संगरूर लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले बरनाला से आम आदमी पार्टी के विधायक व पंजाब के कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने भी इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही अब उनकी सीट भी खाली हो गई। ऐसे में उनकी सीट पर भी उप चुनाव होगा। वहीं, इस इस्तीफे को जल्दी ही स्पीकर द्वारा मंजूर कर लिया जाएगा। इससे पहले तीन चुनाव जीतने वाले तीन विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए गए हैं। 2017 में पहली बार चुनाव जीता था गुरमीत सिंह का जन्म 1989 में हुआ था। वह मात्र 35 साल के हैं। वह बरनाला विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक चुने गए हैं। उन्होंने पहली बार 2017 में चुनाव लड़ा था। उस समय वह कांग्रेस नेता केवल सिंह ढिल्लों को हराकर विधानसभा पहुंचे थे। 2022 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने बरनाला क्षेत्र के 50 फीसदी वोट हासिल कर जीत हासिल की थी। वहीं, सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। उन्हें शुरू में पांच विभाग दिए गए थे । वहीं, 2024 में गुरमीत सिंह मीत हेयर कांग्रेस के सुखपाल सिंह खैरा को 172560 मतों के अंतर से हराकर संगरूर लोकसभा से लोकसभा जीते है। संगरूर लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले बरनाला से आम आदमी पार्टी के विधायक व पंजाब के कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने भी इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही अब उनकी सीट भी खाली हो गई। ऐसे में उनकी सीट पर भी उप चुनाव होगा। वहीं, इस इस्तीफे को जल्दी ही स्पीकर द्वारा मंजूर कर लिया जाएगा। इससे पहले तीन चुनाव जीतने वाले तीन विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए गए हैं। 2017 में पहली बार चुनाव जीता था गुरमीत सिंह का जन्म 1989 में हुआ था। वह मात्र 35 साल के हैं। वह बरनाला विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक चुने गए हैं। उन्होंने पहली बार 2017 में चुनाव लड़ा था। उस समय वह कांग्रेस नेता केवल सिंह ढिल्लों को हराकर विधानसभा पहुंचे थे। 2022 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने बरनाला क्षेत्र के 50 फीसदी वोट हासिल कर जीत हासिल की थी। वहीं, सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। उन्हें शुरू में पांच विभाग दिए गए थे । वहीं, 2024 में गुरमीत सिंह मीत हेयर कांग्रेस के सुखपाल सिंह खैरा को 172560 मतों के अंतर से हराकर संगरूर लोकसभा से लोकसभा जीते है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
चंडीगढ़ में लड़के की बेरहमी से पिटाई:भीड़ के सामने किया नग्न, वीडियो वायरल, गणेश विसर्जन के दौरान की घटना
चंडीगढ़ में लड़के की बेरहमी से पिटाई:भीड़ के सामने किया नग्न, वीडियो वायरल, गणेश विसर्जन के दौरान की घटना चंडीगढ़ में इंसानियत को शर्मसार करने वाले वाली एक घटना सामने आई है। एक नाबालिग लड़के को बेरहमी से पीटा गया, उसके कपड़े तक फाड़ दिए। लोगों के सामने नग्न तक कर दिया गया। लेकिन भीड़ में से युवक को बचाने कोई नहीं आया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने इस संबंधी केस दर्ज कर लिया है। पुलिस की तरफ से मारपीट करने वालों की की तलाश जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्दी ही युवक को काबू कर लिया जाएगा। पुलिस की तरफ से छापेमारी की जा रही है। ऐसे हुई थी यह घटना यह मामला गणेश विसर्जन यात्रा के मौके का बताया जा रहा है। इस दौरान किसी बात को लेकर पीड़ित का अन्य युवकों में विवाद में हो गया था। इसके बाद आरोपियों ने उसे पीटना शुरू कर दिया। वह उसकी पिटाई करते हुए काफी दूर तक ले गए। इस दौरान उन्होंने उसके कपड़े तक फाड़ दिए। लेकिन भीड़ में मौजूद किसी भी व्यक्ति ने उसकी मदद नहीं की। उन्होंने उस पर लाठी-डंडों और तेज हथियारों से हमला किया। युवक को घायल अवस्था में सेक्टर-16 में भर्ती करवाया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को माफ नहीं किया जाएगा। घटना के पीछे की सारी वजह पड़ताल की जा रही है। एक आरोपी काबू, चार अभी तक फरार मौलीजागरां थाने के प्रभारी हरिओम शर्मा ने बताया कि घटना दो दिन पुरानी है। जैसे ही यह मामला सामने आया था, उसके बाद हमारी तरफ से पांच के करीब लोगों पर केस दर्ज लिया था। सारे आरोपी छोटी उम्र के है। पुलिस ने एक आरोपी को काबू किया है। वह भी नाबालिग है। जबकि अन्य चार आरोपी अपने घरों से फरार है। हमारी टीमें उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है। आरोपियों के पकड़े जाने के बाद ही घटना की असली वजह पता चल पाएगी।
फिरोजपुर में एएसआई खिलाफ केस दर्ज:चालान पेश करने के एवज में ली थी रिश्वत, पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने की कार्रवाई
फिरोजपुर में एएसआई खिलाफ केस दर्ज:चालान पेश करने के एवज में ली थी रिश्वत, पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने की कार्रवाई पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार विरुद्ध चलाई मुहिम दौरान फाजिल्का सदर थाना क्षेत्र की मंडी लाधूका पुलिस चौकी में तैनात रहे सहायक सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) प्यारा सिंह के विरुद्ध 4500 रुपए की रिश्वत लेने के दोष अधीन भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है। राज्य विजिलेंस ब्यूरो के एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उक्त पुलिस मुलाजिम (अब सेवामुक्त) के खिलाफ यह मुकदमा फाजिल्का जिले के कस्बा मंडी लाधूका के निवासी वीरू सिंह की तरफ से मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन पोर्टल पर दर्ज करवाई गई ऑनलाइन शिकायत की जांच उपरांत दर्ज किया गया है। जांच अधिकारी ने ली रिश्वत उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया है कि उसने फाजिल्का सदर थाने में एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ पुलिस केस दर्ज करवाया था और उक्त पुलिस मुलाजिम इस मामले में जांच अधिकारी था। उसने आगे दोष लगाया कि उक्त एएसआई इस केस सम्बन्धी अदालत में सप्लीमेंट्री चालान पेश करने के बदले फरवरी महीने के दौरान अलग-अलग दिनों में 2500 और 2000 रुपए ले चुका है। शिकायतकर्ता ने इस सम्बन्ध में रिश्वत की मांग करते समय उक्त एएसआई के साथ हुई बातचीत रिकार्ड कर ली थी जो उसने सबूत के तौर पर विजिलेंस को सौंप दी थी। आरोपी की तलाश जारी प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की पड़ताल दौरान यह सिद्ध हुआ कि उक्त एएसआई ने उक्त मंतव्य के लिए शिकायतकर्ता से दो बार रिश्वत की मांग की थी। इस के बाद दोषी खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत विजिलेंस ब्यूरो के थाना फिरोजपुर रेंज में मुकदमा दर्ज कर लिया है। विजिलेंस की तरफ से मुलजिम की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है उसको जल्दी ही गिरफ़्तार कर लिया जायेगा।
रिपुदमन मलिक की हत्या मामले में दोषी करार:31 अक्टूबर को होगी सजा, सरे में मारी थी गोलियां, एयर-इंडिया विस्फोट मामले में हुआ था बरी
रिपुदमन मलिक की हत्या मामले में दोषी करार:31 अक्टूबर को होगी सजा, सरे में मारी थी गोलियां, एयर-इंडिया विस्फोट मामले में हुआ था बरी 1985 एयर इंडिया कनिष्का बम विस्फोट मामले में बरी हुए खालिस्तानी आतंकी रिपुदमन सिंह मलिक की हत्या के मामले में कनाडा की एक अदालत ने दो आरोपियों को दोषी करार दिया है। टैनर फॉक्स और जोस लोपेज ने ब्रिटिश कोलंबिया सुप्रीम कोर्ट में यह स्वीकार किया कि उन्हें मलिक की हत्या के लिए पैसे दिए गए थे। 14 जुलाई 2022 को मलिक की ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में उनके घर के बाहर कई गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। वैंकूवर सन की एक रिपोर्ट के अनुसार जब दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया तो दोनों ही एक दूसरे से उलझ गए और एक दूसरे को थप्पड़ व मुक्के मारने लगे। जिसके बाद शेरिफ ने दोनों को एक दूसरे से दूर किया। विवादों में रहा है रिपुदमन सिंह मलिक भारत में खालिस्तानी आतंकी घोषित मलिक विवादास्पद व्यक्ति रहा है। जिसे 2005 में एयर इंडिया फ्लाइट 182 को बम से उड़ाने के आरोपों से बरी कर दिया गया था। इस पूरे घटनाक्रम को खालिस्तानी चरमपंथियों ने अंजाम दिया था। इस हादसे में 329 लोग मारे गए थे। हालांकि, उसकी हत्या का 1985 के बम विस्फोट से प्रत्यक्ष संबंध नहीं पाया गया है। इस मामले के संदिग्ध के रूप में देखा जाता रहा है। मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंची पुलिस अदालत में पेश किए गए तथ्यों के अनुसार, फॉक्स और लोपेज को इस हत्या के लिए पैसे दिए गए थे। इन दोनों के पीछे के मास्टरमाइंड का अभी तक पता नहीं चल पाया है। मलिक के परिवार ने हत्या की साजिश रचने वालों को पकड़ने की अपील की है। मलिक के परिवार ने स्थानीय मीडिया से कहा कि इस बात के आभारी हैं कि हत्यारों को न्याय के कटघरे में लाया गया है, लेकिन इस प्रकार से एक परिवार के सदस्य को खोने का दर्द कभी खत्म नहीं होगा। इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि वे लोग भी पकड़ में आएं जिन्होंने इन हत्यारों को काम पर रखा था 31 अक्टूबर को सुनाई जाएगी सजा कोर्ट में दोनों आरोपियों को दोषी करार दिए जाने के बाद जेल भेज दिया गया। कोर्ट ने सजा सुनाने की अगली तारीख 31 अक्टूबर 2024 निर्धारित की है। जिसमें दोनों आरोपियों को कम से कम 20 साल जेल की सजा सुनाई जा सकती है।