हिमाचल प्रदेश में कल से अगले छह दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है। भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट खास तौर पर 29 और 30 जून के लिए जारी किया गया है। ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर को छोड़कर नौ जिलों में आज और कल के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, जब खतरा कम होता है तो येलो अलर्ट जारी किया जाता है। जब सावधानी की जरूरत होती है और खतरा ज्यादा होता है तो ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है और जब खतरा बहुत ज्यादा होता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है। येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट का मतलब IMD के मुताबिक, 24 घंटे में 0-64 मिमी बारिश का पूर्वानुमान होने पर येलो अलर्ट जारी किया जाता है, 65 से 114 मिमी बारिश होने पर ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है और 115 मिमी से ज्यादा बारिश का पूर्वानुमान होने पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। इस दौरान बारिश के साथ-साथ कुछ जगहों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं। पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को एडवाइजरी इस सीजन में मौसम विभाग ने पहली बार बारिश का ऑरेंज अलर्ट दिया है। इसे देखते हुए प्रदेशवासियों को सावधानी बरतनी होगी। स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को भी अधिक ऊंचाई वाले, लैंड स्लाइड संभावित क्षेत्रों और नदी-नालों के आसपास नहीं जाने से बचना होगा। कई शहरों में प्री-मानसून की बौछारें प्रदेश के कई क्षेत्रों में प्री-मानसून की बारिश बीते तीन दिन से हो रही है। इससे प्रदेशवासियों ने भीषम गर्मी से राहत की सांस जरूर ली है। मगर ऊना सहित दूसरे शहरों का तापमान अभी भी नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। हिमाचल प्रदेश में कल से अगले छह दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है। भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट खास तौर पर 29 और 30 जून के लिए जारी किया गया है। ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर को छोड़कर नौ जिलों में आज और कल के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, जब खतरा कम होता है तो येलो अलर्ट जारी किया जाता है। जब सावधानी की जरूरत होती है और खतरा ज्यादा होता है तो ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है और जब खतरा बहुत ज्यादा होता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है। येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट का मतलब IMD के मुताबिक, 24 घंटे में 0-64 मिमी बारिश का पूर्वानुमान होने पर येलो अलर्ट जारी किया जाता है, 65 से 114 मिमी बारिश होने पर ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है और 115 मिमी से ज्यादा बारिश का पूर्वानुमान होने पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। इस दौरान बारिश के साथ-साथ कुछ जगहों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं। पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को एडवाइजरी इस सीजन में मौसम विभाग ने पहली बार बारिश का ऑरेंज अलर्ट दिया है। इसे देखते हुए प्रदेशवासियों को सावधानी बरतनी होगी। स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को भी अधिक ऊंचाई वाले, लैंड स्लाइड संभावित क्षेत्रों और नदी-नालों के आसपास नहीं जाने से बचना होगा। कई शहरों में प्री-मानसून की बौछारें प्रदेश के कई क्षेत्रों में प्री-मानसून की बारिश बीते तीन दिन से हो रही है। इससे प्रदेशवासियों ने भीषम गर्मी से राहत की सांस जरूर ली है। मगर ऊना सहित दूसरे शहरों का तापमान अभी भी नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल हाईकोर्ट का फोन टैपिंग मामले में बड़ा फैसला:टेलीफोन रिकॉर्डिंग करना अवैध, निजता के अधिकार का उलंघन, एविडेंस मानने से इनकार हिमाचल हाईकोर्ट ने टेलीफोन रिकॉर्डिंग को साक्ष्य के तौर पर पेश करने को लेकर महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। न्यायाधीश बिपिन चंद्र नेगी की कोर्ट ने टेलीफोन रिकॉर्डिंग को अवैध करार देते हुए निजता के अधिकार का उलंघन बताया और कहा कि इसे साक्ष्य के तौर पर रिकॉर्ड पर नहीं लिया जा सकता। कोर्ट ने कहा, टेलिफोन रिकॉर्डिंग करके जुटाए गए साक्ष्य मान्य नहीं होते। कानून द्वारा स्थापित प्रकिया के विपरीत टेलीफोन टैपिंग कर एविडेंस जुटाना सही नहीं है। इस प्रकार अवैध रूप से जुटाए गए साक्ष्य कानूनन अमान्य है। कोर्ट ने व्यवस्था देते हुए कहा कि निजता के अधिकार को भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 का अभिन्न हिस्सा माना गया है। पारिवारिक मामले का निपटारा करते हुए दिए आदेश दरअसल, एक पारिवारिक मामले में प्रार्थी ने पत्नी और उसकी मां की आपसी बातचीत की टेलीफोन रिकॉर्डिंग को साक्ष्य के रूप में रिकॉर्ड पर लेने का अदालत से आग्रह किया था। पहले ट्रायल कोर्ट ने प्रार्थी के इस आग्रह को खारिज किया। ट्रायल कोर्ट के बाद हाईकोर्ट ने भी खारिज की प्रार्थी की दलील प्रार्थी ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी और कोर्ट से पत्नी और उसकी मां (पति की सास) की रिकॉर्डिंग को रिकॉर्ड पर लेने का फिर से आग्रह किया। मगर हाईकोर्ट ने प्रार्थी की इस दलील को खारिज कर दिया और कहा कि टेलीफोन पर बातचीत किसी व्यक्ति के निजी जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है। गोपनीयता के अधिकार के दायरे में आता है अदालत ने कहा, किसी के घर अथवा कार्यालय की गोपनीयता को देखते हुए टेलीफोन पर बातचीत करने का अधिकार निश्चित रूप से ‘गोपनीयता के अधिकार’ के दायरे में आता है। इसलिए स्थापित प्रक्रिया का पालन कर ही वैध रूप से साक्ष्य जुटाए जा सकते हैं।
हिमाचल में कल बारिश के आसार:50 मीटर से नीचे गिरी विजिबिलिटी; सामान्य से अधिक तापमान, ऊना सबसे गर्म
हिमाचल में कल बारिश के आसार:50 मीटर से नीचे गिरी विजिबिलिटी; सामान्य से अधिक तापमान, ऊना सबसे गर्म हिमाचल प्रदेश में मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है। प्रदेश भर में दिन गर्म और रातें ठंडी बनी हुई है। नवंबर माह में अभी तक प्रदेश भर में बारिश लगभग शून्य के बराबर हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला का सोमवार को प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी के पूर्वानुमान लगाया है। IMD का पूर्वानुमान है कि इस दौरान प्रदेश के मध्य पर्वतीय और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में आज मौसम साफ बना रहेगा। आज आधी रात वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव होगा। इससे अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में 11 नवंबर को हल्की बर्फबारी हो सकती है। वहीं मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है। मगर मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। कोहरे के येलो अलर्ट वहीं IMD ने आज प्रदेश के दो जिलों मंडी और बिलासपुर जिला के कई क्षेत्रों में सुबह के समय भयंकर कोहरा छाया रहा। इस दौरान यहां विजिबिलिटी के काफी कम रही। IMD ने आज और कल मंडी के सुंदरनगर वाले क्षेत्र, जबकि बिलासपुर के भाखड़ा बांध वाले क्षेत्रों कोहरे के येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान वाहन चालकों से सावधानी बरतने की अपील की गई है। तापमान सामान्य से ज्यादा वहीं मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी मौसम बुलेटिन के अनुसार प्रदेश के कई शहरों में तापमान सामान्य से ज्यादा है। IMD के अनुसार प्रदेश का औसत तापमान सामान्य से 1.3 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है। बीते 24 घंटों की बात करें तो प्रदेश भर में ऊना में 30.7 डिग्री सेल्सियस तापमान प्रदेश भर में सर्वाधिक रहा है। 6 जिलों में पानी की बूंद नहीं बरसी प्रदेश में लगभग 40 दिनों बारिश नहीं हुई। 6 जिले हमीरपुर, चंबा, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी है। इससे सूखे जैसे हालात पनपने लगे हैं। कांगड़ा जिला में 36 दिनों में मात्र 1.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। किन्नौर में 0.4 मिलीमीटर, लाहौल स्पीति जिला में 0.1 मिलीमीटर, मंडी 2.8 मिलीमीटर, शिमला 0.2 मिलीमीटर और ऊना में सबसे ज्यादा 8.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। बेशक ऊना में 8.6 मिलीमीटर बादल बरसे हैं, मगर यहां भी सामान्य से 56 प्रतिशत कम बारिश है।
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तीन दिनों से प्यासे यांगला गांव के बाशिंदे:ग्लेशियर आने से ध्वस्त हुई पानी की आपूर्ति, विभाग के मजदूर काम छोड़ कर भागे पिछले तीन दिनों से लाहौल जिला के यांगला गांव के वाशिंदे पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं। इस गांव को आने वाली पानी की सप्लाई भ्रेण्ड नाले में ग्लेशियर आने के कारण अनेक जगह दब गई है। खेतों में सिंचाई का एकमात्र स्रोत बेमौसमी सब्जियों के लिए जानी जाने वाली लाहौल घाटी में आजकल सब्जियों का सीजन जोरों पर है। यहां खेतों में भी सिंचाई के लिए पानी की सप्लाई इसी नाले से आती है। सप्लाई ठप्प होने के कारण सब्जियां सूखने की कगार पर पहुंच गई हैं। अभी तक यहां बरसात भी बहुत कम हुई है। ग्रामीणों ने संभाला मोर्चा मंगलवार से स्थानीय किसान व मजदूर यहां ग्लेशियर काटने में लगे हुए थे। जल शक्ति विभाग ने मजदूर तो भेज दिए थे, मगर वे काम अधूरा छोड़ कर भाग खड़े हुए । जिस के कारण गांवों वालों की परेशानी और बढ़ गई। इसके बाद ग्रामीणों ने ही खुद मोर्चा संभाल लिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग आठ सौ मीटर पाइपें ग्लेशियर में दब गई हैं और आज तीसरे दिन भी ग्रामीणों को कोई सफलता नही मिल पाई है। विधायक और जलशक्ति विभाग को भी कराया गया था अवगत स्थानीय किसानों के मुताबिक लगभग चार जगह पानी के आस में बर्फ काटी गई लेकिन अभी तक पानी का स्रोत नही मिल पा रहा है। क्योंकि ग्लेशियर 30 से 40 फीट से भी ज्यादा ऊंचा है। स्थानीय निवासी प्रदीप मालपा, प्रेम लाल, इंद्र पाल और देवी चंद ने बताया कि उन्होंने स्थानीय विधायक अनुराधा राणा व जल शक्ति विभाग को भी इस बारे अवगत करवा दिया था। जल्द बहाल होगी पानी की सप्लाई सहायक अभियन्ता जल शक्ति विभाग संजू बौद्ध ने बताया कि इस की सूचना हमें मिल चुकी है। विभाग गांवों वालों के लिए मजदूर और पाइपें मुहैया करवा रहा है। शुक्रवार को यदि पानी का स्रोत मिल गया तो जल्द ही पानी की समस्या दूर हो जाएगी। उन्होनें बताया कि ग्लेशियर काफी अधिक है, स्त्रोत ढूंढने में थोड़ा समय लग सकता है। लोग संयम रखें, जल्द से जल्द पानी की सप्लाई बहाल कर दी जाएगी।