बठिंडा काउंटर इंटेलिजेंस और जिला पुलिस ने लॉरेंस गैंग और गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के 3 शूटरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 02 पिस्तौल 32 बोर 01 9 एमएम, 06 जिंदा कारतूस और 06 मैगजीन के साथ एक वर्ना कार बरामद की गई है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपियों से पूछताछ में खुलासे होने की उम्मीद है। आरोपियों की पहचान शूटर करणदीप सिंह निवासी नवी बस्ती मौड़ मंडी, रघवीर सिंह निवासी कोट शमीर थाना सदर, कुलविंदर सिंह निवासी कोट शमीर जिला बठिंडा के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन हथियारों का इस्तेमाल जिले में कई लक्षित हत्याओं और अन्य घटनाओं को अंजाम देने के लिए किया जाना था। बठिंडा और उसके आसपास के इलाकों में पुलिस द्वारा आगे की जांच जारी है। उनके खिलाफ पहले से ही करीब तीन मामले दर्ज हैं। बठिंडा काउंटर इंटेलिजेंस और जिला पुलिस ने लॉरेंस गैंग और गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के 3 शूटरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 02 पिस्तौल 32 बोर 01 9 एमएम, 06 जिंदा कारतूस और 06 मैगजीन के साथ एक वर्ना कार बरामद की गई है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपियों से पूछताछ में खुलासे होने की उम्मीद है। आरोपियों की पहचान शूटर करणदीप सिंह निवासी नवी बस्ती मौड़ मंडी, रघवीर सिंह निवासी कोट शमीर थाना सदर, कुलविंदर सिंह निवासी कोट शमीर जिला बठिंडा के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन हथियारों का इस्तेमाल जिले में कई लक्षित हत्याओं और अन्य घटनाओं को अंजाम देने के लिए किया जाना था। बठिंडा और उसके आसपास के इलाकों में पुलिस द्वारा आगे की जांच जारी है। उनके खिलाफ पहले से ही करीब तीन मामले दर्ज हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ में तैयार होगा पंजाब विजन 2047:पंजाब की खेती से लेकर वित्तीय स्थिति तक बनेगी स्ट्रेटजी, कई क्षेत्रों के माहिर होंगे शामिल
चंडीगढ़ में तैयार होगा पंजाब विजन 2047:पंजाब की खेती से लेकर वित्तीय स्थिति तक बनेगी स्ट्रेटजी, कई क्षेत्रों के माहिर होंगे शामिल पंजाब विजन 2047 को लेकर चंडीगढ़ में दो दिन मंथन होगा। इस दौरान पंजाब की खेती से लेकर इंंडस्ट्री, आर्थिक स्थिति, सुरक्षा और नशे के मुद्दे पर स्ट्रेटजी बनेगी। यह प्रोग्राम वर्ल्ड पंजाबी आर्गेनाइजेशन, पंजाब यूनिवर्सिटी और पंजाब डेवलपमेंट कमीशन की तरफ से पंजाब यूनिवर्सिटी में पंजाब विजन 2047 के बैनर तले करवाया जा रहा है। इसमें पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों के माहिर, सरकार के मंत्री और अफसर एक मंच पर अपनी बात रखेंगे। साथ ही इस दौरान जो चीजें सामने आएंगी, उसे सरकार के समक्ष रखा जाएगा। पहले दिन ऐसे चलेगा प्रोग्राम इस प्रोग्राम में पंजाब के फाइनेंस मिनिस्टर हरपाल सिंह चीमा बतौर मुख्य मेहमान शामिल होंगे। वहीं, राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा और यूनिवर्सिटी की चांसलर रेनु विग मौजूद रहेगी। राज्यसभा सांसद विक्रम साहनी प्रोग्राम की थीम पर अपनी राय रखेंगे। इस प्रोग्राम को काफी अहम माना जा रहा है। प्रोग्राम के पहले दिन तीन सेशन होंगे। जिसमें कई नामी हस्तियां शामिल होंगी। वहीं यूनिवर्सिटी के युवा भी इसमें शिरकत करेंगे।
चीफ सेक्रेटरी व डीजीपी भी करेंगे शिरकत प्रोग्राम के पहले दिन शासन संबंधी चुनौतियों, कृषि सुधारों और औद्योगिक विकास जैसे प्रमुख मुद्दों पर फोकस रहेगा। इस दौरान होने वाले सेशन में पंजाब के कैबिनेट मंत्री डॉ. बलबीर सिंह, बलजीत कौर, गुरमीत सिंह, हरभजन सिंह ईटीओ और तरुण प्रीत सिंह सोंद शामिल होंगे। इसके अलावा पंजाब के चीफ सेक्रेटरी केएपी सिन्हा, डीजीपी गौरव यादव, तेजवीर सिंह और अजय सिन्हा सहित वरिष्ठ सरकारी अधिकारी पैनलिस्ट के रूप में भाग लेंगे। साथ ही देविंदर शर्मा और रमेश इंदर सिंह जैसे सामाजिक कार्यकर्ता और अमृत सागर मित्तल, राजिंदर गुप्ता और पीजे सिंह जैसे उद्योगपति भी प्रोग्राम में शामिल होंगे।
पराली जलाने से हरियाणा के 3 शहरों में AQI-400 पार:डॉक्टर बोले-इस प्रदूषण में सांस लेना 25-30 सिगरेट पीने के बराबर; पंजाब-चंडीगढ़ में ऑरेंज अलर्ट
पराली जलाने से हरियाणा के 3 शहरों में AQI-400 पार:डॉक्टर बोले-इस प्रदूषण में सांस लेना 25-30 सिगरेट पीने के बराबर; पंजाब-चंडीगढ़ में ऑरेंज अलर्ट हरियाणा में पराली जलाने से बढ़े प्रदूषण के कारण हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात बन रहे हैं। खासकर जीटी रोड बेल्ट के पानीपत, करनाल और कुरूक्षेत्र में हालात बिगड़ चुके हैं। अकेले कुरूक्षेत्र, करनाल और पानीपत में 198 जगहों पर पराली जलाने के मामले सामने आए हैं, जबकि पूरे हरियाणा में ऐसे मामलों की संख्या 680 है। कुरूक्षेत्र में कल 15 जगहों पर पराली जलाई गई। इसके अलावा इन शहरों में कई जगहों पर खुले में कूड़ा भी जलाया जा रहा है। एक दिन पहले 23 अक्टूबर को पानीपत में एक्यूआई 500 से ऊपर पहुंच गया था। आज पानीपत में एक्यूआई 450, कुरूक्षेत्र में 420 और करनाल में 402 चल रहा है। हालांकि पानीपत में हवा चलने से प्रदूषण से राहत मिली है। रात को AQI का लेवल 450 के बाद अब इसमें कमी आई है। पानीपत के डीसी वीरेंद्र कुमार दहिया का कहना है कि प्रदूषण का स्तर 158 है, जो पहले से सुधरा है। मेदांता हॉस्पिटल के डॉ. अरविंद कुमार का कहना है कि 400 से ऊपर एक्यूआई वाली हवा में सांस लेना एक दिन में 25-30 सिगरेट पीने के बराबर है। 300-350 का AQI एक दिन में 15-20 सिगरेट के बराबर हो सकता है। इससे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है। पंजाब के 2 शहरों और चंडीगढ़ में प्रदूषण का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब में अमृतसर का AQI 221 और मंडी गोबिंदगढ़ में 235 AQI हो चुका है। जो खराब की कैटेगरी में आता हैं। चंडीगढ़ में भी AQI 210 हो चुका है। यहां पराली जलने की घटनाएं कम हुई हैं लेकिन हवा न चलने से इसका धुआं नहीं छंट रहा। प्रदूषण को लेकर डॉक्टर्स ने क्या कहा… 1. डॉ. काजल बोले- पंजाब में मुश्किलें बढ़ीं, मास्क पहनना चाहिए
मेडिकल कॉलेज अमृतसर के टीबी-चेस्ट डिपार्टमेंट से रिटायर्ड HOD डॉ. एनसी काजल का कहना है कि आंखों में जलन की समस्याएं आम हो गई हैं। वहीं अस्थमा समेत सांस की दूसरी बीमाारियों के रोगियों की मुश्किलें बढ़ चुकी हैं। इस स्थिति में बाहर निकलने से बचना चाहिए। इमरजेंसी हो तो मास्क पहनना चाहिए। 2. एम्स के पूर्व निदेशक ने कहा- कोविड से ज्यादा खतरनाक प्रदूषण
दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोविड 19 की तुलना में प्रदूषण से होने वाली मौतें अधिक हो सकती हैं। हेल्थ इफेक्ट इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में वायु प्रदूषण के कारण दुनिया में 80 लाख मौतें हुईं। यह कोविड 19 से हुई मौतों से भी ज्यादा हैं। हमें कोविड की चिंता थी, लेकिन प्रदूषण की नहीं। WHO के मुताबिक वायु प्रदूषण से इन बीमारियों का खतरा 1. अस्थमा: सांस लेने में कठिनाई होती है, छाती में दबाव महसूस होता है और खांसी भी आती है। ऐसा तब होता है जब व्यक्ति की श्वसन नली में रुकावट आने लगती है। यह रुकावट एलर्जी (हवा या प्रदूषण) और कफ से आती है। कई रोगियों में यह भी देखा गया है कि सांस लेने की नली में सूजन भी आ जाती है। 2. फेफड़ों का कैंसर: स्मॉल सेल लंग कैंसर (SCLC) प्रदूषण और धूम्रपान से होने वाला कैंसर है। इसका पता तब चलता है जब SCLC शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फैल चुका होता है। साथ ही, नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (NSCLC) तीन तरह के होते हैं। एडेनोकार्सिनोमा, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और लार्ज सेल कार्सिनोमा। 3. हार्ट अटैक : वायु प्रदूषण से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। जहरीली हवा के PM 2.5 के बारीक कण खून में चले जाते हैं। इससे धमनियां सूज जाती हैं। 4. बच्चों में सांस की दिक्कत: बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह नाक, गले और फेफड़ों को संक्रमित करता है, जो सांस लेने में मदद करने वाले अंग हैं। बच्चों को इस बीमारी का खतरा अधिक होता है। 5 साल से कम उम्र के बच्चे इस बीमारी से सबसे ज्यादा मरते हैं। 5. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) : क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) एक सांस संबंधी बीमारी है जिसमें मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह बहुत खतरनाक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक सबसे ज्यादा लोग सीओपीडी से मरते हैं। पराली जलाने वालों पर कोई नियंत्रण नहीं
प्रदेश में पराली जलाने पर अभी तक कोई नियंत्रण नहीं है। बुधवार को भी पराली जलाने के 15 नए मामले सामने आए। इन्हें मिलाकर कुल आंकड़ा 680 पर पहुंच गया है। कुरुक्षेत्र और रोहतक में सबसे ज्यादा नए मामले आए हैं और हिसार में भी दो दिन बाद एक मामला आया है। ऐसे में कृषि विभाग की टीम ने संबंधित किसान पर चालान के साथ ही केस भी दर्ज करवाया है। यमुनानगर और जींद में भी एक-दो केस मिले हैं। इससे प्रदेश का पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। वहीं दूसरी ओर सरकार हरसैक के जरिए सबसे ज्यादा निगरानी रख रही है। विभाग की टीम हर सूचना पर नजर रख रही है। जैसे ही कोई आगजनी की घटना करता है तो उसकी सूचना और लोकेशन विभाग तक पहुंच जाती है। हिसार DC बोले-1000 रुपए प्रति एकड़ दे रहे
हिसार के डीसी प्रदीप दहिया का कहना है कि कृषि भूमि की उपजाऊ शक्ति को बरकरार रखने एवं प्रदूषण से होने वाले नुकसान को देखते हुए अवशेषों का उचित प्रबंधन विभिन्न मशीनों द्वारा खेत में मिलाकर अथवा बेलर द्वारा गांठ बनाकर किया जा सकता है। इसके लिए किसान को कृषि विभाग द्वारा 1000 रुपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है, जिसके लिए किसान विभागीय पोर्टल पर 30 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट लगा चुका फटकार
पराली जलाने के मामले में कार्रवाई न करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट हरियाणा के साथ पंजाब सरकार को भी फटकार लगा चुका है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अगर वह सख्ती दिखा रहे हैं तो फिर एक मुकदमा तो चलना चाहिए। न तो FIR दर्ज की जा रही हैं और न ही जुर्माना लिया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से भी इस मामले को लेकर नाराजगी जताई (पूरी खबर पढ़ें)
मानसा में सिद्धू मूसेवाला केस में पिता की गवाही टली:कोर्ट नहीं पहुंचे, लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू वीडियो कॉन्फ्रेंस से पेश
मानसा में सिद्धू मूसेवाला केस में पिता की गवाही टली:कोर्ट नहीं पहुंचे, लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू वीडियो कॉन्फ्रेंस से पेश मानसा की कोर्ट में आज सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में एक महत्वपूर्ण सुनवाई होनी थी, जिसमें मृतक गायक के पिता बलकौर सिंह को गवाही देनी थी। हालांकि, वे किसी कारणवश कोर्ट में नहीं आ सके। मामले के वकील एडवोकेट सतिंदर पाल सिंह मित्तल ने बताया कि मुख्य आरोपी लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। कोर्ट ने बलकौर सिंह को अगली सुनवाई के लिए 7 फरवरी की तारीख दी है। इस मामले में अब तक महत्वपूर्ण गवाहियां दर्ज की जा चुकी हैं। 29 मई 2022 को हुई घटना के समय मूसेवाला के साथ थार गाड़ी में मौजूद उनके दोनों साथी गुरप्रीत सिंह और गुरविंदर सिंह पहले ही अपनी गवाही दे चुके हैं। इन गवाहों ने घटना के दौरान मौजूद गाड़ियों और हमलावरों की पहचान की पुष्टि की है। आरोपियों की अगली पेशी 17 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होगी।