हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा कस्बे में किराए पर रह रही महिला के साथ लूट हो गई। महिला काम के लिए सोनीपत गई थी। जब वह वापस लौटी तो देखा कि घर का ताला टूटा हुआ था। कमरे के अंदर का सामान बिखरा पड़ा था। जांच करने पर पता चला कि चोरों ने कमरे में रखे बक्से से नकदी और जेवरात चोरी कर लिए हैं। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। समालखा थाने में दी शिकायत में रानी ने बताया कि वह मूल रूप से आरके कॉलोनी, मुरथल सोनीपत की रहने वाली है। फिलहाल वह पानीपत के समालखा में किराए पर रहती है। वह सोनीपत में बंगलों में सफाई का काम करती है। 23 जून को सुबह करीब 7 बजे वह अपने घर को ताला लगाकर सोनीपत में काम पर चली गई। मेन गेट का ताला टूटा मिला रात करीब 10 बजे वह वापस लौटी। जिस दौरान उसने देखा कि मेन गेट का ताला टूटा हुआ है। वह मकान के भीतर गई, तो कमरे में सारा सारा बिखरा हुआ था। बेड के ऊपर एक लोहे का संदूक मिला। जिसे उसने चेक किया। चेकिंग के दौरान पता लगा कि उसमें रखी 5 हजार की करंसी, एक जोड़ी कानों की बालिया, 4 ग्राम वजनी पायजेब समेत अन्य सामान चोरी हो गया। हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा कस्बे में किराए पर रह रही महिला के साथ लूट हो गई। महिला काम के लिए सोनीपत गई थी। जब वह वापस लौटी तो देखा कि घर का ताला टूटा हुआ था। कमरे के अंदर का सामान बिखरा पड़ा था। जांच करने पर पता चला कि चोरों ने कमरे में रखे बक्से से नकदी और जेवरात चोरी कर लिए हैं। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। समालखा थाने में दी शिकायत में रानी ने बताया कि वह मूल रूप से आरके कॉलोनी, मुरथल सोनीपत की रहने वाली है। फिलहाल वह पानीपत के समालखा में किराए पर रहती है। वह सोनीपत में बंगलों में सफाई का काम करती है। 23 जून को सुबह करीब 7 बजे वह अपने घर को ताला लगाकर सोनीपत में काम पर चली गई। मेन गेट का ताला टूटा मिला रात करीब 10 बजे वह वापस लौटी। जिस दौरान उसने देखा कि मेन गेट का ताला टूटा हुआ है। वह मकान के भीतर गई, तो कमरे में सारा सारा बिखरा हुआ था। बेड के ऊपर एक लोहे का संदूक मिला। जिसे उसने चेक किया। चेकिंग के दौरान पता लगा कि उसमें रखी 5 हजार की करंसी, एक जोड़ी कानों की बालिया, 4 ग्राम वजनी पायजेब समेत अन्य सामान चोरी हो गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में राखीगढ़ी महोत्सव आज से:यहां 9 हजार साल पुरानी हड़प्पाकालीन सभ्यता; एक साथ 60 कंकाल, महिलाओं के आभूषण मिल चुके
हरियाणा में राखीगढ़ी महोत्सव आज से:यहां 9 हजार साल पुरानी हड़प्पाकालीन सभ्यता; एक साथ 60 कंकाल, महिलाओं के आभूषण मिल चुके हरियाणा में हिसार के राखीगढ़ी में 3 दिवसीय महोत्सव आज से शुरू हो रहा है। 20 से 22 दिसंबर तक चलने वाले इस महोत्सव में लोग हजारों वर्ष पुराने मकान की दीवारें और उनके पानी की निकासी के मैनेजमेंट का सिस्टम देख सकेंगे। बता दें कि राखीगढ़ी में 9 हजार साल पुरानी हड़प्पाकालीन सभ्यता की खोज की जा चुकी है। यहां से एक साथ 60 कंकाल मिल चुके हैं। इसके अलावा महिलाओं के आभूषण से लेकर पुरानी लिपि और पानी का ड्रेनेज सिस्टम भी मिल चुका है। इससे पता चलता है कि हजारों साल पहले भी देश में एक सभ्यता ऐसी थी, जो विकसित नगर में रहती थी। अब इस जगह पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग दिल्ली की टीम लगातार काम कर रही है। टीलों ने खींचा राखीगढ़ी की तरफ ध्यान
राखीगढ़ी में ऊंचे टीले हैं, जिनका आकार मिश्र के पिरामिड जैसा है। ये 9 टीले 550 हेक्टेयर एरिया में फैले हुए हैं। इस वजह से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) का ध्यान इन पर गया। ASI ने राखीगढ़ी का सर्वे किया। राखीगढ़ी की 3 बार खुदाई में क्या-क्या मिला? पहली बार मानव कंकाल मिला
करीब 28 साल पहले ASI ने यहां खुदाई का फैसला लिया। 1997-98 में अमरेंद्र नाथ की अगुआई में राखीगढ़ी में टीले नंबर 6 और 7 की खुदाई की गई। टीले नंबर 7 से तब एक मानव कंकाल मिला था, जिसके बाद पता चला कि यहां मानव जीवन रहा है। यह कंकाल अब दिल्ली स्थित नेशनल म्यूजियम में रखा हुआ है। दूसरी बार 60 कंकाल, मानव अवशेष मिले
मानव सभ्यता की खोज के लिए राखीगढ़ी में दूसरी बार डेक्कन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर वसंत सिंधे की अगुआई में 2013–14 में खुदाई की गई। इस यूनिवर्सिटी को खुदाई के लिए ASI ने ही रिकमेंड किया था। खुदाई की निगरानी भी ASI ने ही की थी। उन्होंने 6–7 नंबर टीले के साथ 1–2 की भी खुदाई की, जिसमें करीब 60 कंकाल मिले थे। उनमें से 8-10 कंकाल अच्छी हालत में थे। उन्हीं में से एक कंकाल का DNA लेकर जांच भी की गई। इससे यह अनुमान लगा कि यह सभ्यता करीब साढ़े 5 हजार वर्ष पुरानी है। जब कंकालों के नीचे खुदाई को आगे बढ़ाया तो वहां पर मानव के रहने की अवशेष मिले थे। जब उनकी कार्बन डेटिंग की गई तो यह अवशेष करीब 9 हजार वर्ष पुराने मिले। इसमें सूखी नदी, बर्तन, कुएं आदि मिले। तीसरी खुदाई में मकान की दीवार, ईंटें, तांबा मिले
इसके बाद 2023-24 में खुदाई का काम ASI ने अपने हाथ में ले लिया। ASI के अपर महानिदेशक डॉ. संजय कुमार मंजुल की अगुआई में खुदाई हुई तो इस टीले पर 6 हजार वर्ष पुरानी मकान की दीवार, शंख की चूड़ी, कच्ची ईंटें, तांबा, मनके, मोहरें मिल चुकी हैं। तब से लगतार यहां टीलों की खुदाई की जा रही है। ASI का अनुमान, नदी के सूखने पर हुआ नगर का अंत
राखीगढ़ी को हड़प्पाकालीन सभ्यता की सबसे बड़ी साइट माना जाता है, जो करीब 550 हेक्टेयर में फैली हुई है। यहां मिले 9 टीलों में से पुरातत्व विभाग ने अब तक 5 टीलों की जमीन को एक्वायर किया है। अब राखीगढ़ी में टीले नंबर 6 और 7 को प्रोटेक्ट करने की तैयारी है। राखीगढ़ी साइट प्राचीन सरस्वती नदी के किनारे बसी थी। सरस्वती नदी की सहायक नदी दृष्टवती यहां से बहती थी। ऐसा माना जा रहा है कि यहां बसे नगर का अंत भी नदी के सूख जाने के बाद हुआ होगा। राखीगढ़ी महोत्सव में हजारों मेहमान हेरिटेज वॉक कर सकेंगे
राखीगढ़ी के ऐतिहासिक महत्व को देश–विदेश में फैलाने के मकसद से हरियाणा सरकार यह महोत्सव करा रही है। इसका उद्घाटन पर्यटन मंत्री अरविंद शर्मा करेंगे। वहीं, समापन मुख्यमंत्री नायब सैनी करेंगे। वह यहां संग्रहालय में नवनिर्मित विश्राम गृह, हास्टल और कैफे भवन का उद्घाटन भी करेंगे। लोग टीला नंबर 1 और 3 पर हेरिटेज वॉक भी कर सकेंगे।
राजस्थान को यमुना का सरप्लस पानी देगा हरियाणा:दोनों राज्यों के CM की दिल्ली में मीटिंग; ज्वाइंट टास्क फोर्स बनेगी, केंद्र भेजेगा विशेषज्ञ टीम
राजस्थान को यमुना का सरप्लस पानी देगा हरियाणा:दोनों राज्यों के CM की दिल्ली में मीटिंग; ज्वाइंट टास्क फोर्स बनेगी, केंद्र भेजेगा विशेषज्ञ टीम केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल की अध्यक्षता में नई दिल्ली में देर शाम हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की संयुक्त बैठक हुई। बैठक में हथिनी कुंड से राजस्थान को यमुना नदी के सरप्लस पानी को उपलब्ध कराने के विषय पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बैठक के बाद बताया कि इस बैठक में यमुना नदी के सरप्लस पानी को राजस्थान को उपलब्ध करवाने के लिए विस्तार से चर्चा हुई। इस विषय को लेकर शीघ्र ही हरियाणा व राजस्थान के अधिकारियों की एक संयुक्त टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा, जिससे आने वाले दिनों में इस योजना की विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (DPR) तैयार की जाएगी। सीएम सैनी ने बताया कि बरसात के दिनों में यमुना में अतिरिक्त पानी (सरप्लस) का प्रवाह होता है। इस योजना से इस पानी का उपयोग राजस्थान के विभिन्न जिलों में पेयजल आपूर्ति में हो सकेगा। इस योजना में अपर यमुना रिवर बोर्ड भी तकनीकी सहयोग करेगा। केंद्र भेजेगा विशेषज्ञ टीम मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि इस विषय में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय की पहल पर दोनों राज्यों के मध्य एक एमओयू भी हो चुका है। इसी एमओयू पर आगामी कार्यवाही को लेकर आज की बैठक में चर्चा हुई। उन्होंने बैठक में हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में सेम की समस्या के समाधान के लिए केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय से तकनीकी सहयोग करने की मांग भी रखी। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल ने इस विषय में शीघ्र ही एक तकनीकी टीम राज्य में भेजने का आश्वासन दिया। पूर्व सीएम खट्टर ने की थी पहल पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपने कार्यकाल के दौरान करीब 11 महीनें पहले इसके लिए अपनी सहमति जताई थी। तब तत्कालीन केंद्रीय जल शक्ति मंत्री भैरो सिंह शेखावत की मध्यस्थता में मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में हरियाणा ने तय किया था कि, हथनी कुंड से अपनी जरूरत का पानी लेने के बाद एक्स्ट्रा बचे हुए पानी को राजस्थान को दिया जाएगा। पानी की यह आपूर्ति हरियाणा के बॉर्डर इलाके में की जाएगी। इस मीटिंग में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा भी मौजूद रहे थे। दोनों राज्यों के बीच तय हुआ था कि हरियाणा बरसात के दिनों में यमुना का अतिरिक्त पानी राजस्थान को देगा। यमुना का यह पानी राजस्थान को दक्षिण हरियाणा की तरफ से दिया जाएगा और राजस्थान इस पानी का स्टोरेज करेगा ताकि पीने के काम आ सके। ये हुआ था दोनों राज्यों के बीच समझौता हरियाणा यमुना से दिल्ली को उसके हिस्से का पानी पहले हुए समझौते और सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार देता रहेगा। इसमें कोई कटौती नहीं होगी। राजस्थान में पानी की कमी है, इसलिए यह राजस्थान के साथ हरियाणा ने यह समझौता किया गया था। केंद्र के बाद हरियाणा और अब राजस्थान में भाजपा सरकार बनने के बाद वहां के मुख्यमंत्री भजन लाल ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री के माध्यम से यह प्रस्ताव किया गया था। राजस्थान के तीन जिलों को होगा फायदा इस प्रस्ताव को हरियाणा ने मान लिया है क्योंकि इसमें हरियाणा को कोई नुकसान नहीं बल्कि फायदा है। बरसात के दिनों में कितना पानी अतिरिक्त होता है और इसे किस माध्यम से राजस्थान भेजा जाएगा इसके लिए दोनों राज्यों के अधिकारी कार्ययोजना तैयार करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिमी यमुना की क्षमता पूरी तरह सुरक्षित रहेगी। गजेंद्र शेखावत ने कहा था, कि इस समझौते से राजस्थान के सीकर, झुंझनू और चूरू को फायदा होगा जहां पानी की उपलब्धता नहीं है। 20 सालों से राजस्थान दे रहा सुझाव हथिनी कुंड बैराज पर पानी रोकने की क्षमता से अधिक पानी को राजस्थान को दिया जाएगा। पिछले 20 साल से यह सुझाव राजस्थान की तरफ से दिया जा रहा था लेकिन किसी ने इस पर पहल नहीं की। अब उन्हें प्रसन्नता है कि राजस्थान और हरियाणा के सीएम ने इस पर काम शुरू कर दिया है। अब MOU होने के बाद हथिनी कुंड बैराज से चार पाइप लाइनें निकाली जाएंगी, 3 लाइन राजस्थान जाएगी और एक पाइप लाइन हरियाणा के लिए होगी।
दिल्ली से करनाल तक चलेगी रैपिड रेल:मेट्रो विस्तार को लेकर CM सैनी की केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल से मुलाकात, प्रोजेक्ट पर रिसर्च होगी
दिल्ली से करनाल तक चलेगी रैपिड रेल:मेट्रो विस्तार को लेकर CM सैनी की केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल से मुलाकात, प्रोजेक्ट पर रिसर्च होगी हरियाणा में मेंट्रो और रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) जैसी सुविधाओं के विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने नई दिल्ली में केंद्रीय आवासन एवं शहरी मामले मंत्री मनोहर लाल के साथ मुलाकात की।
दोनों नेताओं के बीच कई घंटे बैठक चली जिसमें हरियाणा और केंद्र से जुड़े अधिकारी भी शामिल हुए। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने हरियाणा में मेंट्रो और RRTS के विस्तार की मांग रखी जिस पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मेट्रो को गुरुग्राम के पालम विहार से एयरपोर्ट को जोड़ने पर अध्ययन किया जाएगा और दो अलग-अलग लाइनें बिछाने पर भी संभावनाओं को तलाशा जाएगा। इसी तरह बहादुरगढ़ से असौदा मेट्रो लाइन का अध्ययन, बल्लभगढ़ से पलवल, गुरुग्राम के सेक्टर-9 से बाढसा एम्स और दिल्ली के ढांसा से बाढसा एम्स का अध्ययन, सराय कालेखां से पानीपत तक जाने वाली RRTS को करनाल तक बढ़ाने का अध्ययन होगा। उन्होंने बताया कि सराय कालेखां से धारूहेड़ा तक जाने वाली RRTS को बावल व राजस्थान के शाहजहांपुर तक चालू करने पर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। गुरुग्राम से फरीदाबाद के बीच चलेगी RRTS
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गुरुग्राम से फरीदाबाद के बीच मैट्रो रेल लाइन की व्यवाहरिता नहीं बन रही थी इसलिए अब यहां पर RRTS को क्रियान्वित करने के लिए अध्ययन करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से गुरुग्राम, फरीदाबाद होते हुए जेवर एयरपोर्ट तक लाइन बिछाने के लिए अध्ययन होगा। गुरुग्राम के सेक्टर-56 से पंचगांव तक की प्रस्तावित मेट्रो लाइन को बिछाने का खर्च हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाएगा और इसकी परियोजना की DPR प्राप्त होने के बाद मंजूरी केन्द्रीय मंत्रालय द्वारा 15 दिन के भीतर दे दी जाएगी। दिल्ली एयरपोर्ट से गुरुग्राम-फरीदाबाद-जेवर एयरपोर्ट जोड़ा जाएगा : CM
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि हरियाणा दिल्ली के साथ लगता है और यहां पर लोग अपना कारोबार इत्यादि करते हैं। मेट्रो रेल और RRTS की सुविधा देने के लिए विभिन्न परियोजनाओं पर चर्चा की गई और विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने बताया कि आज दिल्ली एयरपोर्ट से गुरुग्राम-फरीदाबाद-जेवर एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए RRTS की संभावनाओं को तलाशा जाएगा और इसका अध्ययन किया जाएगा। इसी प्रकार, दिल्ली के सराय कालेखां से करनाल तक आरआरटीएस, गुरुग्राम से बाढसा के एम्स तक मेट्रो लाइन को जोड़ने पर आज चर्चा की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा को अवश्य ही इन परियोजनाओं को क्रियान्वित करने में लाभ प्राप्त होगा। बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, मुख्यमत्री प्रधान सलाहकार शहरी विकास डी एस ढेसी, हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक चंद्रशेखर खरे, नगर एवं योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरूण कुमार गुप्ता, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली, एआसी नेहा सिंह और केन्द्रीय आवासन एवं शहरी मामले मंत्रालय, डीएमआरसी सहित अन्य केन्द्रीय एजेंसियों के अधिकारी उपस्थित थे।