हरियाणा में करनाल के नागरिकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए आज जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक का आयोजन किया जाएगा। यह बैठक दोपहर 3 बजे पंचायत भवन में होगी। इस बैठक की अध्यक्षता हरियाणा के स्थानीय शहरी निकाय राज्य मंत्री सुभाष सुधा करेंगे। बैठक के आयोजन का मुख्य उद्देश्य करनाल के नागरिकों की समस्याओं का समाधान करना है। सभी विभागों के अधिकारी रहेंगे मौजूद DC उत्तम सिंह ने बताया कि बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी समय पर पहुंचना सुनिश्चित करें ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। बैठक का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की शिकायतों को सुनना और उनका तुरंत समाधान करना है। समस्या सुनेंगे और मौके पर समाधान करेंगे बैठक के दौरान नागरिक अपनी समस्याओं को सीधे राज्य मंत्री के सामने रख सकेंगे। राज्य मंत्री सुभाष सुधा न केवल समस्याओं को सुनेंगे, बल्कि उनकी समाधान के लिए त्वरित कार्रवाई भी सुनिश्चित करेंगे। इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी समस्या बिना समाधान के न रहे। पूरी तैयारी के साथ पहुंचे बैठक में उपायुक्त उत्तम सिंह ने जोर देकर कहा कि सभी विभागों के अधिकारी पूरी तैयारी के साथ बैठक में शामिल हों। यह बैठक नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां वे अपनी समस्याओं को रख सकते हैं और समाधान प्राप्त कर सकते हैं। नागरिकों को इस बैठक में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके। हरियाणा में करनाल के नागरिकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए आज जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक का आयोजन किया जाएगा। यह बैठक दोपहर 3 बजे पंचायत भवन में होगी। इस बैठक की अध्यक्षता हरियाणा के स्थानीय शहरी निकाय राज्य मंत्री सुभाष सुधा करेंगे। बैठक के आयोजन का मुख्य उद्देश्य करनाल के नागरिकों की समस्याओं का समाधान करना है। सभी विभागों के अधिकारी रहेंगे मौजूद DC उत्तम सिंह ने बताया कि बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी समय पर पहुंचना सुनिश्चित करें ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। बैठक का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की शिकायतों को सुनना और उनका तुरंत समाधान करना है। समस्या सुनेंगे और मौके पर समाधान करेंगे बैठक के दौरान नागरिक अपनी समस्याओं को सीधे राज्य मंत्री के सामने रख सकेंगे। राज्य मंत्री सुभाष सुधा न केवल समस्याओं को सुनेंगे, बल्कि उनकी समाधान के लिए त्वरित कार्रवाई भी सुनिश्चित करेंगे। इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी समस्या बिना समाधान के न रहे। पूरी तैयारी के साथ पहुंचे बैठक में उपायुक्त उत्तम सिंह ने जोर देकर कहा कि सभी विभागों के अधिकारी पूरी तैयारी के साथ बैठक में शामिल हों। यह बैठक नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां वे अपनी समस्याओं को रख सकते हैं और समाधान प्राप्त कर सकते हैं। नागरिकों को इस बैठक में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चरखी दादरी में सांगवान के घर पहुंचे दर्जनों सरपंच:CM की घोषणा के लिए दिया धन्यवाद, 10 लाख से बढ़कर 21 लाख हुई विकास निधि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा सरपंचों को पावर देने के अलावा की गई कई घोषणा के बाद जहां सरपंचों के चेहरों पर रौनक दिखाई दी वहीं उन्होंने पूर्व मंत्री व भाजपा नेता सतपाल सांगवान के निवास पर पहुंचकर सरकार का धन्यवाद किया। सांगवान ने सरपंचों को मिली सरकारी ताकत के बाद कहा कि सरपंचों के सहयोग से हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने में विशेष भूमिका निभाएंगे। दादरी जिला के करीब दो दर्जन गांवों के सरपंच बुधवार को पूर्व मंत्री व भाजपा नेता सतपाल सांगवान के निवास पर पहुंचे और सरकार का धन्यवाद किया। सरपंचों के चेहरों पर रौनक आने के बाद पूर्व मंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने सरपंचों द्वारा विकास के लिए मांगे 10 लाख को डबल कर 21 लाख रुपए की घोषणा की है। भाजपा ने जो कहा उसे उसे धरातल पर लागू किया वहीं सरपंचों को मिली पावर के बूते हरियाणा में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने में अहम भूमिका रहेगी। कहा कि भाजपा ने जो बोला है, उसे धरातल पर लागू करके भी दिखाया है। सरपंचों की पुरानी मांगों को पूरा करके उनको डबल पावर दे दी है। सांगवान ने कांग्रेस पर भी कटाक्ष किया और कहा कि पुराने साथी झूठ की राजनीति करते हैं।
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हरियाणा निर्वाचन आयोग की ओर से 5 सितंबर को चुनाव से संबंधित गजट नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। 12 सितंबर तक नामांकन किए जा सकेंगे। 13 सितंबर को नामांकन पत्रों की जांच पड़ताल व छंटनी की जाएगी जबकि 16 सितंबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। 1 अक्टूबर को मतदान होंगे और 4 अक्टूबर को मतगणना उपरांत नतीजे घोषित किए जाएंगे।
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30 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार तय, 60 पर दावेदार फाइनल:स्क्रीनिंग कमेटी में सभी 90 सीटों पर चर्चा खत्म; 5 फॉर्मूलों से टिकट बंटवारा हरियाणा में कांग्रेस की टिकट बंटवारे को लेकर स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग तीसरे दिन भी हुई। सभी 90 विधानसभा सीटों पर चर्चा पूरी हो गई है। इसमें 30 नामों का सिंगल पैनल तैयार किया गया है। वहीं 60 सीटों पर दावेदार फाइनल कर लिए गए हैं। शनिवार को आखिरी मीटिंग होगी। इसके बाद यह लिस्ट कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (CWC) को भेजा जाएगा। जिसकी मीटिंग 2 सितंबर को है। उसके बाद सितंबर के पहले हफ्ते में कांग्रेस की टिकट सूची जारी कर दी जाएगी। कांग्रेस की सभी 90 सीटों पर एक साथ भी लिस्ट जारी हो सकती है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक 28 विधायकों की टिकट पर अलग से चर्चा हुई। जिसमें से 16 से 18 विधायकों को दोबारा टिकट पर सहमति बन गई है। कांग्रेस में 90 सीटों पर 2,556 दावेदारों ने टिकट के लिए आवेदन किया था। इस पर फैसला ले रही स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन कर्नाटक से कांग्रेस के राज्यसभा मेंबर अजय माकन हैं। वहीं मणिकम टैगोर, जिग्नेश मेवानी और श्रीनिवास बीवी भी मेंबर हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि शनिवार तक स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकों में चर्चा का दौर चलेगा। उसके बाद लिस्ट फाइनल कर कांग्रेस की CWC को भेज दी जाएगी। कांग्रेस के टिकट बंटवारे के 5 फॉर्मूले… 1. सांसदों को टिकट नहीं
कांग्रेस के प्रदेश इंचार्ज दीपक बाबरिया ने कहा कि इस चुनाव में सांसदों को टिकट नहीं दी जाएगी। इसकी वजह से CM कुर्सी पर दावा ठोक रही सिरसा सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को झटका लगा। बाबरिया ने ये भी कहा कि ये स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिश है। अंतिम फैसला हाईकमान करेगा। 2. चुनाव हारे, दागी नेताओं को टिकट नहीं
चुनाव हारे नेताओं को टिकट नहीं दी जाएगी। इसमें वे नेता शामिल हैं, जो 2 या उससे ज्यादा बार से चुनाव हार चुके हैं। उनकी दावेदारी को स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में खारिज किया जाएगा। इसके अलावा जो चेहरे दागी हैं, जिन पर गंभीर मुकदमें दर्ज हैं या कोई गंभीर आरोप लगे हैं, उन्हें भी टिकट नहीं दी जाएगी। वहीं जमानत जब्त कराने वाले नेताओं पर भी कांग्रेस दांव नहीं लगाएगी। 3. पार्टी छोड़कर फिर शामिल हुए नाम खारिज होंगे
जो लोग पहले कांग्रेस छोड़कर चले गए और अब चुनाव से पहले वापस लौट आए, उनकी दावेदारी पर विचार नहीं होगा। कांग्रेस में कई नेता ऐसे भी हैं जो 10 से लेकर 30 साल तक पार्टी में रहे लेकिन बीच में छोड़कर चले गए और एक साल के भीतर लौटे हैं, उनकी दावेदारी को झटका लग सकता है। इससे कांग्रेस में एक साल के भीतर आए करीब 20 से ज्यादा पूर्व विधायकों को झटका लग सकता है। 4. बिना चुनाव लड़े भी CM फेस हो सकता है
इंचार्ज दीपक बाबरिया ने सबको चौंकाते हुए एक और बयान दिया कि जरूरी नहीं कि कांग्रेस सरकार बनने की सूरत में चुनाव लड़ने वाला ही सीएम फेस हो। वह नेता भी सीएम चेहरा हो सकता है, जिसने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। हालांकि इस बयान को कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला की नाराजगी को शांत करने से जोड़कर देखा जा रहा है। 5. विधायकों के टिकट कटने जरूरी नहीं
स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया ने कह चुके हैं कि यह जरूरी नहीं है कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटे ही जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि किसी के विरुद्ध ग्राउंड पर एंटी इनकम्बेंसी है और आपराधिक रिकॉर्ड बना है तो उसे टिकटों में नजरअंदाज किया जाएगा अन्यथा पार्टी की कोशिश रहेगी कि हर जीतने वाले विधायक को पार्टी विधानसभा के चुनावी रण में उतारे। सांसद सैलजा ने कहा- मैं चुनाव लड़ूंगी
कुमारी सैलजा ने कहा कि वह राज्य में राजनीति करना चाहती हैं। वह चुनाव लड़ना चाहती हैं। इसके लिए कांग्रेस हाईकमान से मंजूरी ले लेंगी। इससे पहले सैलजा ने सवाल उठाए थे कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने की सूरत में दलित सीएम क्यों नहीं बन सकता। कुमारी सैलजा प्रदेश में कांग्रेस के बड़े दलित चेहरों में से एक हैं। वे इस वक्त आरक्षित सिरसा सीट से लोकसभा सांसद हैं। कांग्रेस में सीएम कुर्सी पर सबसे मजबूत दावा जाट चेहरा भूपेंद्र हुड्डा का है।