पंकजा मुंडे के लिए विधान परिषद चुनाव जीतना क्यों है जरूरी? उद्धव गुट के नेता भास्कर जाधव ने समझाया गणित

पंकजा मुंडे के लिए विधान परिषद चुनाव जीतना क्यों है जरूरी? उद्धव गुट के नेता भास्कर जाधव ने समझाया गणित

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:&nbsp;</strong>पिछले दो चुनावों में बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे (Pankaja Munde) पर दांव लगाया था. हालांकि पंकजा लोकसभा का चुनाव हार गईं. अब विधान परिषद चुनाव में उन्हें मैदान में उतारा गया है. इसको लेकर उद्धव ठाकरे गुट के नेता भास्कर जाधव (Bhaskar Jadhav) ने कहा कि पंकजा विधान परिषद का चुनाव जीत जाएंगी. &nbsp;भास्कर जाधव के बयान ने कई लोगों का ध्यान खींचा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भास्कर जाधव ने कहा, ”अगर पंकजा मुंडे विधान परिषद का चुनाव हार गईं तो उनका राजनीतिक करियर बर्बाद हो जाएगा. इसलिए, वे नेता के प्रति प्रेम के कारण नहीं बल्कि अपने राजनीतिक करियर को बचाने के लिए पंकजा मुंडे को चुनेंगे.” जाधव ने साथ ही कहा कि महाविकास अघाड़ी के तीनों उम्मीदवार निर्वाचित होंगे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाराष्ट्र में मंत्री रह चुकी हैं पंकजा</strong><br />2014 में बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद पंकजा मुंडे जल संरक्षण, ग्रामीण विकास और महिला एवं बाल कल्याण जैसे तीन मंत्रालयों की प्रभारी थीं. उस समय पंकजा मुंडे राज्य की मुख्यमंत्री पद की दावेदारों में से एक थीं. हालांकि, बाद में पंकजा मुंडे का पतन शुरू हो गया. 2019 के चुनाव में उन्हें परली विधानसभा क्षेत्र में धनंजय मुंडे ने हराया था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी बीच बीजेपी की ओर से उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी दी गई. इसलिए पंकजा मुंडे महाराष्ट्र की राजनीति से और भी दूर हो गईं. इससे पंकजा मुंडे के समर्थक काफी नाराज थे. आख़िरकार 2024 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में बीजेपी ने उन्हें बीड लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया. हालांकि, इस चुनाव में शरद पवार के बजरंग सोनावणे ने पंकजा मुंडे को करारी शिकस्त दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पंकजा की हार-जीत पर है लोगों की नजर</strong><br />इस पृष्ठभूमि में अगर पंकजा मुंडे मौजूदा विधान परिषद चुनाव जीतती हैं तो यह कई मायनों में महत्वपूर्ण होगा. पंकजा मुंडे के रूप में एक शक्तिशाली ओबीसी नेता विधानसभा में प्रवेश करेगा. करीब 10 साल बाद पंकजा मुंडे के माथे पर जीत का सेहरा बंध सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढे़ं-&nbsp;<a title=”Aaditya Thackeray Video: महाराष्ट्र में सत्र के आखिरी दिन आदित्य ठाकरे का अलग अंदाज! विधानभवन की सीढ़ियों पर टेका माथा” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/aditya-thackeray-shiv-sena-ubt-bowed-down-in-vidhan-bhavan-stairs-viral-video-maharashtra-monsoon-session-2735926″ target=”_self”>Aaditya Thackeray Video: महाराष्ट्र में सत्र के आखिरी दिन आदित्य ठाकरे का अलग अंदाज! विधानभवन की सीढ़ियों पर टेका माथा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:&nbsp;</strong>पिछले दो चुनावों में बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे (Pankaja Munde) पर दांव लगाया था. हालांकि पंकजा लोकसभा का चुनाव हार गईं. अब विधान परिषद चुनाव में उन्हें मैदान में उतारा गया है. इसको लेकर उद्धव ठाकरे गुट के नेता भास्कर जाधव (Bhaskar Jadhav) ने कहा कि पंकजा विधान परिषद का चुनाव जीत जाएंगी. &nbsp;भास्कर जाधव के बयान ने कई लोगों का ध्यान खींचा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भास्कर जाधव ने कहा, ”अगर पंकजा मुंडे विधान परिषद का चुनाव हार गईं तो उनका राजनीतिक करियर बर्बाद हो जाएगा. इसलिए, वे नेता के प्रति प्रेम के कारण नहीं बल्कि अपने राजनीतिक करियर को बचाने के लिए पंकजा मुंडे को चुनेंगे.” जाधव ने साथ ही कहा कि महाविकास अघाड़ी के तीनों उम्मीदवार निर्वाचित होंगे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाराष्ट्र में मंत्री रह चुकी हैं पंकजा</strong><br />2014 में बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद पंकजा मुंडे जल संरक्षण, ग्रामीण विकास और महिला एवं बाल कल्याण जैसे तीन मंत्रालयों की प्रभारी थीं. उस समय पंकजा मुंडे राज्य की मुख्यमंत्री पद की दावेदारों में से एक थीं. हालांकि, बाद में पंकजा मुंडे का पतन शुरू हो गया. 2019 के चुनाव में उन्हें परली विधानसभा क्षेत्र में धनंजय मुंडे ने हराया था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी बीच बीजेपी की ओर से उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी दी गई. इसलिए पंकजा मुंडे महाराष्ट्र की राजनीति से और भी दूर हो गईं. इससे पंकजा मुंडे के समर्थक काफी नाराज थे. आख़िरकार 2024 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में बीजेपी ने उन्हें बीड लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया. हालांकि, इस चुनाव में शरद पवार के बजरंग सोनावणे ने पंकजा मुंडे को करारी शिकस्त दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पंकजा की हार-जीत पर है लोगों की नजर</strong><br />इस पृष्ठभूमि में अगर पंकजा मुंडे मौजूदा विधान परिषद चुनाव जीतती हैं तो यह कई मायनों में महत्वपूर्ण होगा. पंकजा मुंडे के रूप में एक शक्तिशाली ओबीसी नेता विधानसभा में प्रवेश करेगा. करीब 10 साल बाद पंकजा मुंडे के माथे पर जीत का सेहरा बंध सकता है.</p>
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