हिमाचल सरकार ने सेब की पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया है। मगर अभी तक ज्यादातर जगह यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध नहीं हो रहा है। इससे जिन बागवानों का सेब तैयार है, उन्हें चिंता सताने लगी है, क्योंकि जो बागवान टेलिस्कोपिक कार्टन में सेब भरकर मंडी ला रहे हैं। उन पर कृषि उपज विपणन समिति (APMC) कार्रवाई कर रही है। APMC शिमला ने गत दिवस भी पराला मंडी के एक आढ़ती को नोटिस जारी किया था। आरोप है कि आढ़ती चौहान ब्रदर ने एक बागवान से दो पेटी सेब टेलिस्कोपिक कार्टन में खरीदा, जबकि सरकार ने सेब की पैकिंग के लिए टेलिस्कोपिक कार्टन पर रोक लगा दी है। सरकार का दावा- एक सप्ताह में हर जगह मिलेगा यूनिवर्सल कार्टन वहीं, प्रदेश सरकार का दावा है कि एक सप्ताह के भीतर सरकारी उपक्रम HPMC (हॉर्टिकल्चर मार्केटिंग प्रोड्यूस कॉर्पोरेशन) सभी बागवानों को जरूरत के हिसाब से यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध करवा देगा। इसके लिए HPMC ने पहले ही टैंडर प्रक्रिया पूरी कर दी है। टेलिस्कोपिक कार्टन की इजाजत नहीं: कश्यप APMC शिमला-किन्नौर के सचिव देवराज कश्यप ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार टेलिस्कोपिक कार्टन में किसी को भी सेब भरने की इजाजत नहीं होगी। मंगलवार को पराला में एक आढ़ती ने टेलिस्कोपिक कार्टन में सेब खरीदा था। उसे नोटिस जारी कर दिया गया है। उन्होंने बागवानों से अपील की कि जिन बागवानों को अभी यूनिवर्सल कार्टन नहीं मिल रहा। वह अगले कुछ दिन तक 10 किलो के बॉक्स में सेब भरकर मंडी ला सकता है। दो-तीन दिन में कार्टन उपलब्ध होगा: मदन ठियोग के कार्टन विक्रेता मदन वर्मा ने बताया कि अभी यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध नहीं है, क्योंकि इस बार कार्टन बनाने वाली कंपनियों में कुछ दिन पहले तक असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। अब यूनिवर्सल कार्टन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि अगले दो तीन दिन में कार्टन मिलना शुरू हो जाएगा। हिमाचल सरकार ने सेब की पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया है। मगर अभी तक ज्यादातर जगह यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध नहीं हो रहा है। इससे जिन बागवानों का सेब तैयार है, उन्हें चिंता सताने लगी है, क्योंकि जो बागवान टेलिस्कोपिक कार्टन में सेब भरकर मंडी ला रहे हैं। उन पर कृषि उपज विपणन समिति (APMC) कार्रवाई कर रही है। APMC शिमला ने गत दिवस भी पराला मंडी के एक आढ़ती को नोटिस जारी किया था। आरोप है कि आढ़ती चौहान ब्रदर ने एक बागवान से दो पेटी सेब टेलिस्कोपिक कार्टन में खरीदा, जबकि सरकार ने सेब की पैकिंग के लिए टेलिस्कोपिक कार्टन पर रोक लगा दी है। सरकार का दावा- एक सप्ताह में हर जगह मिलेगा यूनिवर्सल कार्टन वहीं, प्रदेश सरकार का दावा है कि एक सप्ताह के भीतर सरकारी उपक्रम HPMC (हॉर्टिकल्चर मार्केटिंग प्रोड्यूस कॉर्पोरेशन) सभी बागवानों को जरूरत के हिसाब से यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध करवा देगा। इसके लिए HPMC ने पहले ही टैंडर प्रक्रिया पूरी कर दी है। टेलिस्कोपिक कार्टन की इजाजत नहीं: कश्यप APMC शिमला-किन्नौर के सचिव देवराज कश्यप ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार टेलिस्कोपिक कार्टन में किसी को भी सेब भरने की इजाजत नहीं होगी। मंगलवार को पराला में एक आढ़ती ने टेलिस्कोपिक कार्टन में सेब खरीदा था। उसे नोटिस जारी कर दिया गया है। उन्होंने बागवानों से अपील की कि जिन बागवानों को अभी यूनिवर्सल कार्टन नहीं मिल रहा। वह अगले कुछ दिन तक 10 किलो के बॉक्स में सेब भरकर मंडी ला सकता है। दो-तीन दिन में कार्टन उपलब्ध होगा: मदन ठियोग के कार्टन विक्रेता मदन वर्मा ने बताया कि अभी यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध नहीं है, क्योंकि इस बार कार्टन बनाने वाली कंपनियों में कुछ दिन पहले तक असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। अब यूनिवर्सल कार्टन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि अगले दो तीन दिन में कार्टन मिलना शुरू हो जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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संजौली मस्जिद मामला-जिला-कोर्ट में सुनवाई आज:मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने दी चुनौती; आयुक्त के आदेशों को डिफैक्टेड बताया, तोड़ने के आदेशों पर मांगा स्टे हिमाचल की राजधानी शिमला की संजौली मस्जिद को गिराने के नगर निगम (MC) आयुक्त के आदेशों पर स्टे वाली याचिका पर आज जिला कोर्ट में सुनवाई होगी। कोर्ट ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेशनाइजेशन की याचिका की मैटेनेबिलिटी को लेकर फैसला सुना सकता है। दरअसल, मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने MC आयुक्त के 5 अक्टूबर को मस्जिद के ऊपर वाली तीन मंजिल तोड़ने के आदेशों को डिफैक्टेड बताते हुए स्टे की मांग की है। 6 नवंबर की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने स्टे देने से इनकार कर दिया था और MC से मस्जिद से जुड़ा रिकॉर्ड मांगा। याचिका में MC कोर्ट के फैसले को बताया डिफैक्टेड ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेशनाइजेशन प्रमुख नजाकत अली ने याचिका में कहा कि MC आयुक्त ने यह फैसला संजौली मस्जिद कमेटी द्वारा दिए गए हलफनामे के आधार पर सुनाया है। उन्होंने दावा किया कि संजौली मस्जिद कमेटी रजिस्टर नहीं है। ऐसे में उसके अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ की ओर से दिया गया हलफनामा सही नहीं है। नजाकत अली का दावा है कि उन्होंने मस्जिद बनाने के लिए पैसा दिया था। इसलिए वह भी पीड़ित पक्ष है। उन्हें सुना जाना चाहिए और मस्जिद की तीन मंजिल गिराने के फैसले पर स्टे दिया जाए। 5 अक्टूबर को आया था नगर निगम आयुक्त कोर्ट का फैसला संजौली मस्जिद मामले में MC आयुक्त कोर्ट ने बीते 5 अक्टूबर को फैसला सुनाया था। कोर्ट ने मस्जिद की 3 अवैध मंजिल हटाने के आदेश दिए थे। इसके बाद मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्से को हटाने का काम भी शुरू कर दिया है। मस्जिद की एटिक यानी छत को हटाने का काम पूरा हो गया है। अब टॉप की मंजिल की दीवारों को तोड़ा जाना है। इस बीच मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी ने कोर्ट में मामले को चुनौती दी है। संजौली मस्जिद कमेटी अपने खर्चे पर ऊपर की 3 मंजिलें तुड़वाने का काम कर रही है। हाईकोर्ट ने 8 सप्ताह में मामले को निपटाने के आदेश दिए शिमला MC आयुक्त की कोर्ट में यह केस 2010 से चल रहा है। इसे देखते हुए लोकल रेजिडेंट ने 21 अक्टूबर को एक याचिका हाईकोर्ट में दायर की और जल्दी फैसला सुनाने के लिए MC आयुक्त को निर्देश देने का आग्रह किया। इस पर हिमाचल हाईकोर्ट ने MC आयुक्त को 8 सप्ताह के भीतर केस निपटाने के आदेश दिए। इन आदेशों के अनुसार, MC आयुक्त को 20 दिसंबर तक संजौली मस्जिद का केस निपटाना है। संजौली मस्जिद से पूरे प्रदेश में हुआ था विवाद संजौली मस्जिद के कारण पूरे प्रदेश में बवाल मचा था। शिमला के बाद सोलन, मंडी, कुल्लू और सिरमौर जिला में भी जगह-जगह मस्जिद मामले में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किए और अवैध रूप से बनी मस्जिदों को गिराने की मांग उठाई। इससे पूरे प्रदेश में माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस बीच बीते 12 सितंबर को संजौली मस्जिद कमेटी ने खुद नगर निगम आयुक्त से मिलकर अवैध रूप से बनी ऊपर की मंजिल को हटाने की पेशकश की। इसके बाद हिंदू संगठन शांत हुए। निगम आयुक्त के मस्जिद की तीन मंजिल तोड़ने के आदेशों के बाद यह मामला पूरी तरह शांत हो गया।
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हिमाचल में BJP विधायक दल की मीटिंग आज:नेता प्रतिपक्ष ने शिमला में बुलाई, विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर होगी चर्चा हिमाचल प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर आज शाम को शिमला में भाजपा विधायक दल की मीटिंग लेंगे। इसमें हिमाचल विधानसभा में कल होने वाले नवनियुक्त विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह और बीजेपी विधायकों के क्षेत्र में पार्टी को लोकसभा चुनाव में मिली बढ़त को लेकर भी चर्चा होगी। BJP विधायक दल में सुधीर शर्मा और इंद्र दत्त लखनपाल भी शामिल होंगे, जो भाजपा के टिकट पर पहली बार चुनाव जीते हैं। धर्मशाला से सुधीर शर्मा और बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल तीन-तीन बार पहले भी कांग्रेस के टिकट पर विधायक रह चुके हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू से अनबन के बाद राज्यसभा चुनाव के दौरान इन दोनों ने कांग्रेस से बगावत की थी। इसके बाद स्पीकर विधानसभा कुलदीप सिंह पठानिया ने इन दोनों विधायकों सहित कांग्रेस के छह पूर्व विधायकों को डिस्क्वालिफाइ किया। अब छह सीटों पर विधायक चुन लिए गए हैं। विधानसभा में कल इनका शपथ ग्रहण समारोह रखा गया है। नवनियुक्त विधायकों को विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया लाइब्रेरी हॉल में शपथ दिलाएंगे। कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग कल इससे पहले भारतीय जनता पार्टी आज विधायक दल मीटिंग करने जा रही है, जबकि कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग कल सुबह होगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पीटरहॉफ में विधायक दल की मीटिंग लेंगे। कल ये विधायक लेंगे शपथ लाहौल स्पीति से कांग्रेस की अनुराधा राणा, सुजानपुर से कैप्टन रणजीत सिंह राणा, गगरेट से राकेश कालिया, कुटलैहड़ से विवेक शर्मा, धर्मशाला से बीजेपी के सुधीर शर्मा और बड़सर से इंद्रदत्त लखनपाल पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे।
हिमाचल प्रदेश में थमा बारिश का दौर:एक सप्ताह तक मौसम रहेगा साफ, मानसून सीजन में लाहौल स्पीति में सबसे कम बरसात
हिमाचल प्रदेश में थमा बारिश का दौर:एक सप्ताह तक मौसम रहेगा साफ, मानसून सीजन में लाहौल स्पीति में सबसे कम बरसात हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर थम गया है । मौसम विज्ञान केंद्र ने आज पूरे प्रदेश में मौसम के साफ बने रहने का पूर्वानुमान लगाया है। इस दौरान प्रदेश के अधिकतम स्थानों पर बारिश ना होने की संभावना है। पूरे मानसून सीजन में पूरे प्रदेश के 2 जिलों को छोड़कर बाकी जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। एक सप्ताह तक साफ रहेगा मौसम IMD के अनुसार आज से हिमाचल प्रदेश में बारिश नहीं होने के आसार है। IMD का पूर्वानुमान है कि आगामी कुछ दिनों तक हिमाचल प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा। बारिश को लेकर किसी आगामी एक सप्ताह तक किसी तरह का कोई अलर्ट नहीं हैं। मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि आगामी 14 सितंबर तक प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा। इस दौरान प्रदेश के कई क्षेत्रों में अचानक हल्की बारिश देखने को मिल सकती है। परन्तु अधिकतर स्थानों में मौसम साफ बना रहेगा। कांगड़ा में सबसे ज्यादा बारिश मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिले में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है। वहीं लाहौल स्पीति में सबसे कम बारिश हुई है। IMD के अनुसार कांगड़ा में 1487 मिली मीटर, वहीं लाहौल स्पीति में महज 86 .7 मिली मीटर बारिश हुई है। हालांकि दोनों जगह ही सामान्य से कम बारिश हुई है। शिमला को छोड़कर सभी जिलों में अब तक तक सामान्य से कम हुई है। इस बार 2 जिलों को छोड़ बाकी जगह सामान्य से कम बारिश हुई है। पूरे हिमाचल प्रदेश की बात करें तो 1 जून से लेकर 8 सितंबर तक 21 फीसदी सामान्य से कम बारिश हुई है।