लुधियाना के सिविल अस्पताल में दो बार हंगामा:झगड़े में घायल पूर्व फौजी ने ASI के जड़ा मुक्का,कुछ लोगों ने की तोड़फोड़

लुधियाना के सिविल अस्पताल में दो बार हंगामा:झगड़े में घायल पूर्व फौजी ने ASI के जड़ा मुक्का,कुछ लोगों ने की तोड़फोड़

पंजाब में लुधियाना का सिविल अस्पताल जंग का मैदान रोज बन रहा है। बीती रात करीब पौने 11 बजे दो मामले सामने आए है। एक मामले में पूर्व फौजी के परिजनों को इमरजेंसी में भीड़ होने की वजह से ASI ने बाहर रुकने के लिए कहा तो गुस्से में आए पूर्व फौजी ने ASI के जबड़े पर मुक्का मारा। ASI के मुंह से खून निकलने लगा। इसी तरह दूसरे मामले में दो पक्षों में विवाद हो गया था। दोनों पक्ष सिविल अस्पताल में आमने-सामने हो गए। साथ आए लोगों को इमरजेंसी में घुसने से रोका तो मारा ASI के मुक्का जानकारी मुताबिक पहले मामले में टिब्बा रोड के रहने वाला एक व्यक्ति जो खुद को पूर्व फौजी बता रहा था। वह घायल अवस्था में अस्पताल आया। उसके साथ काफी लोग इमरजेंसी में घुस रहे थे। इमरजेंसी में तैनात ASI मुनीर मसीह ने उन लोगों को इमरजेंसी से बाहर जाने के लिए कहा। जिसके बाद गुस्से में आए उस व्यक्ति ने उसके मुंह पर मुक्का मार दिया। हंगामा होने के बाद थाना डिवीजन नंबर 2 की पुलिस को सूचित किया गया। दो दोस्तों ने शराब पीकर की मारपीट इसी तरह हैबोवाल जस्सियां रोड पर शराब पीने के दौरान दो दोस्तों में पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद दोनों दोस्त अस्पताल में मेडिकल करवाने आये। जहां दोनो पक्षो में फिर से झड़प हो गई। दोनो पक्षों ने अस्पताल की इमरजेंसी में एक दूसरे की जमकर धुनाई की। हमले में घायल दोनो पक्षों के लोगों ने अपना मेडिकल करवा मामले की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सिविल अस्पताल में 10 दिनों में मारपीट की चौथी घटना सिविल अस्पताल में 10 दिनों में ये मारपीट और हंगामा की चौथी घटना है। एक सप्ताह पहले रात करीब 1 बजे सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाने आए दो पक्ष इमरजेंसी में आपस में भिड़ गए थे। जिसका वीडियो सामने आया था। जहां दोनों पक्षों ने अस्पताल की इमरजेंसी में एक दूसरे की पगड़ियां तक ​​फेंकी थीं। महिलाओं को भी अस्पताल परिसर में पीटा गया था। इसी तरह 23 अक्टूबर की रात को शेरपुर चौक के पास टैक्सी चालकों के बीच झड़प हो गई थी। मामला इतना बढ़ गया था कि सिविल अस्पताल के मुख्य गेट के बाद जमकर गुंडागर्दी हुई थी। युवकों ने सरेआम ईंट-पत्थर फेंके थे। चार दिन पहले सिविल अस्पताल की पुलिस चौकी के बाहर दो पक्षों ने एक दूसरे पर ईंट-पत्थर बरसाए थे। जिसके बाद थाना डिवीजन नंबर 2 की पुलिस ने दिवाली के मद्देनजर 15 के करीब पुलिस कर्मी तैनात किए थे लेकिन अब फिर से अस्पताल बेहाल हो गया है। सरेआम लोग पुलिस की वर्दी को हाथ डाल पुलिस कर्मियों से मारपीट कर रहे है। पंजाब में लुधियाना का सिविल अस्पताल जंग का मैदान रोज बन रहा है। बीती रात करीब पौने 11 बजे दो मामले सामने आए है। एक मामले में पूर्व फौजी के परिजनों को इमरजेंसी में भीड़ होने की वजह से ASI ने बाहर रुकने के लिए कहा तो गुस्से में आए पूर्व फौजी ने ASI के जबड़े पर मुक्का मारा। ASI के मुंह से खून निकलने लगा। इसी तरह दूसरे मामले में दो पक्षों में विवाद हो गया था। दोनों पक्ष सिविल अस्पताल में आमने-सामने हो गए। साथ आए लोगों को इमरजेंसी में घुसने से रोका तो मारा ASI के मुक्का जानकारी मुताबिक पहले मामले में टिब्बा रोड के रहने वाला एक व्यक्ति जो खुद को पूर्व फौजी बता रहा था। वह घायल अवस्था में अस्पताल आया। उसके साथ काफी लोग इमरजेंसी में घुस रहे थे। इमरजेंसी में तैनात ASI मुनीर मसीह ने उन लोगों को इमरजेंसी से बाहर जाने के लिए कहा। जिसके बाद गुस्से में आए उस व्यक्ति ने उसके मुंह पर मुक्का मार दिया। हंगामा होने के बाद थाना डिवीजन नंबर 2 की पुलिस को सूचित किया गया। दो दोस्तों ने शराब पीकर की मारपीट इसी तरह हैबोवाल जस्सियां रोड पर शराब पीने के दौरान दो दोस्तों में पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद दोनों दोस्त अस्पताल में मेडिकल करवाने आये। जहां दोनो पक्षो में फिर से झड़प हो गई। दोनो पक्षों ने अस्पताल की इमरजेंसी में एक दूसरे की जमकर धुनाई की। हमले में घायल दोनो पक्षों के लोगों ने अपना मेडिकल करवा मामले की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सिविल अस्पताल में 10 दिनों में मारपीट की चौथी घटना सिविल अस्पताल में 10 दिनों में ये मारपीट और हंगामा की चौथी घटना है। एक सप्ताह पहले रात करीब 1 बजे सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाने आए दो पक्ष इमरजेंसी में आपस में भिड़ गए थे। जिसका वीडियो सामने आया था। जहां दोनों पक्षों ने अस्पताल की इमरजेंसी में एक दूसरे की पगड़ियां तक ​​फेंकी थीं। महिलाओं को भी अस्पताल परिसर में पीटा गया था। इसी तरह 23 अक्टूबर की रात को शेरपुर चौक के पास टैक्सी चालकों के बीच झड़प हो गई थी। मामला इतना बढ़ गया था कि सिविल अस्पताल के मुख्य गेट के बाद जमकर गुंडागर्दी हुई थी। युवकों ने सरेआम ईंट-पत्थर फेंके थे। चार दिन पहले सिविल अस्पताल की पुलिस चौकी के बाहर दो पक्षों ने एक दूसरे पर ईंट-पत्थर बरसाए थे। जिसके बाद थाना डिवीजन नंबर 2 की पुलिस ने दिवाली के मद्देनजर 15 के करीब पुलिस कर्मी तैनात किए थे लेकिन अब फिर से अस्पताल बेहाल हो गया है। सरेआम लोग पुलिस की वर्दी को हाथ डाल पुलिस कर्मियों से मारपीट कर रहे है।   पंजाब | दैनिक भास्कर