मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को प्राकृतिक आपदाओं के दृष्टिगत हिमाचल प्रदेश की संवेदनशीलता से अवगत करवाते हुए प्राकृतिक आपदाओं के प्रभावी प्रबंधन के लिए मंत्रालय के पास लम्बित धनराशि को शीघ्र जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने राज्य आपदा-2023 के दौरान केंद्रीय टीम द्वारा किए गए आपदा उपरांत आकलन के अंतर्गत 9042 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता जारी करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह मामला अभी भी मंत्रालय के पास लम्बित है तथा इस वर्ष बरसात का मौसम शुरू होने के दृष्टिगत राज्य को इस धनराशि की तत्काल आवश्यकता है। 2019-20 में 61.07 करोड़ रुपये की राशि लम्बित सीएम सुक्खू ने यह भी बताया कि 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए राज्य को राज्य आपदा प्रतिक्रिया निधि (एसडीआरएफ) के अंतर्गत मिलने वाली 61.07 करोड़ रुपये की राशि लम्बित है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार पहाड़ी राज्यों में भू-स्खलन तथा भूकम्प के प्रभावी प्रबंधन के लिए प्रदेश को वित्तीय वर्ष 2021-2026 के लिए 200 करोड़ रुपये की राशि मिलनी है। एनडीआरएफ के अंतर्गत लम्बित 60.10 करोड़ जारी करने का आग्रह उन्होंने एनडीआरएफ के अंतर्गत लम्बित 60.10 करोड़ रुपये शीघ्र जारी करने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण निधि के अंतर्गत मंत्रालय को प्रस्तुत 125.84 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना को शीघ्र स्वीकृति प्रदान करने का भी अनुरोध किया। उन्होंने राज्य में एनडीआरएफ परिसरों की स्थापना की आवश्यकता पर बल दिया तथा मंडी, रामपुर और नालागढ़ में परिसरों का निर्माण कार्य आरंभ करने का अनुरोध किया। उन्होंने लाहौल-स्पीति में अंतरराज्यीय सीमा पर सरचू और शिंकुला में सरकारी भूमि पर अनाधिकृत कब्जे पर उचित कार्रवाई की भी मांग की। इस अवसर पर प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, आवासीय आयुक्त मीरा मोहंती भी उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को प्राकृतिक आपदाओं के दृष्टिगत हिमाचल प्रदेश की संवेदनशीलता से अवगत करवाते हुए प्राकृतिक आपदाओं के प्रभावी प्रबंधन के लिए मंत्रालय के पास लम्बित धनराशि को शीघ्र जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने राज्य आपदा-2023 के दौरान केंद्रीय टीम द्वारा किए गए आपदा उपरांत आकलन के अंतर्गत 9042 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता जारी करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह मामला अभी भी मंत्रालय के पास लम्बित है तथा इस वर्ष बरसात का मौसम शुरू होने के दृष्टिगत राज्य को इस धनराशि की तत्काल आवश्यकता है। 2019-20 में 61.07 करोड़ रुपये की राशि लम्बित सीएम सुक्खू ने यह भी बताया कि 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए राज्य को राज्य आपदा प्रतिक्रिया निधि (एसडीआरएफ) के अंतर्गत मिलने वाली 61.07 करोड़ रुपये की राशि लम्बित है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार पहाड़ी राज्यों में भू-स्खलन तथा भूकम्प के प्रभावी प्रबंधन के लिए प्रदेश को वित्तीय वर्ष 2021-2026 के लिए 200 करोड़ रुपये की राशि मिलनी है। एनडीआरएफ के अंतर्गत लम्बित 60.10 करोड़ जारी करने का आग्रह उन्होंने एनडीआरएफ के अंतर्गत लम्बित 60.10 करोड़ रुपये शीघ्र जारी करने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण निधि के अंतर्गत मंत्रालय को प्रस्तुत 125.84 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना को शीघ्र स्वीकृति प्रदान करने का भी अनुरोध किया। उन्होंने राज्य में एनडीआरएफ परिसरों की स्थापना की आवश्यकता पर बल दिया तथा मंडी, रामपुर और नालागढ़ में परिसरों का निर्माण कार्य आरंभ करने का अनुरोध किया। उन्होंने लाहौल-स्पीति में अंतरराज्यीय सीमा पर सरचू और शिंकुला में सरकारी भूमि पर अनाधिकृत कब्जे पर उचित कार्रवाई की भी मांग की। इस अवसर पर प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, आवासीय आयुक्त मीरा मोहंती भी उपस्थित थीं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल HC की चमियाना की 8 ओपीडी सेवाओं पर रोक:IGMC में चलाने का दिया आदेश; 12 अगस्त को की गई थी शिफ्ट
हिमाचल HC की चमियाना की 8 ओपीडी सेवाओं पर रोक:IGMC में चलाने का दिया आदेश; 12 अगस्त को की गई थी शिफ्ट हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल चमियाना की विभिन्न विभागों की ओपीडी के संचालन पर रोक लगा दी है। सोमवार को हाईकोर्ट में मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने चल रही सभी ओपीडी सेवाओं पर रोक लगाने का आदेश दिया है। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एम एस रामचंद्र राव और न्यायाधीश सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि हॉस्पिटल में केमिस्ट सड़क , पुलिस पोस्ट जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। पीठ के कहा कि जब तक चमियाणा हॉस्पिटल तक सड़क की मेटलिंग करके पक्का नहीं कर लिया जाता और सड़क को सुरक्षित तथा वाहन योग्य नहीं बना लिया जाता, तब तक आईजीएमसी शिमला में ही यह सारी ओपीडी चलाई जाएं। स्वास्थ्य सचिव व PWD विभाग की स्टेटस रिपोर्ट पर दिए आदेश खंड पीठ ने प्रदेश सरकार स्वास्थ्य विभाग के सचिव और लोक निर्माण विभाग द्वारा हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं को लेकर कोर्ट में दायर स्टेट्स रिपोर्ट पर आदेश पारित में कहा कि चमियाणा अस्पताल में केंटीन और वहां तक मरीजों और स्वास्थ्य कर्मियों को पहुंचने के लिए अच्छी सड़क जैसी मूलभूत सुविधा नहीं है। HRTC ने बसों और स्टाप की कमी का दिया हवाला दोनों विभागों द्वारा कोर्ट को दी गयी स्टेटस रिपोर्ट में बताया गया था कि आईजीएमसी के प्रधानाचार्य को एचआरटीसी से बसें उपलब्ध करवाने को कहा गया था परंतु एचआरटीसी ने बसों और स्टाफ की कमी का हवाला देते हुए बसें उपलब्ध करवाने से इंकार कर दिया। चमियाणा अस्पताल परिसर में केमिस्ट की दुकान तक नहीं है। स्टाफ और चिकित्सकों को रहने के आवास नहीं है। तीन किलोमीटर सड़क तक स्ट्रीट लाइट भी नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि ने वहां कोई पुलिस पोस्ट तक नहीं है।
31 अक्टूबर तक दुबारा स्टेट्स रिपोर्ट पेश करे विभाग हाइकोर्ट में सुनवाई करते हुए खण्ड पीठ ने इस मामले में स्वास्थ्य सचिव व लोक निर्माण विभाग को 31 अक्टूबर तक पुनः स्टेट्स रिपोर्ट दायर करने के आदेश भी दिए। चमियाना में चल रही थी 8 विभागों की ओपीडी बता दें कि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल चमियाना बीते 12 अगस्त से आठ विभागों जिसमें कार्डियोलॉजी, यूरोलोजी, गैस्ट्रोएनलॉजी, न्यूरोलोजी, नेफ़ॉलोजी, प्लास्टिक सर्जरी व एंडोक्रिनोलोजी विभाग की ओपीडी शिफ्ट हो गयी थी । परंतु हाई कोर्ट ने प्रदेश सरकार के फैसले पर रोक लगाते हुए ओपीडी सेवाओं को तुंरत बन्द करने का फैसला किया है। अब सभी विभागों की ओपीडी सेवाएं IGMC में ही चलेगी।
पूर्व CM जयराम ने हिमाचल सरकार पर बोला हमला:सरकार के फैसले में अपरिपक्वता, हवा को छोड़ हर जगह लगा दिया टैक्स
पूर्व CM जयराम ने हिमाचल सरकार पर बोला हमला:सरकार के फैसले में अपरिपक्वता, हवा को छोड़ हर जगह लगा दिया टैक्स हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सोमवार को शिमला में प्रदेश की सुक्खू सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हवा को छोड़कर हर चीज पर टैक्स लगा दिया है।
जयराम ठाकुर ने शिमला में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए चुनाव से पहले प्रदेश वासियों को झूठी गारंटियां दी। आज मुख्यमंत्री ने उन गारंटियों से मुंह मोड़ लिया है। सत्ता में आने के बाद सरकार ने सिर्फ काम बंद करने की स्कीम चलाई हुई है। इसके अलावा जहां टैक्स लगा सकते हैं, वहां टैक्स लगा रहे हैं। टॉयलेट पर भी लगाया टैक्स
हवा को छोड़कर कर हर चीज पर टैक्स लगा दिया है और टॉयलेट पर टैक्स लगाकर देश भर में हिमाचल प्रदेश की जग हँसाई हुई है। राष्ट्रीय स्तर पर ऐसे मुद्दों को लेकर हिमाचल प्रदेश की चर्चा हुई है। देश भर में मुद्दा बनने के बाद बैक डेट की चिट्ठी निकालकर सफाई देनी पड़ी कि सरकार इसको नहीं लेगी। लेकिन फैसले से सरकार की मंशा जग जाहिर होती है। वहीं जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार ने कोई टॉयलेट टैक्स नही लगाया था। सरकार ने सिर्फ शिमला में परिपेक्ष्य में वाटर चार्ज को 10% बढ़ाने के लिए अनुमति दी थी लेकिन उसमें भी अंतिम फैसला नगर निगम को करना था उसका भी सरकार के स्तर पर कोई फैसला नही हुआ । कैंसर केयर सेंटर को केंद्र ने दिए 28.45 करोड़
वहीं उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार उन्हीं योजनाओं का शिलान्यास या उद्घाटन कर रही है जो पूर्व सरकार सरकार में शुरू हुई है। सुक्खू सरकार 2 साल में स्कूल का एक कमरा तक नही बना पाई है। ऐसी कोई योजना नही जो कांग्रेस की सत्ता में आने के बाद शुरू हुई हो। उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू ने आज IGMC में कैंसर केयर सेंटर का शुभारंभ किया है उसके लिए भी केंद्र से ही 28 करोड़ 45 लाख रु दिए थे। लेकिन सीएम सुक्खू ने आज केंद्र के धन्यवाद के लिए एक भी शब्द नही बोला। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के लिए हुआ गलत जगह का चयन
जयराम ठाकुर ने कहा कि वो इस बात को मानते है कि शिमला के चमियाना में बने सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के लिए गलत जगह का चयन हुआ। जल्द बाजी में उस स्थान का चयन हुआ। आवश्यकता अनुसार उस जगह का चयन ठीक नही हुआ था। लेकिन तत्कालीन सरकार द्वारा मंजूरी के बाद वहां भवन बना दिया । उसे फंक्शनल करने के बाद रोकना पड़ा । परंतु वर्तमान सरकार वहां के लिए दो सालों में दो से ढाई किलोमीटर तक सड़क नही बना पाई है । उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 500 डॉक्टरों के पदों को मंजूरी दी जिनमें से 300 पदों पर भर्ती की लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य की सुविधा मिल सकें ।लेकिन वर्तमान सरकार दो सालों में एक भी पद नही भर पाई है । 2 साल बाद भी सरकार के फैसले में अपरिपक्वता
जयराम ठाकुर ने कहा कि 2 साल का कार्यकाल बहुत लंबा होता है। लेकिन दो साल बाद भी सरकार के हर फैसले में अपरिपक्वता का परिचय देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि क्या प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने केंद्रीय नेतृत्व के कहने पर ऐसे फैसले ले रही है या सीएम सुक्खू अकेले ऐसे फैसले ले रहे हैं, जिसकी जानकारी मंत्रियों विधायकों को नही है, प्रदेश में सरकार चलाने का यह नया अनुभव है।
हिमाचल में पवन खेड़ा का PM पर तंज:कहा- 75 साल के मोदी मांग रहे एक ओर मौका, 22 साल के अग्निवीर को कर रहे रिटायर
हिमाचल में पवन खेड़ा का PM पर तंज:कहा- 75 साल के मोदी मांग रहे एक ओर मौका, 22 साल के अग्निवीर को कर रहे रिटायर हिमाचल में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा- 75 साल उम्र पार कर रहे मोदी एक बार ओर मौका मांग रहे हैं। वहीं 22 साल के युवक को अग्निवीर से रिटायर कर रहे हैं। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा- मोदी ने बीते 10 साल में एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की, लेकिन आजकल सभी चैनलों को बुला बुलाकर इंटरव्यू दे रहे हैं। जब से मोदी जी तीन-चार मीडिया वालों को बुला बुलाकर इंटरव्यू दे रहे हैं, तब से कपिल शर्मा शो की TRP गिर गई है। खेड़ा ने कहा- CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक देश में बेरोजगारी की दर 45.4% हो गई। एक घंटे में 2 नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं। जो चिंता की बात है, लेकिन PM मोदी न तो बेरोजगारी और और न महंगाई पर बात कर रहे हैं। 22 साल का युवा हो रहा रिटायर: पवन खेड़ा खेड़ा ने कहा- पीएम ने अपने आपको देवतातुल्य मान लिया है। इसलिए वे असली मुद्दों पर बात नहीं करते हैं। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर तंज कसते हुए कहा- उनका काम पीएम मोदी को हवाई अड्डे पर ले जाना और लाना रह गया है। उन्हें खुद पता नहीं होता कि वे BJP के अध्यक्ष हैं या नहीं। यह जानकारी उन्हें मीडिया के माध्यम से ही मिलती है। नड्डा ने PM मोदी को नरों के इंद्र ही नहीं सुरों के भी इंद्र कहा था। आजकल पीएम मोदी खुद को बॉयोलॉजिकल नहीं परमात्मा का अवतार बता रहे हैं। इसलिए उन्हें खुद पता नहीं है कि वे एक व्यक्ति भी हैं। एक जून को शुभ मुहूर्त हिमाचल और देश बदलेगा तकदीर उन्होंने कहा- कोरोना काल में देश की जनता को कोरोना वैक्सीन लगाई जिस पर PM मोदी चेहरा था और वैक्सीन बनाने वाली कंपनी से बीजेपी ने इलेक्ट्रोल बांड के माध्यम से 52 करोड़ का चंदा लिया, लेकिन जब कंपनी ने कहा- साइड इफेक्ट हो सकता है तो अपना हंसता हुआ नुरानी चेहरा गायब कर दिया। खेड़ा ने कहा कि हिमाचल में आपदा से 9900 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ, लेकिन जब मुआवजे की मांग की तो एक रुपए भी नहीं दिया। PM मोदी अक्सर हिमाचल को अपना दूसरा घर कहते हैं, लेकिन अपने दूसरे घर के लिए एक कौड़ी भी नहीं दी।