पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा तीक्ष्ण सूद संविधान मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि संविधान की सुरक्षा की दुहाई देने वाली कांग्रेस पार्टी ने ही सबसे अधिक संविधान से खिलवाड़ किया है। रविवार को यहां जारी एक बयान में तीक्ष्ण सूद ने कहा किा 1985 में कांग्रेस की राजीव गांधी सरकार ने एक गरीब मुस्लिम महिला शाह बानो का रोकने के लिए धार्मिक तुष्टीकरण के लिए संविधान तक बदल डाला था। उन्होंने कहा कि इससे अधिक अमानवीय कार्य कोई हो नहीं ही सकता। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यह गुजारा भत्ता उसे पति द्वारा प्रताड़ित करने के कारण क्रिमिनल प्रोसीजर कोड की धारा 125 के तहत दिया गया था। खुल गई कांग्रेस की पोल उन्होंने कहा कि, 39 वर्ष बाद अब फिर से पुनर्विचार याचकाओं पर अपना निर्णय सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम महिलाओं को गुजारा भत्ता देने का फैसला करते हुए यह भी कहा कि उस समय कांग्रेस सरकार द्वारा संविधान में किया गया संसोधन ठीक नहीं था तथा यह मानवीय अधिकारों का उलंघन था। भाजपा नेता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का ये फैसला आने के बाद कांग्रेस मुंह दिखाने योग्य नहीं रही हैं तथा उसकी पोल खुल गई है कि किस प्रकार कांग्रेस अल्पसंख्यक वोट को हासिल करने के लिए संविधान तक को भी रौंद सकती हैं। अब यह भी उजागर हो गया है कि कांग्रेस संविधान बचाने की झूठी दुहाई देती हैं। जबकि कांग्रेस सरकार के समय में ही 68 से अधिक बार संविधान में फेरबदल किया गया। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा तीक्ष्ण सूद संविधान मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि संविधान की सुरक्षा की दुहाई देने वाली कांग्रेस पार्टी ने ही सबसे अधिक संविधान से खिलवाड़ किया है। रविवार को यहां जारी एक बयान में तीक्ष्ण सूद ने कहा किा 1985 में कांग्रेस की राजीव गांधी सरकार ने एक गरीब मुस्लिम महिला शाह बानो का रोकने के लिए धार्मिक तुष्टीकरण के लिए संविधान तक बदल डाला था। उन्होंने कहा कि इससे अधिक अमानवीय कार्य कोई हो नहीं ही सकता। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यह गुजारा भत्ता उसे पति द्वारा प्रताड़ित करने के कारण क्रिमिनल प्रोसीजर कोड की धारा 125 के तहत दिया गया था। खुल गई कांग्रेस की पोल उन्होंने कहा कि, 39 वर्ष बाद अब फिर से पुनर्विचार याचकाओं पर अपना निर्णय सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम महिलाओं को गुजारा भत्ता देने का फैसला करते हुए यह भी कहा कि उस समय कांग्रेस सरकार द्वारा संविधान में किया गया संसोधन ठीक नहीं था तथा यह मानवीय अधिकारों का उलंघन था। भाजपा नेता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का ये फैसला आने के बाद कांग्रेस मुंह दिखाने योग्य नहीं रही हैं तथा उसकी पोल खुल गई है कि किस प्रकार कांग्रेस अल्पसंख्यक वोट को हासिल करने के लिए संविधान तक को भी रौंद सकती हैं। अब यह भी उजागर हो गया है कि कांग्रेस संविधान बचाने की झूठी दुहाई देती हैं। जबकि कांग्रेस सरकार के समय में ही 68 से अधिक बार संविधान में फेरबदल किया गया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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