झांसी में अजीब मांग को लेकर एक युवक मोबाइल टावर पर चढ़ गया। उसकी मांग थी कि जब पानी बरसेगा, तब वह मोबाइल टावर से नीचे आएगा। पहले परिजनों ने समझाया, फिर ग्रामीणों ने समझाया, लेकिन युवक अपनी जिद पर अड़ा है। इसके बाद पुलिस को बुला लिया गया। पुलिस के लाख समझाने के बाद भी युवक नहीं माना। मंगलवार रात 12 बजे तक की बात करें तो युवक मोबाइल टावर पर चढ़ा है और पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर युवक को मनाने में जुटे हुए। घटना लहचूरा थाना क्षेत्र के खदरका गांव की है। 40 फीट ऊंचाई पर बैठा युवक
खदरका गांव निवासी दिनेश बरार (38) खेती करता है। मंगलवार दोपहर को वह गांव के मोबाइल टावर पर चढ़ गया। शुरुआत में लोगों को कुछ समझ नहीं आया, लेकिन वह ऊपर से चिल्लाने लगा कि बारिश के लिए टावर पर चढ़ा है। जब तक पानी नहीं बरसेगा, वह नीचे नहीं उतरेगा। इससे अफरा तफरी का माहौल हो गया। पहले ग्रामीणों ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह टावर से नहीं उतरा। तब उसके घरवालों को सूचना दी गई। इसके बाद दिनेश की पत्नी, बच्चे और अन्य परिजन मौके पर पहुंच गए। उन्होंने भी दिनेश को नीचे उतरने के लिए कहा, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ा रहा और नीचे नहीं उतरा। थक हारकर ग्रामीणों ने शाम को पुलिस को सूचना दी। लहचूरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस के समझाने के बाद भी वह नीचे नहीं आया। युवक टावर पर करीब 40 फीट ऊंचाई पर बैठा है। अंधेरे में रेस्क्यू जारी
घटना की सूचना पर मऊरानीपुर एसडीएम गोपेश तिवारी, मऊरानीपुर CO लक्ष्मीकांत गौतम समेत और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अंधेरे में टॉर्च की रोशनी से युवक को टावर से नीचे उतरने के लिए रेस्क्यू जारी है। करीब 12 घंटे से युवक टावर पर चढ़ा है। रात 12 बजे तक वह नीचे नहीं उतरा था। लहचूरा थाना प्रभारी बलराज कहना है कि युवक को नीचे उतरने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। वह अपनी जिद पर अड़ा हुआ है। उसे समझाने की कोशिश की जा रही है। ये भी पढ़ें:- हाथरस में सत्संग के बाद भगदड़, 122 की मौत: 22 आयोजकों पर FIR, भोले बाबा के आश्रम में छापा, रातभर हुए पोस्टमॉर्टम उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद हुई भगदड़ में 122 लोगों की मौत हो गई। फुलरई गांव में मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे हुआ। हादसे के बाद अस्पतालों में हालात भयावह हो गए। लाशों और घायलों को बस और टैंपो में भरकर सिकंदराराऊ CHC और एटा जिला अस्पताल, अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजा गया। CHC के बाहर शव जमीन पर इधर-उधर बिखरे पड़े थे। रातभर पोस्टमॉर्टम हुए। सिकंदराराऊ CHC के बाहर 95 लाशें जमीन पर पड़ी थीं। एटा जिला अस्पताल में 27 शव पहुंचे। कुल 122 की मौत हो चुकी है। वहीं, बाबा की तलाश में रातभर छापेमारी चलती रही। पढ़ें पूरी खबर… झांसी में अजीब मांग को लेकर एक युवक मोबाइल टावर पर चढ़ गया। उसकी मांग थी कि जब पानी बरसेगा, तब वह मोबाइल टावर से नीचे आएगा। पहले परिजनों ने समझाया, फिर ग्रामीणों ने समझाया, लेकिन युवक अपनी जिद पर अड़ा है। इसके बाद पुलिस को बुला लिया गया। पुलिस के लाख समझाने के बाद भी युवक नहीं माना। मंगलवार रात 12 बजे तक की बात करें तो युवक मोबाइल टावर पर चढ़ा है और पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर युवक को मनाने में जुटे हुए। घटना लहचूरा थाना क्षेत्र के खदरका गांव की है। 40 फीट ऊंचाई पर बैठा युवक
खदरका गांव निवासी दिनेश बरार (38) खेती करता है। मंगलवार दोपहर को वह गांव के मोबाइल टावर पर चढ़ गया। शुरुआत में लोगों को कुछ समझ नहीं आया, लेकिन वह ऊपर से चिल्लाने लगा कि बारिश के लिए टावर पर चढ़ा है। जब तक पानी नहीं बरसेगा, वह नीचे नहीं उतरेगा। इससे अफरा तफरी का माहौल हो गया। पहले ग्रामीणों ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह टावर से नहीं उतरा। तब उसके घरवालों को सूचना दी गई। इसके बाद दिनेश की पत्नी, बच्चे और अन्य परिजन मौके पर पहुंच गए। उन्होंने भी दिनेश को नीचे उतरने के लिए कहा, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ा रहा और नीचे नहीं उतरा। थक हारकर ग्रामीणों ने शाम को पुलिस को सूचना दी। लहचूरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस के समझाने के बाद भी वह नीचे नहीं आया। युवक टावर पर करीब 40 फीट ऊंचाई पर बैठा है। अंधेरे में रेस्क्यू जारी
घटना की सूचना पर मऊरानीपुर एसडीएम गोपेश तिवारी, मऊरानीपुर CO लक्ष्मीकांत गौतम समेत और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अंधेरे में टॉर्च की रोशनी से युवक को टावर से नीचे उतरने के लिए रेस्क्यू जारी है। करीब 12 घंटे से युवक टावर पर चढ़ा है। रात 12 बजे तक वह नीचे नहीं उतरा था। लहचूरा थाना प्रभारी बलराज कहना है कि युवक को नीचे उतरने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। वह अपनी जिद पर अड़ा हुआ है। उसे समझाने की कोशिश की जा रही है। ये भी पढ़ें:- हाथरस में सत्संग के बाद भगदड़, 122 की मौत: 22 आयोजकों पर FIR, भोले बाबा के आश्रम में छापा, रातभर हुए पोस्टमॉर्टम उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद हुई भगदड़ में 122 लोगों की मौत हो गई। फुलरई गांव में मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे हुआ। हादसे के बाद अस्पतालों में हालात भयावह हो गए। लाशों और घायलों को बस और टैंपो में भरकर सिकंदराराऊ CHC और एटा जिला अस्पताल, अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजा गया। CHC के बाहर शव जमीन पर इधर-उधर बिखरे पड़े थे। रातभर पोस्टमॉर्टम हुए। सिकंदराराऊ CHC के बाहर 95 लाशें जमीन पर पड़ी थीं। एटा जिला अस्पताल में 27 शव पहुंचे। कुल 122 की मौत हो चुकी है। वहीं, बाबा की तलाश में रातभर छापेमारी चलती रही। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर