महेंद्रगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ में पहुंचकर 16 जुलाई को होने वाले बीसी सम्मान सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लिया। इस राज्य स्तरीय सम्मेलन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे। अधिकारियों को दिए निर्देश सीएम ने इस सम्मेलन को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। बैठने की व्यवस्था से लेकर बिजली-पानी तथा पार्किंग से संबंधित व्यवस्थाओं के बारे में उन्होंने अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की। प्रदेश के कोने-कोने से आने वाले नागरिकों को इस सम्मेलन में पहुंचने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो, इसके लिए सीएम ने अधिकारियों को सभी प्रकार के पुख्ता प्रबंध रखने के निर्देश दिए। कार्यक्रम स्थल पर बहुत बड़ा जर्मन हैंगर लगाया जा रहा है। यहां पर मुख्य स्टेज के अलावा वीआईपी तथा सांस्कृतिक स्टेज भी बनाई जा रही है। अधिकारियों से ली रूट प्लान की जानकारी उन्होंने बसों तथा अन्य वाहनों के आवागमन के संबंध में रूट प्लान की जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस दिन यातायात व्यवस्था में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं आना चाहिए। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली, सिंचाई मंत्री डॉ अभय सिंह यादव, पूर्व मंत्री प्रो रामबिलास शर्मा, जिला अध्यक्ष दयाराम यादव, रेवाड़ी पुलिस रेंज के महानिदेशक राजेंद्र कुमार, उपायुक्त मोनिका गुप्ता, पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे। महेंद्रगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ में पहुंचकर 16 जुलाई को होने वाले बीसी सम्मान सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लिया। इस राज्य स्तरीय सम्मेलन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे। अधिकारियों को दिए निर्देश सीएम ने इस सम्मेलन को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। बैठने की व्यवस्था से लेकर बिजली-पानी तथा पार्किंग से संबंधित व्यवस्थाओं के बारे में उन्होंने अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की। प्रदेश के कोने-कोने से आने वाले नागरिकों को इस सम्मेलन में पहुंचने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो, इसके लिए सीएम ने अधिकारियों को सभी प्रकार के पुख्ता प्रबंध रखने के निर्देश दिए। कार्यक्रम स्थल पर बहुत बड़ा जर्मन हैंगर लगाया जा रहा है। यहां पर मुख्य स्टेज के अलावा वीआईपी तथा सांस्कृतिक स्टेज भी बनाई जा रही है। अधिकारियों से ली रूट प्लान की जानकारी उन्होंने बसों तथा अन्य वाहनों के आवागमन के संबंध में रूट प्लान की जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस दिन यातायात व्यवस्था में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं आना चाहिए। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली, सिंचाई मंत्री डॉ अभय सिंह यादव, पूर्व मंत्री प्रो रामबिलास शर्मा, जिला अध्यक्ष दयाराम यादव, रेवाड़ी पुलिस रेंज के महानिदेशक राजेंद्र कुमार, उपायुक्त मोनिका गुप्ता, पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा सरकार पर अल्पमत का खतरा:निर्दलीय MLA के निधन के बाद बढ़ा संकट; 44 के बहुमत की जगह BJP के पास 42 विधायक
हरियाणा सरकार पर अल्पमत का खतरा:निर्दलीय MLA के निधन के बाद बढ़ा संकट; 44 के बहुमत की जगह BJP के पास 42 विधायक हरियाणा में गुरुग्राम के निर्दलीय विधायक के निधन से BJP सरकार पर अल्पमत का संकट गहरा गया है। गुरुग्राम की बादशाहपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का कल (25 मई) को निधन हो गया। हरियाणा विधानसभा में मौजूदा वक्त में कुल बहुमत का आंकड़ा 44 का है लेकिन भाजपा सरकार के पास अब 42 ही विधायकों का समर्थन बचा है। ऐसे में विपक्षी फिर सरकार को फ्लोर टेस्ट करवाने के लिए घेर सकते हैं। कांग्रेस और JJP पहले ही गवर्नर को लेटर लिखकर नायब सैनी सरकार के बहुमत साबित करने की मांग कर चुकी है। पहले हरियाणा विधानसभा का पूरा अंकगणित जानिए.. हरियाणा विधानसभा में मौजूदा स्थिति क्या है?
हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं। करनाल से मनोहर लाल खट्टर और रानियां से निर्दलीय रणजीत चौटाला के इस्तीफे के बाद 88 विधायक बचे थे। इसके बाद बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का निधन हो गया। ऐसे में अब कुल विधायक 87 रह गए हैं और बहुमत का आंकड़ा 44 का हो गया है। अल्पमत की चर्चा कैसे शुरू हुई?
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को सीएम की कुर्सी से हटाकर लोकसभा टिकट दे दी। उनकी जगह नायब सैनी सीएम बनाए गए। उन्हें भाजपा के 41, हलोपा के 1 और 6 निर्दलीय समेत 48 विधायकों का समर्थन मिला था। हालांकि पहले खट्टर और फिर सरकार के समर्थन वाले रणजीत चौटाला ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद लोकसभा चुनाव के बीच 3 निर्दलीय विधायकों धर्मपाल गोंदर, रणधीर गोलन और सोमबीर सांगवान ने समर्थन वापस ले लिया। जिसके बाद सरकार के पास 43 विधायकों का समर्थन बचा। अब सरकार के साथ कितने विधायक बचे?
खट्टर के इस्तीफे के बाद भाजपा के पास अपने 40 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा के गोपाल कांडा और निर्दलीय नैनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। विपक्षी दलों की क्या स्थिति है?
हरियाणा में कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं। इसके अलावा जजपा के 10 और इनेलो का एक विधायक है। 4 निर्दलीय भी अब सरकार के विपक्ष में हैं। भाजपा के 42 के मुकाबले पूरे विपक्ष में 45 विधायक हो गए हैं। हालांकि जजपा की ओर से अपने 2 विधायक जोगीराम सिहाग और राम निवास के विरुद्ध स्पीकर को दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत याचिका दी गई है, जिसमें दोनों की सदस्यता समाप्त करने की मांग की गई है। अगर यह मंजूर हुआ तो भी विपक्ष के पास ज्यादा विधायक होंगे। सैनी चुनाव जीते तो फिर सरकार और विपक्ष बराबर हो जांएगे
इसमें एक और दिलचस्प स्थिति 4 जून को बनेगी। सीएम नायब सैनी खट्टर की जगह करनाल से विधानसभा उपचुनाव लड़ रहे हैं। अगर वह सीट जीत जाते हैं तो फिर सत्ता पक्ष के पास 43 विधायक हो जाएंगे। अगर जजपा के 2 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाती है तो फिर पक्ष और विपक्ष, दोनों बराबर हो जाएंगे। क्या हरियाणा में सरकार गिरने का खतरा है?
फिलहाल ऐसा नहीं है। सीएम नायब सैनी की सरकार ने ढ़ाई महीने पहले ही 13 मार्च को बहुमत साबित किया। जिसके बाद 6 महीने तक फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता। इतना समय बीतने के बाद अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिर ऐसी मांग की जरूरत नहीं रहेगी।
पलवल में कांवड़ लेने जा रहे युवकों पर हमला:गालियां देते हुए हुए बोले- हम तुम्हें भेजेंगे हरिद्वार; गोलियां चलाई, गाड़ी तोड़ी
पलवल में कांवड़ लेने जा रहे युवकों पर हमला:गालियां देते हुए हुए बोले- हम तुम्हें भेजेंगे हरिद्वार; गोलियां चलाई, गाड़ी तोड़ी हरियाणा में पलवल में हरिद्वार से कांवड लेने जा रहे युवकों पर लाठी-डंडों से हमला किया गया। उनको जाति सूचक गालियां देने के भी आरोप लगे हैं। चांदहट थाना पुलिस ने घायल युवक की शिकायत पर पांच नामजद सहित अन्य युवकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। चांदहट थाना प्रभारी जगबीर सिंह के अनुसार, मीसा गांव निवासी राकेश ने दी शिकायत में कहा है कि वह और उसके साथी शाम के करीब आठ बजे गांव के मंदिर पर एकत्रित हो रहे थे। उसी समय कृष्ण अपने 3-4 साथियों के साथ वहां आया और हमारे साथ कांवड लेने के लिए चलने की बात कहने लगा, तो हमने मना कर दिया। उसके बाद कृष्ण वहां से चला गया। उसने बताया कि कुछ देर बाद कृष्ण, केशव, सौरव, कर्मबीर, रोहित व कुछ अन्य युवक बाइकों व गाडियों में सवार होकर हाथों में लाठी-डंडे लेकर वहां पहुंचे और उनपर हमला कर दिया। आरोपियों ने जाति सूचक गालियां देते हुए कहा कि तुम्हें कांवड़ के लिए भेजेंगे, तुम लोगों को कोई अधिकार नहीं है कांवड लाने का। मारपीट कर आरोपियों ने उसके ऊपर जान से मारने की नीयत से गाड़ी चढ़ा दी और हाथों में लिए अवैध हथियारों से फायर किए। इससे वह (राकेश) बेहोश हो गया तो उसे मरा हुआ समझ कर अपनी गाड़ी को डंडों से तोड़ दिया। झगड़े की आवाज सुनकर आस पड़ोस के लोग एकत्रित हो गए तो आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी व जाति सूचक गालियां देते हुए फरार हो गए। पुलिस ने घायल राकेश की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 191(3), 190, 115(2), 351(3), 287, आर्म्स एक्ट 25.54.59 व एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
हरियाणा निजी अस्पतालों के 200 करोड़ बकाए पर मीटिंग आज:ACS हेल्थ के साथ IMA की बैठक; स्वास्थ्य विभाग ने 90 डॉक्टर किए तैनात
हरियाणा निजी अस्पतालों के 200 करोड़ बकाए पर मीटिंग आज:ACS हेल्थ के साथ IMA की बैठक; स्वास्थ्य विभाग ने 90 डॉक्टर किए तैनात हरियाणा के निजी अस्पतालों के 200 करोड़ रुपये बकाए पर आज फैसला होगा। एसीएस सुधीर राजपाल ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए चंडीगढ़ बुलाया है। आईएमए का कहना है कि प्रदेश के निजी अस्पतालों पर करीब 200 करोड़ रुपये बकाया है। हरियाणा में आयुष्मान के तहत 45 लाख बीपीएल परिवारों के 1.70 करोड़ लोगों का मुफ्त इलाज किया जाता है। इसके लिए सरकार की ओर से 600 से ज्यादा निजी अस्पतालों को पैनल में शामिल किया गया है। आईएमए का कहना है कि जब तक सरकार राहत नहीं देती, तब तक डॉक्टर कार्ड धारकों का इलाज नहीं करेंगे। दूसरी ओर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता का कहना है कि डॉक्टरों की ज्यादातर मांगें मान ली गई हैं, एसओपी तैयार करने में थोड़ा समय लगता है। उन्होंने डॉक्टरों से अपील की है कि वे इलाज बंद न करें। सरकार उनकी समस्या का समाधान कर रही है। हड़ताल को लेकर सरकार अलर्ट हरियाणा में प्राइवेट अस्पतालों की हड़ताल को देखते हुए सरकार भी अलर्ट हो गई है। सरकार ने सरकारी अस्पतालों में लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुूए 90 अतिरिक्त डॉक्टरों की तैनाती की है। इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि सरकार ने फायनेंस डिपार्टमेंट को तेजी से अस्पतालों के भुगतान को लेकर एंट्री करने के निर्देश दिए हैं। 57 करोड़ रुपए की सरकार की ओर से मंजूरी भी दे दी गई है, एक या दो दिन में यह पैसा अस्पतालों के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। योजना में इन बीमारियों का इलाज आयुष्मान योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हार्ट अटैक, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, घुटना व कूल्हा ट्रांसप्लांटेशन, बांझपन, मोतियाबिंद समेत अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का फ्री इलाज किया जाता है। IMA की बकाया भुगतान ही प्रमुख मांग IMA के राज्य प्रधान डॉ. अजय महाजन ने बताया कि एसीएस के साथ मीटिंग होगी। हमारी बड़ी मांग बकाया भुगतान की ही होगी। इधर स्वास्थ्य मंत्री डॉ कमल गुप्ता का कहना है कि एसओपी तैयार होने में कुछ दिन लगते हैं, संभावना है कि 15 जुलाई तक पूरा काम कर लिया जाएगा। यह भी बताया जा रहा है कि प्राइवेट अस्पतालों में इलाज की दरों में इजाफा भी किया जा रहा है। इसके साथ अस्पतालों के बिलों की जांच के लिए कमेटियां भी गठित की जा रही हैं।