पंजाब के गुरदासपुर की मच्छी मार्केट में स्थित एक दुकान को भयानक आग लग गई। देखते ही देखते आग फैलनी शुरू हो गई। इसके साथ ही दुकान और बिजली की तारे भी आग की चपेट में आ गई। लेकिन समय रहते पुलिस की मुस्तैदी के कारण कोई बड़ा हादसा होने से टल गया। फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले एसएचओ, पुलिस अधिकारियों और एसएसजी के जवानों ने स्थिति पर काफी हद तक काबू पा लिया। पुलिस ने पाया आग पर काबू जानकारी देते हुए दुकानदार रिशु ने बताया कि दुकान पर गैस पर पकौड़े बनाते समय एक बोरी में आग लग गई। जो देखते ही देखते फैलनी शुरू हो गई। आग ने साथ वाली एक दुकान को भी अपनी चपेट में ले लिया और आग बिजली की तारों तक पहुंच गई। उन्होंने बताया कि थाना सिटी गुरदासपुर के एसएचओ गुरमीत उस समय अपनी टीम और एसएसजी के जवानों के साथ चेकिंग कर रहे थे। जब उन्हें आग लगने की खबर लगी तो वह तुरंत मौके पर पहुंच गए और खुद ही पानी की बाल्टियां भर-भरकर आग पर काबू पाने की कोशिश करने लगे। बगल वाली दुकान भी आई चपेट में उन्होंने बताया कि फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले उन्होंने काफी हद तक आज पर काबू पा लिया। एसएचओ गुरमीत सिंह ने खुद गैस का सिलेंडर अपनी जान जोखिम में डालकर दुकान से बाहर निकाला। रिशु ने बताया कि उनकी दुकान के साथ ही एक पेंट की भी दुकान है अगर आग उसमें लग जाती तो कोई बड़ा नुकसान हो सकता था। पंजाब के गुरदासपुर की मच्छी मार्केट में स्थित एक दुकान को भयानक आग लग गई। देखते ही देखते आग फैलनी शुरू हो गई। इसके साथ ही दुकान और बिजली की तारे भी आग की चपेट में आ गई। लेकिन समय रहते पुलिस की मुस्तैदी के कारण कोई बड़ा हादसा होने से टल गया। फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले एसएचओ, पुलिस अधिकारियों और एसएसजी के जवानों ने स्थिति पर काफी हद तक काबू पा लिया। पुलिस ने पाया आग पर काबू जानकारी देते हुए दुकानदार रिशु ने बताया कि दुकान पर गैस पर पकौड़े बनाते समय एक बोरी में आग लग गई। जो देखते ही देखते फैलनी शुरू हो गई। आग ने साथ वाली एक दुकान को भी अपनी चपेट में ले लिया और आग बिजली की तारों तक पहुंच गई। उन्होंने बताया कि थाना सिटी गुरदासपुर के एसएचओ गुरमीत उस समय अपनी टीम और एसएसजी के जवानों के साथ चेकिंग कर रहे थे। जब उन्हें आग लगने की खबर लगी तो वह तुरंत मौके पर पहुंच गए और खुद ही पानी की बाल्टियां भर-भरकर आग पर काबू पाने की कोशिश करने लगे। बगल वाली दुकान भी आई चपेट में उन्होंने बताया कि फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले उन्होंने काफी हद तक आज पर काबू पा लिया। एसएचओ गुरमीत सिंह ने खुद गैस का सिलेंडर अपनी जान जोखिम में डालकर दुकान से बाहर निकाला। रिशु ने बताया कि उनकी दुकान के साथ ही एक पेंट की भी दुकान है अगर आग उसमें लग जाती तो कोई बड़ा नुकसान हो सकता था। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लॉरेंस गैंग में 700 शूटर, जिनमें 70% हरियाणा-पंजाब के:छोटी उम्र के क्रिमिनल्स का जेल से सिलेक्शन; मूसेवाला, गोगामेड़ी और सिद्दीकी मर्डर में शामिल
लॉरेंस गैंग में 700 शूटर, जिनमें 70% हरियाणा-पंजाब के:छोटी उम्र के क्रिमिनल्स का जेल से सिलेक्शन; मूसेवाला, गोगामेड़ी और सिद्दीकी मर्डर में शामिल गैंगस्टर लॉरेंस का नाम इन दिनों देश से लेकर विदेश तक में चर्चा में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लॉरेंस गैंग के लिए करीब 700 से ज्यादा शॉर्प शूटर काम कर रहे हैं। इनमें से 70 प्रतिशत शूटर पंजाब और हरियाणा से हैं। बाकी 30% शूटर राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मुंबई, दिल्ली और अन्य राज्यों के हैं। पंजाब और हरियाणा में लॉरेंस गैंग का बड़ा नेटवर्क है। ऐसा इसलिए, क्योंकि चंडीगढ़ में छात्र राजनीति के दौरान लॉरेंस के हरियाणा और पंजाब के कई प्रमुख छात्र नेताओं के साथ लिंक बने, जो इस वक्त राज्य में अपनी अच्छी पैठ रखते हैं और राज्य के अच्छे जानकार हैं। हरियाणा में काला जठेड़ी, अनिल रोहिल और राहुल बाबा प्रमुख गैंग हैंडलर हैं। वहीं, पंजाब में गोल्डी बराड़, विक्रम बराड़, अनमोल बिश्नोई, सचिन बिश्नोई, काली शूटर और कुछ लोकल गैंग भी लॉरेंस के लिए काम करते हैं। पंजाब और हरियाणा की जेलों में बंद इन गैंगस्टरों के गुर्गे शूटरों को जोड़ने का काम करते हैं। दैनिक भास्कर ने जब कुछ शूटरों के प्रोफाइल खंगाले तो ज्यादातर में यही बात सामने आई कि जेल में उनकी पहचान लॉरेंस गैंग के साथ हुई थी। कम उम्र में छोटा क्राइम कर जेल में आए आरोपी लॉरेंस का टारगेट
जब पिछली कुछ बड़ी वारदातें करने वाले शूटरों की प्रोफाइल खंगाली तो उसमें कई चीजें कॉमन मिलीं। इसमें सबसे प्रमुख शूटरों की उम्र, क्रिमिनल रिकॉर्ड, घर की स्थिति और पारिवारिक मजबूरी जैसे बातें शामिल हैं। ज्यादातर शूटरों के प्रोफाइल में यही मिला कि छोटा क्राइम कर जेल में गए, वहां पर लॉरेंस गैंग के कुछ साथियों से मिले। इसके बाद किसी को गोल्डी बराड़ से, तो किसी को अनमोल बिश्नोई से बात करवाकर गैंग में शामिल करा दिया गया। जेल से बाहर निकलते ही शूटरों को टारगेट के साथ पैसे और हथियार दिए जाते और फिर वारदात के लिए भेज दिया जाता। लॉरेंस गैंग की हाईप्रोफाइल हत्याओं में यही तरीका अपनाया गया। इसमें पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का मर्डर, राजस्थान में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड, मुंबई में NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या या फिर बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग का मामला हो। सिग्नल ऐप का इस्तेमाल करते हैं सभी शूटर
लॉरेंस खुद और उसके गुर्गों की चार्जशीट में इसका खुलासा हो चुका है कि वह सिग्नल ऐप का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। लॉरेंस के इंटरव्यू मामले की जांच में भी पता चला था कि इंटरव्यू सिग्नल ऐप के जरिए दिया गया था। इसके साथ बाबा सिद्दीकी की हत्या करने वाले शूटरों ने भी माना था कि सिग्नल ऐप के जरिए वह लॉरेंस के भाई अनमोल को सारे मामले की अपडेट दे रहे थे। अब पढ़ें देश के प्रमुख हत्याकांड में शामिल शूटरों का कबूलनामा…. 1. बाबा सिद्दीकी हत्या केस में लॉरेंस के शूटर गुरमेल का कबूलनामा
महाराष्ट्र के बांद्रा में 12 अक्टूबर को पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें हरियाणा के कैथल का रहने वाला शूटर गुरमेल भी शामिल थी। गुरमेल ने बाबा सिद्दीकी को गोलियां मारी थीं। गुरमेल से पूछताछ में पता चला है कि उसकी जेल में लॉरेंस गैंग के गुर्गों के साथ पहचान हुई थी। गुरमेल ने 2019 में दोस्त के भाई की बर्फ के सुए से गोदकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद उसे जेल हुई। वहां वह लॉरेंस गैंग के टच में आ गया। जमानत मिलने पर वह मुंबई चला गया। 2. बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में जालंधर के जीशान की मुख्य भूमिका
बाबा सिद्दीकी की हत्या में पंजाब में जालंधर के गांव शंकर के रहने वाले जीशान अख्तर का नाम भी सामने आया था। जीशान अख्तर ने हत्या से पहले रेकी और हत्या के समय तक की सारी रिपोर्ट लॉरेंश के भाई अनमोल तक पहुंचाई। हत्या को लेकर सारा कोऑर्डिनेट जीशान ने किया। जीशान पत्थर लगाने का काम करता था। वह टारगेट किलिंग, हत्या, डकैती सहित 9 मामलों में वांटेड है। इसी साल वह 7 जून को जेल से बाहर आया था। जालंधर देहात पुलिस ने उसे आखिरी बार गिरफ्तार किया था। उसने पूछताछ में माना कि जेल में उसकी पहचान लॉरेंस गैंग के प्रमुख सरगना विक्रम बराड़ के साथ हुई थी। इसके बाद उसने विक्रम बराड़ के साथ मिलकर पंजाब और राजस्थान में एक के बाद एक 9 वारदातें कीं। ऐसा सिर्फ इसलिए किया गया कि वह लॉरेंस की गुडबुक्स में आ सके। जीशान ने लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर विक्रम बराड़ के कहने पर सौरभ महाकाल के साथ तरनतारन में पहली हत्या की थी। सौरभ महाकाल वही आरोपी है, जो सलमान खान के घर धमकी भरा पत्र फेंकने और सिद्धू मूसेवाला की हत्या में हथियार मुहैया करने से लेकर आरोपियों के रहने के लिए जगह मुहैया करवाने में शामिल था। मुंबई पुलिस उसे पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जीशान अभी भी फरार चल रहा है। 3. दिल्ली जिम मालिक हत्याकांड में सोनीपत का नवीन शामिल
12 सितंबर 2024 को दक्षिण दिल्ली के पॉश एरिया ग्रेटर कैलाश-1 में जिम के बाहर होटल-जिम मालिक व फाइनेंसर नादिर शाह की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या में लॉरेंस के एसोसिएट रोहित गोदारा गैंग का हाथ था। इस केस में दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले नवीन बालियान को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी ने माना कि उसकी रोहित गोदारा और लॉरेंस गैंग से पहचान जेल में हुई थी। 4. सलमान खान के घर फायरिंग में गुरुग्राम का कालू का नाम
अप्रैल माह में हुई सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग में शूटर विशाल उर्फ कालू का नाम सामने आया था। वह गुरुग्राम के महावीरपुरा का रहने वाला है। कालू की बहन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि भाई जब से गायब हुआ है, तब से न तो उसकी कोई खबर है और न ही उसने कभी फोन से संपर्क किया। जांच में पता चला कि कालू लॉरेंस गैंग के रोहित गोदारा का खास शूटर है। मीडिया रिपोर्ट से मुताबिक उसकी लॉरेंस के एसोसिएट गैंग रोहित गोदारा से जान पहचान जेल में बंद उसके एक दोस्त ने करवाई थी। जिसके बाद उसने रोहतक के स्क्रैप कारोबारी सचिन गोदा की हत्या की थी। जिसकी CCTV फुटेज और हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला पोस्ट भी सोशल मीडिया पर रिलीज हुआ था। 5. प्रियव्रत फौजी ने सिद्धू मूसेवाला को मारी गोलियां
हरियाणा के सोनीपत का कुख्यात बदमाश प्रियव्रत फौजी लॉरेंस गैंग का प्रमुख शूटर है। मूसेवाला मर्डर के अलावा फौजी पर 11 मामले दर्ज हैं। सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई 2022 में मानसा के गांव जवाहरके में की गई थी। प्रियव्रत फौजी ने सिद्धू मूसेवाला के बदन में पहली गोली मारी थी। फौजी युवावस्था में पहलवान बनने के सपने संजोता था। बाद में वह गांव के अखाड़े में ही पहलवानी के गुर सीखते-सीखते खेल कोटे से भारतीय सेना में भर्ती भी हुआ। उसकी पहली पोस्टिंग महाराष्ट्र के पुणे में हुई थी। वहीं से उसने 10वीं की पढ़ाई पूरी की, लेकिन उसके बाद वह सेना की नौकरी छोड़कर गांव लौट आया। इसके बाद उसने साथियों के साथ जुलाई 2015 में शराब के नशे में धुत रहने वाले एक शख्स की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसे जेल भेजा गया तो उसकी पहचान लॉरेंस गैंग के कुछ साथियों के साथ हुई। जिसके बाद जेल से बाहर आकर उसने एक के बाद एक वारदात को अंजाम दिया। 6. सिद्धू मूसेवाला हत्या केस में हरियाणा का अंकित सिरसा
मूसेवाला हत्याकांड में सोनीपत जिले के रहने वाले अंकित सेरसा भी शामिल था। अंकित 18 साल की उम्र में ही हार्डकोर क्रिमिनल बन गया था। लॉरेंस गैंग के खास माने जाने वाले मोनू डागर के संपर्क में आने के बाद उसने राजस्थान में दो वारदातों को अंजाम दिया। जब सेरसा की मोनू डागर से मुलाकात हुई तो वह तब जेल में था। मोनू के जरिए वह अनमोल और अंकित के टच में आया और वहां से वह हाईप्रोफाइल सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस का हिस्सा बना। अंकित अनमोल के कहने पर इस वारदात का हिस्सा बना था। ………….. गैंगस्टर लॉरेंस से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… गैंगस्टर लॉरेंस का इंटरव्यू, हाईकोर्ट की पंजाब पुलिस को फटकार:कहा- वाईफाई दिया, अफसर के ऑफिस को स्टूडियो बनाया, सांठ-गांठ की जांच जरूरी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने गैंगस्टर लॉरेंस के जेल के अंदर TV इंटरव्यू के लिए पंजाब पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा है कि पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने इंटरव्यू की इजाजत दी। सीनियर पुलिस ऑफिसर के कमरे को स्टूडियो के रूप में इस्तेमाल करने दिया। पूरी खबर पढ़ें… गैंगस्टर लॉरेंस के कस्टडी से इंटरव्यू केस में 7 सस्पेंड:इनमें 2 DSP, तीन SI और एक ASI भी शामिल; ड्यूटी में लापरवाही बरती गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में सरकार ने आरोपी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लिया है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित SIT ने 7 अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान कोताही व लापरवाही का आरोपी माना। इसके बाद सभी को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए गए हैं। पूरी खबर पढ़ें…
कपूरथला में व्यक्ति की हत्या:पशु अस्पताल में पड़ा था शव, चेहरे पर धारदार हथियार से हमला किया
कपूरथला में व्यक्ति की हत्या:पशु अस्पताल में पड़ा था शव, चेहरे पर धारदार हथियार से हमला किया कपूरथला के गांव भंडाल बेट में आज सुबह एक व्यक्ति का खून से लथपथ शव बरामद हुआ। शव मिलने की सूचना मिलने के बाद थाना ढिलवां पुलिस और डीएसपी भुलत्थ सुरेन्द्र पाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान मनजीत सिंह के रूप में हुई है। जिसके सिर और चेहरे पर तेजधार हथियारों से हमला किया गया था।हालांकि अभी तक हत्या के कारणों और हत्यारे का खुलासा नहीं हो पाया है। डीएसपी भुलत्थ सुरेन्द्र पाल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि शव की हालत को देखते हुए सभी तथ्यों की गंभीरता से जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि हत्यारे को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। जानकारी के अनुसार, सुबह-सुबह लोगों ने गांव भंडाल बेट के पशु अस्पताल के अंदर 40 वर्षीय व्यक्ति मनजीत सिंह पुत्र गुरनाम सिंह निवासी नूरपुर जनूहा का खून से लथपथ शव देखा। पुलिस को सूचना देने के बाद थाना ढिलवां के एसएचओ सुखवीर सिंह और डीएसपी सुरेन्द्र पाल व उनकी टीम मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। तेजधार हथियारों किया हमला मृतक मनजीत सिंह के भाई सरबजीत सिंह ने बताया कि उसका भाई मनजीत सिंह कल से काम पर गया था और रात से घर वापस नहीं लौटा। सुबह किसी ग्रामीण ने उसे सूचना दी। जिसके बाद वह घटनास्थल पर पहुंचा और उसे खून से लथपथ देखकर पुलिस को सूचना दी। उसने पुलिस को बताया कि कुछ अज्ञात लोगों ने उसके भाई मनजीत सिंह की हत्या कर दी है। मृतक मनजीत सिंह के सिर और चेहरे पर तेजधार हथियारों से गहरे घाव थे।
जालंधर में कूड़े में आग लगने से कार जली:क्षतिग्रस्त गाडी देखकर मालिक की तबीयत बिगड़ी, डेंटिंग-पेंटिंग के लिए लाया था
जालंधर में कूड़े में आग लगने से कार जली:क्षतिग्रस्त गाडी देखकर मालिक की तबीयत बिगड़ी, डेंटिंग-पेंटिंग के लिए लाया था पंजाब के जालंधर में पुलिस लाइन के पास कूड़े के ढेर में आग लग गई, जिससे पास में खड़ी एक कार भी जलकर राख हो गई। पीड़ित ने जब अपनी कार जलती देखी तो उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। हालांकि, अब उसकी तबीयत ठीक है। आग कैसे लगी, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। पीड़ित उक्त स्थान पर अपनी कार की मरम्मत कराने आया था। आसपास के लोगों ने आग पर काबू पा लिया। गाड़ी का काम नहीं पूरा हुआ था पुलिस लाइन के पास दुकान चलाने वाले शैरी ने बताया कि एक व्यक्ति गाड़ी ठीक करवाने के लिए हमारे पास आया था। इस दौरान रात में गाड़ी का काम नहीं पूरा हुआ तो उक्त कार को कर्मचारियों ने दुकान के पास पार्क के सामने खड़ी कर दी थी। ढ़ाई बजे राहगीर ने दी जानकारी शैरी ने बताया कि रात करीब ढ़ाई बजे किसी राहगीर ने हमें फोन किया कि उक्त गाड़ी को आग लग गई है। जिसके बाद वह तुरंत मौके पर पहुंचे तो देखा कि ग्राहक की गाड़ी बुरी तरह से जलकर राख हो चुकी थी। ग़नीमत रही कि बाकी गाड़ियों को जलने से समय रहते बचा लिया गया था। शरारती तत्वों ने लगाई आग शैरी ने बताया कि उक्त कूड़ा अगर वहां से उठाया गया होता तो आज कार को आग न लगती। उक्त को किन्हीं शरारती तत्वों द्वारा आग लगी गई। जिससे पास में खड़ी ग्राहक की गाड़ी को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। शैरी ने कहा- अब ग्राहक की चीज का नुकसान होने से उन्हें उसका नुकसान भरना होगा। शैरी ने बताया कि आज गाड़ी को काम पूरा होने के बाद उसे वापस करना था।