जालंधर उपचुनाव में CM मान का आखिरी संबोधन:बोले-पिछला उम्मीदवार गलत था तो भगवान ने कुर्सी से उतारा, जालंधर मेरी कर्म-भूमि

जालंधर उपचुनाव में CM मान का आखिरी संबोधन:बोले-पिछला उम्मीदवार गलत था तो भगवान ने कुर्सी से उतारा, जालंधर मेरी कर्म-भूमि

पंजाब के जालंधर में उपचुनाव को लेकर सीएम भगवंत सिंह मान ने आज वेस्ट हलके में एक भव्य जनसभा को संबोधित किया। सबसे पहले सीएम भगवंत मान शाम करीब पौने चार बजे बस्ती पीर दाद रोड, वार्ड नंबर 75 में जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जमकर विपक्ष पर निशाना साधा। सीएम मान ने कहा- हमसे पहले गलती हो गई कि गलत लोगों को टिकट दे दी गई। मगर भगवान ने उक्त गलती सुधारने का मौका दिया है कि भगत को हमारा उम्मीदवार चुना गया है। सीएम मान कहा- यहां से विधानसभा तक पहुंचाने का काम जनता का रहेगा। भगत को आगे लेकर जाना मेरा काम। सीएम मान बोले- जालंधर मेरी कर्म भूमि, लोगों ने फैसला आज ही कर दिया पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा- फल देना मालिक का काम है, हमारे मालिक लोग हैं। कल रात पौने दस बजे रात करीब पांच हजार लोग इकट्ठा थे। बाकी पार्टियों के नेता टेंपरेचर देखकर घर से निकलते हैं। सीएम मान ने कहा- मोहिंदर भगत सिर्फ नाम के भगत नहीं, बल्कि काम से भी भगत हैं। हमारा बटन पांच नंबर पर है, मगर आना हमने पहले नंबर पर है। सीएम मान ने कहा कि चाहे वोट 10 जुलाई हो है, मगर आपने फैसला आज ही कर दिया है। सीएम मान ने कहा कि, दस जुलाई को आप झाड़ू का बटन दबाकर हमें नहीं जिताओगे, आप अपने बच्चों और परिवार को जिताओगे। सीएम मान ने कहा कि, सुरिंदर कौर डिप्टी मेयर रहते हलके का एक सीवरेज का ढक्कन नहीं बदलवा सके। अगर आप हमें वोट दोगे तो केजरीवाल को अच्छा लगेगा कि आप के साथ कितनी जनता है। हमारी पार्टी लोगों को खुशियां देने चाहती है, ना कि लोगों को नशा और सट्टे पर लगाने का हमारा काम है। अगर वेस्ट हलके में विकास हो सकता है कि सिर्फ मोहिंदर भगत करवा सकता है। मान ने कहा- जालंधर मेरी कर्म भूमि रही है। शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद हो रहा है उपचुनाव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन 29 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। 30 मई को अंगुराल ने इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत के लिए बुलाया था। लेकिन 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। मजे की बात यह है कि भगत और अंगुराल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थे। तब मोहिंदर भगत भाजपा के उम्मीदवार थे और अंगुराल आप के उम्मीदवार थे। इस बार उलटा हुआ है। भगत आप के हैं और अंगुराल भाजपा के उम्मीदवार हैं। पंजाब के जालंधर में उपचुनाव को लेकर सीएम भगवंत सिंह मान ने आज वेस्ट हलके में एक भव्य जनसभा को संबोधित किया। सबसे पहले सीएम भगवंत मान शाम करीब पौने चार बजे बस्ती पीर दाद रोड, वार्ड नंबर 75 में जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जमकर विपक्ष पर निशाना साधा। सीएम मान ने कहा- हमसे पहले गलती हो गई कि गलत लोगों को टिकट दे दी गई। मगर भगवान ने उक्त गलती सुधारने का मौका दिया है कि भगत को हमारा उम्मीदवार चुना गया है। सीएम मान कहा- यहां से विधानसभा तक पहुंचाने का काम जनता का रहेगा। भगत को आगे लेकर जाना मेरा काम। सीएम मान बोले- जालंधर मेरी कर्म भूमि, लोगों ने फैसला आज ही कर दिया पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा- फल देना मालिक का काम है, हमारे मालिक लोग हैं। कल रात पौने दस बजे रात करीब पांच हजार लोग इकट्ठा थे। बाकी पार्टियों के नेता टेंपरेचर देखकर घर से निकलते हैं। सीएम मान ने कहा- मोहिंदर भगत सिर्फ नाम के भगत नहीं, बल्कि काम से भी भगत हैं। हमारा बटन पांच नंबर पर है, मगर आना हमने पहले नंबर पर है। सीएम मान ने कहा कि चाहे वोट 10 जुलाई हो है, मगर आपने फैसला आज ही कर दिया है। सीएम मान ने कहा कि, दस जुलाई को आप झाड़ू का बटन दबाकर हमें नहीं जिताओगे, आप अपने बच्चों और परिवार को जिताओगे। सीएम मान ने कहा कि, सुरिंदर कौर डिप्टी मेयर रहते हलके का एक सीवरेज का ढक्कन नहीं बदलवा सके। अगर आप हमें वोट दोगे तो केजरीवाल को अच्छा लगेगा कि आप के साथ कितनी जनता है। हमारी पार्टी लोगों को खुशियां देने चाहती है, ना कि लोगों को नशा और सट्टे पर लगाने का हमारा काम है। अगर वेस्ट हलके में विकास हो सकता है कि सिर्फ मोहिंदर भगत करवा सकता है। मान ने कहा- जालंधर मेरी कर्म भूमि रही है। शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद हो रहा है उपचुनाव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन 29 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। 30 मई को अंगुराल ने इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत के लिए बुलाया था। लेकिन 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। मजे की बात यह है कि भगत और अंगुराल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थे। तब मोहिंदर भगत भाजपा के उम्मीदवार थे और अंगुराल आप के उम्मीदवार थे। इस बार उलटा हुआ है। भगत आप के हैं और अंगुराल भाजपा के उम्मीदवार हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर