साेमवार से नाबालिग के हाथ में दो पहिया या चार पहिया गाड़ी मत देना। ऐसा करते पकड़े गये नाबालिग के अभिभावकों को जेल जाने तक की नौबत आ सकती है और 25 हजार रुपये तक जुर्माना भी देना पड़ेगा। पुलिस आयुक्त अमरेंद्र कुमार निर्देश पर राजधानी लखनऊ में सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश मातहतों को दिये गये हैं। आयुक्त की तरफ से डीसीपी ट्रैफिक, समेत पांचों जाेन के अफसरों और थाना प्रभारियों को पत्र जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों द्वारा दो पहिया या चार पहिया वाहनों से फर्राटा भरना यातायात नियमों का उल्लंघन है। यह किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। अभिभावकों से भी सहयोग की अपील की है। फिलहाल चेकिंग अभियान के दौरान वाहन चलाते मिलने वाले नाबालिग के अभिभावक या सरंक्षक के खिलाफ मामला दर्ज किया जायेगा। 12 माह के लिये वाहन का पंजीकरण भी रद्द कर दिया जायेगा। इसके अलावा 25 हजार का जुर्माना और नाबालिग को 25 वर्ष की उम्र पूरी होने तक ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिये अयोग्य घोषित कर दिया जायेगा। नाबालिक छात्र-छात्राएं भरते हैं फर्राटा कई स्कूल कॉलेजों में दो पहिया व चार पहिया वाहनों से छात्र-छात्राएं आ रहे हैं। इनके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं होते हैं। यही नहीं अधिकतर छात्र-छात्राएं यातायात नियमों को भी ताक पर रखकर फर्राटा भरते हैं। जो कई बार हादसे का कारण बनता है। जिसमें छात्र के साथ ही दूसरा वाहन चालक या राहगीर को भी जानमाल का खामियाजा भुगतना पड़ता है। साेमवार से नाबालिग के हाथ में दो पहिया या चार पहिया गाड़ी मत देना। ऐसा करते पकड़े गये नाबालिग के अभिभावकों को जेल जाने तक की नौबत आ सकती है और 25 हजार रुपये तक जुर्माना भी देना पड़ेगा। पुलिस आयुक्त अमरेंद्र कुमार निर्देश पर राजधानी लखनऊ में सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश मातहतों को दिये गये हैं। आयुक्त की तरफ से डीसीपी ट्रैफिक, समेत पांचों जाेन के अफसरों और थाना प्रभारियों को पत्र जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों द्वारा दो पहिया या चार पहिया वाहनों से फर्राटा भरना यातायात नियमों का उल्लंघन है। यह किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। अभिभावकों से भी सहयोग की अपील की है। फिलहाल चेकिंग अभियान के दौरान वाहन चलाते मिलने वाले नाबालिग के अभिभावक या सरंक्षक के खिलाफ मामला दर्ज किया जायेगा। 12 माह के लिये वाहन का पंजीकरण भी रद्द कर दिया जायेगा। इसके अलावा 25 हजार का जुर्माना और नाबालिग को 25 वर्ष की उम्र पूरी होने तक ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिये अयोग्य घोषित कर दिया जायेगा। नाबालिक छात्र-छात्राएं भरते हैं फर्राटा कई स्कूल कॉलेजों में दो पहिया व चार पहिया वाहनों से छात्र-छात्राएं आ रहे हैं। इनके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं होते हैं। यही नहीं अधिकतर छात्र-छात्राएं यातायात नियमों को भी ताक पर रखकर फर्राटा भरते हैं। जो कई बार हादसे का कारण बनता है। जिसमें छात्र के साथ ही दूसरा वाहन चालक या राहगीर को भी जानमाल का खामियाजा भुगतना पड़ता है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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बदायूं में डकैती-हत्या के 14 दोषियों को ताउम्र कैद, जुर्माना:कत्ल का बदला लेने को घरों में दिनदहाड़े डाका डाला, बीच गांव में काट डाला था आरोपी पक्ष का युवक
बदायूं में डकैती-हत्या के 14 दोषियों को ताउम्र कैद, जुर्माना:कत्ल का बदला लेने को घरों में दिनदहाड़े डाका डाला, बीच गांव में काट डाला था आरोपी पक्ष का युवक बदायूं में डकैती-हत्या के 14 दोषियों को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। फैसला सुनाते वक्त कोर्ट ने 10 दोषियों पर 50-50 हजार तो सात पर 20-20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। फैसला सुनाने से पहले स्पेशल जज डकैती रेखा शर्मा ने कोर्ट में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करा दिया, ताकि पूरी तरह शांति व्यवस्था कायम रहे। पुलिस के मुताबिक डीजीपी के ओर से चलाए जा रहे आपरेशन कंविक्शन के तहत प्रभावी पैरवी के बाद यह फैसला आया है। पूरा मामला जरीफनगर थाना क्षेत्र के गांव खरखोल का है। यहां रहने वाले हरपाल सिंह ने 15 फरवरी 2007 को 16 लोगों के खिलाफ डकैती के बाद युवक की हत्या का मुकदमा लिखाया था। इसमें बताया गया कि आठ दिन पहले गांव के ही राधेश्याम पुत्र जसवंत की हत्या अज्ञात लोगों ने कर दी थी। उसमें बेटे नरेश व अन्य परिजनों को नामजद करते हुए जेल भिजवा दिया गया था। इसी बात की रंजिश राधेश्याम के परिजन मानने लगे और 15 फरवरी की सुबह करीब आठ बजे हरपाल के घर धावा बोल दिया। उस वक्त हरपाल के भाई रेवी व आराम सिंह घर पर थे। दूसरे पक्ष के साधु सिंह, भरोसे, राम फूल, अतर सिंह , उरमान, राम सिंह, नरेश, भगवान सिंह, वीरपाल व वलवीर समेत करीब 16 लोग असलहा व फरसा आदि लेकर वहां आ धमके। हमलावरों ने दहशत फैलाने के लिहाज से जमकर फायरिंग की। साथ ही घरों में रखा सामान समेत चार बैलगाड़ी, आठ बैल, एक घोड़ी, 20 भैंस व उनके बच्चे, जेवरात आदि कीमती सामान लूटकर ले गए। बेटे को बीच गांव में काट डाला
जाते वक्त हमलावर वादी के बेटे पान सिंह को घर से खींचकर ले गए। उसे बीच गांव में मंदिर के पास जाकर जमीन पर पटका और कुल्हाड़ी से काट डाला। इस वारदात के बाद पूरा गांव सहम गया। पुलिस जघन्य हत्या-लूटकांड की सूचना पर पहुंची और तहरीर लेकर मुकदमा लिख लिया। जबकि तफ्तीश के बाद 16 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। दो आरोपियों की हो चुकी मौत
मुकदमे के ट्रायल के दौरान आरोपी साधु सिंह व रामौतार की मौत हो गई। जबकि बाकी के आरोपी फिलहाल जीवित हैं। कोर्ट ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद साक्ष्यों का अवलोकन किया। जबकि इसके बाद यह सजा सुनाई है।
सुखजिंदर रंधावा का अरविंद केजरीवाल को नोटिस:कहा- मेरे बारे में जो कहा, उसके लिए लिखित माफी मांगें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई होगी
सुखजिंदर रंधावा का अरविंद केजरीवाल को नोटिस:कहा- मेरे बारे में जो कहा, उसके लिए लिखित माफी मांगें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई होगी पंजाब के वरिष्ठ नेता और गुरदासपुर से सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को कानूनी नोटिस भेजा है। यह नोटिस 9 नवंबर 2024 को डेरा बाबा नानक में उप चुनावों को लेकर आयोजित AAP की एक राजनीतिक रैली के दौरान केजरीवाल द्वारा कथित रूप से दिए गए अपमानजनक और मानहानिपूर्ण बयानों के खिलाफ जारी किया गया है। रंधावा के वकील गुरमुख सिंह रंधावा के माध्यम से भेजे गए इस नोटिस में केजरीवाल से बिना शर्त लिखित माफी की मांग की गई है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि यदि ऐसा नहीं किया गया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मानहानिपूर्ण बयान से छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप सुखजिंदर सिंह रंधावा के वकील द्वारा जारी किए गए कानूनी नोटिस में दावा किया गया है कि केजरीवाल ने रैली में रंधावा को “भ्रष्ट” और “बेईमान” जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। नोटिस में कहा गया है कि इन बयानों से न केवल रंधावा की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है, बल्कि उनके परिवार और समर्थकों के साथ-साथ उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुंची है। वकील ने नोटिस में कहा कि रंधावा का राजनीतिक करियर साफ-सुथरा रहा है और उन्होंने कभी भी व्यक्तिगत लाभ के लिए सत्ता का दुरुपयोग नहीं किया। रंधावा अपने समुदाय और राज्य के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते हैं, और केजरीवाल के बयानों ने उनके सम्मान को ठेस पहुंचाई है। नोटिस में तीन मुख्य मांगें रखी गई हैं: देखें नोटिस— माफी मांगने के लिए 15 दिन का समय कानूनी नोटिस में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि केजरीवाल 15 दिनों के भीतर इन मांगों को पूरा नहीं करते हैं, तो रंधावा उनके खिलाफ नागरिक और आपराधिक मानहानि के तहत कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं। इस नोटिस की एक प्रति वकील के कार्यालय में सुरक्षित रखी गई है ताकि जरूरत पड़ने पर इसे अदालत में प्रस्तुत किया जा सके।
पकड़े जाने के बाद गिड़गिड़ाने लगा CGST का सुपरिंटेंडेंट, खंडवा में इंदौर लोकायुक्त का एक्शन
पकड़े जाने के बाद गिड़गिड़ाने लगा CGST का सुपरिंटेंडेंट, खंडवा में इंदौर लोकायुक्त का एक्शन <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मध्य प्रदेश में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की रिश्वतखोरी के खिलाफ लोकायुक्त का एक्शन जारी है. लगातार कार्रवाई के बावजूद रिश्वतखोरी पर लगाम नहीं लग पा रही है. सेंट्रल जीएसटी (CGST) के सुपरिंटेंडेंट मुकेश त्रिपाठी को रिश्वत मांगना महंगा पड़ गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने मुकेश त्रिपाठी को रंगे हाथ पकड़ लिया. सेंट्रल जीएसटी का सुपरिंटेंडेंट 20 हजार की रिश्वत ले रहा था. लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय ने बताया कि खरगोन जिले के सनावद में रहने वाले राहुल बिरला की ओर से शिकायत की गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राहुल बिरला की फर्म लक्ष्य अकाउंटिंग सॉल्यूशन जीएसटी रिटर्न और अकाउंटिंग का काम करती है. उन्होंने बताया था कि सीजीएसटी प्रभाग खंडवा के सुपरिंटेंडेंट मुकेश त्रिपाठी ने एक फर्म का सस्पेंड रजिस्ट्रेशन बहाल करने और तीन फर्म के पते समेत मोबाइल नंबर में सुधार करने की एवज 20 हजार रिश्वत की मांग की. फरियादी राहुल बिरला ने मामले की शिकायत इंदौर लोकायुक्त एसपी से कर दी. लोकायुक्त एसपी ने शिकायत का सत्यापन करवाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सेंट्रल जीएसटी का सुपरिंटेंडेंट रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ाया</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सत्यापन में सीजीएसटी सुपरिंटेंडेंट के खिलाफ शिकायत सही पायी गयी. लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय ने बताया कि आवेदक और आरोपी में 20 हजार के लेनदेन की पुष्टि हुई. सीजीएसटी सुपरिंटेंडेंट को पकड़ने के लिए लोकायुक्त पुलिस की टीम ने जाल बिछाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>टीम ने सीजीएसटी सुपरिंटेंडेंट मुकेश त्रिपाठी को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. पकड़ में आने के बाद रिश्वतखोर अफसर गिड़गिड़ाने लगा. लोकायुक्त पुलिस ने एक न सुनी. नोटिस देकर रिश्वतखोर अफसर को छोड़ दिया गया है. बता दें कि इससे पहले दो महिला कर्मचारी उज्जैन जीएसटी कार्यालय में रिश्वत लेते हुए पकड़ी जा चुकी हैं. लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई से भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों में एक बार फिर हड़कंप मचा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”मध्य प्रदेश के उज्जैन में दर्दनाक हादसा, अजमेर से जियारत कर लौट रहे 4 लोगों को टैंकर ने रौंदा” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/car-returning-from-ajmer-to-indore-collided-with-petrol-tanker-in-ujjain-four-died-ann-2810674″ target=”_self”>मध्य प्रदेश के उज्जैन में दर्दनाक हादसा, अजमेर से जियारत कर लौट रहे 4 लोगों को टैंकर ने रौंदा</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>