हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे। उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करना और जनता से सीधा संवाद स्थापित करना था। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मौके पर आम जनता से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने अधिकारियों को शिकायतों का तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए। जनता मुख्यमंत्री की कार्यशैली और समस्याओं के प्रति उनकी तत्परता से काफी खुश नजर आई। जनता की उम्मीदें और मुख्यमंत्री की कार्यशैली मुख्यमंत्री सैनी की कार्यशैली की जनता ने सराहना की। मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में जनता का हुजूम उमड़ पड़ा और सभी ने अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा मुख्यमंत्री ने हर संभव कोशिश की कि सभी समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो। मुख्यमंत्री के इस दौरे ने करनाल के लोगों को आशा और विश्वास दिलाया है कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द होगा और उनके नेता हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। नेताओं और अधिकारियों का स्वागत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आगमन पर लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में नव नियुक्त OSD संजय बठला, घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण, निवर्तमान मेयर रेनू बाला गुप्ता सहित कई भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। वहीं प्रशासन की ओर से DC उत्तम सिंह, पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा, और नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा ने भी उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे। उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करना और जनता से सीधा संवाद स्थापित करना था। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मौके पर आम जनता से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने अधिकारियों को शिकायतों का तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए। जनता मुख्यमंत्री की कार्यशैली और समस्याओं के प्रति उनकी तत्परता से काफी खुश नजर आई। जनता की उम्मीदें और मुख्यमंत्री की कार्यशैली मुख्यमंत्री सैनी की कार्यशैली की जनता ने सराहना की। मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में जनता का हुजूम उमड़ पड़ा और सभी ने अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा मुख्यमंत्री ने हर संभव कोशिश की कि सभी समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो। मुख्यमंत्री के इस दौरे ने करनाल के लोगों को आशा और विश्वास दिलाया है कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द होगा और उनके नेता हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। नेताओं और अधिकारियों का स्वागत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आगमन पर लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में नव नियुक्त OSD संजय बठला, घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण, निवर्तमान मेयर रेनू बाला गुप्ता सहित कई भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। वहीं प्रशासन की ओर से DC उत्तम सिंह, पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा, और नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा ने भी उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के युवक की बेलारूस में मौत:पिता ने घर गिरवी रख भेजा था, डंकी रूट से जाते वक्त पैर में लगी थी चोट
हरियाणा के युवक की बेलारूस में मौत:पिता ने घर गिरवी रख भेजा था, डंकी रूट से जाते वक्त पैर में लगी थी चोट हरियाणा के करनाल के युवक की बेलारूस में मौत हो गई। युवक डंकी रूट से जर्मनी जा रहा था। रास्ते में उसे पैर में चोट लगी थी। पिता ने घर गिरवी रखकर उसे विदेश भेजा था। बेलारूस में उसकी मौत कैसे हुई इस बात का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। युवक की पहचान विशाल निवासी गांव बंदराणा (कैथल) के रूप में हुई है। उसका एक 8 साल का भाई है। परिवार ने सरकार से बेटे के शव को भारत लाने में मदद करने की गुहार लगाई है। घर गिरवी रख एजेंट को दी फीस
कैथल के बंदराणा निवासी वेदप्रकाश ने बताया कि वह दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। विशाल को विदेश भेजना चाहते थे। जिसके लिए उन्होंने औंगद के सरपंच सियाराम, सतपाल, और इटली में रहने वाले अंकित राणा से संपर्क किया। इन तीनों ने मिलकर विशाल को जर्मनी भेजने का वादा किया और इसके लिए उनसे साढ़े 7 लाख रुपए मांगे। बेटे को विदेश भेजने के लिए अपना घर भी गिरवी रख पैसों का इंतजाम किया। डील के तहत उसने एजेंट को पूरी पेमेंट समय से कर दी। जर्मनी के लिए निकला, रूस में अटका
विशाल 5 दिसंबर 2023 को घर से निकला और 16 दिसंबर को फ्लाइट से अर्मेनिया पहुंच गया। बीती 16 फरवरी को वह रूस की राजधानी मॉस्को भी पहुंच गया था, लेकिन वो फिर रूस में ही अटका रहा। परिवार के लोग उसे रहने-खाने का खर्चा भेजते रहे। परिवार को उम्मीद थी की एक दिन उनका बेटा जर्मनी जरूर पहुंचेगा। पार नहीं कर पाया बॉर्डर
17 जुलाई को एजेंट ने विशाल को डंकी रूट से जर्मनी भेजने का प्रयास किया। बॉर्डर पर सख्ती की वजह से वो बॉर्डर पार नहीं कर पाया। इस दौरान उसके पैर में चोट भी लग गई। बॉर्डर पर हुई घटना से डरे हुए विशाल ने फिर 6 अगस्त को अपने परिवार को फोन किया और बताया कि उसके पैर में चोट लगी है और अब वह यहां से आगे नहीं जाना चाहता। विशाल ने एजेंट से बात की और उसे कहा कि “मुझे भारत वापस आना है”। परिवार ने भी जब एजेंट पर बेटे को वापस भारत लाने का दबाव बनाया तो एजेंट मान गया। एजेंट ने परिवार को आश्वासन दिया की वो टिकट करवाकर उनके बेटे को भारत सुरक्षित वापस लाएगा। 6 अगस्त के बाद टूटा परिवार से संपर्क
6 अगस्त के बाद से विशाल का अपने परिवार से कोई संपर्क नहीं हुआ। बेटे के गायब होने से परिवार चिंतित था। पिता वेदप्रकाश का कहना है कि बेटे के लापता होने के बाद उन्होंने कई बार एजेंट, सरपंच और दूसरे लोगों से बात की, लेकिन उन्होंने बेटे के संबंध में कोई भी जानकारी नहीं दी। एजेंट से सिर्फ आश्वासन मिला की उनका बेटा जल्द ही भारत लौट आएगा। बेलारूस दूतावास ने दी मौत की जानकारी
22 अगस्त को बेलारूस दूतावास ने कैथल लघु सचिवालय को एक मेल भेजा। जिसमें बताया गया कि विशाल की बेलारूस में मौत हो गई है। मौत कैसे हुई है इसकी जानकारी नहीं दी गई। बेलारूस दूतावास ने मेल में पासपोर्ट नंबर की जानकारी देते हुए कहा कि- इसकी पुष्टि करें, वरना बेलारूस सरकार मृतक का अंतिम संस्कार कर देगी। सचिवालय से सूचना लेकर पुलिस फौरन विशाल के घर गांव बंदराणा पहुंची। बेटे की मौत की खबर मिलते ही घर में मातम छा गया। परिवार कर रहा शव को भारत लाने की मांग
परिजनों ने मांग रखी है कि विशाल की मौत की जांच की जाए। परिवार का कहना है कि 7 अगस्त को उनके बेटे की मौत हो गई थी, लेकिन एजेंट ने 22 तारीख उन्हें धोखे में रखा। अगर दूतावास से सूचना नहीं आती तो परिवार को कभी भी बेटे की कोई सूचना मिलती ही नहीं। परिवार को शक है कि एजेंट के कारण ही उनके बेटे की मौत हुई है। परिवार ने एजेंट अंकित के साथ साथ दो अन्य लोगों पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि उनके बेटे के शव को भारत लाया जाए। कैथल एसपी ने लोगों से की अपील
कैथल के SP राजेश कालिया ने बताया की मामला संज्ञान में है। जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी। परिवार की भी हर संभव सहायता की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि- एजेंट के बारे में जांच-पड़ताल करके ही अपने बच्चों को विदेश भेजने की प्लानिंग करें।
महेंद्रगढ में संदिग्ध हालात में महिला की मौत:झज्जर से दवाई लेने के लिए आई थी; कच्चे रास्ते पर पड़ा मिला शव
महेंद्रगढ में संदिग्ध हालात में महिला की मौत:झज्जर से दवाई लेने के लिए आई थी; कच्चे रास्ते पर पड़ा मिला शव हरियाणा के महेंद्रगढ़ के गांव माधोगढ़ के कच्चे रास्ते पर गुरुवार को एक महिला का शव पड़ा मिला। परिजनों के अनुसार गर्मी के कारण महिला की मौत हुई है। हालांकि मोत के असली कारण को खुलासा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में होगा। सतनाली पुलिस ने गुरुवार को शव का नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया। गांव रईया जिला झज्जर निवासी ओम प्रकाश ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि उसकी 43 वर्षीय पत्नी अंगूरी देवी। 29 मई को घर से दवाई लेने के लिए गांव मोहनपुर नांगल कनीना में आई थी। उसकी लड़की की शादी गांव डालनवास में की हुई है। उसकी पत्नी को दवाई लेकर अपनी बेटी के पास गांव डालनवास में जाना था। लेकिन उसकी पत्नी अंगूरी देवी न तो गांव डालनवास बेटी के पास पहुंची और न ही अपने घर पहुंची। आज उसे सूचना मिली कि उसकी पत्नी अंगूरी देवी गांव माधोगढ़ के पास कच्चे रास्ते के साइड में मृत अवस्था में पड़ी हुई है। हम मौके पर पहुंचकर वहां तसल्ली कर ली है कि मेरी पत्नी अंगूरी देवी की मौत गर्मी के कारण हुई है। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। मेरी पत्नी का पोस्टमार्टम करवाया जाए।
करनाल पुलिस ने बाइक चोर को पकड़ा:फाइनेंस की मोटरसाइकिल बताकर बेचता था, 19 बाइक बरामद; 15 मामलों में पहले जा चुका जेल
करनाल पुलिस ने बाइक चोर को पकड़ा:फाइनेंस की मोटरसाइकिल बताकर बेचता था, 19 बाइक बरामद; 15 मामलों में पहले जा चुका जेल हरियाणा के करनाल की एंटी ऑटो थेफ्ट पुलिस टीम ने चोरी की बाइक के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बाइक चोरी की 19 वारदातों का खुलासा किया है। पुलिस ने सभी बाइक बरामद कर ली हैं। चोरी के बाद आरोपी बाइक को किसी और को यह कहकर बेच देता था कि उसने यह बाइक किसी फाइनेंसर से खरीदी है। आरोपी पहले भी बाइक चोरी के करीब 15 मामलों में जेल जा चुका है। आरोपी को गुरुवार देर शाम कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जिला जेल भेज दिया गया। कैसे पकड़ा गया आरोपी करनाल एंटी थेफ्ट टीम के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर रोहताश सिंह ने बताया कि आरोपी का नाम प्रवीण कुमार है, जो करनाल की न्यू वाल्मीकि बस्ती में रहता है। गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी चोरी की बाइकों का धंधा करता है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को रडार पर लिया। 14 अगस्त की शाम को पुलिस ने आरोपी को सेक्टर 4-5 ग्रीन बेल्ट करनाल से चोरी की मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो आरोपी ने 19 वारदातों का खुलासा किया। अलग-अलग जिलों से चुराई गई थी बाइक टीम प्रभारी रोहताश ने बताया कि आरोपियों ने सभी मोटरसाइकिल अलग-अलग जिलों से चुराई थी। इनमें से 3 करनाल, 2 जींद, 2 पानीपत, 1 पिहोवा, 3 कैथल और 8 मोटरसाइकिल कुरुक्षेत्र जिले से चुराई गई थी। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी पहले भी करीब 15 दोपहिया वाहन चोरी के मामलों में गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है और अभी हाल ही में जमानत पर जेल से बाहर आया था। ऐसे बेचता था आरोपी चोरी की बाइक पुलिस ने आरोपी द्वारा बताई गई जगहों से सभी बाइक बरामद कर ली हैं। रोहताश ने बताया कि आरोपी चोरी की मोटरसाइकिलें बेचता था और खरीदारों से कहता था कि उसने ये मोटरसाइकिलें किसी फाइनेंसर से खरीदी हैं, ये वो मोटरसाइकिलें हैं जिन्हें लोग लोन पर लेते हैं और लोन की किश्तें नहीं चुकाते। इसलिए वह बैंकों से अनुमति लेकर सस्ते दामों पर ये मोटरसाइकिलें बेच देता है। लेकिन इसके बाद जब लोग उससे कागजात मांगते तो वह टाल देता था। पुलिस के मुताबिक आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया और बाद में उसे जेल भेज दिया गया।