फाजिल्का जिले के अबोहर में करोड़ों रुपए की लागत से बना सिविल अस्पताल इन दिनों आम जनता के लिए केवल सफेद हाथी साबित हो रहा है। क्योंकि यहां पर आने वाले मरीजों को भयंकर गर्मी के दौरान पीने का शुद्ध जल भी नसीब नहीं हो रहा। जबकि अस्पताल में एक नहीं बल्कि 5 आरओ सिस्टम लगे हैं। जो कि विभिनन समाज सेवी संस्थाओं द्वारा लगवाए गए हैं। इन 5 आरओ सिस्टम में केवल एक ही आरओ चल रहा है। वो भी गंदगी से भरा पड़ा है। 5 आरओ के बाद भी नहीं मिल रहा पानी जानकारी के अनुसार अस्पताल में भारत विकास परिषद, सेवा भारती व निंरकारी मिशन की ओर से 5 आरओ सिस्टम लोगों की सुविधा के लिए लगाए गए हैं। ताकि अस्पताल में आने वाले मरीजों ओर उनके साथ रहने वाले परिजनों को पीने का ठंडा पानी मिलता रहे। लेकिन अस्पताल प्रबंधन की ओर से रख रखाव ना किए जाने से 4 आरओ तो बिल्कुल बंद हो चुके हैं। केवल एक ही आरओ सिस्टम चल रहा है। लेकिन उसमें भी पीने का ठंडा पानी ना मिलने से मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है मजबूरन लोग कैंटीन से 20-20 रुपए भरकर पानी की बोतल खरीद रहे हैं। अस्पताल में नहीं है सफाई सबसे बड़ी हैरानी वाली बात यह कि अस्पताल का एनवीबीडीसीपी विभाग जो आए दिन शहर के वार्डों में जाकर लोगों की घरों की जांच करते हुए उन्हें अपने घरों व आसपास साफ सफाई रखने के निर्देश देते हुए लोगों के चालान काटता है। उसका अपना अस्पताल ही सफाई के मामले में गंभीर नहीं है। क्योंकि अस्पताल के गायनी वार्ड में लगा जो एक आरओ चल रहा है। उसकी कभी सफाई नहीं की गई और उसमें काई व गंदगी जमा है और मच्छर भिनभिना रहे हैं।
क्या बोली एसएमओ ? वहीं तीन दिनों के निजी अवकाश के बाद अस्पताल ड्यूटी पर आई एसएमओ डॉ. नीरजा गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आज लाईट ना होने के कारण उक्त आरओ से मरीजों को ठंडा पानी नहीं मिल पाया। लेकिन अब ठेकेदार को इस आरओ की साफ सफाई के हुक्म दे दिए गए हैं। शीघ्र ही लोगो को पीने का ठंडा एवं साफ जल मिलेगा। फाजिल्का जिले के अबोहर में करोड़ों रुपए की लागत से बना सिविल अस्पताल इन दिनों आम जनता के लिए केवल सफेद हाथी साबित हो रहा है। क्योंकि यहां पर आने वाले मरीजों को भयंकर गर्मी के दौरान पीने का शुद्ध जल भी नसीब नहीं हो रहा। जबकि अस्पताल में एक नहीं बल्कि 5 आरओ सिस्टम लगे हैं। जो कि विभिनन समाज सेवी संस्थाओं द्वारा लगवाए गए हैं। इन 5 आरओ सिस्टम में केवल एक ही आरओ चल रहा है। वो भी गंदगी से भरा पड़ा है। 5 आरओ के बाद भी नहीं मिल रहा पानी जानकारी के अनुसार अस्पताल में भारत विकास परिषद, सेवा भारती व निंरकारी मिशन की ओर से 5 आरओ सिस्टम लोगों की सुविधा के लिए लगाए गए हैं। ताकि अस्पताल में आने वाले मरीजों ओर उनके साथ रहने वाले परिजनों को पीने का ठंडा पानी मिलता रहे। लेकिन अस्पताल प्रबंधन की ओर से रख रखाव ना किए जाने से 4 आरओ तो बिल्कुल बंद हो चुके हैं। केवल एक ही आरओ सिस्टम चल रहा है। लेकिन उसमें भी पीने का ठंडा पानी ना मिलने से मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है मजबूरन लोग कैंटीन से 20-20 रुपए भरकर पानी की बोतल खरीद रहे हैं। अस्पताल में नहीं है सफाई सबसे बड़ी हैरानी वाली बात यह कि अस्पताल का एनवीबीडीसीपी विभाग जो आए दिन शहर के वार्डों में जाकर लोगों की घरों की जांच करते हुए उन्हें अपने घरों व आसपास साफ सफाई रखने के निर्देश देते हुए लोगों के चालान काटता है। उसका अपना अस्पताल ही सफाई के मामले में गंभीर नहीं है। क्योंकि अस्पताल के गायनी वार्ड में लगा जो एक आरओ चल रहा है। उसकी कभी सफाई नहीं की गई और उसमें काई व गंदगी जमा है और मच्छर भिनभिना रहे हैं।
क्या बोली एसएमओ ? वहीं तीन दिनों के निजी अवकाश के बाद अस्पताल ड्यूटी पर आई एसएमओ डॉ. नीरजा गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आज लाईट ना होने के कारण उक्त आरओ से मरीजों को ठंडा पानी नहीं मिल पाया। लेकिन अब ठेकेदार को इस आरओ की साफ सफाई के हुक्म दे दिए गए हैं। शीघ्र ही लोगो को पीने का ठंडा एवं साफ जल मिलेगा। पंजाब | दैनिक भास्कर