होशियारपुर में जल सप्लाई एवं सेनिटेशन विभाग के ठेका कर्मचारियों ने कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा के आवास के बाहर धरना देकर अपनी मांगों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। ब्लॉक कोऑर्डिनेटर के प्रदेश अध्यक्ष जगसीर सिंह ने कहा कि जल सप्लाई एवं सेनिटेशन विभाग में ब्लॉक कोऑर्डिनेटर, सीडीएम और आईईसी ठेके पर सेवाएं दे रहे हैं। उनकी सेवाएं नियमित करने की बजाय सरकार उनके वेतन में कटौती कर उन पर और अधिक काम का बोझ डाल रही है। उन्होंने कहा कि वह पहले ही विभाग में दोगुने वेतन पर काम कर रहे हैं और विभाग ने 1 अप्रैल 2023 से भत्ते में कटौती करके भारी वित्तीय नुकसान पहुंचाया है। संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि विभाग ने हमारे यात्रा भत्ते, मोबाइल भत्ते और अन्य भत्तों में 4000 रुपये प्रति माह की कटौती करके प्रत्येक कर्मचारी को मानसिक और वित्तीय नुकसान पहुंचाया है। जिसके चलते सभी कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा महिला कर्मचारियों को दी जाने वाली मातृत्व अवकाश भी विभाग द्वारा समय पर नहीं दी जाती है, जिसके चलते उन्हें कार्यालयों में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस अवसर पर कृपाल सिंह, जसदीप सिंह, बलजीत सिंह, संगत सिंह, हरिंदर सिंह, जगतार सिंह सहित यूनियन सदस्य उपस्थित थे। होशियारपुर जल सप्लाई और सैनिटेशन विभाग के ठेका कर्मचारियों की तरफ से मांगो को लेकर कैबिनेट मंत्री बह्म शंकर जिंपा की कोठी के बाहर धरना लगाकर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। ब्लाक कोऑर्डिनेटर के प्रदेश अध्यक्ष जगसीर सिंह ने बताया कि जल सप्लाई और सैनिटेशन विभाग में ठेका अधारित रिक्त पद पर बतौर ब्लाक कोऑर्डिनेटर, सीडीएम और आईईसी सेवाएं निभा रहे है, सरकार की तरफ से उनकी सेवाएं रेगुलर करने की बजाए उनके वेतन में कटौती करके काम का अधिक बोझ डाला जा रहा है। उन्होंने बताय़ा कि विभाग की तरफ से वह पहले से ही विभाग में दोगुनी मज़दूरी पर काम कर रहे है औऱ विभाग की तरफ से 1 अप्रैल 2023 से भत्ते में कटौती कर भारी आर्थिक क्षति पहुंचाई गई है। संगठन के अध्यक्ष ने बताया कि विभाग ने हमारे यात्रा भत्ता, मोबाइल भत्ता एवं अन्य भत्तों में प्रति माह 4000 रुपये की कटौती कर प्रत्येक कर्मचारी को मानसिक एवं आर्थिक क्षति पहुंचायी है। जिसके चलते सभी कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा महिला कर्मचारियों को दी जाने वाली मातृत्व छुट्टी भी विभाग द्वारा समय पर नहीं दी जाती, जिस कारण उन्हें दफ्तरों में परेशान होना पड़ता है। इस मौके पर कृपाल सिंह, जसदीप सिंह, बलजीत सिंह, संगत सिंह, हरिंदर सिंह, जगतार सिंह समेत यूनियन सदस्य मौजूद रहे। होशियारपुर में जल सप्लाई एवं सेनिटेशन विभाग के ठेका कर्मचारियों ने कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा के आवास के बाहर धरना देकर अपनी मांगों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। ब्लॉक कोऑर्डिनेटर के प्रदेश अध्यक्ष जगसीर सिंह ने कहा कि जल सप्लाई एवं सेनिटेशन विभाग में ब्लॉक कोऑर्डिनेटर, सीडीएम और आईईसी ठेके पर सेवाएं दे रहे हैं। उनकी सेवाएं नियमित करने की बजाय सरकार उनके वेतन में कटौती कर उन पर और अधिक काम का बोझ डाल रही है। उन्होंने कहा कि वह पहले ही विभाग में दोगुने वेतन पर काम कर रहे हैं और विभाग ने 1 अप्रैल 2023 से भत्ते में कटौती करके भारी वित्तीय नुकसान पहुंचाया है। संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि विभाग ने हमारे यात्रा भत्ते, मोबाइल भत्ते और अन्य भत्तों में 4000 रुपये प्रति माह की कटौती करके प्रत्येक कर्मचारी को मानसिक और वित्तीय नुकसान पहुंचाया है। जिसके चलते सभी कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा महिला कर्मचारियों को दी जाने वाली मातृत्व अवकाश भी विभाग द्वारा समय पर नहीं दी जाती है, जिसके चलते उन्हें कार्यालयों में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस अवसर पर कृपाल सिंह, जसदीप सिंह, बलजीत सिंह, संगत सिंह, हरिंदर सिंह, जगतार सिंह सहित यूनियन सदस्य उपस्थित थे। होशियारपुर जल सप्लाई और सैनिटेशन विभाग के ठेका कर्मचारियों की तरफ से मांगो को लेकर कैबिनेट मंत्री बह्म शंकर जिंपा की कोठी के बाहर धरना लगाकर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। ब्लाक कोऑर्डिनेटर के प्रदेश अध्यक्ष जगसीर सिंह ने बताया कि जल सप्लाई और सैनिटेशन विभाग में ठेका अधारित रिक्त पद पर बतौर ब्लाक कोऑर्डिनेटर, सीडीएम और आईईसी सेवाएं निभा रहे है, सरकार की तरफ से उनकी सेवाएं रेगुलर करने की बजाए उनके वेतन में कटौती करके काम का अधिक बोझ डाला जा रहा है। उन्होंने बताय़ा कि विभाग की तरफ से वह पहले से ही विभाग में दोगुनी मज़दूरी पर काम कर रहे है औऱ विभाग की तरफ से 1 अप्रैल 2023 से भत्ते में कटौती कर भारी आर्थिक क्षति पहुंचाई गई है। संगठन के अध्यक्ष ने बताया कि विभाग ने हमारे यात्रा भत्ता, मोबाइल भत्ता एवं अन्य भत्तों में प्रति माह 4000 रुपये की कटौती कर प्रत्येक कर्मचारी को मानसिक एवं आर्थिक क्षति पहुंचायी है। जिसके चलते सभी कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा महिला कर्मचारियों को दी जाने वाली मातृत्व छुट्टी भी विभाग द्वारा समय पर नहीं दी जाती, जिस कारण उन्हें दफ्तरों में परेशान होना पड़ता है। इस मौके पर कृपाल सिंह, जसदीप सिंह, बलजीत सिंह, संगत सिंह, हरिंदर सिंह, जगतार सिंह समेत यूनियन सदस्य मौजूद रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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