झांसी में लेखपाल बनते ही पत्नी ने पति को छोड़ दिया। उसे आज, बुधवार को कलेक्ट्रेट में जॉइनिंग लेटर मिला। इस बात से खुश पति भी वहां पहुंचा था। लेकिन, पत्नी उसके पहुंचने से पहले ही लापता हो गई। 2 साल पहले दोनों ने लव मैरिज की थी। पति का आरोप है- मनमुटाव और झगड़े हर पति-पत्नी के बीच होते हैं, लेकिन रिश्ता खत्म कर देना कहां तक ठीक है। उसने डीएम अविनाश कुमार से मुलाकात की। अपनी पीड़ा बताई और न्याय की गुहार लगाई है। 3 साल चला अफेयर, फिर की शादी
झांसी शहर में बड़ागांव गेट के बाहर मोहल्ले में रहने वाला नीरज विश्वकर्मा फर्नीचर बनाने का काम करता है। 5 साल पहले उसकी रिचा सोनी नाम की लड़की से दोस्ती हुई। दोस्ती कब प्यार में बदल गई, दोनों को पता नहीं चला। करीब तीन साल अफेयर के बाद दोनों ने शादी करने का मन बना लिया। दोनों ने 6 फरवरी, 2022 को ओरछा मंदिर में शादी कर ली। नीरज के पास शादी के फोटो और वीडियो भी मौजूद हैं। नौकरी लगते ही मिला धोखा
नीरज शादी के बाद दोनों के भविष्य के लिए सोचने लगा। उसने पत्नी को सरकारी नौकरी की तैयारी करने के लिए महंगी कोचिंग में दाखिला दिलाया। पत्नी ने लेखपाल का एग्जाम दिया तो वह पास हो गई। इसी साल 2 जनवरी को लेखपाल परीक्षा का रिजल्ट आया था। लेकिन, अचानक रिचा का मूड खराब रहने लगा। छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करने लगी। दूरी बनाने लगी। नीरज का कहना है कि शादी से युवती के परिवार वाले खुश नहीं थे। जब लेखपाल की परीक्षा में पास हो गई तो वे फोन कर लड़की को भड़काने लगे। एक बार कोर्ट केस हुआ तो दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया था। नीरज ने जिलाधिकारी से भी की मुलाकात
झांसी कलेक्ट्रेट में बुधवार को नवनियुक्त लेखपालों को जॉइनिंग लेटर बांटे जा रहे थे, तभी नीरज पत्नी रिचा को ढूंढते हुए वहां पहुंच गया। लेकिन उसे पता चला पत्नी पहले ही जॉइनिंग लेटर लेकर जा चुकी है। नीरज की निगाह झांसी डीएम अविनाश कुमार पर पड़ी तो उसने पूरी आपबीती उन्हें भी सुनाई। नीरज विश्वकर्मा और उसकी पत्नी का मामला फैमिली कोर्ट में भी चल रहा है। यह भी पढ़ें ज्योति मौर्या-आलोक की कहानी, शिक्षक दोस्त की जुबानी:पत्नी को स्कूल में छोड़कर वेट करता रहता था आलोक, तब दोनों बहुत प्यार से रहा करते थे एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या…। इन दो नामों की चर्चा खूब रही। इनके विवाद को लेकर रोज एक नई बात निकलकर सामने आ रही है। वहीं, अब आलोक और ज्योति का एक कॉमन दोस्त सामने आया है। उसने दैनिक भास्कर की टीम को आलोक-ज्योति की लव स्टोरी के बारे में बताया। पढ़ें पूरी खबर मैं ज्योति मौर्या नहीं, जो पति को छोड़ दूं…:पति को गोद में उठाकर कलेक्ट्रेट पहुंची पत्नी; इलाज और अनुकंपा नियुक्ति की लगाई गुहार ‘मैं ज्योति मौर्या जैसी नहीं हूं। जो अपने पति को छोड़ दूं। मैं आखिरी दम तक पति का साथ दूंगी। मेरे लिए वो ही सब कुछ है।’ ये कहना है उस महिला का, जो अपने दिव्यांग पति को गोद में उठाकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची। वह पांच साल से इसी तरह अपने पति को साथ लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है। पढ़ें पूरी खबर झांसी में लेखपाल बनते ही पत्नी ने पति को छोड़ दिया। उसे आज, बुधवार को कलेक्ट्रेट में जॉइनिंग लेटर मिला। इस बात से खुश पति भी वहां पहुंचा था। लेकिन, पत्नी उसके पहुंचने से पहले ही लापता हो गई। 2 साल पहले दोनों ने लव मैरिज की थी। पति का आरोप है- मनमुटाव और झगड़े हर पति-पत्नी के बीच होते हैं, लेकिन रिश्ता खत्म कर देना कहां तक ठीक है। उसने डीएम अविनाश कुमार से मुलाकात की। अपनी पीड़ा बताई और न्याय की गुहार लगाई है। 3 साल चला अफेयर, फिर की शादी
झांसी शहर में बड़ागांव गेट के बाहर मोहल्ले में रहने वाला नीरज विश्वकर्मा फर्नीचर बनाने का काम करता है। 5 साल पहले उसकी रिचा सोनी नाम की लड़की से दोस्ती हुई। दोस्ती कब प्यार में बदल गई, दोनों को पता नहीं चला। करीब तीन साल अफेयर के बाद दोनों ने शादी करने का मन बना लिया। दोनों ने 6 फरवरी, 2022 को ओरछा मंदिर में शादी कर ली। नीरज के पास शादी के फोटो और वीडियो भी मौजूद हैं। नौकरी लगते ही मिला धोखा
नीरज शादी के बाद दोनों के भविष्य के लिए सोचने लगा। उसने पत्नी को सरकारी नौकरी की तैयारी करने के लिए महंगी कोचिंग में दाखिला दिलाया। पत्नी ने लेखपाल का एग्जाम दिया तो वह पास हो गई। इसी साल 2 जनवरी को लेखपाल परीक्षा का रिजल्ट आया था। लेकिन, अचानक रिचा का मूड खराब रहने लगा। छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करने लगी। दूरी बनाने लगी। नीरज का कहना है कि शादी से युवती के परिवार वाले खुश नहीं थे। जब लेखपाल की परीक्षा में पास हो गई तो वे फोन कर लड़की को भड़काने लगे। एक बार कोर्ट केस हुआ तो दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया था। नीरज ने जिलाधिकारी से भी की मुलाकात
झांसी कलेक्ट्रेट में बुधवार को नवनियुक्त लेखपालों को जॉइनिंग लेटर बांटे जा रहे थे, तभी नीरज पत्नी रिचा को ढूंढते हुए वहां पहुंच गया। लेकिन उसे पता चला पत्नी पहले ही जॉइनिंग लेटर लेकर जा चुकी है। नीरज की निगाह झांसी डीएम अविनाश कुमार पर पड़ी तो उसने पूरी आपबीती उन्हें भी सुनाई। नीरज विश्वकर्मा और उसकी पत्नी का मामला फैमिली कोर्ट में भी चल रहा है। यह भी पढ़ें ज्योति मौर्या-आलोक की कहानी, शिक्षक दोस्त की जुबानी:पत्नी को स्कूल में छोड़कर वेट करता रहता था आलोक, तब दोनों बहुत प्यार से रहा करते थे एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या…। इन दो नामों की चर्चा खूब रही। इनके विवाद को लेकर रोज एक नई बात निकलकर सामने आ रही है। वहीं, अब आलोक और ज्योति का एक कॉमन दोस्त सामने आया है। उसने दैनिक भास्कर की टीम को आलोक-ज्योति की लव स्टोरी के बारे में बताया। पढ़ें पूरी खबर मैं ज्योति मौर्या नहीं, जो पति को छोड़ दूं…:पति को गोद में उठाकर कलेक्ट्रेट पहुंची पत्नी; इलाज और अनुकंपा नियुक्ति की लगाई गुहार ‘मैं ज्योति मौर्या जैसी नहीं हूं। जो अपने पति को छोड़ दूं। मैं आखिरी दम तक पति का साथ दूंगी। मेरे लिए वो ही सब कुछ है।’ ये कहना है उस महिला का, जो अपने दिव्यांग पति को गोद में उठाकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची। वह पांच साल से इसी तरह अपने पति को साथ लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर