यूपी के दो जिले पीलीभीत-लखीमपुर खीरी सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित हैं। 150 से ज्यादा गांवों में पानी घुस गया है। दोनों जिलों में साढ़े तीन लाख से ज्यादा की आबादी मुसीबत में है। घर और सड़कों पर कमर तक पानी भर गया है। वीडियो पर क्लिक कर देखें ड्रोन से बाढ़ की स्थिति… यूपी के दो जिले पीलीभीत-लखीमपुर खीरी सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित हैं। 150 से ज्यादा गांवों में पानी घुस गया है। दोनों जिलों में साढ़े तीन लाख से ज्यादा की आबादी मुसीबत में है। घर और सड़कों पर कमर तक पानी भर गया है। वीडियो पर क्लिक कर देखें ड्रोन से बाढ़ की स्थिति… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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दिलजीत की फिल्म ‘पंजाब-95’ फरवरी में रिलीज होगी:जसवंत खालड़ा के संघर्ष पर अधारित, मानवाधिकार कार्यकर्ता की पुलिस हिरासत में हुई थी मौत
दिलजीत की फिल्म ‘पंजाब-95’ फरवरी में रिलीज होगी:जसवंत खालड़ा के संघर्ष पर अधारित, मानवाधिकार कार्यकर्ता की पुलिस हिरासत में हुई थी मौत पंजाबी सुपरस्टार दिलजीत दोसांझ ने अपनी नई चर्चित फिल्म “पंजाब-95” की रिलीज का ऐलान कर दिया है। यह फिल्म फरवरी 2025 में रिलीज होगी। इस बात की जानकारी खुद दिलजीत दोसांझ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दी है। हालांकि यह फिल्म फरवरी में किस तारीख को रिलीज होगी, इसकी जानकारी अभी उनकी तरफ से नहीं दी गई है। फिल्म मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता जसवंत सिंह खालड़ा के जीवन पर आधारित है और आतंकवाद के दौर को दर्शाती है। फैंस में फिल्म को लेकर काफी उत्साह दिलजीत दोसांझ इस फिल्म में जसवंत सिंह खालड़ा का किरदार निभा रहे हैं, जो उनके करियर की सबसे अहम भूमिकाओं में से एक मानी जा रही है। दिलजीत ने हाल ही में फिल्म से जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की हैं, जिसके साथ उन्होंने लिखा- मैं अंधेरे को चुनौती देता हूं। यह कैप्शन सरदार खालरा के जीवन और सच्चाई के लिए की गई उनकी लड़ाई को बखूबी दर्शाता है। फिल्म की रिलीज को प्राथमिकता देते हुए दिलजीत ने अपने अपकमिंग म्यूजिक एल्बम की रिलीज को फिलहाल टाल दिया है। इस घोषणा के बाद फैंस में फिल्म को लेकर काफी उत्साह है। आतंकवाद के दौर में सिखों पर हुए अत्याचार को उजागर किया जसवंत सिंह खालड़ा एक साहसी और समर्पित मानवाधिकार कार्यकर्ता थे। जिन्होंने 1980 और 1990 के दशक के दौरान पंजाब में सिखों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों और मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने खुलासा किया कि उस दौर में हजारों सिख युवाओं को अवैध हिरासत में लिया गया, फर्जी मुठभेड़ों में मार दिया गया और उनके शवों का गुप्त अंतिम संस्कार कर दिया गया। श्मशान घाटों का दौरा कर जुटाई जानकारियां खालड़ा ने पंजाब पुलिस और प्रशासन द्वारा की जा रही इन गुमशुदगी और हत्याओं को उजागर किया था। उन्होंने उस समय में अमृतसर के श्मशान घाटों का दौरा कर यह जानकारी जुटाई कि वहां 6,000 से अधिक शवों का गुप्त रूप से अंतिम संस्कार किया गया था। यह जानकारी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी साझा की, जिससे भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर सवाल खड़े हुए। 1995 में हुई थी हत्या खालड़ा को सिखों के हकों के लिए लड़ने का खामियाजा अपनी जान देकर चुकाना पड़ा था। परिवार का आरोप है कि 6 सितंबर 1995 को पुलिस ने खालड़ा का उनके घर से अपहरण कर लिया। इसके बाद उन्हें पुलिस हिरासत में प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज नहीं की। जिसके बाद, जसवंत की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दी और कोर्ट ने सीबीआई को जांच का आदेश दिया था।
बांके बिहारी के दर्शन को जारी की गई एडवाइजरी:बुजुर्ग और बच्चों को नहीं लाने की अपील; नए साल पर 25 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचेंगे वृंदावन
बांके बिहारी के दर्शन को जारी की गई एडवाइजरी:बुजुर्ग और बच्चों को नहीं लाने की अपील; नए साल पर 25 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचेंगे वृंदावन साल 2024 के अंत और नए साल 2025 पर अगर आप परिवार के साथ मथुरा-वृंदावन जाने की सोच रहे हैं तो थोड़ा रूक जाइए। बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन ने शनिवार को एडवाइजरी जारी की है। मंदिर प्रबंधन ने बुजुर्ग और बच्चों को अपने साथ नहीं लाने की अपील की है। मंदिर प्रबंधन का मानना है कि करीब 25 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचेंगे। प्रबंधन ने भीड़ की वजह से 25 दिसंबर से पांच जनवरी तक बीपी और शुगर के मरीजों, बीमार व्यक्तियों, बुर्जगों और दिव्यांगजनों, छोटे बच्चों व गर्भवती महिलाओं से भीड़ अधिक होने पर मंदिर न आने की अपील की है। भीड़ का हिस्सा बनने से बचें
बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि श्रद्धालु भीड़ का आकलन कर ही वृंदावन आएं,भीड़ का हिस्सा बनने से बचें। मंदिर में निर्धारित गेट से ही प्रवेश और निकास करें। मंदिर आने जाने के रास्ते अलग हैं इसलिए समस्याओं से बचने के लिए जूता चप्पल पहन कर न आएं। चेन,जेब कतरों से रहे सावधान
मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वह चैन, जेब कतरों से सावधान रहें। श्रद्धालु अपने परिजनों की जेब में नाम,पता और फोन नंबर की पर्ची अवश्य रखें। जिससे बिछड़ने पर सूचना दी जा सके। भीड़ में बुजुर्ग, बच्चे, बीमार, दिव्यांग हृदय रोग से पीड़ित लोगों को न लाएं। 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
25 दिसंबर से 5 जनवरी तक वृंदावन,बरसाना,गोवर्धन सहित मथुरा के विभिन्न धार्मिक स्थानों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। आकलन के अनुसार यहां इन दिनों में 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आ सकते हैं। यह संख्या और भी बढ़ सकती है क्योंकि प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ शुरू होने जा रहा है। ऐसे में काफी श्रद्धालु मथुरा वृंदावन होकर प्रयागराज जा सकते हैं। हर साल 20 दिसंबर के आसपास बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन एक गाइडलाइन जारी करता है। 10 पॉइंट में जानिए पिछले साल की गाइडलाइन के बारे में… 1 – श्रद्धालु मंदिर प्रबंधन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा बनाए गए रूट चार्ट एवं नियमों का पालन करें। 2 – भीड़ के समय बुजुर्ग, दिव्यांगजन, छोटे बच्चों एवं बीमार व्यक्तियों को मंदिर परिसर में ना लाएं। 3 – मंदिर आते समय श्रद्धालु किसी प्रकार का कीमती सामान आभूषण अपने साथ लाए। 4 – श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश एवं निकास हेतु निर्धारित मार्ग का ही प्रयोग करें। 5 – मंदिर के पास जूता चप्पल रखने की कोई व्यवस्था नहीं है कृपया मंदिर में जूता चप्पल पहनकर ना आए उन्हें उचित स्थान पर ही उतार कर आए। 6 – जेबकतरों वह मोबाइल चोरों के सावधान रहे। 7 – बुजुर्गों और बच्चों की जेब में नाम-पता और फोन नंबर की पर्ची लिखकर रखें। 8 – किसी भी संदिग्ध गतिविधि या वस्तु की सूचना सुरक्षा कर्मचारी या पुलिस को जरूर दें। 9 – खोया पाया केंद्र मंदिर कार्यालय एवं बिहारी जी पुलिस चौकी पर बनाया गया है। जरूरत पड़ने पर वहां सूचना दें। 10 – रास्ते में खड़े होकर सेल्फी ना लें। दर्शन के बाद मंदिर परिसर और गलियों में खड़े न हों। इससे पहले मंदिर प्रबंधन ने कपड़ों को लेकर किया था आग्रह, पढ़िए मिनी स्कर्ट और कटे-फटे जींस पहनकर न आएं बांके बिहारी:साड़ी, सूट, पैंट-शर्ट में ही मिलेगी एंट्री; मंदिर मैनेजमेंट बोला- यह टूरिस्ट प्लेस नहीं मथुरा के बांके बिहारी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से कहा गया है कि मिनी स्कर्ट और कटे-फटे जींस पहनकर न आएं। मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से मंदिर में मर्यादित कपड़े पहनकर आने का आग्रह किया है। इसके लिए श्रद्धालुओं के प्रवेश वाले रास्तों पर बैनर लगाए गए हैं। इन पर लिखा है- सभी महिलाएं और पुरुष मंदिर में मर्यादित कपड़े पहनकर आएं। छोटे कपड़े, हॉफ पैंट, बरमूड़ा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी-फटी जींस पहनकर न आएं। मंदिर में साड़ी, सूट, पैंट-शर्ट जैसे मर्यादित कपड़े पहनकर ही आएं। पढ़िए पूरी खबर
मोहाली में पटाखों से झुलसे 20 लोग:स्कोडा कार समेत 6 जगह लगी आग, 2 बच्चों की आंखों में लगी चोट
मोहाली में पटाखों से झुलसे 20 लोग:स्कोडा कार समेत 6 जगह लगी आग, 2 बच्चों की आंखों में लगी चोट पंजाब के मोहाली शहर में दिवाली पर करीब 20 लोग पटाखे चलाते समय झुलसे हैं। इनमें से अधिकतर बच्चे शामिल हैं। कुछ लोग इलाज के लिए सिविल अस्पताल भी पहुंचे थे, जिन्हें तुरंत इलाज देकर घर भेज दिया गया। वहीं, एक स्कोडा कार समेत छह जगह आग लगने के मामले सामने आए हैं। जिस पर फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर बुझाया। हालांकि आज (शुक्रवार) को भी दिवाली मनाई जा रही है। साथ ही बंदी छोड़ दिवस है। ऐसे में सेहत विभाग की तरफ से पूरे इंतजाम किए गए है। स्पेशल डॉक्टरों की डयूटी लगाई गई है। वहीं, फायर विभाग भी अलर्ट मोड पर है। दोनों विभागों ने लोगों से सहयोग की अपील की है। दो छोटी लड़कियों को भी चोट सामने आया है कि सरकारी अस्पतालों में 20 के करीब लोग पहुंचे थे। डॉक्टरों ने बताया कि इनमें से 15 छोटे लड़के और दो छोटी लड़कियां और तीन बड़े व्यस्क थे। जलने के कारण पहुंचे दो छोटे बच्चों को आंखों में चोट लगी थी। दो घंटे बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली गई है। इसके अलावा कुछ लोग निजी अस्पतालों में पहुंचे थे। खेतों और चाय के शेड में लगी आग फायर विभाग के मुताबिक मोहाली में आग लगने के 6 मामले आए हैं। इस दौरान शाम को तंगोरी में खेतों में आग लगी थी। जबकि फेज-आठ गुरुद्वारा साहिब के पास आग लगी थी। इसके अलावा सेक्टर-95 में स्कोडा कार को आग लगने का मामला सामने आया था। जबकि गुरुद्वारा अंब साहिब के पास घास फूस को आग लगी थी। इसके अलावा सेक्टर-66 रेयान इंटरनेशनल स्कूल के पास चाय के शेड में लगने का मामला सामने आया था। क्या कहते हैं अधिकारी 6 जगह फायर टेंडर तैनात मोहाली के असिस्टेंट डिवीजनल फायर ऑफिसर (ADFO) अमरिंदर पाल संधू ने बताया कि फायर विभाग की तरफ से इलाके में जगह फायर टेंडर तैनात किए गए हैं। ताकि किसी भी स्थिति से आसानी से निपटा जा सके। इनमें सेक्टर 82, लांडरां बनूड़ रोड, तंगोरी, फेज 8 पटाखा बाजार, फेज 11, सेक्टर और फेज 1 एक शामिल है। उन्होंने कहा कि किसी तरह कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है।