यमुनानगर के आजाद नगर की गली नंबर 2 में मां- बेटे की हत्या कर दी गई। घर में कमरे के भीतर दोनों के शव पड़े मिले। 45 वर्षीय मीना और उसके 23 वर्षीय बेटे राहुल का शव आज शाम घर में पड़ा मिला। मृतक महिला की बेटी काजल प्यारा चौक पर मोबाइल की दुकान में काम करती है। वह घर लौटी तो उसने दोनों के शव कमरे के अंदर पड़े देखा। सूचना मिलते ही थाना शहरी यमुनानगर पुलिस, डीएसपी अभिलाष जोशी, थाना प्रभारी जगदीश चंद्र व सीआईए की टीम में मौके पर पहुंची। घर के अंदर सामान बिखरा हुआ था, जिसे देखकर आशंका जाताई जा रही है कि लूट के इरादे से मां-बेटे की हत्या की गई है। वहीं हैरान कर देने वाली बात यह है कि जिस घर में हत्या हुई है, वह गली के बीचों बीच है और आबादी वाला एरिया है। किसी ने भी मां बेटे के चीखने चिल्लाने का शोर नहीं सुना। पुलिस मामले की जांच कर रही है। डीएसपी अभिलाष जोशी ने बताया कि उनको थाने के माध्यम से सूचना मिली थी कि आजाद नगर में एक मकान में चोरी हुई है और दो डेड बॉडी पड़ी हुई है। जिसकी सूचना मिलते ही सीआईए की टीमें, फॉरेंसिक टीम व अन्य कई जांच टीम मौके पर पहुंची है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच के आधार पर मर्डर की आशंका जताई जा रही है। डीएसपी ने बताया कि पूरे मामले को हर एंगल से ट्रेस किया जा रहा है। सभी टीमें जांच में जुटी हुई है। आसपास लोगों से पूछताछ की जा रही है। इसके साथ-साथ जो भी तथ्य होंगे उनको जुटाकर जो भी बात सामने आएगी, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। यमुनानगर के आजाद नगर की गली नंबर 2 में मां- बेटे की हत्या कर दी गई। घर में कमरे के भीतर दोनों के शव पड़े मिले। 45 वर्षीय मीना और उसके 23 वर्षीय बेटे राहुल का शव आज शाम घर में पड़ा मिला। मृतक महिला की बेटी काजल प्यारा चौक पर मोबाइल की दुकान में काम करती है। वह घर लौटी तो उसने दोनों के शव कमरे के अंदर पड़े देखा। सूचना मिलते ही थाना शहरी यमुनानगर पुलिस, डीएसपी अभिलाष जोशी, थाना प्रभारी जगदीश चंद्र व सीआईए की टीम में मौके पर पहुंची। घर के अंदर सामान बिखरा हुआ था, जिसे देखकर आशंका जाताई जा रही है कि लूट के इरादे से मां-बेटे की हत्या की गई है। वहीं हैरान कर देने वाली बात यह है कि जिस घर में हत्या हुई है, वह गली के बीचों बीच है और आबादी वाला एरिया है। किसी ने भी मां बेटे के चीखने चिल्लाने का शोर नहीं सुना। पुलिस मामले की जांच कर रही है। डीएसपी अभिलाष जोशी ने बताया कि उनको थाने के माध्यम से सूचना मिली थी कि आजाद नगर में एक मकान में चोरी हुई है और दो डेड बॉडी पड़ी हुई है। जिसकी सूचना मिलते ही सीआईए की टीमें, फॉरेंसिक टीम व अन्य कई जांच टीम मौके पर पहुंची है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच के आधार पर मर्डर की आशंका जताई जा रही है। डीएसपी ने बताया कि पूरे मामले को हर एंगल से ट्रेस किया जा रहा है। सभी टीमें जांच में जुटी हुई है। आसपास लोगों से पूछताछ की जा रही है। इसके साथ-साथ जो भी तथ्य होंगे उनको जुटाकर जो भी बात सामने आएगी, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट बोलीं- भारतीय दल ने कोई मदद नहीं की:पेरिस ओलिंपिक में कानूनी विकल्प नहीं बताए; BJP ने मेरा मेडल देश का नहीं समझा
विनेश फोगाट बोलीं- भारतीय दल ने कोई मदद नहीं की:पेरिस ओलिंपिक में कानूनी विकल्प नहीं बताए; BJP ने मेरा मेडल देश का नहीं समझा हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ने पहली बार पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम बढ़े वजन से मेडल से चूकने के बारे में बात की। विनेश ने दावा किया कि मेडल को लेकर उनके पास कानूनी विकल्प था, यह उन्हें भारतीय डेलिगेशन नहीं, बल्कि एक दोस्त ने बताया था। विनेश ने यह भी कहा कि BJP वालों ने ओलिंपिक मेडल को मेरा मेडल समझा। मेरी कोई मदद नहीं की गई। विनेश 6 सितंबर को ही कांग्रेस में शामिल हुई हैं। कांग्रेस ने उन्हें जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। विनेश फोगाट भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों से जुड़े आंदोलन की अगुआई करने वालों में शामिल थीं। विनेश फोगाट ने बजरंग पूनिया के साथ 6 सितंबर को कांग्रेस जॉइन की। इससे पहले दोनों पहलवानों ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी। विनेश बोलीं- भाजपा वाले ईगो पर बात ले गए, 4 सवालों के जवाब सवाल: पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन बढ़ा हुआ मिला तो आपके पास कानूनी विकल्प थे, ये किसने बताया?
विनेश: जब हम प्रोटेस्ट में थे तो एक फ्रेंड थी जो इंटरनेशनल स्पोर्ट्स में है। उन्होंने मुझे अप्रोच किया कि ऐसी चीजें हैं। सवाल: भारतीय प्रतिनिधिमंडल में जो लोग थे, उन्होंने कोई आपकी मदद नहीं की?
विनेश: नहीं, वह सब बाद में आए। केस मैंने किया। इनके वकील बाद में आए। सवाल: आपको कुछ विदेशी खिलाड़ियों ने बताया कि सही तरीके से लड़ाई लड़ी जाती तो मेडल आपका होता।
विनेश: यह सच है। दुर्भाग्य देश का है। ये इतनी ईगो पर बात ले गए कि वह मेडल मेरा था। वह मेरा नहीं, देश का मेडल था। देश चाहता तो ला सकता था। वह कौन नहीं लेकर आए, सबको पता है। सवाल: विनेश का कैसे, वह मेडल तो भारत का था?
विनेश: BJP वाले तो सोच रहे हैं कि विनेश का था। तभी इन्होंने मुझसे बदला लेने के लिए इतना कुछ किया। मुझे कोई मदद नहीं मिली। मेरे चुनाव लड़ने का फैसला कांग्रेस का- विनेश
कांग्रेस में शामिल होकर चुनाव लड़ने के बारे में विनेश फोगाट ने कहा कि बजरंग पूनिया के साथ चुनाव लड़ने को लेकर कोई बात नहीं हुई थी। हमने यह कांग्रेस पार्टी पर छोड़ा था और उन्होंने फैसला कर दिया। बजरंग को जो ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया गया है, वह भी हमारे दिल के करीब है। मुझे लगता है कि बजरंग के पास मुझसे ज्यादा जिम्मेदारी है।कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता बृजभूषण सिंह। बृजभूषण को थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा
पूर्व कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण के छेड़छाड़ पर थप्पड़ क्यों नहीं मारने के सवाल पर विनेश ने कहा कि वही हमारी गलती रह गई। भगवान ने पहले इतनी हिम्मत नहीं दी थी, वर्ना बहुत सारी बच्चियां बच जातीं। थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा। वह अभी क्यों डर रहा है। इतना क्यों बौखला रहा है। बृजभूषण के एक दिन में डबल ट्रायल के आरोपों पर विनेश ने कहा कि यह सब नियमों के तहत हुआ। अगर मैं इतनी शक्तिशाली होती तो बृजभूषण को जेल के अंदर नहीं डाल देती। विनेश फोगाट मामले में क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. पेरिस ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में 6 अगस्त को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
7 अगस्त की सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने 8 अगस्त को कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”। 6. खेल कोर्ट ने याचिका खारिज की
विनेश फोगाट की याचिका पर खेल कोर्ट में सुनवाई चली। हालांकि पेरिस ओलिंपिक के बाद इसका फैसला आया, जिसमें उनकी याचिका खारिज कर दी गई। जिसके बाद विनेश बिना मेडल के ही देश वापस लौटी। यहां दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर पैतृक गांव बलाली तक उनका काफिले के तौर पर स्वागत किया गया। ये खबर भी पढ़ें… बजरंग पूनिया को जान से मारने की धमकी:विदेशी नंबर से वॉट्सऐप मैसेज आया, लिखा- कांग्रेस छोड़ दो, वर्ना परिवार के लिए अच्छा नहीं होगा हरियाणा के रेसलर बजरंग पूनिया को कांग्रेस में शामिल होने के 2 दिन बाद जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी उन्हें वॉट्सऐप मैसेज के जरिए मिली है। वॉट्सऐप पर उन्हें विदेशी नंबर से मैसेज आया है, जिसमें जान से मारने की धमकी दी गई है। कांग्रेस ने बजरंग पूनिया को ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया है। पूरी खबर पढ़ें…
रोहतक में झज्जर की युवती पर FIR:कबड्डी खिलाड़ी पर झूठे रेप केस में फंसाने का आरोप, पिता बोले- बेटे का करियर बर्बाद किया
रोहतक में झज्जर की युवती पर FIR:कबड्डी खिलाड़ी पर झूठे रेप केस में फंसाने का आरोप, पिता बोले- बेटे का करियर बर्बाद किया हरियाणा की रोहतक पुलिस ने झज्जर की युवती पर झूठे रेप केस में फंसाने का केस दर्ज किया है। कबड्डी के नेशनल प्लेयर के पिता का आरोप है कि युवती ने पहले बेटे को प्रेम जाल में फंसाया, इसके बाद रेप करने के झूठे आरोप जड़ दिए। युवती ने उसके बेटे के खिलाफ 11 मई को महिला थाने में रेप समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करा दिया। इससे उसके बेटे का करियर खराब हो गया। रोहतक के एक गांव निवासी व्यक्ति ने अर्बन स्टेट थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि रेप केस दर्ज होने के बाद 2 जून को उसके बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जब उसने अपने बेटे से पूछा तो बेटे ने बताया कि युवती ने जनवरी 2022 में उसे प्रेम जाल में फंसाया। युवती ने अपनी उम्र साढ़े 17 साल बताकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। जिसके बाद कैश, कपड़े व गहनों की मांग करने लगी। 8 लाख रुपए मांगे
व्यक्ति ने बताया कि युवती अपने घर अफेयर की बात बताने का डर दिखाकर बेटे को मारने भी लगी। परेशान होकर 2023 में उसने युवती को सोने का कड़ा बनवाकर दिया। बेटे के दोस्त के खिलाफ भी युवती ने 5 दिसंबर 2023 को गलत संबंध बनाने की शिकायत दी। दोस्त ने समझौते के नाम पर उसे 2 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद युवती ने उसके बेटे से भी 8 लाख रुपए मांगने शुरू कर दिए। पैसे न देने पर परिवार को बताने की धमकी दी। साथ ही कहा कि वह रेप केस में फंसा देगी। बीए के एग्जाम नहीं दे पाया कबड्डी खिलाड़ी ने डर की वजह से 8 लाख रुपए का शपथ पत्र तैयार करवाया। बावजूद इसके युवती ने रेप केस दर्ज करा दिया। व्यक्ति ने बताया कि वह आरोपों से बेटा इतना परेशान हो गया कि वह बीए फाइनल के एग्जाम भी नहीं दे पाया।
करनाल में भाजपा विधायक का ऑडियो वायरल:सड़क निर्माण पर ग्रामीणों से चर्चा, कहा- मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं
करनाल में भाजपा विधायक का ऑडियो वायरल:सड़क निर्माण पर ग्रामीणों से चर्चा, कहा- मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं हरियाणा के करनाल जिले के इंद्री विधानसभा क्षेत्र में सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रही है, जिसमें इंद्री विधानसभा से भाजपा विधायक रामकुमार कश्यप और गांव गढ़ी बीरबल के वीरेंद्र कांबोज के बीच कथित तौर पर बातचीत सुनाई दे रही है। इस ऑडियो क्लिप में वीरेंद्र अपने गांव में सड़क निर्माण को लेकर सवाल पूछ रहे हैं, जबकि विधायक का जवाब असंतोषजनक माना जा रहा है। दैनिक भास्कर इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है। दैनिक भास्कर इस ऑडियो क्लिप की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। ऑडियो क्लिप की प्रमुख बातें ग्रामीण: आप जो कह रहे हैं कि आप दोनों बूथ हार गए हैं, इसका मतलब यह है कि बूथ हार गए तो आप सड़क नहीं बनवाएंगे? विधायक: आप जिस सड़क की बात कर रहे हैं, उस पर पत्थर और कंकड़ हैं, धूल कहां से उड़ रही है? ग्रामीण: बाबूजी, हम कह रहे हैं कि इस सड़क पर पत्थर पड़े हुए 6 महीने हो गए हैं। काम शुरू नहीं हुआ है, बरसात शुरू हो जाएगी, फिर सड़क का काम नहीं हो पाएगा। विधायक: सारी सड़क बन जाएगी तेरी, सारी कम्प्लीट करके दे दी जाएगी। ग्रामीण: आपने यह बात तो कही नहीं थी, आपने तो ये कहा था कि दोनों बूथ हार रहे हैं।” विधायक: तो फिर, वो नहीं दिखता आपको। ग्रामीण: तो फिर और भी ज्यादा पत्थर गिरवा दो सड़क पर, यहां खदान बनवा दो। विधायक: मैं कोई पत्थर गिराने वाला नहीं हूं, ठीक है ना। जो सिस्टम है ना गवर्नमेंट का, पीडब्ल्यूडी या फिर बीएंडआर का, वो प्रोसेस करेगा। ग्रामीण: मालिक तो आप हैं ना, आप डिपार्टमेंट को कह सकते हो। विधायक: मैं क्या मालिक हूं, मालिक तो आप भी हो, पंचायत मालिक है आपकी। ग्रामीण: पंचायत की जिम्मेदारी थोड़ी ना है सड़क बनाने की। विधायक: और मेरी है, विधायक की जिम्मेदारी है सड़क बनवाने की। ग्रामीण: विधायक की तो है, आप अफसरों को बोलो। विधायक: मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है देखो, पीडब्ल्यूडी अपना काम कर रहा है, सारा कुछ कर रहा है। ग्रामीण: अच्छा, तो आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं है, गांव के प्रति। विधायक: मेरी कोई ज़िम्मेवारी नहीं है। ग्रामीण: ठीक है बाबू जी। विधायक: जाओ आप। ऑडियो क्लिप के प्रभाव और सवाल इस ऑडियो क्लिप से यह स्पष्ट होता है कि विधायक रामकुमार कश्यप और ग्रामीण के बीच हुई बातचीत में सड़क निर्माण के मुद्दे पर असहमति और असंतोष है। ग्रामीण ने विधायक से सवाल किया कि यदि चुनाव में बूथ हार गए तो क्या सड़क नहीं बनाई जाएगी, जिसका विधायक ने जवाब दिया कि सड़क का काम PWD और बीएंडआर के तहत होता है और वे ही इसका प्रोसेस करेंगे। विधायक ने यह भी कहा कि उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है, जिससे यह सवाल उठता है कि अगर विधायक अपनी जिम्मेदारी नहीं मानते हैं तो विकास कार्यों की देखरेख कौन करेगा। इस ऑडियो से यह भी प्रतीत होता है कि विधायक और ग्रामीण के बीच इस मुद्दे पर पहले से ही तनाव था। मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया यह ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद, जनता और मीडिया के बीच विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोगों का मानना है कि विधायक को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होना चाहिए और क्षेत्र के विकास कार्यों पर ध्यान देना चाहिए। वहीं, कुछ लोग इसे राजनीतिक षड्यंत्र भी मान रहे हैं। ऑडियों क्लिप से गरमाया राजनीतिक माहौल इस मामले ने इंद्री विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। विधायक रामकुमार कश्यप और उनकी पार्टी भाजपा के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है और आने वाले समय में इसके प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।