अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से मिले राहुल गांधी:दिग्विजय के भाई लक्ष्मण सिंह ने कहा वे भारत विरोधी से मिले, BJP ने दिग्गी को घेरा कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी। इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिन पर विवाद हो गया है। यात्रा के दौरान उनकी अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से मुलाकात हुई। इस मुलाकात की फोटो को X पर शेयर करते हुए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने आपत्ति जताई है। लक्ष्मण सिंह ने X पर लिखा लोकसभा में नेता विरोधी दल राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा विवादों में घिरती नजर आ रही है। उन्होंने भारत विरोधी अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से भी मुलाकात की है। बस करो नेताजी बहुत हो गया। बीजेपी का सवाल- अब दिग्विजय सिंह इस पर जवाब दें
लक्ष्मण सिंह के ट्वीट पर बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा- राहुल गांधी की भारत विरोधी और भारत को बदनाम करने वाली यात्रा पर अब तो कांग्रेसी ही सवाल उठा रहे हैं और विशेषकर जब दिग्विजय सिंह के भाई सवाल उठाएं तो सवाल लाजमी है कि दिग्विजय इस पर क्या सोचते हैं। देश को बदनाम करने का षडयंत्र और विदेशी मंचों पर देश में आ रहे निवेश को भ्रमित करने का जो कांग्रेस का प्रयास है उसका चौतरफा विरोध हो रहा है। अब जानिए कौन हैं इल्हान उमर?
इल्हान उमर अमेरिकी सांसद हैं। वह 2019 से अमेरिकी कांग्रेस की डेमोक्रेट सदस्य हैं। वे पहली अफ्रीकी शरणार्थी हैं जो चुनाव जीतकर अमेरिकी संसद पहुंचीं। वे संसदीय सीट पर चुनाव जीतने वाली पहली अश्वेत महिला भी हैं। वे अमेरिकी संसद पहुंचने वाली पहली दो मुस्लिम-अमेरिकी महिलाओं में भी शामिल हैं। वह अमेरिका में अपने इजराइल विरोधी रुख की वजह से जानी जाती हैं। इनसे हुई राहुल गांधी की मुलाकात
X पर कांग्रेस के ऑफिशियल अकाउंट से शेयर की गई तस्वीरों के मुताबिक राहुल गांधी की यह मुलाकात वॉशिंगटन डीसी में रेबर्न हाउस ऑफिस बिल्डिंग में हुई। इस बैठक की मेजबानी कांग्रेसमैन ब्रेडली जेम्स शर्मन ने की। इस प्रतिनिधिमंडल में इल्हान उमर के अलावा सीनेटर जोनाथन जैकसन, सीनेटर रो खन्ना, सीनेटर राजा कृष्णमूर्ति, सीनेटर बारबरा ली, सीनेटर, श्री थानेदार, जीसस जी. गार्सिया, सीनेटर हैंक जॉनसन और जैन स्काकोवस्की शामिल हैं। भारत विरोधी कही जाती हैं इल्हान
इल्हान को उनके भारत विरोधी विचारों के लिए जाना जाता है। उन्होंने पीएम मोदी के अमेरिकी संसद में दिए गए भाषण का बहिष्कार भी किया था। बता दें कि इल्हान उमर भारत के खिलाफ कई बार विदेशी मंचों से आलोचना कर चुकी हैं। वे भारत को अल्पसंख्यक विरोधी भी बता चुकी हैं। एक बयान में बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधते हुए इल्हान उमर ने कहा था कि भारत में लंबे समय से मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने तब यहां तक कह दिया था कि भारत में मुस्लिम होना अपराध जैसा है।
इल्हान ने साल 2022 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) का दौरा किया था। उसी दौरे को लेकर अमेरिका की सालाना रिपोर्ट से पता चला था कि पाकिस्तान ने इल्हान के इस दौरे को फंड किया था। रिपोर्ट में बताया गया था कि पाकिस्तान सरकार ने 18 से 24 अप्रैल के इल्हान उमर के दौरे को फंड किया था। इसमें उनके रहने से लेकर खाने तक का खर्चा भी शामिल था।
शिमला में मस्जिद निर्माण मामला उलझा:कांग्रेस विधायक बोले- बाहरी लड़ाई में शहर की शांति न करें भंग, प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं
शिमला में मस्जिद निर्माण मामला उलझा:कांग्रेस विधायक बोले- बाहरी लड़ाई में शहर की शांति न करें भंग, प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं शिमला के उपनगर संजोली स्थित विवादित निर्माणाधीन मस्जिद का विवाद उलझ गया है। रविवार को हुए प्रदर्शन पर आज शिमला शहरी से कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने प्रदर्शनकारियों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि बाहर के मामले में शिमला शहर की शांति भंग ना करें। शहर के बाहर दो गुटों में हुए झगड़े को धर्म से ना जोड़ा जाए। दरअसल रविवार को संजोली में बनी विवादित मस्जिद के बाहर हिंदूवादी संगठनों ने समुदाय विशेष पर शिमला का का माहौल खराब करने के आरोप लगाए थे। प्रदर्शकारियों ने कहा कि समुदाय विशेष के लोग बाहर से आकर शिमला की शांति भंग कर रहे है। बीते दिनों शिमला के मल्याणा में युवक पर इन्ही लोगो ने तेजदार हथियारों से जानलेवा हमला किया। जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों में समुदाय विशेष के खिलाफ रोष बढ़ गया और रविवार को शिमला के संजोली स्थित मस्जिद केबाहर फुट गया। इस दौरान प्रदर्शकारियों ने संजौली में बनी मस्जिद अवैध होने के आरोप लगाए थे और उसको ध्वस्त करने की मांग की। विधायक बोले मामले में दिया गया धर्म का एंगल सोमवार को मामले में नया मोड़ आ गया है, शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह विवाद दो गुटों के आपसी झगड़े के कारण पैदा हुआ है। यह झगड़ा मल्याणा क्षेत्र में हुआ है। इस मुद्दे को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मल्याणा में हुए झगड़े को वहां के पार्षद सहित सिमिट्री व भट्टकुफर के पार्षद ने मिलकर संजोली में पहुंचा दिया। पुलिस को इस झगड़े में FIR दर्ज करने के पहले निर्देश दे दिए थे। इस मामले को हिन्दू व मुस्लिम समुदाय का रूप दिया गया वह बिल्कुल गलत है।शिमला एक शांतिप्रिय जगह है और इसकी शांति भंग न करें। अवैध निर्माण पर प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं विधायक ने कहा कि जो अवैध मस्जिद की बात कर रहे हैं तो यह मस्जिद 1950 से पहले की है। यहां जो अवैध निर्माण हुआ है उसका मामला कोर्ट में चल रहा है और उसकी सुनवाई शनिवार को है। वक्फ बोर्ड इस केस केस को लड़ रहा है। यह मामला 2009 से यह मामला चल रहा है।इसके बाद कितनी सरकारें आयी।इस मामले में किसी धर्म समुदाय पर बोलना उचित नही। उन्होंने कहा कि निर्माण अवैध हुआ है तो कानून इसमें अपनी कार्रवाई करेगा कोई पार्षद नहीं। प्रदर्शन में शामिल ने बाहरी लोग ,शहर वासी नहीं उन्होंने कहा कि संजौली में जो कल जो विवाद हुआ उसमे अधिकतर लोग भट्टाकुफ़्फ़र व मल्याणा क्षेत्र के थे और कुछ कांग्रेस के पार्षद भी थे। उन्होंने कहा कि बाहरी मामले शिमला शहर की शांति क्यों भंग की जा रही है बाहर के विवाद पर शिमला विधानसभा क्षेत्र में क्यों हंगामा किया जा किया जा रहा है।पार्षदों के बोलने से किसी को वैध या अवैध नही बोला जा सकता।यह मामला कोर्ट में है और इस पर निर्णय भी वही देगा। नगर निगम ने माना है मस्जिद के कुछ मंजिल अवैध वहीं बीते कल मौके पर पहुंचे नगर निगम आयुक्त ने यह माना कि मस्जिद के ऊपरी कुछ मंजिल अवैध है ।लेकिन इसका मामला कोर्ट में चला हुआ है ।कोर्ट से फैसला आने के बाद बी नगर निगम मामले कार्रवाई की जा सकती है। क्या है मामला…? बता दें कि शिमला के संजौली के शिमला में एक मस्जिद के निर्माण को लेकर काफी समय सवाल उठ रहे थे। जिसको लेकर हिंदू वादी संगठनों के कार्यकर्ताओं में अंदर ही अंदर गुस्सा पनप रहा था। पंरन्तु बीते दिनों शिमला के मल्याणा में दो गुटों में झगड़ा हो गया है। जिसमे कुछ समुदाय विशेष के लोगो ने तेजधार हथियारों से एक युवक को लहूलुहान कर दिया जिसके बाद इस विवाद ने रफ्तार पकड़ी और इसका गुस्सा रविवार को शिमला के संजौली में बनी मस्जिद के बाहर फुट गया । प्रदर्शकारियों ने मल्याणा में हुई मारपीट करने वाले लोगो के खिलाफ कार्रवाही व मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की मांग की।