मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की शादी की दुनिया भर में चर्चा है। हाई प्रोफाइल इस शादी के लिए दुनिया भर के खास मेहमानों को निमंत्रण भेजा गया था। इस के साथ ही शादी का कार्ड ब्रज के मंदिरों में भी भेजे गए। अंबानी परिवार की तरफ से भेजे गए इन शादी के कार्डों को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है। ब्रज के मंदिरों के पुजारियों ने शादी का कार्ड वापस ले जाने का आरोप लगाया है। मुकेश अंबानी ने अपने बेटे अनंत अंबानी की शादी के कार्ड ब्रज के बांके बिहारी मंदिर, गोवर्धन के दानघाटी मंदिर, मुकुट मुखारबिंद मंदिर जतीपुरा, मथुरा के यमुना जी मंदिर, टटिया स्थान सहित कई अन्य धर्माचार्य और साधु संतों को भेजे गए थे। कार्ड लेकर आने वाले लोगों ने मंदिरों में कार्ड अर्पित किया। इसके फोटो, वीडियो भी लिए गए। शादी का कार्ड था मंहगा अंबानी परिवार में हुई आलीशान शादी और उसके कार्ड की हर तरफ चर्चा थी। बताया जा रहा था यह कार्ड काफी मंहगा था। इसमें भगवान की 4 प्रतिमा थी जो सोने से बनी बताई जा रही हैं। इसके अलावा कार्ड में एक कीमती शॉल भी रखी गई थी। आलीशान शादी का आलीशान कार्ड मंदिरों में पहुंचा तो चर्चा होने लगी। भगवान के चरणों में रखा, फिर वापस ले गए शादी के कार्ड को लेकर अब ब्रज में विवाद खड़ा हो गया है। मथुरा के यमुना जी मंदिर और गोवर्धन के दानघाटी मंदिर के पुजारियों ने कार्ड को भगवान के चरणों में अर्पित करने के बाद वापस ले जाने का आरोप लगाया है। पुजारियों का कहना है कि कार्ड को भगवान के चरणों में रखा गया था। लेकिन कुछ देर बाद ही उसे लाने वाले वापस ले गए। इसको लेकर पुजारियों ने अपने आक्रोश का इजहार किया है। विश्राम घाट यमुना मंदिर समिति के संरक्षक एवं वर्तमान में मंदिर की सेवायत पुजारी सुभाष चतुर्वेदी ने बताया- कुछ लोग अनंत अंबानी की शादी के कार्ड को लेकर विश्राम घाट यमुना मंदिर पर आए थे। अटैचीनुमा कार्ड था। उनके द्वारा यमुना जी के चरणों में कार्ड को रखने को कहा गया, कार्ड को लाने वाले व्यक्तियों के द्वारा उसका फोटो खींचा गया, वही उनके द्वारा कार्ड को खोलने को भी कहा। मंदिर सेवायत ने कहा- हमने कार्ड खोला, इस दौरान उन्होंने एक फोटो खींच ली। इसके बाद उन्होंने कहा कि कार्ड वापस कर दीजिए। जब उन्होंने कार्ड वापस मांगा तो हमें अच्छा नहीं लगा। हमने तुरंत कार्ड वापस दे दिया। यह यमुना जी का घोर अपमान था। मंदिर के सेवायत ने कहा- हमने देखा कि कार्ड में यमुना जी मंदिर विश्राम घाट लिखा हुआ था। वो अंबानी परिवार का कार्ड था। मंदिर के नाम निमंत्रण था। मैंने खुद कार्ड खोलते हुए देखा था। जिसने भी यह काम किया है, वो गलत है। कार्ड की कीमत की वजह से ऐसा किया गया है। पुजारी ने लिफाफा लेने से किया इंकार कार्ड लेकर आए व्यक्तियों के द्वारा पुजारी को एक लिफाफा भी दिया गया, लेकिन मंदिर सेवायत पुजारी ने उनके द्वारा लिफाफा नहीं लिया। मंदिर पुजारी ने कहा कि यमुना जी का अपमान कर रहे व्यक्तियों से वो लिफाफा कैसे ले सकते हैं। यह सब घटना वहां लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। मंदिर के पुजारी ने अपने आक्रोश का इजहार करते हुए कहा- यह यमुना जी का अपमान हुआ है और जिन व्यक्तियों के द्वारा किया गया है, उनको यमुना मंदिर पर आकर माफी मांगनी चाहिए। यमुना जी के कार्ड को यमुना जी के चरणों में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह निंदनीय है और वह इसका विरोध करते हैं। दानघाटी मंदिर के पुजारी ने लगाया गिरिराज जी से ठगी का आरोप अनंत अंबानी की शादी का कार्ड वापस ले जाने का आरोप दानघाटी मंदिर के पुजारी ने भी लगाया है। मंदिर के पुजारी रामेश्वर पुरोहित ने बताया कि गोवर्धन दानघाटी मंदिर के लिए अंबानी परिवार ने कार्ड भेजा था। जिसे लेकर कुछ लोग आए। मंदिर में आकर कार्ड को गिरिराज जी के समक्ष रखा और फोटो खींचने के बाद वापस ले गए। रामेश्वर पुरोहित ने इस मामले में गिरिराज जी के साथ ठगी किए जाने का आरोप लगाया। यह खबर भी पढ़ें अनंत अंबानी की शादी का कार्ड बांके बिहारी को दिया: 7 किलो वजन, सोने-चांदी की चार प्रतिमाएं लगीं; खोलते ही सुनाई देगा विष्णु सहस्रनाम मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की 12 जुलाई को मुंबई में शादी थी। इस शादी में आमंत्रण करने के लिए बेहद ही आकर्षक कार्ड तैयार किया गया। 7 किलो वजन के इस कार्ड में भगवान की छवि है तो सोने चांदी से बनी भगवान की प्रतिमा भी हैं। मंगलवार शाम को प्रतिनिधियों ने अनंत अंबानी का यह कार्ड बांके बिहारी मंदिर सेवायत आचार्य गोपी गोस्वामी और श्रीनाथ गोस्वामी के हवाले किया। शादी के कार्ड की जानिए पूरी खासियत मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की शादी की दुनिया भर में चर्चा है। हाई प्रोफाइल इस शादी के लिए दुनिया भर के खास मेहमानों को निमंत्रण भेजा गया था। इस के साथ ही शादी का कार्ड ब्रज के मंदिरों में भी भेजे गए। अंबानी परिवार की तरफ से भेजे गए इन शादी के कार्डों को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है। ब्रज के मंदिरों के पुजारियों ने शादी का कार्ड वापस ले जाने का आरोप लगाया है। मुकेश अंबानी ने अपने बेटे अनंत अंबानी की शादी के कार्ड ब्रज के बांके बिहारी मंदिर, गोवर्धन के दानघाटी मंदिर, मुकुट मुखारबिंद मंदिर जतीपुरा, मथुरा के यमुना जी मंदिर, टटिया स्थान सहित कई अन्य धर्माचार्य और साधु संतों को भेजे गए थे। कार्ड लेकर आने वाले लोगों ने मंदिरों में कार्ड अर्पित किया। इसके फोटो, वीडियो भी लिए गए। शादी का कार्ड था मंहगा अंबानी परिवार में हुई आलीशान शादी और उसके कार्ड की हर तरफ चर्चा थी। बताया जा रहा था यह कार्ड काफी मंहगा था। इसमें भगवान की 4 प्रतिमा थी जो सोने से बनी बताई जा रही हैं। इसके अलावा कार्ड में एक कीमती शॉल भी रखी गई थी। आलीशान शादी का आलीशान कार्ड मंदिरों में पहुंचा तो चर्चा होने लगी। भगवान के चरणों में रखा, फिर वापस ले गए शादी के कार्ड को लेकर अब ब्रज में विवाद खड़ा हो गया है। मथुरा के यमुना जी मंदिर और गोवर्धन के दानघाटी मंदिर के पुजारियों ने कार्ड को भगवान के चरणों में अर्पित करने के बाद वापस ले जाने का आरोप लगाया है। पुजारियों का कहना है कि कार्ड को भगवान के चरणों में रखा गया था। लेकिन कुछ देर बाद ही उसे लाने वाले वापस ले गए। इसको लेकर पुजारियों ने अपने आक्रोश का इजहार किया है। विश्राम घाट यमुना मंदिर समिति के संरक्षक एवं वर्तमान में मंदिर की सेवायत पुजारी सुभाष चतुर्वेदी ने बताया- कुछ लोग अनंत अंबानी की शादी के कार्ड को लेकर विश्राम घाट यमुना मंदिर पर आए थे। अटैचीनुमा कार्ड था। उनके द्वारा यमुना जी के चरणों में कार्ड को रखने को कहा गया, कार्ड को लाने वाले व्यक्तियों के द्वारा उसका फोटो खींचा गया, वही उनके द्वारा कार्ड को खोलने को भी कहा। मंदिर सेवायत ने कहा- हमने कार्ड खोला, इस दौरान उन्होंने एक फोटो खींच ली। इसके बाद उन्होंने कहा कि कार्ड वापस कर दीजिए। जब उन्होंने कार्ड वापस मांगा तो हमें अच्छा नहीं लगा। हमने तुरंत कार्ड वापस दे दिया। यह यमुना जी का घोर अपमान था। मंदिर के सेवायत ने कहा- हमने देखा कि कार्ड में यमुना जी मंदिर विश्राम घाट लिखा हुआ था। वो अंबानी परिवार का कार्ड था। मंदिर के नाम निमंत्रण था। मैंने खुद कार्ड खोलते हुए देखा था। जिसने भी यह काम किया है, वो गलत है। कार्ड की कीमत की वजह से ऐसा किया गया है। पुजारी ने लिफाफा लेने से किया इंकार कार्ड लेकर आए व्यक्तियों के द्वारा पुजारी को एक लिफाफा भी दिया गया, लेकिन मंदिर सेवायत पुजारी ने उनके द्वारा लिफाफा नहीं लिया। मंदिर पुजारी ने कहा कि यमुना जी का अपमान कर रहे व्यक्तियों से वो लिफाफा कैसे ले सकते हैं। यह सब घटना वहां लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। मंदिर के पुजारी ने अपने आक्रोश का इजहार करते हुए कहा- यह यमुना जी का अपमान हुआ है और जिन व्यक्तियों के द्वारा किया गया है, उनको यमुना मंदिर पर आकर माफी मांगनी चाहिए। यमुना जी के कार्ड को यमुना जी के चरणों में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह निंदनीय है और वह इसका विरोध करते हैं। दानघाटी मंदिर के पुजारी ने लगाया गिरिराज जी से ठगी का आरोप अनंत अंबानी की शादी का कार्ड वापस ले जाने का आरोप दानघाटी मंदिर के पुजारी ने भी लगाया है। मंदिर के पुजारी रामेश्वर पुरोहित ने बताया कि गोवर्धन दानघाटी मंदिर के लिए अंबानी परिवार ने कार्ड भेजा था। जिसे लेकर कुछ लोग आए। मंदिर में आकर कार्ड को गिरिराज जी के समक्ष रखा और फोटो खींचने के बाद वापस ले गए। रामेश्वर पुरोहित ने इस मामले में गिरिराज जी के साथ ठगी किए जाने का आरोप लगाया। यह खबर भी पढ़ें अनंत अंबानी की शादी का कार्ड बांके बिहारी को दिया: 7 किलो वजन, सोने-चांदी की चार प्रतिमाएं लगीं; खोलते ही सुनाई देगा विष्णु सहस्रनाम मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की 12 जुलाई को मुंबई में शादी थी। इस शादी में आमंत्रण करने के लिए बेहद ही आकर्षक कार्ड तैयार किया गया। 7 किलो वजन के इस कार्ड में भगवान की छवि है तो सोने चांदी से बनी भगवान की प्रतिमा भी हैं। मंगलवार शाम को प्रतिनिधियों ने अनंत अंबानी का यह कार्ड बांके बिहारी मंदिर सेवायत आचार्य गोपी गोस्वामी और श्रीनाथ गोस्वामी के हवाले किया। शादी के कार्ड की जानिए पूरी खासियत उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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‘मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ…’, गोविंद सिंह डोटासरा ने मदन दिलावर को बताया ‘निकृष्ट’ शिक्षा मंत्री
‘मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ…’, गोविंद सिंह डोटासरा ने मदन दिलावर को बताया ‘निकृष्ट’ शिक्षा मंत्री <p style=”text-align: justify;”><strong>Govind Singh Dotasra:</strong> राजस्थान में उपचुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मी तेज है. राज्य की सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बुधवार को जमकर निशाना साधा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर पर तंज कसते हुए उन्हें निकृष्ट शिक्षा मंत्री बताया है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि वे मर्यादा की सीमा लांघ रहे हैं. </p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>राजस्थान के निकृष्ट शिक्षा मंत्री अपने ‘पाप’ को छिपाने के लिए सफेद झूठ बोलकर मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ रहे हैं। आए दिन बेतुके बयान, तथ्यहीन एवं निराधार आरोप लगाकर वो प्रदेश को शर्मसार कर रहे हैं। <br /><br />मैंने शिक्षा मंत्री रहते हुए ना किसी पुस्तक का अनुमोदन किया, ना कोई पुस्तक…</p>
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) <a href=”https://twitter.com/GovindDotasra/status/1851657580172496899?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 30, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोविंद सिंह डोटासरा ने निशाना साधते हुए कहा, ”राजस्थान के निकृष्ट शिक्षा मंत्री अपने ‘पाप’ को छिपाने के लिए सफेद झूठ बोलकर मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ रहे हैं.आए दिन बेतुके बयान, तथ्यहीन एवं निराधार आरोप लगाकर वो प्रदेश को शर्मसार कर रहे हैं”.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, ”मैंने शिक्षा मंत्री रहते हुए ना किसी पुस्तक का अनुमोदन किया, ना कोई पुस्तक खरीदने का आदेश दिया और ना ही ऐसी किसी एजेंसी का चयन किया. मैं सार्वजनिक रूप से उन्हें चुनौती देता हूं कि वो इन आरोपों के साक्ष्य राजस्थान की जनता के सामने रखें या अनर्गल आरोप के लिए माफी मांगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि 13 को राज्य की सात सीटों पर उपचुनाव होने वाला है. इस बीच राजस्थान में पूरा चुनावी माहौल बन चुका है. दोनों ही पार्टियां उपचुनाव में सभी सात सीटों पर जीत का दावा कर रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”बुदनी-विजयपुर में नाम वापसी का आखिरी दिन, दोनों ही सीटों पर 40 दावेदारों ने जमा किए हैं नामांकन” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/vijaypur-and-budhni-assembly-by-election-2024-withdrawal-of-nominations-ann-2813673″ target=”_self”>बुदनी-विजयपुर में नाम वापसी का आखिरी दिन, दोनों ही सीटों पर 40 दावेदारों ने जमा किए हैं नामांकन</a></strong></p>
ABP Live Impact Makers Conclave में पहुंचे मनीष सिसोदिया, जानें क्या हुई चर्चा
ABP Live Impact Makers Conclave में पहुंचे मनीष सिसोदिया, जानें क्या हुई चर्चा <p style=”text-align: justify;”><strong>ABP live Impact Makers Conclave: </strong>दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता मनीष सिसोदिया ने एबीपी लाइव इम्पैक्ट मेकर्स कॉन्क्लेव में पहुंचे. आप नेताओं के जेल जाने और दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बाहर आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को झूठे आरोप में जेल में डालना लोकतंत्र के लिए अजीब है. उन्होंने दावा किया कि हम जेल से आ गए हैं, अब फिर से सरकार में भी आएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’कुछ साबित नहीं हुआ'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा, “मेरे और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कुछ भी साबित नहीं हुआ है. संविधान और न्यायपालिका हमारे साथ है. ये बाबा साहेब के संविधान से हमें मिला है. जानबूझकर हमारे खिलाफ पीएमएलए का केस लगाया जो आतंकियों के खिलाफ लगाया जाता है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’केस के गवाह बीजेपी के डोनर हैं'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “इनको भी केस की औकात पता है. ये केस ही बेल तक का था. पीएमएलए का केस इसलिए लगाया गया क्योंकि इसमें बेल देर से मिलती है. इस केस के गवाह तो बीजेपी के डोनर हैं और पार्टनर है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आबकारी नीति मामले पर क्या बोले?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आबकारी नीति मामले पर उन्होंने कहा, “हर साल नई पॉलिसी बनती है. बीजेपी ये इस बात को फैलाती है कि इन्होंने पॉलिसी वापस ले ली. लेकिन ये हर साल होता है. देश के कई राज्यों में होता है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’सौ बार जेल भी जाना पड़े तो जाऊंगा'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा,”मैंने अपना जीवन देश की शिक्षा व्यवस्था के लिए समर्पित किया है. इस काम के लिए मुझे सौ बार भी जेल जाना पड़ेगा तो जाऊंगा. जब आप देश के लिए काम करते हैं तो परिवार को Suffer करना पड़ता है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’ये ईमानदारी का चुनाव है'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सिसोदिया ने आगे कहा, “इस बार का चुनाव अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की ईमानदारी का चुनाव है. इसलिए मैं दोबारा कुर्सी पर नहीं बैठा. लोगों के बीच जाऊंगा. अगर लोग हमें दोबारा सत्ता देंगे तो आगे भी काम करेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”DCW के संविदा कर्मचारियों की नौकरी खत्म होने पर केजरीवाल बोले, ‘मैं भरोसा दिलाता हूं कि…'” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/dcw-contractual-staff-services-discontinue-arvind-kejriwal-reaction-2808565″ target=”_blank” rel=”noopener”>DCW के संविदा कर्मचारियों की नौकरी खत्म होने पर केजरीवाल बोले, ‘मैं भरोसा दिलाता हूं कि…'</a></strong></p>
हिमाचल प्रदेश में विश्व का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र:एक बूथ पर हेलिकॉप्टर तो दूसरे पर नांव से पहुंची पोलिंग टीमें; खतरनाक नाला-पहाड़ भी पार किया
हिमाचल प्रदेश में विश्व का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र:एक बूथ पर हेलिकॉप्टर तो दूसरे पर नांव से पहुंची पोलिंग टीमें; खतरनाक नाला-पहाड़ भी पार किया हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी हैं, जहां मतदान करवाना चुनौती से कम नहीं। राज्य में एक पोलिंग बूथ ऐसा है, जहां हेलिकॉप्टर से पहुंचा जा सकता है। एक मतदान केंद्र में नाव से साढ़े 5 किलोमीटर का सफर कर पोलिंग पार्टी पहुंच पाई हैं। प्रदेश में दर्जनों ऐसे पोलिंग बूथ हैं, जहां पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को ऊंचे-ऊंचे पहाड़, खतरनाक नदी-नाले और बर्फ के पहाड़ पार कर पहुंचना पड़ा। यही नहीं, विश्व का सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थापित मतदान केंद्र भी हिमाचल के लाहौल-स्पीति जिले में है। कुछ रोचक पोलिंग स्टेशनों के बारे में भास्कर की रिपोर्ट.. बड़ा भंगाल में हेलिकॉप्टर से पहुंचा मतदान दल
हिमाचल के कांगड़ा जिला में अति दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल के लिए पोलिंग पार्टी हेलिकॉप्टर से भेजी गई है। गुरुवार शाम को मतदान दल EVM के साथ हेलिकॉप्टर में बड़ा भंगाल के लिए उड़ा। यह टीम आज शाम तक पोलिंग बूथ को वोटिंग के लिए तैयार करेगा। शनिवार को वोटिंग के बाद पोलिंग पार्टी बड़ा भंगाल में ही नाइट स्टे करेगी। 2 जून को पोलिंग पार्टी हेलिकॉप्टर से ही वापस बैजनाथ लौटेंगी। पैदल बड़ा भंगाल पहुंचने में लगते हैं 3 दिन
बड़ा भंगाल हिमाचल का इकलौता ऐसा मतदान केंद्र है, जहां पोलिंग पार्टी हेलिकॉप्टर से पहुंचाई जाती है। वापस भी हेलिकॉप्टर से ही लाई जाती है। सड़क कनेक्टिविटी न होने की वजह से यहां से लोगों का जीवन भी कठिनाइयों से भरा रहता है। बैजनाथ से बड़ा भंगाल पैदल पहुंचने में कम से कम 3 दिन लगते हैं। आधे रास्ते में एक नाइट का स्टे करना पड़ता है। यहां नेता भी वोट मांगने नहीं पहुंच पाते
बैजनाथ से बरोट-मुल्थान होते हुए गड़सापुल तक सड़क से पहुंचा जा सकता है, लेकिन यहां से आगे 3 दिन पैदल चलना पड़ता है। इस वजह से यहां चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार भी वोट मांगने नहीं पहुंच पाते हैं। बताया जाता है कि पूर्व CM प्रेम कुमार धूमल, वूल फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष व बीजेपी नेता त्रिलोक कपूर और बैजनाथ के पूर्व विधायक मुल्ख राज प्रेमी जरूर यहां एक बार वोट मांगने पहुंचे थे। मगर लोकसभा और विधानसभा चुनाव में ज्यादातर बार कोई कैंडिडेट यहां नहीं पहुंच पाता। कुठेड़ा पोलिंग बूथ को नाव से पहुंची टीम
कांगड़ा जिला के फतेहपुर विधानसभा में कुठेड़ा पोलिंग बूथ को पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टी को नाव का सहारा लेना पड़ा। इस टीम की वापसी भी नाव से ही हो पाएगी। यह पोलिंग बूथ पौंग डैम के टापू पर बनाया गया है। मतदान कर्मियों को लगभग साढ़े 5 किलोमीटर का सफर नाव में करना पड़ा। तब जाकर कर्मचारी पोलिंग बूथ तक पहुंच पाए। एहलमी पहुंचने को 15KM पैदल चलना पड़ता है
मंडी लोकसभा के अंतर्गत चंबा जिले की भरमौर विधानसभा के मैहला खंड में एहलमी मतदान केंद्र तक पोलिंग पार्टी 15 किलोमीटर पैदल चल कर पहुंची है। वहीं, शिमला जिले में डोडराक्वार में पंडार और कुल्लू जिले में शाकटी मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां पहुंचने के लिए मतदान दलों को 11 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। उधर, कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत भटियात विधानसभा क्षेत्र में चक्की मतदान केंद्र पर 13 किलोमीटर पैदल चल कर पहुंचना पड़ता है। इन जिलों में भी खतरनाक रास्तों से पहुंची पोलिंग पार्टियां
मंडी, शिमला, कुल्लू, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति, चंबा और किन्नौर जिले में दर्जन भर ऐसे पोलिंग बूथ हैं, जहां पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को खतरनाक नदियों को पार करना पड़ा। बर्फ के ऊंचे-ऊंचे पहाड़ चढ़ने पड़े। खतरनाक व जोखिम भरे रास्तों से सफर तय कर मंजिल पहुंचना पड़ा। सामान ढोने की स्पेन का भी सहारा लिया। हिमाचल में दुनिया का सबसे अधिक ऊंचाई वाला पोलिंग बूथ
विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर पोलिंग बूथ हिमाचल के लाहौल-स्पीति के ताशीगंग में है। इस मतदान केंद्र में कुल 62 मतदाता हैं। यहां 37 पुरुष और 25 महिला मतदाता हैं। यह मतदान केंद्र समुद्र तल से 15,256 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। इस केंद्र को सीनियर सिटीजन और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए मॉडल पोलिंग बूथ बनाया गया है। इस पोलिंग बूथ के लिए भी गुरुवार को ही मतदान दल रवाना कर दिया गया है।