यौन शोषण की चार्जशीट पर पहली बार बृजभूषण के जवाब:कहा- मैं किसी महिला खिलाड़ी से अकेले नहीं मिलता; हर आरोप बेबुनियाद और मनगढ़ंत

यौन शोषण की चार्जशीट पर पहली बार बृजभूषण के जवाब:कहा- मैं किसी महिला खिलाड़ी से अकेले नहीं मिलता; हर आरोप बेबुनियाद और मनगढ़ंत

भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण मामले में कोर्ट ने पिछले दिनों आरोप तय कर दिए हैं। जज ने कहा- आरोपी को दोषी ठहराने के लिए रिकॉर्ड पर पर्याप्त सामग्री है। 26 जुलाई, 2024 से राउज एवन्यू कोर्ट केस का ट्रायल शुरू करेगा। ऐसे में बृजभूषण की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। दरअसल जनवरी, 2023 में भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह पर कुछ नामी महिला खिलाड़ियों ने यौन शोषण के संगीन आरोप लगाए। इसके बाद खेल से लेकर राजनीति तक हंगामा मच गया। दोबारा कुश्ती संघ के चुनाव हुए तो बृजभूषण के करीबी संजय सिंह WFI अध्यक्ष चुने गए। इस पर भी साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया जैसे खिलाड़ियों ने आवाज बुलंद की। हो-हल्ला होने पर खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ ही भंग कर दिया। WFI के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण के खिलाफ ट्रायल से पहले दैनिक भास्कर ने चार्जशीट खंगाली। महिला खिलाड़ियों ने क्या आरोप लगाए, इसे जाना। दिल्ली पुलिस की पूछताछ के दौरान बृजभूषण ने क्या जवाब दिए, पढ़िए… पूछताछ में बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवानों के आरोपों पर जो जवाब दिए, वो पढ़िए… पुलिस: आपके साथ कौन-कौन लोग विदेश टूर पर जाते थे? बृजभूषण सिंह: मेरे साथ ऑफिस बियरर, महिला खिलाड़ियों के चीफ कोच और पुरुष खिलाड़ियों के चीफ कोच जाते थे। कैंप के कोच, फिजियो और खिलाड़ी जाते थे। पुलिस: साक्षी मलिक ने आरोप लगाया कि 2012 में कजाकिस्तान में जूनियर एशियन चैंपियनशिप के दौरान रूम में बुलाकर छेड़खानी की। इस पर आपका क्या कहना है? बृजभूषण सिंह: इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की इन्क्वायरी के दौरान साक्षी के एफिडेविट के मुताबिक उसे अपने पेरेंट्स से बात करनी थी। चूंकि उसके पास मोबाइल फोन नहीं था तो अपने फोन से उसके पेरेंट्स से बात कराई। पुलिस: साक्षी का आरोप है नवंबर 2012 में सेक्सुअल रिलेशन के फेवर के लिए सप्लिमेंट देने की बात की। लगातार मेरी मां को फोन करते थे कॉन्टैक्ट के लिए। इसके बारे में आपका क्या कहना है? बृजभूषण सिंह: सप्लिमेंट देने की मेरी तरफ से कोई बात नहीं हुई। मैंने साक्षी की मां से कभी फोन पर बात नहीं की। पुलिस: कभी फोन नंबर चेंज किया या नहीं? बृजभूषण सिंह: मेरा शुरू से एक ही फोन नंबर है। जो भी फोन आते हैं, वह खिलाड़ी की तरफ से ही आते हैं। हम कभी फोन नहीं करते। पुलिस: 2018 में कजाकिस्तान में 27 फरवरी से 4 मार्च तक एशियन गेम्स हुए थे। उसमें संगीता फोगाट ने आरोप लगाया है कि जब वह स्ट्रेचिंग वार्म-अप हो रही थीं मैट पर उस समय रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट आए और अचानक कोच की अनुपस्थिति में मेरी टी-शर्ट खींची और ब्रेस्ट पर हाथ लगाया। मेरे पेट पर ब्रीथिंग चेक करने के बहाने हाथ लगाने लगे और मुझे गलत तरीके से छुआ। बृजभूषण सिंह: वार्मिंग-अप एरिया एक अलग बड़ा हाल होता है। सभी देशों के खिलाड़ी इकट्‌ठे वार्म-अप करते हैं। एरिया कैमरों से कवर होता है और काफी भीड़ होती है। मैं कभी राउंड पर अकेले नहीं होता हूं। इस दौरान मेरे पहलवान, चीफ कोच, स्टाफ सभी होते हैं। महिला और पुरुष खिलाड़ी, महिला कोच एवं पूरा स्टाफ होता है। ऐसी कोई घटना नहीं हुई, आरोप बेबुनियाद है। पुलिस: 2010 में कुछ क्वेरी के लिए संगीता फोगाट आपके ऑफिस 21 अशोक रोड पर अपने नेशनल गेम के बारे में मिलने गई थीं। तब वहां पर सेक्रेटरी विनोद टंडन मिले। संगीता के मुताबिक उस समय उसका भाई भी साथ था। कुछ देर बाद WFI प्रेसिडेंट ने अपने ऑफिस में बुलाया। मेरे भाई को विनोद तोमर ने बाहर रुकने को कहा। मेरे अंदर आते ही WFI प्रेसिडेंट ने ऑफिस अंदर से बंद कर लिया और अपनी ओर जबरदस्ती खींच लिया। फिजिकल कॉन्टैक्ट की कोशिश की। इस पर क्या कहेंगे? बृजभूषण सिंह: कभी कोई ऐसी घटना नहीं घटी और मुझसे अकेले कभी नहीं मिलीं। मैं भी किसी महिला खिलाड़ी से अकेले में नहीं मिलता। पुलिस: एशियन चैंपियनशिप लखनऊ 2022 के दौरान सुदेश मलिक ने आरोप लगाया कि फोटो सेरेमनी के बीच आप उसके पास जाकर खड़े हो गए और मौका देखकर उसके बट पर हाथ मारा, जिसके कारण वह दूर हो गई। फिर आपने कंधा पकड़कर वापस अपनी तरफ खींचा। इस बारे में आपका क्या कहना है? बृजभूषण सिंह: यह फोटो सेरेमनी बड़े ग्राउंड हॉल में होती है। वहां पर सभी खिलाड़ी और ऑफिस के लोग रहते हैं। सारा एरिया सीसीटीवी से कवर होता है। प्लेयर के पेरेंट्स और गार्जियन भी मौजूद होते हैं। लखनऊ में इस सेरेमनी के दौरान मेरी सिक्योरिटी मेरे साथ रहती थी। इस प्रकार की घटना बिल्कुल भी नहीं हुई। पुलिस: शिकायतकर्ता प्रियंका ने बताया कि सोफिया बुल्गारिया में 2022 में 15 से 21 अगस्त तक जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप ट्रेनिंग के दौरान एक दिन अचानक WFI प्रेसिडेंट मेरे पास आया। मेरी टी-शर्ट खींची। मेरे पेट पर हाथ फेरा मेरी ब्रीदिंग चेक करने के बहाने नेवल पर भी हाथ लगाया। दूसरे इंसिडेंट में आरोपी ने मुझे अचानक एक एडिबल चीज देने के बहाने से पकड़ लिया। बृजभूषण सिंह: यह पूरा एरिया सीसीटीवी से कवर होता है। जिसमें एक साथ कई खिलाड़ी मौजूद रहते हैं और मैं कभी भी अकेला नहीं रहता। ट्रेनिंग के दौरान सारा स्टाफ, फिजियो, कोच, प्लेयर्स और पूरी टीम मौजूद रहती है। शिकायतकर्ता द्वारा एडिबल चीज देने के बाबत पकड़ने का आरोप बेबुनियाद है। पुलिस: ईशा पुनिया ने आरोप लगाया है कि सन 2021 में बिल्लौर कर्नाटक में उसने मेडल जीता था। उस सेरेमनी के दौरान फोटो खिंचाते समय WFI प्रेसिडेंट ने मुझे जबरदस्ती अपनी ओर खींचा। जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने बोला कि ज्यादा स्मार्ट बन रही हो। आगे कोई कॉम्पिटिशन नहीं खेलना तेरे को। बृजभूषण सिंह: जहां पर मैं जाता हूं मेरे साथ सिक्योरिटी हर जगह होती है। मैं सेरेमनी फोटो सेशन के दौरान कभी अकेला नहीं जाता। सभी प्लेयर वहां पर मौजूद रहते हैं। कैमरा ऑन रहता है। शिकायतकर्ता के हर आरोप बेबुनियाद हैं। ऐसा कुछ नहीं हुआ। पुलिस: विनेश फोगाट ने आरोप लगाया है कि वो 2016 में मंगोलिया में ओलंपिक क्वालिफिकेशन में इंडियन कंटिंजेंट का हिस्सा थीं। उस दौरान एक दिन होटल रेस्टोरेंट में डिनर के दौरान WFI प्रेसिडेंट ने मुझे अलग एक टेबल पर बुलाया और अचानक अपना हाथ मेरी ब्रेस्ट पर लगाया। इसके बाद मेरे पैर पर हाथ लगाया। उसके बाद दोबारा मेरे ब्रेस्ट पर लगाया। इस पर आप क्या कहना चाहते हैं? बृजभूषण सिंह: विनेश फोगाट ने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की जांच में बताया कि 2015 में तुर्की के होटल में डिनर के दौरान सेम इंसिडेंट हुआ था और उस इंसिडेंट का एफिडेविट भी लिया था। तुर्की में मैं किसी भी इवेंट में नहीं गया था। इस प्रकार शिकायतकर्ता सेम इंसिडेंट दो देश में होना बता रही हैं। यह आरोप शिकायतकर्ता ने मंगोलिया का लगाया है। यह झूठा और बेबुनियाद है। पुलिस: विनेश फोगाट ने आरोप लगाया कि 16 अक्टूबर, 2017 में वह पति समीर राठी के साथ फेडरेशन ऑफिस गई थीं। जब वो अपने किसी नोटिस के बाबत WFI प्रेसिडेंट के ऑफिस में अंदर मिलने गईं तो पति को बाहर रोक लिया। उन्हें अंदर जाकर ऑफिस में बैठने के लिए कहा। जब वो सोफे पर बैठीं। दूसरे सोफे पर बैठे हुए प्रेसिडेंट अचानक मेरे पास आकर सोफे पर बैठ गए और पैर, घुटने, थाई और कंधे को गलत तरीके से टच करना शुरू कर दिया। अगले दिन दोबारा फेडरेशन ऑफिस बुलाया गया। थोड़ी देर बाद मुझसे कुछ कागजात बिना दिखाए जबरदस्ती साइन कराए । जब मैं जाने लगी तो मेरे कंधे प्रेस करके बोलने लगा कि इतनी भी क्या जल्दी है, कहां जाना है। बैठ इधर बोलते हुए सोफे पर बिठा दिया। सभी लोगों के जाने के बाद उसने ऐसा किया। मेरे कंधों को जोर से दबाया, घुटने पर हाथ लगाया और ब्रेस्ट और पेट पर ब्रिदिंग चेक करने के बहाने हाथ लगाया। बृजभूषण सिंह: मैं ऑफिस में कभी भी खिलाड़ियों से अकेले नहीं मिलता। मेरे ऑफिस का स्टाफ और तमाम दूसरे मिलने वाले लोग होते हैं। विनेश फोगाट द्वारा लगाए गए आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। पुलिस: विनेश फोगाट ने कहा है कि सन 2018 में नई दिल्ली के स्टेडियम में जब मैं हार गई उसके बाद WFI प्रेसिडेंट मेरे पास आया। मुझे जबरदस्ती हग किया। मैंने अपने ब्रेस्ट को टच होने से हाथ लगाकर बचाया। आप इसके बारे में क्या कहना चाहते हैं? बृजभूषण सिंह: गेम के दौरान टीम, स्टाफ एवं बाकी प्लेयर्स वहां पर मौजूद रहते हैं। मेरी सिक्योरिटी भी मेरे साथ हमेशा रहती है। सीसीटीवी कैमरा सब तरफ होता है। ये आरोप बिल्कुल झूठे और निराधार हैं। पुलिस: विनेश फोगाट ने आरोप लगाया है कि 2019 में ओलंपिक क्वालिफिकेशन कजाकिस्तान के दौरान गलत तरीके से टच किया। बृजभूषण सिंह: यह आरोप गलत है। गेम के दौरान काफी प्लेयर्स, टीम और स्टाफ होता है। सब कुछ ऑन कैमरा होता है। कहीं कोई प्राइवेसी नहीं होती है। पुलिस: साक्षी मलिक ने आरोप लगाया है कजाकिस्तान में जूनियर एशियन चैंपियनशिप के दौरान आपने उनको फिजियोथेरेपिस्ट के जरिए अपने रूम में बुलाया था। इस पर क्या कहेंगे? बृजभूषण सिंह: यह आरोप बेबुनियाद है। पुलिस: सुदेश मलिक (साक्षी की मां) ने आरोप लगाए हैं कि छुट्‌टी के लिए भी आपसे परमिशन लेनी होती है। बृजभूषण सिंह: लीव्स का एक प्रॉपर चैनल है। हमारा इसमें कोई रोल नहीं होता। पुलिस: ईशा पुनिया ने आरोप लगाया है कि सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन में भेदभाव हुआ है। फिजिकल लिस्ट में उनका नाम कटवा दिया गया। बृजभूषण सिंह: इसमें स्टेट का रोल होता है। WFI का कोई रोल नहीं होता। पुलिस: आरोप है देश या बाहर किसी भी इवेंट में जाते थे तो आपका रूम प्लेयर के रूम वाले फ्लोर पर ही होता था? बृजभूषण सिंह: इंडिया में मैं कभी खिलाड़ियों वाले होटल में रुकता ही नहीं। बाहर भी अवायड करता था। बाहर हमारी चॉइस नहीं होती। जिस देश में प्रोग्राम होता है, पहले से ही उनके द्वारा डिसाइड किया जाता है। ठहरने के बारे में कोई चॉइस और रोल नहीं होता। ‘दोषी ठहराने के लिए रिकॉर्ड पर पर्याप्त सामग्री’ दिल्ली की एक अदालत ने 10 मई, 2024 को बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और शील भंग करने के आरोप तय किए। न्यायाधीश ने कहा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 354 (महिला की विनम्रता को अपमानित करना) और 354 ए (यौन उत्पीड़न) के तहत दंडनीय अपराधों के लिए आरोपी को दोषी ठहराने के लिए रिकॉर्ड पर पर्याप्त सामग्री है। कितनी सजा का प्रावधान धारा 354: महिला की शालीनता को ठेस पहुंचाने के इरादे से हमला, अपमानित करना। कितनी सजा: एक से पांच साल की सजा का प्रावधान। जुर्माना भी लगाया जा सकता है। 354 ए: यौन उत्पीड़न। इसमें गलत तरीके से छूना, यौन प्रस्ताव, अश्लील टिप्पणी करना शामिल। कितनी सजा: एक से तीन साल की सजा। जुर्माने का भी प्रावधान। नाबालिग पहलवान ने वापस ले लिए थे आरोप
दरअसल, मई 2023 में सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद पुलिस ने बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। छह खिलाड़ियों ने शिकायत दर्ज कराई थी। जून में राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई। एक नाबालिग पहलवान ने बाद में अपनी शिकायत वापस ले ली और बयान बदल दिया। आरोप तय करने पर सुनवाई के दौरान बृजभूषण सिंह ने कहा था कि मामला ‘झूठा और प्रेरित’ है। 1974 से 2007 के बीच बृजभूषण पर 38 मामले दर्ज हुए
1974 और 2007 के बीच बृजभूषण पर चोरी, दंगा, हत्या, आपराधिक धमकी, हत्या का प्रयास, अपहरण आदि सहित विभिन्न आरोपों के तहत 38 मामले दर्ज हुए थे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उस अवधि में यूपी गुंडा अधिनियम के तहत एक मामला और कड़े गैंगस्टर और असामाजिक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत तीन और मामले दर्ज किए गए। उनके करीबियों की मानें तो बीजेपी के कद्दावर नेता को इन सभी मामलों में बरी कर दिया गया है। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान दायर हलफनामे में बृजभूषण ने कहा था कि केवल चार मामले लंबित थे और दो में बरी कर दिया गया था। दो लंबित मामले आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण मामले में कोर्ट ने पिछले दिनों आरोप तय कर दिए हैं। जज ने कहा- आरोपी को दोषी ठहराने के लिए रिकॉर्ड पर पर्याप्त सामग्री है। 26 जुलाई, 2024 से राउज एवन्यू कोर्ट केस का ट्रायल शुरू करेगा। ऐसे में बृजभूषण की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। दरअसल जनवरी, 2023 में भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह पर कुछ नामी महिला खिलाड़ियों ने यौन शोषण के संगीन आरोप लगाए। इसके बाद खेल से लेकर राजनीति तक हंगामा मच गया। दोबारा कुश्ती संघ के चुनाव हुए तो बृजभूषण के करीबी संजय सिंह WFI अध्यक्ष चुने गए। इस पर भी साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया जैसे खिलाड़ियों ने आवाज बुलंद की। हो-हल्ला होने पर खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ ही भंग कर दिया। WFI के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण के खिलाफ ट्रायल से पहले दैनिक भास्कर ने चार्जशीट खंगाली। महिला खिलाड़ियों ने क्या आरोप लगाए, इसे जाना। दिल्ली पुलिस की पूछताछ के दौरान बृजभूषण ने क्या जवाब दिए, पढ़िए… पूछताछ में बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवानों के आरोपों पर जो जवाब दिए, वो पढ़िए… पुलिस: आपके साथ कौन-कौन लोग विदेश टूर पर जाते थे? बृजभूषण सिंह: मेरे साथ ऑफिस बियरर, महिला खिलाड़ियों के चीफ कोच और पुरुष खिलाड़ियों के चीफ कोच जाते थे। कैंप के कोच, फिजियो और खिलाड़ी जाते थे। पुलिस: साक्षी मलिक ने आरोप लगाया कि 2012 में कजाकिस्तान में जूनियर एशियन चैंपियनशिप के दौरान रूम में बुलाकर छेड़खानी की। इस पर आपका क्या कहना है? बृजभूषण सिंह: इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की इन्क्वायरी के दौरान साक्षी के एफिडेविट के मुताबिक उसे अपने पेरेंट्स से बात करनी थी। चूंकि उसके पास मोबाइल फोन नहीं था तो अपने फोन से उसके पेरेंट्स से बात कराई। पुलिस: साक्षी का आरोप है नवंबर 2012 में सेक्सुअल रिलेशन के फेवर के लिए सप्लिमेंट देने की बात की। लगातार मेरी मां को फोन करते थे कॉन्टैक्ट के लिए। इसके बारे में आपका क्या कहना है? बृजभूषण सिंह: सप्लिमेंट देने की मेरी तरफ से कोई बात नहीं हुई। मैंने साक्षी की मां से कभी फोन पर बात नहीं की। पुलिस: कभी फोन नंबर चेंज किया या नहीं? बृजभूषण सिंह: मेरा शुरू से एक ही फोन नंबर है। जो भी फोन आते हैं, वह खिलाड़ी की तरफ से ही आते हैं। हम कभी फोन नहीं करते। पुलिस: 2018 में कजाकिस्तान में 27 फरवरी से 4 मार्च तक एशियन गेम्स हुए थे। उसमें संगीता फोगाट ने आरोप लगाया है कि जब वह स्ट्रेचिंग वार्म-अप हो रही थीं मैट पर उस समय रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट आए और अचानक कोच की अनुपस्थिति में मेरी टी-शर्ट खींची और ब्रेस्ट पर हाथ लगाया। मेरे पेट पर ब्रीथिंग चेक करने के बहाने हाथ लगाने लगे और मुझे गलत तरीके से छुआ। बृजभूषण सिंह: वार्मिंग-अप एरिया एक अलग बड़ा हाल होता है। सभी देशों के खिलाड़ी इकट्‌ठे वार्म-अप करते हैं। एरिया कैमरों से कवर होता है और काफी भीड़ होती है। मैं कभी राउंड पर अकेले नहीं होता हूं। इस दौरान मेरे पहलवान, चीफ कोच, स्टाफ सभी होते हैं। महिला और पुरुष खिलाड़ी, महिला कोच एवं पूरा स्टाफ होता है। ऐसी कोई घटना नहीं हुई, आरोप बेबुनियाद है। पुलिस: 2010 में कुछ क्वेरी के लिए संगीता फोगाट आपके ऑफिस 21 अशोक रोड पर अपने नेशनल गेम के बारे में मिलने गई थीं। तब वहां पर सेक्रेटरी विनोद टंडन मिले। संगीता के मुताबिक उस समय उसका भाई भी साथ था। कुछ देर बाद WFI प्रेसिडेंट ने अपने ऑफिस में बुलाया। मेरे भाई को विनोद तोमर ने बाहर रुकने को कहा। मेरे अंदर आते ही WFI प्रेसिडेंट ने ऑफिस अंदर से बंद कर लिया और अपनी ओर जबरदस्ती खींच लिया। फिजिकल कॉन्टैक्ट की कोशिश की। इस पर क्या कहेंगे? बृजभूषण सिंह: कभी कोई ऐसी घटना नहीं घटी और मुझसे अकेले कभी नहीं मिलीं। मैं भी किसी महिला खिलाड़ी से अकेले में नहीं मिलता। पुलिस: एशियन चैंपियनशिप लखनऊ 2022 के दौरान सुदेश मलिक ने आरोप लगाया कि फोटो सेरेमनी के बीच आप उसके पास जाकर खड़े हो गए और मौका देखकर उसके बट पर हाथ मारा, जिसके कारण वह दूर हो गई। फिर आपने कंधा पकड़कर वापस अपनी तरफ खींचा। इस बारे में आपका क्या कहना है? बृजभूषण सिंह: यह फोटो सेरेमनी बड़े ग्राउंड हॉल में होती है। वहां पर सभी खिलाड़ी और ऑफिस के लोग रहते हैं। सारा एरिया सीसीटीवी से कवर होता है। प्लेयर के पेरेंट्स और गार्जियन भी मौजूद होते हैं। लखनऊ में इस सेरेमनी के दौरान मेरी सिक्योरिटी मेरे साथ रहती थी। इस प्रकार की घटना बिल्कुल भी नहीं हुई। पुलिस: शिकायतकर्ता प्रियंका ने बताया कि सोफिया बुल्गारिया में 2022 में 15 से 21 अगस्त तक जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप ट्रेनिंग के दौरान एक दिन अचानक WFI प्रेसिडेंट मेरे पास आया। मेरी टी-शर्ट खींची। मेरे पेट पर हाथ फेरा मेरी ब्रीदिंग चेक करने के बहाने नेवल पर भी हाथ लगाया। दूसरे इंसिडेंट में आरोपी ने मुझे अचानक एक एडिबल चीज देने के बहाने से पकड़ लिया। बृजभूषण सिंह: यह पूरा एरिया सीसीटीवी से कवर होता है। जिसमें एक साथ कई खिलाड़ी मौजूद रहते हैं और मैं कभी भी अकेला नहीं रहता। ट्रेनिंग के दौरान सारा स्टाफ, फिजियो, कोच, प्लेयर्स और पूरी टीम मौजूद रहती है। शिकायतकर्ता द्वारा एडिबल चीज देने के बाबत पकड़ने का आरोप बेबुनियाद है। पुलिस: ईशा पुनिया ने आरोप लगाया है कि सन 2021 में बिल्लौर कर्नाटक में उसने मेडल जीता था। उस सेरेमनी के दौरान फोटो खिंचाते समय WFI प्रेसिडेंट ने मुझे जबरदस्ती अपनी ओर खींचा। जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने बोला कि ज्यादा स्मार्ट बन रही हो। आगे कोई कॉम्पिटिशन नहीं खेलना तेरे को। बृजभूषण सिंह: जहां पर मैं जाता हूं मेरे साथ सिक्योरिटी हर जगह होती है। मैं सेरेमनी फोटो सेशन के दौरान कभी अकेला नहीं जाता। सभी प्लेयर वहां पर मौजूद रहते हैं। कैमरा ऑन रहता है। शिकायतकर्ता के हर आरोप बेबुनियाद हैं। ऐसा कुछ नहीं हुआ। पुलिस: विनेश फोगाट ने आरोप लगाया है कि वो 2016 में मंगोलिया में ओलंपिक क्वालिफिकेशन में इंडियन कंटिंजेंट का हिस्सा थीं। उस दौरान एक दिन होटल रेस्टोरेंट में डिनर के दौरान WFI प्रेसिडेंट ने मुझे अलग एक टेबल पर बुलाया और अचानक अपना हाथ मेरी ब्रेस्ट पर लगाया। इसके बाद मेरे पैर पर हाथ लगाया। उसके बाद दोबारा मेरे ब्रेस्ट पर लगाया। इस पर आप क्या कहना चाहते हैं? बृजभूषण सिंह: विनेश फोगाट ने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की जांच में बताया कि 2015 में तुर्की के होटल में डिनर के दौरान सेम इंसिडेंट हुआ था और उस इंसिडेंट का एफिडेविट भी लिया था। तुर्की में मैं किसी भी इवेंट में नहीं गया था। इस प्रकार शिकायतकर्ता सेम इंसिडेंट दो देश में होना बता रही हैं। यह आरोप शिकायतकर्ता ने मंगोलिया का लगाया है। यह झूठा और बेबुनियाद है। पुलिस: विनेश फोगाट ने आरोप लगाया कि 16 अक्टूबर, 2017 में वह पति समीर राठी के साथ फेडरेशन ऑफिस गई थीं। जब वो अपने किसी नोटिस के बाबत WFI प्रेसिडेंट के ऑफिस में अंदर मिलने गईं तो पति को बाहर रोक लिया। उन्हें अंदर जाकर ऑफिस में बैठने के लिए कहा। जब वो सोफे पर बैठीं। दूसरे सोफे पर बैठे हुए प्रेसिडेंट अचानक मेरे पास आकर सोफे पर बैठ गए और पैर, घुटने, थाई और कंधे को गलत तरीके से टच करना शुरू कर दिया। अगले दिन दोबारा फेडरेशन ऑफिस बुलाया गया। थोड़ी देर बाद मुझसे कुछ कागजात बिना दिखाए जबरदस्ती साइन कराए । जब मैं जाने लगी तो मेरे कंधे प्रेस करके बोलने लगा कि इतनी भी क्या जल्दी है, कहां जाना है। बैठ इधर बोलते हुए सोफे पर बिठा दिया। सभी लोगों के जाने के बाद उसने ऐसा किया। मेरे कंधों को जोर से दबाया, घुटने पर हाथ लगाया और ब्रेस्ट और पेट पर ब्रिदिंग चेक करने के बहाने हाथ लगाया। बृजभूषण सिंह: मैं ऑफिस में कभी भी खिलाड़ियों से अकेले नहीं मिलता। मेरे ऑफिस का स्टाफ और तमाम दूसरे मिलने वाले लोग होते हैं। विनेश फोगाट द्वारा लगाए गए आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। पुलिस: विनेश फोगाट ने कहा है कि सन 2018 में नई दिल्ली के स्टेडियम में जब मैं हार गई उसके बाद WFI प्रेसिडेंट मेरे पास आया। मुझे जबरदस्ती हग किया। मैंने अपने ब्रेस्ट को टच होने से हाथ लगाकर बचाया। आप इसके बारे में क्या कहना चाहते हैं? बृजभूषण सिंह: गेम के दौरान टीम, स्टाफ एवं बाकी प्लेयर्स वहां पर मौजूद रहते हैं। मेरी सिक्योरिटी भी मेरे साथ हमेशा रहती है। सीसीटीवी कैमरा सब तरफ होता है। ये आरोप बिल्कुल झूठे और निराधार हैं। पुलिस: विनेश फोगाट ने आरोप लगाया है कि 2019 में ओलंपिक क्वालिफिकेशन कजाकिस्तान के दौरान गलत तरीके से टच किया। बृजभूषण सिंह: यह आरोप गलत है। गेम के दौरान काफी प्लेयर्स, टीम और स्टाफ होता है। सब कुछ ऑन कैमरा होता है। कहीं कोई प्राइवेसी नहीं होती है। पुलिस: साक्षी मलिक ने आरोप लगाया है कजाकिस्तान में जूनियर एशियन चैंपियनशिप के दौरान आपने उनको फिजियोथेरेपिस्ट के जरिए अपने रूम में बुलाया था। इस पर क्या कहेंगे? बृजभूषण सिंह: यह आरोप बेबुनियाद है। पुलिस: सुदेश मलिक (साक्षी की मां) ने आरोप लगाए हैं कि छुट्‌टी के लिए भी आपसे परमिशन लेनी होती है। बृजभूषण सिंह: लीव्स का एक प्रॉपर चैनल है। हमारा इसमें कोई रोल नहीं होता। पुलिस: ईशा पुनिया ने आरोप लगाया है कि सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन में भेदभाव हुआ है। फिजिकल लिस्ट में उनका नाम कटवा दिया गया। बृजभूषण सिंह: इसमें स्टेट का रोल होता है। WFI का कोई रोल नहीं होता। पुलिस: आरोप है देश या बाहर किसी भी इवेंट में जाते थे तो आपका रूम प्लेयर के रूम वाले फ्लोर पर ही होता था? बृजभूषण सिंह: इंडिया में मैं कभी खिलाड़ियों वाले होटल में रुकता ही नहीं। बाहर भी अवायड करता था। बाहर हमारी चॉइस नहीं होती। जिस देश में प्रोग्राम होता है, पहले से ही उनके द्वारा डिसाइड किया जाता है। ठहरने के बारे में कोई चॉइस और रोल नहीं होता। ‘दोषी ठहराने के लिए रिकॉर्ड पर पर्याप्त सामग्री’ दिल्ली की एक अदालत ने 10 मई, 2024 को बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और शील भंग करने के आरोप तय किए। न्यायाधीश ने कहा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 354 (महिला की विनम्रता को अपमानित करना) और 354 ए (यौन उत्पीड़न) के तहत दंडनीय अपराधों के लिए आरोपी को दोषी ठहराने के लिए रिकॉर्ड पर पर्याप्त सामग्री है। कितनी सजा का प्रावधान धारा 354: महिला की शालीनता को ठेस पहुंचाने के इरादे से हमला, अपमानित करना। कितनी सजा: एक से पांच साल की सजा का प्रावधान। जुर्माना भी लगाया जा सकता है। 354 ए: यौन उत्पीड़न। इसमें गलत तरीके से छूना, यौन प्रस्ताव, अश्लील टिप्पणी करना शामिल। कितनी सजा: एक से तीन साल की सजा। जुर्माने का भी प्रावधान। नाबालिग पहलवान ने वापस ले लिए थे आरोप
दरअसल, मई 2023 में सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद पुलिस ने बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। छह खिलाड़ियों ने शिकायत दर्ज कराई थी। जून में राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई। एक नाबालिग पहलवान ने बाद में अपनी शिकायत वापस ले ली और बयान बदल दिया। आरोप तय करने पर सुनवाई के दौरान बृजभूषण सिंह ने कहा था कि मामला ‘झूठा और प्रेरित’ है। 1974 से 2007 के बीच बृजभूषण पर 38 मामले दर्ज हुए
1974 और 2007 के बीच बृजभूषण पर चोरी, दंगा, हत्या, आपराधिक धमकी, हत्या का प्रयास, अपहरण आदि सहित विभिन्न आरोपों के तहत 38 मामले दर्ज हुए थे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उस अवधि में यूपी गुंडा अधिनियम के तहत एक मामला और कड़े गैंगस्टर और असामाजिक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत तीन और मामले दर्ज किए गए। उनके करीबियों की मानें तो बीजेपी के कद्दावर नेता को इन सभी मामलों में बरी कर दिया गया है। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान दायर हलफनामे में बृजभूषण ने कहा था कि केवल चार मामले लंबित थे और दो में बरी कर दिया गया था। दो लंबित मामले आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित हैं।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर