हरियाणा में भारी बारिश की चेतावनी:18 जिलों में अलर्ट घोषित; बिजली गिरने की संभावना, 50 KMPH की रफ्तार से चलेंगी हवाएं

हरियाणा में भारी बारिश की चेतावनी:18 जिलों में अलर्ट घोषित; बिजली गिरने की संभावना, 50 KMPH की रफ्तार से चलेंगी हवाएं

हरियाणा में रविवार को कमजोर पड़ा मानसून सोमवार यानी आज से फिर सक्रिय हो गया है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रदेश के 18 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य चार जिलों को येलो अलर्ट पर रखा गया है। मौसम विभाग ने इस दौरान बिजली गिरने की भी संभावना जताई है। साथ ही 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। वहीं, प्रदेश में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण उमस भरी गर्मी लोगों के पसीने छुड़ा रही है। 24 घंटे के दौरान सिरसा सबसे गर्म जिला रहा, यहां अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, प्रदेश में न्यूनतम तापमान 25.0 से 31.0 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। इन जिलों में अलर्ट हरियाणा के जिन जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, उनमें पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, यमुनानगर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, भिवानी और चरखी दादरी शामिल हैं। मौसम विभाग ने इन जिलों में आंधी के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है। इस कारण कमजोर पड़ गया था मानसून मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा में मानसून की गति धीमी पड़ गई थी। रविवार को मानसून के असर के कारण छिटपुट स्थानों पर ही बारिश दर्ज की गई। दरअसल, मानसून की गतिविधियां मानसून टर्फ लाइन पर निर्भर करती हैं, यह जहां से भी गुजरती है, उसके दोनों ओर बारिश की गतिविधियां होती हैं। 1 से 5 जुलाई के दौरान प्रदेश में अच्छी बारिश की उम्मीद है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार जून में प्रदेश में सामान्य बारिश 55.3 मिमी होती है, जबकि इस महीने में मात्र 29.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। जून में 47% कम बारिश हरियाणा में जून महीने में सामान्य से 47 प्रतिशत कम बारिश हुई। फरीदाबाद और पानीपत को छोड़कर सभी जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई। वहीं, मानसून की सक्रियता कम हुई है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो सोमवार से मानसून एक बार फिर सक्रिय हो जाएगा। जून में अंबाला और पंचकूला में सामान्य से 90 फीसदी कम बारिश हुई, यमुनानगर में सामान्य से 86 फीसदी कम बारिश हुई, कैथल और करनाल में 80 फीसदी कम बारिश हुई, चरखी दादरी में 76 फीसदी कम बारिश हुई, कुरुक्षेत्र में 68 फीसदी कम बारिश हुई, महेंद्रगढ़ में 58 फीसदी कम बारिश हुई। वहीं फतेहाबाद में 55 फीसदी कम बारिश हुई, हिसार में 45 फीसदी कम बारिश हुई, भिवानी में 41 फीसदी कम बारिश हुई, रेवाड़ी में 36 फीसदी कम बारिश हुई, रोहतक में 34 फीसदी कम बारिश हुई, सिरसा में 31 फीसदी कम बारिश हुई, पलवल में 29 फीसदी कम बारिश हुई, सोनीपत में 28 फीसदी कम बारिश हुई और झज्जर में 24 फीसदी कम बारिश हुई। हरियाणा में रविवार को कमजोर पड़ा मानसून सोमवार यानी आज से फिर सक्रिय हो गया है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रदेश के 18 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य चार जिलों को येलो अलर्ट पर रखा गया है। मौसम विभाग ने इस दौरान बिजली गिरने की भी संभावना जताई है। साथ ही 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। वहीं, प्रदेश में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण उमस भरी गर्मी लोगों के पसीने छुड़ा रही है। 24 घंटे के दौरान सिरसा सबसे गर्म जिला रहा, यहां अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, प्रदेश में न्यूनतम तापमान 25.0 से 31.0 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। इन जिलों में अलर्ट हरियाणा के जिन जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, उनमें पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, यमुनानगर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, भिवानी और चरखी दादरी शामिल हैं। मौसम विभाग ने इन जिलों में आंधी के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है। इस कारण कमजोर पड़ गया था मानसून मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा में मानसून की गति धीमी पड़ गई थी। रविवार को मानसून के असर के कारण छिटपुट स्थानों पर ही बारिश दर्ज की गई। दरअसल, मानसून की गतिविधियां मानसून टर्फ लाइन पर निर्भर करती हैं, यह जहां से भी गुजरती है, उसके दोनों ओर बारिश की गतिविधियां होती हैं। 1 से 5 जुलाई के दौरान प्रदेश में अच्छी बारिश की उम्मीद है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार जून में प्रदेश में सामान्य बारिश 55.3 मिमी होती है, जबकि इस महीने में मात्र 29.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। जून में 47% कम बारिश हरियाणा में जून महीने में सामान्य से 47 प्रतिशत कम बारिश हुई। फरीदाबाद और पानीपत को छोड़कर सभी जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई। वहीं, मानसून की सक्रियता कम हुई है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो सोमवार से मानसून एक बार फिर सक्रिय हो जाएगा। जून में अंबाला और पंचकूला में सामान्य से 90 फीसदी कम बारिश हुई, यमुनानगर में सामान्य से 86 फीसदी कम बारिश हुई, कैथल और करनाल में 80 फीसदी कम बारिश हुई, चरखी दादरी में 76 फीसदी कम बारिश हुई, कुरुक्षेत्र में 68 फीसदी कम बारिश हुई, महेंद्रगढ़ में 58 फीसदी कम बारिश हुई। वहीं फतेहाबाद में 55 फीसदी कम बारिश हुई, हिसार में 45 फीसदी कम बारिश हुई, भिवानी में 41 फीसदी कम बारिश हुई, रेवाड़ी में 36 फीसदी कम बारिश हुई, रोहतक में 34 फीसदी कम बारिश हुई, सिरसा में 31 फीसदी कम बारिश हुई, पलवल में 29 फीसदी कम बारिश हुई, सोनीपत में 28 फीसदी कम बारिश हुई और झज्जर में 24 फीसदी कम बारिश हुई।   हरियाणा | दैनिक भास्कर