हरियाणा में लोकसभा चुनाव के बाद कई बड़े चेहरे नई भूमिका में दिखाई देने वाले हैं। प्रदेश के 3 ऐसे फेस हैं, जो सांसद बनने के बाद और ताकतवर बनकर सामने आएंगे। इनमें पहला नाम करनाल लोकसभा से सांसद बनने वाले मनोहर लाल खट्टर का है। इसके बाद रोहतक लोकसभा सीट से सबसे अधिक वोटों से जीते पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम आता है। वहीं तीसरे नंबर पर अंबाला लोकसभा सीट से भाजपा की बंतो कटारिया को हराकर सांसद बने वरुण चौधरी का नाम है। मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं, इसलिए उन्हें अब भाजपा दिल्ली में सेट करेगी। इसका इशारा अमित शाह भी दे चुके हैं। वहीं दीपेंद्र हुड्डा और वरुण चौधरी हरियाणा में एक्टिव होंगे। इसकी वजह साफ है कि यहां इसी साल सितंबर या अक्टूबर में विधानसभा चुनाव हैं। इन चुनावों में ये दोनों चेहरे पहले से ज्यादा एक्टिव दिखाई देंगे। अब पढ़िए क्या रहने वाली है 3 नेताओं की नई भूमिका… मनोहर लाल खट्टर को दिल्ली में सेट करने की तैयारी
हरियाणा में दो टर्म के मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर करनाल लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अब उन्हें दिल्ली में सेट करने की तैयारी कर रहा है। लोकसभा चुनाव के रिजल्ट से पहले वह दिल्ली में नड्डा और अमित शाह से मीटिंग भी कर चुके हैं। चर्चा यह है कि पार्टी उन्हें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष या संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी दे सकती है। इसकी वजह यह भी है कि 2014 में सीएम बनने से पहले वह संगठन में काफी सक्रिय रह चुके हैं। हालांकि कुछ सूत्रों का कहना है कि चूंकि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीब हैं, इसलिए उन्हें केंद्रीय कैबिनेट में भी स्थान दिया जा सकता है। कुछ दिन पहले करनाल में रैली के दौरान अमित शाह ने भी कहा था कि अब मनोहर लाल खट्टर दिल्ली में सेवाएं देंगे। दीपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा की राजनीति और एक्टिव होंगे
रोहतक से नए सांसद बने दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी अब नई भूमिका में दिखाई देंगे। चर्चा है कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा उन्हें हरियाणा में बतौर मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं। पहले भी चुनाव कार्यक्रम या पब्लिक मीटिंग में दीपेंद्र हुड्डा के सीएम बनने के नारे लगते रहे हैं। इस साल लास्ट में विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में पूर्व सीएम हुड्डा अपने बेटे को हरियाणा की राजनीति में पहले के मुकाबले ज्यादा एक्टिव करेंगे। सियासी जानकारों का कहना है कि इस चुनाव में 50 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को भाजपा के मुकाबले ज्यादा वोट पड़े हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए विधानसभा की राह ज्यादा आसान दिख रही है। वरुण चौधरी को नई जिम्मेदारी देने की तैयारी
अंबाला लोकसभा के नए सांसद बनकर मुलाना से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी ने सबको चौका दिया है। वरुण चौधरी की इस जीत ने यह तय कर दिया है कि वह अब कांग्रेस में और मजबूत स्थिति में दिखेंगे। इसकी कुछ वजह भी हैं। वरुण चौधरी हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष फूलचंद मुलाना के बेटे हैं। इस कारण से राजनीति उन्हें विरासत में ही मिली है। दिल्ली हाईकमान में उनकी अच्छी पैठ है। दूसरी वजह यह भी है कि इनके बहनोई कर्नाटक सरकार में आईएएस हैं। वह खड़गे के भी ओएसडी रह चुके हैं। अंबाला से कुमारी सैलजा ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व मुलाना के पक्ष में था। यही वजह थी कि सैलजा को सिरसा से चुनाव लड़ना पड़ा। अब वरुण को पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व हरियाणा की राजनीति में एक्टिव कर नई जिम्मेदारी देने की तैयारी कर रहा है। CM नायब सैनी होंगे पावरफुल
मनोहर लाल खट्टर के दिल्ली में सेट होने के बाद भाजपा के सबसे बड़े चेहरे मुख्यमंत्री नायब सैनी होंगे। लोकसभा चुनाव में भी पार्टी के दूसरे बड़े चेहरों पूर्व गृह मंत्री अनिल विज, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के बजाय नायब सैनी ही ज्यादा एक्टिव दिखाई दिए। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी उन्हें हरियाणा में एक्टिव रहने के संकेत दे चुका है। जिसके बाद बतौर सीएम वह कई बड़े फैसलों पर अपनी मुहर लगाएंगे। सबसे अहम बात यह है कि सरकार के साथ ही संगठन की भी उनके पास अहम जिम्मेदारी है। अभी वह हरियाणा में भाजपा अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी देख रहे हैं। हालांकि जल्द ही पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा करेगी। इसकी वजह है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी संगठन को बूथ लेवल तक मजबूत करना चाहती है। हरियाणा में लोकसभा चुनाव के बाद कई बड़े चेहरे नई भूमिका में दिखाई देने वाले हैं। प्रदेश के 3 ऐसे फेस हैं, जो सांसद बनने के बाद और ताकतवर बनकर सामने आएंगे। इनमें पहला नाम करनाल लोकसभा से सांसद बनने वाले मनोहर लाल खट्टर का है। इसके बाद रोहतक लोकसभा सीट से सबसे अधिक वोटों से जीते पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम आता है। वहीं तीसरे नंबर पर अंबाला लोकसभा सीट से भाजपा की बंतो कटारिया को हराकर सांसद बने वरुण चौधरी का नाम है। मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं, इसलिए उन्हें अब भाजपा दिल्ली में सेट करेगी। इसका इशारा अमित शाह भी दे चुके हैं। वहीं दीपेंद्र हुड्डा और वरुण चौधरी हरियाणा में एक्टिव होंगे। इसकी वजह साफ है कि यहां इसी साल सितंबर या अक्टूबर में विधानसभा चुनाव हैं। इन चुनावों में ये दोनों चेहरे पहले से ज्यादा एक्टिव दिखाई देंगे। अब पढ़िए क्या रहने वाली है 3 नेताओं की नई भूमिका… मनोहर लाल खट्टर को दिल्ली में सेट करने की तैयारी
हरियाणा में दो टर्म के मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर करनाल लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अब उन्हें दिल्ली में सेट करने की तैयारी कर रहा है। लोकसभा चुनाव के रिजल्ट से पहले वह दिल्ली में नड्डा और अमित शाह से मीटिंग भी कर चुके हैं। चर्चा यह है कि पार्टी उन्हें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष या संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी दे सकती है। इसकी वजह यह भी है कि 2014 में सीएम बनने से पहले वह संगठन में काफी सक्रिय रह चुके हैं। हालांकि कुछ सूत्रों का कहना है कि चूंकि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीब हैं, इसलिए उन्हें केंद्रीय कैबिनेट में भी स्थान दिया जा सकता है। कुछ दिन पहले करनाल में रैली के दौरान अमित शाह ने भी कहा था कि अब मनोहर लाल खट्टर दिल्ली में सेवाएं देंगे। दीपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा की राजनीति और एक्टिव होंगे
रोहतक से नए सांसद बने दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी अब नई भूमिका में दिखाई देंगे। चर्चा है कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा उन्हें हरियाणा में बतौर मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं। पहले भी चुनाव कार्यक्रम या पब्लिक मीटिंग में दीपेंद्र हुड्डा के सीएम बनने के नारे लगते रहे हैं। इस साल लास्ट में विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में पूर्व सीएम हुड्डा अपने बेटे को हरियाणा की राजनीति में पहले के मुकाबले ज्यादा एक्टिव करेंगे। सियासी जानकारों का कहना है कि इस चुनाव में 50 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को भाजपा के मुकाबले ज्यादा वोट पड़े हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए विधानसभा की राह ज्यादा आसान दिख रही है। वरुण चौधरी को नई जिम्मेदारी देने की तैयारी
अंबाला लोकसभा के नए सांसद बनकर मुलाना से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी ने सबको चौका दिया है। वरुण चौधरी की इस जीत ने यह तय कर दिया है कि वह अब कांग्रेस में और मजबूत स्थिति में दिखेंगे। इसकी कुछ वजह भी हैं। वरुण चौधरी हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष फूलचंद मुलाना के बेटे हैं। इस कारण से राजनीति उन्हें विरासत में ही मिली है। दिल्ली हाईकमान में उनकी अच्छी पैठ है। दूसरी वजह यह भी है कि इनके बहनोई कर्नाटक सरकार में आईएएस हैं। वह खड़गे के भी ओएसडी रह चुके हैं। अंबाला से कुमारी सैलजा ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व मुलाना के पक्ष में था। यही वजह थी कि सैलजा को सिरसा से चुनाव लड़ना पड़ा। अब वरुण को पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व हरियाणा की राजनीति में एक्टिव कर नई जिम्मेदारी देने की तैयारी कर रहा है। CM नायब सैनी होंगे पावरफुल
मनोहर लाल खट्टर के दिल्ली में सेट होने के बाद भाजपा के सबसे बड़े चेहरे मुख्यमंत्री नायब सैनी होंगे। लोकसभा चुनाव में भी पार्टी के दूसरे बड़े चेहरों पूर्व गृह मंत्री अनिल विज, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के बजाय नायब सैनी ही ज्यादा एक्टिव दिखाई दिए। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी उन्हें हरियाणा में एक्टिव रहने के संकेत दे चुका है। जिसके बाद बतौर सीएम वह कई बड़े फैसलों पर अपनी मुहर लगाएंगे। सबसे अहम बात यह है कि सरकार के साथ ही संगठन की भी उनके पास अहम जिम्मेदारी है। अभी वह हरियाणा में भाजपा अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी देख रहे हैं। हालांकि जल्द ही पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा करेगी। इसकी वजह है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी संगठन को बूथ लेवल तक मजबूत करना चाहती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर