हिमाचल प्रदेश की देहरा विधानसभा सीट पर बगावत के संकेत दे चुके डॉ. राजेश शर्मा को मनाने की जिम्मेदारी पार्टी ने कृषि मंत्री चंद्र कुमार को सौंपी है। लेकिन अब कोई भी नेता राजेश शर्मा से बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है, क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू समेत कांग्रेस नेताओं पर दबाव बनाकर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। राजेश शर्मा ने कहा कि अगर उनकी मौत भी हार्ट अटैक से होती है तो इसके लिए मुख्यमंत्री सुक्खू ही जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि कई प्रभावशाली लोग उन पर दबाव बना रहे हैं। उन्हें अपना कारोबार बंद करने की धमकी दी जा रही है। इससे डरे कांग्रेस नेता राजेश शर्मा से बात नहीं कर पा रहे हैं। इस संबंध में जब कृषि मंत्री चंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह जल्द ही राजेश शर्मा से बात करेंगे। उन्हें पूरा विश्वास है कि राजेश शर्मा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राजेश शर्मा कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने सर्वे रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर को टिकट दिया है। कांग्रेस एक बार देहरा से राजेश शर्मा को टिकट भी दे चुकी है। राजेश से तार भिड़ाने लगी बीजेपी बेशक, राजेश शर्मा के तल्ख तेवर के बाद कांग्रेस नेता उनसे बात नहीं कर पा रहे। मगर भारतीय जनता पार्टी के नेता राजेश शर्मा से तार भिड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। बीती शाम को पूर्व मंत्री विपिन सिंह परमार, देहरा सीट से बीजेपी प्रत्याशी होशियार सिंह, बीजेपी विधायक राकेश जम्वाल राजेश शर्मा का कुशल क्षेम जानने सिविल अस्पताल पहुंचे, क्योंकि पिछले कल बीपी कम होने के बाद होशियार सिंह अस्पताल में भर्ती हो गए थे। CM की पत्नी प्रचार को देहरा पहुंची इस बीच मुख्यमंत्री सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर आज चुनाव प्रचार के लिए देहरा पहुंच गईं। नामांकन भरने से एक दिन पहले उनका जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने ठाकुरद्वारा लक्ष्मीनारायण मंदिर चनौर में माथा टेकने के बाद प्रचार अभियान का आगाज किया। बाद में उन्होने माता बगलामुखी मंदिर में भी अपना शीश नवाया। कांग्रेस देहरा सीट से कमलेश ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है। देहरा, कमलेश ठाकुर का माइका है। इस सीट को कांग्रेस कभी नहीं जीत पाई। इसलिए पार्टी ने मुख्यमंत्री की पत्नी पर दांव खेला है। उनको टिकट देने की वजह से ही राजेश शर्मा ने खुले तौर पर बागी तेवर दिखाए हैं। राजेश शर्मा पिछले कल अपने समर्थकों के बीच फूट फूट कर रोए और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। 2022 में कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुके डॉ. राजेश देहरा से डॉ. राजेश का टिकट पहले से तय माना जा रहा था। साल 2022 में पार्टी ने राजेश को ही टिकट दिया था। हालांकि तब वह निर्दलीय होशियार से चुनाव हार गए थे। इस बार पार्टी हाईकमान ने कभी नहीं जीत पाने वाली देहरा सीट को जीतने के लिए सीएम की पत्नी पर दांव खेला है। इससे पहले एक बार वह कांगड़ा सीट से भी निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। हिमाचल प्रदेश की देहरा विधानसभा सीट पर बगावत के संकेत दे चुके डॉ. राजेश शर्मा को मनाने की जिम्मेदारी पार्टी ने कृषि मंत्री चंद्र कुमार को सौंपी है। लेकिन अब कोई भी नेता राजेश शर्मा से बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है, क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू समेत कांग्रेस नेताओं पर दबाव बनाकर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। राजेश शर्मा ने कहा कि अगर उनकी मौत भी हार्ट अटैक से होती है तो इसके लिए मुख्यमंत्री सुक्खू ही जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि कई प्रभावशाली लोग उन पर दबाव बना रहे हैं। उन्हें अपना कारोबार बंद करने की धमकी दी जा रही है। इससे डरे कांग्रेस नेता राजेश शर्मा से बात नहीं कर पा रहे हैं। इस संबंध में जब कृषि मंत्री चंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह जल्द ही राजेश शर्मा से बात करेंगे। उन्हें पूरा विश्वास है कि राजेश शर्मा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राजेश शर्मा कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने सर्वे रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर को टिकट दिया है। कांग्रेस एक बार देहरा से राजेश शर्मा को टिकट भी दे चुकी है। राजेश से तार भिड़ाने लगी बीजेपी बेशक, राजेश शर्मा के तल्ख तेवर के बाद कांग्रेस नेता उनसे बात नहीं कर पा रहे। मगर भारतीय जनता पार्टी के नेता राजेश शर्मा से तार भिड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। बीती शाम को पूर्व मंत्री विपिन सिंह परमार, देहरा सीट से बीजेपी प्रत्याशी होशियार सिंह, बीजेपी विधायक राकेश जम्वाल राजेश शर्मा का कुशल क्षेम जानने सिविल अस्पताल पहुंचे, क्योंकि पिछले कल बीपी कम होने के बाद होशियार सिंह अस्पताल में भर्ती हो गए थे। CM की पत्नी प्रचार को देहरा पहुंची इस बीच मुख्यमंत्री सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर आज चुनाव प्रचार के लिए देहरा पहुंच गईं। नामांकन भरने से एक दिन पहले उनका जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने ठाकुरद्वारा लक्ष्मीनारायण मंदिर चनौर में माथा टेकने के बाद प्रचार अभियान का आगाज किया। बाद में उन्होने माता बगलामुखी मंदिर में भी अपना शीश नवाया। कांग्रेस देहरा सीट से कमलेश ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है। देहरा, कमलेश ठाकुर का माइका है। इस सीट को कांग्रेस कभी नहीं जीत पाई। इसलिए पार्टी ने मुख्यमंत्री की पत्नी पर दांव खेला है। उनको टिकट देने की वजह से ही राजेश शर्मा ने खुले तौर पर बागी तेवर दिखाए हैं। राजेश शर्मा पिछले कल अपने समर्थकों के बीच फूट फूट कर रोए और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। 2022 में कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुके डॉ. राजेश देहरा से डॉ. राजेश का टिकट पहले से तय माना जा रहा था। साल 2022 में पार्टी ने राजेश को ही टिकट दिया था। हालांकि तब वह निर्दलीय होशियार से चुनाव हार गए थे। इस बार पार्टी हाईकमान ने कभी नहीं जीत पाने वाली देहरा सीट को जीतने के लिए सीएम की पत्नी पर दांव खेला है। इससे पहले एक बार वह कांगड़ा सीट से भी निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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