हरियाणा के पानीपत में पसीना रोड पर एक महिला को अज्ञात वाहन ने तेज रफ़्तार से टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। वहीं, हादसा उस वक्त हुआ जब महिला काम कर अपने घर लौट रही थी। घायल अवस्था में महिला को एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया। निजी अस्पताल में सफाई का काम करती थी महिला सेक्टर 29 थाना पुलिस को दी शिकायत में रामकिशोर साहनी ने बताया कि वह मूल रूप से कल्याणपुर, जिला समस्तीपुर, बिहार का रहने वाला है। हाल में वह पानीपत के सिवाह गांव में किराए पर रहता है। वह सोनीपत में एक सीमेंट गोदाम में काम करता है। वह तीन बच्चों का पिता है। जिसमें दो बेटियां व एक बेटा है। उसकी पत्नी सुनीता(34) थी। जोकि सिवाह बाइपास स्थित एक निजी अस्पताल में सफाई का काम करती थी। 23 जून की रात करीब 8 बजे उसकी पत्नी ड्यूटी खत्म कर घर लौट रही थी। करीब सवा 8 बजे जब वह पसीना रोड पर पहुंची, तो एक अज्ञात वाहन ने तेज गति से उसकी पत्नी को टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। घायल अवस्था में महिला को संजय चौक स्थित एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हरियाणा के पानीपत में पसीना रोड पर एक महिला को अज्ञात वाहन ने तेज रफ़्तार से टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। वहीं, हादसा उस वक्त हुआ जब महिला काम कर अपने घर लौट रही थी। घायल अवस्था में महिला को एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया। निजी अस्पताल में सफाई का काम करती थी महिला सेक्टर 29 थाना पुलिस को दी शिकायत में रामकिशोर साहनी ने बताया कि वह मूल रूप से कल्याणपुर, जिला समस्तीपुर, बिहार का रहने वाला है। हाल में वह पानीपत के सिवाह गांव में किराए पर रहता है। वह सोनीपत में एक सीमेंट गोदाम में काम करता है। वह तीन बच्चों का पिता है। जिसमें दो बेटियां व एक बेटा है। उसकी पत्नी सुनीता(34) थी। जोकि सिवाह बाइपास स्थित एक निजी अस्पताल में सफाई का काम करती थी। 23 जून की रात करीब 8 बजे उसकी पत्नी ड्यूटी खत्म कर घर लौट रही थी। करीब सवा 8 बजे जब वह पसीना रोड पर पहुंची, तो एक अज्ञात वाहन ने तेज गति से उसकी पत्नी को टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। घायल अवस्था में महिला को संजय चौक स्थित एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में भाजपा प्रभारी का दुष्यंत के बयान पर पलटवार:सतीश पूनिया बोले- चुनाव में JJP की पोल खुल चुकी; हमारी क्या खोलेंगे
हिसार में भाजपा प्रभारी का दुष्यंत के बयान पर पलटवार:सतीश पूनिया बोले- चुनाव में JJP की पोल खुल चुकी; हमारी क्या खोलेंगे हरियाणा के हिसार में बुधवार को सेक्टर 14 से स्थित पंजाबी भवन में भाजपा का जिला स्तरीय सम्मेलन हुआ। सम्मेलन में बीजेपी के प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया पहुंचे। उन्होंने सम्मेलन में मौजूद वर्कर्स को बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आगामी मीटिंग में बूथ स्तर पर किए गए कार्यों की समीक्षा भी की जाएगी। लोकसभा चुनाव में बाहरी नेताओं को बीजेपी में शामिल करके टिकट देने के सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि बीजेपी आज के समय में सबसे बड़ी पार्टी है। जो नेता बीजेपी पार्टी में शामिल हो जाता है, वह बीजेपी में रह कर कांग्रेस या किसी पार्टी का नहीं होता। केवल बीजेपी का बन जाता है। चुनाव मेरिट के हिसाब से होता है। जो कार्यकर्ता या नेता जीतने में सक्षम होता है, पार्टी उसे ही टिकट देती है। पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के भाजपा की पोल खोलने के बयान पर सतीश पूनिया ने कहा कि JJP पार्टी की पोल तो खुल चुकी है। पिछले चुनाव में उन्हें 14% वोट मिला था। वही इस चुनाव में 0.8% वोट मिले हैं। इनकी पोल खुल चुकी है, वह हमारी क्या पोल खोलेंगे। भाजपा प्रदेश प्रभारी ने कहा कि लोकसभा का चुनाव हमारे लिए सबक और सीख भी है। लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद विश्लेषण करने पर पता चला कि 45 सीटों पर बीजेपी की लीड है, जबकि 42 पर कांग्रेस की लीड है। पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार आगामी चुनाव के अलग मुद्दे होंगे। अलग-अलग विधानसभा सीट के समीकरण होंगे। कांग्रेस पार्टी अलग-अलग कुनबों में बंटी है। लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला के भीतर घात के बयान पर प्रदेश प्रभारी ने कहा कि जीत में सभी चीज ढक जाती हैं। वही हार होने पर उभर कर सामने आती हैं। पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ता और उम्मीदवार ने जो रिपोर्ट हमें दी है, उन पर चर्चा करना अभी बाकी है। इस तरह की शिकायत अन्य क्षेत्रों से भी मिलेगी तो उस पर संज्ञान लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने जमीन स्तर पर पार्टी के लिए कार्य किया है। लेकिन बूथ स्तर पर जितने सफलता मिलनी चाहिए थी उतनी सफलता हमें मिली नहीं। लोकसभा में जो हमारी कमजोरी रही है उसी को दूर करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
रेवाड़ी में पुराने भाजपाईयों के बगावती सुर:खोला का निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान; सतीश- कापड़ीवास और सन्नी आज लेंगे निर्णय
रेवाड़ी में पुराने भाजपाईयों के बगावती सुर:खोला का निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान; सतीश- कापड़ीवास और सन्नी आज लेंगे निर्णय हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपनी पहली सूची में रेवाड़ी और कोसली सीट पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी गई है। कोसली के विधायक लक्ष्मण सिंह यादव को रेवाड़ी सीट से उतारा गया हैं, जबकि कोसली में उनकी जगह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के खास पूर्व जिला पार्षद अनिल डहीना को मौका दिया गया हैं। दोनों ही प्रत्याशियों की घोषणा के बाद पुराने भाजपाईयों में नाराजगी बढ़ गई है। रेवाड़ी से लंबे समय से तैयारी करने में लगे परिवार-पहचान-पत्र के स्टेट को-ऑर्डिनेटर डा. सतीश खोला ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया हैं। जबकि रेवाड़ी से पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास, पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव और प्रशांत उर्फ सन्नी यादव भी आज बड़ा निर्णय ले सकते हैं। तीनों ही नेता अपने समर्थकों से मीटिंग करेंगे। सतीश खोला करेंगे प्रेस कांफ्रेंस सतीश खोला सुबह 11 बजे अपने रेवाड़ी सेक्टर-1 स्थित कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे। इस बार सतीश खोला के अलावा पर्यटन निगम के चेयरमैन डा. अरविंद यादव, पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास या उनके भतीजे मुकेश कापड़ीवास, पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव, पूर्व जिला पार्षद प्रशांत उर्फ सन्नी यादव टिकट की दावेदारी कर रहे थे। रणधीर सिंह कापड़ीवास, सतीश खोला और डा. अरविंद यादव संगठन के पुराने नेता हैं। ऐसे में उन्हें टिकट की सबसे ज्यादा आस थी। लेकिन पार्टी हाईकमान ने इस सीट पर संगठन और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह दोनों की पसंद से लक्ष्मण सिंह यादव को उतारा हैं। इसी तरह कोसली में पूर्व मंत्री विक्रम ठेकेदार, पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के पीए अभिमन्यु यादव टिकट की दौड़ में थे। इन दोनों को दरकिनार करते हुए पार्टी ने राव इंद्रजीत सिंह के खास अनिल डहीना को टिकट दे दी। ऐसे में विक्रम ठेकेदार भी कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं। 2019 में बगावत के चलते हार गई थी बीजेपी बता दें कि, 2019 के चुनाव में भी बीजेपी में टिकट वितरण के बाद बगावत हो गई थी। राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर सीटिंग MLA रणधीर सिंह कापड़ीवास की टिकट काटकर सुनील मुसेपुर को चुनावी मैदान में उतारा गया था। जिसके बाद रणधीर सिंह कापड़ीवास ने बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने से कांग्रेस प्रत्याशी चिरंजीव को फायदा मिला और वह जीत गए। हालांकि उस वक्त रणधीर सिंह कापड़ीवास के अलावा किसी दूसरे नेता ने बगावत नहीं की। कुछ इसी तरह के समीकरण इस बार भी बनते दिख रहे हैं। इस बार बगावत करने वालों की फेहरिस्त लंबी हो सकती हैं। ऐसे में बीजेपी के लिए फिर से पांच साल पुरानी मुश्किल खड़ी हो सकती हैं। टिकट नहीं मिलने पर सतीश खोला ने कहा कि उन्होंने सालों तक पार्टी के लिए समर्पण भाव से काम किया हैं। उन्हें पूरी उम्मीद थी कि पार्टी इस बार उन्हें टिकट जरूर देगी। लक्ष्मण सिंह यादव का हक कोसली में था। उन्हें रेवाड़ी से उतारना हम जैसे कार्यकर्ताओं के लिए निराशा भरा हैं। इसलिए मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही है। वहीं डा. अरविंद यादव का कहना है कि हम उम्मीद कर रहे थे कि टिकट मिलेगी, लेकिन जैसा पार्टी का फैसला। वहीं सतीश यादव का कहना है कि हम निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। बाकी जनता जो फैसला करेगी उसके अनुरूप निर्णय लिया जाएगा। बावल सीट होल्ड पर रखी गई रेवाड़ी जिले की एक और सीट बावल में अभी बीजेपी की तरफ से किसी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई हैं। इस सीट पर सबसे मजबूत दावेदार कैबिनेट मंत्री डा. बनवारी लाल हैं। लेकिन इस बार उनकी भी टिकट की राह आसान नहीं दिख रही है। डा. बनवारी लाल केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के पुराने समर्थक हैं। लेकिन इस बार राव इंद्रजीत सिंह की उन्हें टिकट दिलाने के मूड में नहीं है। इसके पीछे का कारण डा. बनवारी लाल की राव इंद्रजीत सिंह से दूरिया और उनके विरोधी गुट में कहे जाने वाले नेताओं से नजदीकियां ज्यादा हो गई। यहीं कारण है कि राव इंद्रजीत सिंह बावल की टिकट बदलवाना चाहते हैं। डा. बनवारी लाल के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल पैरवी कर रहे हैं। पेंच फंसने के कारण बीजेपी ने इस सीट को अभी होल्ड पर कर दिया है।
हरियाणा में 2 बच्चियों की हत्या:6 और 11 साल उम्र; मुंह से खून, गर्दन पर चोट; पिता बोले- सुबह जानकार से बहस हुई थी
हरियाणा में 2 बच्चियों की हत्या:6 और 11 साल उम्र; मुंह से खून, गर्दन पर चोट; पिता बोले- सुबह जानकार से बहस हुई थी हरियाणा के अंबाला शहर में आज सुबह दो बच्चियों की निर्मम हत्या कर दी गई है। परिजनों को दोनों बच्चियां अचेत अवस्था में मिली थीं। जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो वहां उन्हें मरा हुआ बताया गया। परिजनों का कहना था कि बच्चियों के गले पर चोट के निशान थे, और उनके मुंह से खून निकल रहा था। पुलिस इसे संदिग्ध मामला बता रही ही है, वहीं परिजनों ने इसे हत्या बताया है। साथ ही मामले की गहराई से जांच की मांग पुलिस से की है। कक्षा 1 और 3 में पढ़ती थीं बच्चियां
पुलिस के अनुसार, आज सुबह सूचना मिली थी कि शहर की वाल्मीकि बस्ती में रहने वाली 2 बच्चियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। इनकी पहचान योगिता (11) और अनामिका (6) दोनों पुत्री सोनू के रूप में हुई। इनका पिता सोनू शहर की ही एक फैक्ट्री में मजदूरी करता है। वह हलवाई भी है। बच्चियों माता का नाम ज्योति है। वह घरों में काम करती है। योगिता कक्षा 3 और अनामिका कक्षा 1 में पढ़ती थी। पिता बोले- रुपयों के लेन-देन को लेकर सुबह जानकार से हुई बहस
पुलिस ने बताया कि जब हम मौके पर छानबीन के लिए पहुंचे तो बच्चियों के पिता ने बताया कि उसके घर पर आज सुबह उनका एक जानकार आया था। उससे रुपए का लेनदेन था। इस दौरान दोनों के बीच थोड़ी कहासुनी भी हो गई थी। बहस करने के बाद वह घर से चला गया था। बेटे ने फोन कर सूचना दी
सोनू ने पुलिस को बताया कि जानकार के जाने के बाद वह भी घर से चला गया। सोनू का कहना था कि उन्हें और उनके पिता वेदप्रकाश को आज सुबह हरिद्वार जाना था। वहीं के लिए हम निकले थे, लेकिन जाते समय वेदप्रकाश घर पर फोन भूल गए। सोनू के अनुसार, उन्होंने अपने बेटे सौरव को घर पर मोबाइल लेने के लिए भेजा। वहां सौरभ ने देखा कि उसकी दोनों बहनें बेड पर तड़प रही थीं। तब सौरभ ने फोन कर पिता को बताया। यह सुनकर सोनू घबरा गया और फौरन घर पहुंचा। वहां देखा तो दोनों बच्चियों की सांस नहीं चल रही थी। अस्पताल गए तो डॉक्टर बोले, इनकी मौत हो चुकी
सोनू के मुताबिक, आनन फानन दोनों बच्चियों को उठाकर अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टर ने बच्चियों को मृत बता दिया। उसी जगह जब देखा तो बच्चियों के मुंह से खून निकल रहा था। देह की छानबीन की तो गले पर निशान थे। इससे उन्होंने हत्या की आशंका जताई। मामले में ASP सृष्टि गुप्ता ने कहा है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। दोनों बच्चियों के शवों को कब्जे में लेकर छानबीन की जा रही है। चौकी नंबर-4 की पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।