पंजाब के नवांशहर जिले में नवांशहर – रोपड़ नेशनल हाईवे पर स्थित आंसरों प्रेम नगर कॉलोनी में एक युवक का खून से लथपथ शव शिवालिक की पहाड़ियों के पास से मिला। जब ग्रामीणों ने शव देखा तो उन्होंने पुलिस को फोन पर सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन एसपी (डी) मुकेश कुमार, डीएसपी बलाचौर शाम सुंदर और काठगढ़ के एसएचओ पवित्र सिंह मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया। मृतक की उम्र करीब 25 साल बताई जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जानकारी के अनुसार मृतक का नाम इंद्रजीत पुत्र सुभाष चंद्र वाराणसी यूपी हाल निवासी गांव आंसरों प्रेम नगर कॉलोनी, थाना काठगढ़ है। काठगढ़ थाने के प्रभारी पवित्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं था। उन्होंने कहा कि उसके परिवार ने भी यही बताया है। यह अचानक पास की शिवालिक पहाड़ी की ओर चला गया होगा और वहां से पैर फिसलने से इसकी मौत हुई प्रतीत हो रही है। उन्होंने कहा कि बाकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण पता चल सकेगा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर बलाचौर सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है और पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पंजाब के नवांशहर जिले में नवांशहर – रोपड़ नेशनल हाईवे पर स्थित आंसरों प्रेम नगर कॉलोनी में एक युवक का खून से लथपथ शव शिवालिक की पहाड़ियों के पास से मिला। जब ग्रामीणों ने शव देखा तो उन्होंने पुलिस को फोन पर सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन एसपी (डी) मुकेश कुमार, डीएसपी बलाचौर शाम सुंदर और काठगढ़ के एसएचओ पवित्र सिंह मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया। मृतक की उम्र करीब 25 साल बताई जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जानकारी के अनुसार मृतक का नाम इंद्रजीत पुत्र सुभाष चंद्र वाराणसी यूपी हाल निवासी गांव आंसरों प्रेम नगर कॉलोनी, थाना काठगढ़ है। काठगढ़ थाने के प्रभारी पवित्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं था। उन्होंने कहा कि उसके परिवार ने भी यही बताया है। यह अचानक पास की शिवालिक पहाड़ी की ओर चला गया होगा और वहां से पैर फिसलने से इसकी मौत हुई प्रतीत हो रही है। उन्होंने कहा कि बाकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण पता चल सकेगा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर बलाचौर सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है और पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर निगम चुनाव में AAP की 5 गारंटी:पंजाब प्रधान बोले- 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी, बाजारों में पार्किंग बनेगी, साफ पानी मिलेगा पंजाब आम आदमी पार्टी के प्रधान अमन अरोड़ा आज जालंधर पहुंचे और नगर निगम चुनावों को लेकर अहम बातें कहीं। मंत्री अमन अरोड़ा ने शहर के लोगों को 5 गारंटी दी। जिसमें उन्होंने शहर के फ्लाईओवर से लेकर लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने की घोषणा की। उक्त गारंटियों को आने वाले दो सालों में पूरा कर दिया जाएगा। जिसका शहर के लोगों को फायदा मिलेगा। मंत्री अमन अरोड़ा के साथ कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ, मंत्री मोहिंदर भगत और विधायक रमन अरोड़ा और कलसी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। पंजाब आप प्रधान अमन अरोड़ा ने कहा- नगर निगम चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी आज एक नया अभियान शुरू कर रही है। सभी उम्मीदवारों को 350 से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं, मंत्रियों और विधायकों की राय लेने के बाद मैदान में उतारा गया है। हमने काम किया है, जिसकी वजह से पूरे पंजाब में अच्छे नेता अपनी पार्टियों को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। शहर में 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी अमन अरोड़ा ने आगे कहा कि जालंधर की जनता से हमारी अपील है कि आप हमें एक बार नगर निगम चुनाव में बहुमत दें। ताकि हमारा मेयर बने। जिसके बाद हम अपने काम के प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे और अधूरे कामों को जल्द से जल्द पूरा करेंगे। मंत्री अरोड़ा ने कहा- जालंधर के लिए सबसे बड़ी चुनौती पब्लिक ट्रांसपोर्ट है। जिसकी वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। इसलिए 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। जो हर व्यस्त रूट पर चलेंगी। बाजारों के आसपास पार्किंग बनाई जाएगी आप ने वादा किया है कि लोगों को हर हाल में साफ पानी मुहैया कराया जाएगा। शहर के हर कोने में साफ पानी पहुंचाया जाएगा। पार्किंग का इस्तेमाल बाजारों के लिए भी किया जाएगा। पूरा शहर सीसीटीवी कैमरों से कवर किया जाएगा। शहर में कई बड़े कूड़े के ढेर हैं। हमारी सरकार ने कुल 28 कूड़े के ढेरों की पहचान की है। उन्हें साफ किया जाएगा। जालंधर स्पोर्ट्स हब है, बोल्टन पार्क को भी सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा।
पंजाब में 3.50 लाख लोगों ने धर्म बदला:रिसर्चर का दावा-ईसाई धर्म अपनाया; बीमारी और गरीबी से छुटकारे की कहानियां सुना रहे
पंजाब में 3.50 लाख लोगों ने धर्म बदला:रिसर्चर का दावा-ईसाई धर्म अपनाया; बीमारी और गरीबी से छुटकारे की कहानियां सुना रहे पंजाब में 2 साल में लगभग 3.50 लाख लोगों ने अपना धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाया है। यह दावा सिख स्कॉलर और रिसर्चर डॉ. रणबीर सिंह ने किया है। उनके सर्वे के मुताबिक पंजाब में धर्म परिवर्तन तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले समय में यह संख्या और ज्यादा हो जाएगी। दैनिक भास्कर को डॉ. रणबीर सिंह ने बताया कि 2023 में 1.50 लाख लोग और 2024 से लेकर अभी तक करीब 2 लाख लोग ईसाई धर्म अपना चुके हैं। लोगों को गरीबी से छुटकारा, बेरोजगारी, समस्याओं का समाधान, मुफ्त सुविधाओं का लालच और बीमारी को लेकर धार्मिक चमत्कारों की कहानियां सुनाई जा रही हैं। डॉ. रणबीर सिंह की स्टडी की अहम बातें… पंजाब में 15 फीसदी तक बढ़ी संख्या
डॉ. रणबीर बताते हैं कि पंजाब की 2.77 करोड़ की जनसंख्या में ईसाई धर्म से जुड़े लोग 1.26 फीसदी थे। अब ये संख्या 15 फीसदी तक बढ़ चुकी है। 2023-24 में तकरीबन 1.50 लाख और 2024-25 में तकरीबन 2 लाख लोग ईसाई धर्म अपना चुके हैं। धर्म परिवर्तन के इस बढ़ते चलन से पंजाब में सामाजिक और धार्मिक संतुलन बिगड़ने का खतरा पैदा हो गया है। यह न केवल धार्मिक पहचान को प्रभावित कर रहा है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने पर भी गहरा असर डाल रहा है। गरीब और वंचित परिवारों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें चर्च द्वारा मुफ्त राशन, शिक्षा और चिकित्सा जैसी सुविधाओं का वादा किया जाता है। लोगों को यह भरोसा दिलाया जाता है कि उनकी व्यक्तिगत और पारिवारिक समस्याओं का समाधान प्रभु यीशु की चमत्कारिक शक्तियों से हो सकता है। धर्म परिवर्तन में गुरदासपुर सबसे आगे
रणबीर सिंह का दावा है कि अकेले गुरदासपुर की बात करें तो पिछले 5 सालों में ईसाई समुदाय में 4 लाख से अधिक की वृद्धि हुई है। गुरदासपुर में लगभग 120 चर्चों में धर्मांतरण होता है, जिनमें से अधिकांश हाल ही में बनी हैं। प्रत्येक रविवार को प्रार्थना सभा आयोजित की जाती है। विशेषकर दलित सिख और हिंदू बड़ी संख्या में एकत्र होते हैं। इन सभाओं में विविध प्रकृति के चमत्कार किए जाते हैं। एक बार जब वे चर्च के अंदर कदम रखते हैं तो उन्हें यह विश्वास दिलाया जाता है कि ईसाई धर्म सबसे अच्छा धर्म है और बांझपन, गुर्दे की बीमारियों, हृदय रोगों और कैंसर का इलाज पेश किया जाता है। धर्म परिवर्तन के लिए ईसाई समुदाय को अमेरिका, पाकिस्तान व अन्य मुल्कों से फंडिंग हो रही है। सिर्फ सिख ही नहीं, हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों को भी धर्म परिवर्तन के लिए चर्च तक लाया जा रहा है। धर्म बदलकर सिंह-कौर के पीछे मसीह जोड़ रहे
डॉ. रणबीर सिंह का कहना है कि धर्म परिवर्तन के इस मुद्दे से निपटने के लिए समाज और धार्मिक संगठनों को एकजुट होना होगा। सरकार को भी इस पर कड़ी निगरानी रखनी होगी और धर्म परिवर्तन की गतिविधियों में शामिल संगठनों के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे। तकरीबन एक साल पहले श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने आदेश दिया था कि जो लोग अपना धर्म परिवर्तन कर चुके हैं, वे अपने नाम के पीछे सिंह या कौर का इस्तेमाल न करें, लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ है। लोग सिंह या कौर तो नहीं हटाते, लेकिन साथ ही मसीह जोड़ देते हैं। जिसके चलते सरकार के लिए सही आंकड़ा निकाल पाना मुश्किल है। SGPC मेंबर बोले- सोची समझी साजिश के तहत हो रहा
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य गुरचरण सिंह ग्रेवाल का कहना है कि अभी कितनी कन्वर्जन हुई है, इसके आंकड़ों को बताना सही नहीं होगा। जब कभी सरकारी जनगणना होगी, तभी स्पष्ट हो पाएगा कि किस धर्म में कितना बदलाव आया है, लेकिन इसे नकारा नहीं जा सकता था कि सोची समझी साजिश के तहत दलित समुदाय को पैसों व सुविधाओं का लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है। इसके लिए फंडिंग हो रही है। गुरचरण ग्रेवाल ने आगे कहा कि सिख धर्म सभी धर्मों का सम्मान करता है, लेकिन पैसों का लालच देकर किसी को रोकना सिख धर्म में नहीं है। धर्म परिवर्तन का शोर जब पहले चला तो SGPC की तरफ से 300 प्रचारकों को घर-घर भेजा गया। बहुत कम लोग थे, जो ईसाई धर्म से प्रभावित होकर गए थे। कइयों को वापस भी लाया गया, लेकिन लालच देकर कभी सिख धर्म किसी को रोक नहीं सकता। रही बात सही आंकड़ों की तो वे सरकारी जनगणना के बाद ही स्पष्ट हो पाएंगे।