फाजिल्का के अरनीवाला थाने की पुलिस विभिन्न मामलों में गिरफ्तार आरोपियों का मेडिकल करवाने के लिए सरकारी अस्पताल पहुंची। आरोपियों को गाड़ी से उतारकर अस्पताल के अंदर ले जाया गया। लेकिन अंदर जाकर देखा तो इमरजेंसी में डॉक्टर मौजूद नहीं था। पता चला कि सुबह से दोपहर तक की शिफ्ट में आने वाला डॉक्टर अपनी ड्यूटी पूरी करके चला गया था। जबकि उसके बाद ड्यूटी पर आने वाला डॉक्टर नहीं पहुंचा। पुलिस अधिकारी काफी देर तक अस्पताल में आरोपियों का इंतजार करते रहे। लेकिन इमरजेंसी में डॉक्टर के न होने के कारण पुलिस टीम आरोपियों का मेडिकल करवाए बिना ही उन्हें वापस ले गई। हालांकि बताया जा रहा है कि पुलिस अधिकारी आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए ले गए थे। लेकिन सवाल यह उठता है कि अस्पताल में इमरजेंसी में डॉक्टर ड्यूटी पर क्यों नहीं है। डॉक्टरों को पत्र जारी किया जानकारी के मुताबिक, सरकारी अस्पताल से आधा दर्जन से अधिक डॉक्टर मेडिकल लीव पर हैं। जिसके कारण विशेषज्ञ डॉक्टर किसी तरह समय निकालकर इमरजेंसी, ओपीडी और ऑपरेशन थियेटर में सेवाएं दे रहे हैं। यही वजह है कि इमरजेंसी, ओपीडी और ऑपरेशन थियेटर तीनों की सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। वहीं फाजिल्का के सिविल सर्जन डॉ. चंद्रशेखर का कहना है कि छुट्टी पर गए सभी लोग ड्यूटी पर नहीं हैं। डॉक्टरों को पत्र जारी कर दिया गया है। उन्हें ड्यूटी पर आने के निर्देश दिए गए हैं। फाजिल्का के अरनीवाला थाने की पुलिस विभिन्न मामलों में गिरफ्तार आरोपियों का मेडिकल करवाने के लिए सरकारी अस्पताल पहुंची। आरोपियों को गाड़ी से उतारकर अस्पताल के अंदर ले जाया गया। लेकिन अंदर जाकर देखा तो इमरजेंसी में डॉक्टर मौजूद नहीं था। पता चला कि सुबह से दोपहर तक की शिफ्ट में आने वाला डॉक्टर अपनी ड्यूटी पूरी करके चला गया था। जबकि उसके बाद ड्यूटी पर आने वाला डॉक्टर नहीं पहुंचा। पुलिस अधिकारी काफी देर तक अस्पताल में आरोपियों का इंतजार करते रहे। लेकिन इमरजेंसी में डॉक्टर के न होने के कारण पुलिस टीम आरोपियों का मेडिकल करवाए बिना ही उन्हें वापस ले गई। हालांकि बताया जा रहा है कि पुलिस अधिकारी आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए ले गए थे। लेकिन सवाल यह उठता है कि अस्पताल में इमरजेंसी में डॉक्टर ड्यूटी पर क्यों नहीं है। डॉक्टरों को पत्र जारी किया जानकारी के मुताबिक, सरकारी अस्पताल से आधा दर्जन से अधिक डॉक्टर मेडिकल लीव पर हैं। जिसके कारण विशेषज्ञ डॉक्टर किसी तरह समय निकालकर इमरजेंसी, ओपीडी और ऑपरेशन थियेटर में सेवाएं दे रहे हैं। यही वजह है कि इमरजेंसी, ओपीडी और ऑपरेशन थियेटर तीनों की सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। वहीं फाजिल्का के सिविल सर्जन डॉ. चंद्रशेखर का कहना है कि छुट्टी पर गए सभी लोग ड्यूटी पर नहीं हैं। डॉक्टरों को पत्र जारी कर दिया गया है। उन्हें ड्यूटी पर आने के निर्देश दिए गए हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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