‘गोंडा से ट्रेन के रवाना होने के 15-20 मिनट बाद अचानक बोगी डगमगाने लगी। तेज धमाका हुआ, जोरदार झटका लगा। इसके बाद हमारी बोगी 2 बार बाई तरफ, फिर दाई तरफ गिरने लगी। आखिरकार बैलेंस नहीं बना, हमारी बोगी बाई तरफ ही गिर गई। यात्री एक-दूसरे पर गिरे। इंजन के पीछे जनरल बोगी थी, उसके बाद हमारी एसी बोगी थी। चीख पुकार मच गई।’ ट्रेन हादसा का मुंह जुबानी कहानी गाजीपुर जा रहे यात्री ने सुनाई। वह परिवार के साथ चंडीगढ़ में शादी में शामिल होकर लौट रहे थे। यह ट्रेन हादसा गोंडा जिले में गुरुवार को हो गया। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 15 बोगियां झिलाही स्टेशन के पास पटरी से उतर गईं। इनमें 3 एसी कोच थे, जो डिरेल होने के बाद पलट गए। हादसे में अब तक 2 यात्रियों की मौत हुई है। 25 यात्री घायल हैं। धाड़-धाड़ की आवाज हुई, फिर बोगी के अंदर यात्री गिरने लगे
लखनऊ से डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस में सवार हुए जितेंद्र यादव हादसे के वक्त ट्रेन की जनरल बोगी में सवार थे। ट्रेन मनिकापुर से गोंडा की तरफ बढ़ रही थी। करीब 2.30 बजे का वक्त था। जनरल बोगी में हम लोग बैठे थे। मेरा भाई प्रमोद यादव साथ था। बोगी में कुछ लोग बाते कर रहे थे, कुछ खा-पी रहे थे। अचानक एक झटका लगा, डिब्बे टेढ़े होने लगे। लोग एक-दूसरे पर गिर रहे थे। महिलाएं और बच्चे चीख रहे थे। हम लोगों को कुछ समझ नहीं आया। धाड़-धाड़ की आवाज सुनकर लगा कि हादसा हो चुका है। फिर कुछ देर तो सन्नाटा सा लगा। लोग डिब्बे से बाहर भाग रहे थे। हम लोगों ने बच्चों को बाहर निकालने में मदद की। बाहर निकलने के बाद हमने देखा कि पटरी के पास पानी भरा हुआ था। ऐसा लगा कि मिट्टी ढिली होने की वजह से पटरी से गाड़ी नीचे उतर गई। हमें गोरखपुर जाना था। हमें एंबुलेंस लेकर मनकापुर अस्पताल लेकर आई। यहां हमें इलाज मिला है। हमारा भाई प्रमोद को ज्यादा चोट लगी हैं। उसको हायर सेंटर भेजा है। हादसे के बाद इलेक्ट्रिक तार-पोल सब टूट गए
बिहार के अजय शाह ने बताया – गाड़ी बहुत धीमी रफ्तार से चल रही थी। टक-टक की आवाज के बाद गाड़ी पटरी से उतर गई। सब धूल-धूल हो गया। 5-6 बोगी पटरी से उतर गई। हल्ला हो गया। इलेक्ट्रिक तार टूटे थे। पोल टूटे हुए थे। लोग जान बचाकर भाग रहे थे। प्रशासन की मदद बहुत लेट पहुंची। गांव के लोग पहले पहुंचे थे। हमारी बोगी आधी पलटकर थम गई, बहुत से लोग पानी में गिरे
परमजीत सिंह A-1 बोगी में सवार थे। उन्होंने बताया – हमारी बोगी के आगे वाली सारे डिब्बे पलट गई। हमारी बोगी आधी पलटी, फिर वैसे ही थम गई। कुल कितने लोग घायल हैं? वह बताते हैं- घायल बहुत ज्यादा लोग हुए हैं। जब डिब्बा गिरा है, तो वहां पानी भरा हुआ था। कुछ लोग पानी में गिरे थे। उनका पता नहीं। हमारे आगे वाली बोगी के 1 लड़के का पैर कट गया था। मैंने खुद 10 से ज्यादा लोगों को गंभीर घायल देखा है। सांसद बोले- स्पेशल बस और ट्रेन से यात्रियों को भेजा जा रहा
BJP सांसद कीर्ति वर्धन ने कहा – हम अभी मौके से आ रहे हैं। जितनी सहायता हो सकती है, वो की जा रही है। जिले के सभी अधिकारी घटनास्थल पर हैं। अभी मैं घायलों से मिलने अस्पताल आया हूं। डॉक्टर, स्टाफ की पूरी व्यवस्था है। जो गंभीर घायल हैं, उन्हें हायर सेंटर इलाज के लिए भेजा गया है। 1 आदमी गंभीर रूप से घायल है। उसका पैर टूटा है। प्लास्टर हो गया है। एक स्पेशल ट्रेन अयोध्या से आ रही है। जो ट्रेन आगे जाना चाहते हैं, उन्हें भेजा जा रहा है। बसों की व्यवस्था भी की गई है। जो बचे हैं, उन्हें 1 नंबर प्लेटफार्म से रवाना किया जा रहा है। दिल्ली और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से हमारे पास मैसेज था। सबकी देखभाल की जा रही है। ‘गोंडा से ट्रेन के रवाना होने के 15-20 मिनट बाद अचानक बोगी डगमगाने लगी। तेज धमाका हुआ, जोरदार झटका लगा। इसके बाद हमारी बोगी 2 बार बाई तरफ, फिर दाई तरफ गिरने लगी। आखिरकार बैलेंस नहीं बना, हमारी बोगी बाई तरफ ही गिर गई। यात्री एक-दूसरे पर गिरे। इंजन के पीछे जनरल बोगी थी, उसके बाद हमारी एसी बोगी थी। चीख पुकार मच गई।’ ट्रेन हादसा का मुंह जुबानी कहानी गाजीपुर जा रहे यात्री ने सुनाई। वह परिवार के साथ चंडीगढ़ में शादी में शामिल होकर लौट रहे थे। यह ट्रेन हादसा गोंडा जिले में गुरुवार को हो गया। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 15 बोगियां झिलाही स्टेशन के पास पटरी से उतर गईं। इनमें 3 एसी कोच थे, जो डिरेल होने के बाद पलट गए। हादसे में अब तक 2 यात्रियों की मौत हुई है। 25 यात्री घायल हैं। धाड़-धाड़ की आवाज हुई, फिर बोगी के अंदर यात्री गिरने लगे
लखनऊ से डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस में सवार हुए जितेंद्र यादव हादसे के वक्त ट्रेन की जनरल बोगी में सवार थे। ट्रेन मनिकापुर से गोंडा की तरफ बढ़ रही थी। करीब 2.30 बजे का वक्त था। जनरल बोगी में हम लोग बैठे थे। मेरा भाई प्रमोद यादव साथ था। बोगी में कुछ लोग बाते कर रहे थे, कुछ खा-पी रहे थे। अचानक एक झटका लगा, डिब्बे टेढ़े होने लगे। लोग एक-दूसरे पर गिर रहे थे। महिलाएं और बच्चे चीख रहे थे। हम लोगों को कुछ समझ नहीं आया। धाड़-धाड़ की आवाज सुनकर लगा कि हादसा हो चुका है। फिर कुछ देर तो सन्नाटा सा लगा। लोग डिब्बे से बाहर भाग रहे थे। हम लोगों ने बच्चों को बाहर निकालने में मदद की। बाहर निकलने के बाद हमने देखा कि पटरी के पास पानी भरा हुआ था। ऐसा लगा कि मिट्टी ढिली होने की वजह से पटरी से गाड़ी नीचे उतर गई। हमें गोरखपुर जाना था। हमें एंबुलेंस लेकर मनकापुर अस्पताल लेकर आई। यहां हमें इलाज मिला है। हमारा भाई प्रमोद को ज्यादा चोट लगी हैं। उसको हायर सेंटर भेजा है। हादसे के बाद इलेक्ट्रिक तार-पोल सब टूट गए
बिहार के अजय शाह ने बताया – गाड़ी बहुत धीमी रफ्तार से चल रही थी। टक-टक की आवाज के बाद गाड़ी पटरी से उतर गई। सब धूल-धूल हो गया। 5-6 बोगी पटरी से उतर गई। हल्ला हो गया। इलेक्ट्रिक तार टूटे थे। पोल टूटे हुए थे। लोग जान बचाकर भाग रहे थे। प्रशासन की मदद बहुत लेट पहुंची। गांव के लोग पहले पहुंचे थे। हमारी बोगी आधी पलटकर थम गई, बहुत से लोग पानी में गिरे
परमजीत सिंह A-1 बोगी में सवार थे। उन्होंने बताया – हमारी बोगी के आगे वाली सारे डिब्बे पलट गई। हमारी बोगी आधी पलटी, फिर वैसे ही थम गई। कुल कितने लोग घायल हैं? वह बताते हैं- घायल बहुत ज्यादा लोग हुए हैं। जब डिब्बा गिरा है, तो वहां पानी भरा हुआ था। कुछ लोग पानी में गिरे थे। उनका पता नहीं। हमारे आगे वाली बोगी के 1 लड़के का पैर कट गया था। मैंने खुद 10 से ज्यादा लोगों को गंभीर घायल देखा है। सांसद बोले- स्पेशल बस और ट्रेन से यात्रियों को भेजा जा रहा
BJP सांसद कीर्ति वर्धन ने कहा – हम अभी मौके से आ रहे हैं। जितनी सहायता हो सकती है, वो की जा रही है। जिले के सभी अधिकारी घटनास्थल पर हैं। अभी मैं घायलों से मिलने अस्पताल आया हूं। डॉक्टर, स्टाफ की पूरी व्यवस्था है। जो गंभीर घायल हैं, उन्हें हायर सेंटर इलाज के लिए भेजा गया है। 1 आदमी गंभीर रूप से घायल है। उसका पैर टूटा है। प्लास्टर हो गया है। एक स्पेशल ट्रेन अयोध्या से आ रही है। जो ट्रेन आगे जाना चाहते हैं, उन्हें भेजा जा रहा है। बसों की व्यवस्था भी की गई है। जो बचे हैं, उन्हें 1 नंबर प्लेटफार्म से रवाना किया जा रहा है। दिल्ली और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से हमारे पास मैसेज था। सबकी देखभाल की जा रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर