हरियाणा में मानसूनी हवाएं एक बार फिर जोर पकड़ रही हैं। हवाओं के सक्रिय होने से गुरुवार को 10 जिलों में बारिश देखने को मिली, जबकि उत्तर और दक्षिण हरियाणा में आज भी बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि हरियाणा में 5 दिन तक मानसून सक्रिय रहेगा और 21 और 22 को पूरे हरियाणा में भारी बारिश देखने को मिल सकती है। वहीं, मानसून के बीच लोग उमस और गर्मी से बेहाल हैं। हल्की बारिश के बाद धूप निकलने से उमस बढ़ गई है। सिरसा का अधिकतम तापमान 40.6 पहुंच गया जो कि हरियाणा में सबसे ज्यादा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले दिनों में बारिश के कारण तापमान में गिरावट भी आ सकती है। अंबाला, करनाल, महेंद्रगढ़, भिवानी, गुरुग्राम, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, सोनीपत आदि कई जिलों में बारिश दर्ज की गई है। कुरुक्षेत्र और यमुनानगर में सबसे ज्यादा 30 MM बारिश दर्ज की गई है। मानसून का कोटा अभी पूरा नहीं हुआ हरियाणा में मानसून का कोटा अभी पूरा नहीं हुआ है। जुलाई तक राज्य में 138 MM बारिश होती है, लेकिन अभी तक 90.3 MM ही हुई है, जो कि 35 फीसदी कम आंका गया है। हरियाणा के 17 जिलों में कम बारिश हुई है। इनमें से 11 जिलों में सामान्य से कम और 6 जिलों में सबसे कम बारिश हुई है। 3 जिलों में सामान्य से अधिक और 2 जिलों में सामान्य बारिश हुई है। हरियाणा में 5 दिन तक बारिश का येलो अलर्ट भारतीय मौसम विभाग ने अगले पांच दिन तक प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। अगले पांच दिन में उत्तर हरियाणा के हर जिले में बारिश हो सकती है। वहीं 21 और 22 जुलाई को पूरे प्रदेश में बारिश हो सकती है। फिलहाल कई जिलों में बारिश बहुत कम हुई है। मानसून में कम बारिश होने से लोग गर्मी से परेशान हैं। दिन में धूप निकलने से उमस ज्यादा है। गुरुवार को भी दिन में धूप निकलने से लोग उमस से परेशान रहे। दोपहर बाद मौसम में बदलाव होने से राहत मिली। हरियाणा में मानसूनी हवाएं एक बार फिर जोर पकड़ रही हैं। हवाओं के सक्रिय होने से गुरुवार को 10 जिलों में बारिश देखने को मिली, जबकि उत्तर और दक्षिण हरियाणा में आज भी बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि हरियाणा में 5 दिन तक मानसून सक्रिय रहेगा और 21 और 22 को पूरे हरियाणा में भारी बारिश देखने को मिल सकती है। वहीं, मानसून के बीच लोग उमस और गर्मी से बेहाल हैं। हल्की बारिश के बाद धूप निकलने से उमस बढ़ गई है। सिरसा का अधिकतम तापमान 40.6 पहुंच गया जो कि हरियाणा में सबसे ज्यादा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले दिनों में बारिश के कारण तापमान में गिरावट भी आ सकती है। अंबाला, करनाल, महेंद्रगढ़, भिवानी, गुरुग्राम, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, सोनीपत आदि कई जिलों में बारिश दर्ज की गई है। कुरुक्षेत्र और यमुनानगर में सबसे ज्यादा 30 MM बारिश दर्ज की गई है। मानसून का कोटा अभी पूरा नहीं हुआ हरियाणा में मानसून का कोटा अभी पूरा नहीं हुआ है। जुलाई तक राज्य में 138 MM बारिश होती है, लेकिन अभी तक 90.3 MM ही हुई है, जो कि 35 फीसदी कम आंका गया है। हरियाणा के 17 जिलों में कम बारिश हुई है। इनमें से 11 जिलों में सामान्य से कम और 6 जिलों में सबसे कम बारिश हुई है। 3 जिलों में सामान्य से अधिक और 2 जिलों में सामान्य बारिश हुई है। हरियाणा में 5 दिन तक बारिश का येलो अलर्ट भारतीय मौसम विभाग ने अगले पांच दिन तक प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। अगले पांच दिन में उत्तर हरियाणा के हर जिले में बारिश हो सकती है। वहीं 21 और 22 जुलाई को पूरे प्रदेश में बारिश हो सकती है। फिलहाल कई जिलों में बारिश बहुत कम हुई है। मानसून में कम बारिश होने से लोग गर्मी से परेशान हैं। दिन में धूप निकलने से उमस ज्यादा है। गुरुवार को भी दिन में धूप निकलने से लोग उमस से परेशान रहे। दोपहर बाद मौसम में बदलाव होने से राहत मिली। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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नीरज चोपड़ा को हराने वाले पाकिस्तानी अरशद नदीम की कहानी:गांव वालों ने पैसे इक्ट्ठा कर दिलवाया था पुराना भाला; आर्थिक तंगी ऐसी- ईंद पर खा पाते थे मीट
नीरज चोपड़ा को हराने वाले पाकिस्तानी अरशद नदीम की कहानी:गांव वालों ने पैसे इक्ट्ठा कर दिलवाया था पुराना भाला; आर्थिक तंगी ऐसी- ईंद पर खा पाते थे मीट पेरिस ओलिंपिक में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है। अरशद के लिए अभी तक का सफर आसान नहीं रहा है। उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है। इसके साथ-साथ गरीबी से भी जूझे हैं। पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक अरशद के पिता मजदूर हैं और उन्होंने गांव के लोगों से चंदा मांगकर अरशद की ट्रेनिंग करवाई है। पेरिस ओलिंपिक में अरशद की सीधी टक्कर भारत के नीरज चोपड़ा से थी। नीरज सिल्वर लेकर आए हैं। पाकिस्तान के अरशद ने ओलिंपिक में नायाब रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने 92.97 मीटर दूर भाला फेंका। इससे पहले नॉर्ने के एथलीट थोरकिल्डसेन एंड्रियास ने 2008 में बीजिंग ओलिंपिक में 90.57 मीटर का रिकॉर्ड बनाया था। अब नदीम ने इस रिकॉर्ड को तोड़कर इतिहास रच दिया। ये पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार रहा जब ओलिंपिक में किसी एथलीट ने व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। कौन हैं अरशद नदीम, जिन्होंने जीता पेरिस ओलिंपिक में गोल्ड मेडल
दरअसल, 27 साल के जेवलिन थ्रोअर अरशद नदीम पाकिस्तानी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने जेवलिन थ्रो इवेंट के फाइनल में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। अरशद के गोल्ड मेडल जीतने के बाद उनकी हर जगह तारीफ तो हो रही है, लेकिन उनके जिंदगी के असली संघर्ष की कहानी के बारे में लोगों को कुछ खास नहीं पता। अरशद नदीम के पिता मुहम्मद अशरफ मजदूर हैं। उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह घर का खर्चा और नदीम की ट्रेनिंग दोनों का खर्च उठा सकें। नदीम को पेरिस ओलिंपिक में भेजने के लिए उनके पूरे गांव ने मिलकर उनकी ट्रेनिंग के लिए पैसे इक्ठ्ठा किए। पुराने डैमेज भाले से किया अभ्यास उनके पिता ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया था कि लोगों को इसका अंदाजा भी नहीं कि अरशद यहां तक कैसे पहुंचा। कैसे उनके गांव वालों ने उनके करियर की शुरुआत में चंदा जुटाकर उन्हें अलग-अलग जगह ट्रेनिंग और ट्रेवल करने में मदद की। उन्होंने ये भी बताया कि आर्थिक तंगी के चलते अरशद को एक पुराने भाले से प्रैक्टिस करनी पड़ी। ये भाला खराब भी हो चुका था और उन्हें कई साल से इंटरनेशनल लेवल का नया भाला नहीं खरीद सके और पुराने डैमेज हो चुके भाले से ही अभ्यास करते रहे। अरशद नदीक का ऐसा रहा करियर
पाकिस्तान के अरशद नदीम ने टोक्यो 2020 ओलंपिक्स में पुरुषों के जैवलिन थ्रो इवेंट में 86.62 मीटर दूर भाला फेंककर के साथ पांचवां स्थान हासिल किया। इससे पहले नदीम का करियर बेस्ट थ्रो 90.18 मीटर था, जिसने उन्हें 90 मीटर का आंकड़ा पार करने वाले वह पहले एशियाई बने। साल 2015 में नदीम ने भाला फेंक इवेंट में हिस्सा लेना शुरू किया था और बेहद ही कम समय में उन्होंने अपनी छाप छोड़ दी। साल 2016 में उन्होंने गुवाहाटी में भारत में साउथ एशियन गेम्स में 78.33 मीटर की राष्ट्रीय रिकॉर्ड थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता। इसके बाद नदीम ने 2019 की वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप, दोहा, कतर में अपनी काबिलियत का लोहा मानवाया। एक स्कूल के बच्चे से लेकर आज ओलिंपिक चैंपियन बनने तक कि नदीम की कहानी ये साबित करती है कि मेहनत और समपर्ण से कोई कुछ भी हासिल कर सकता है।
इवेंट में जाने के भी नहीं होते थे पैसे
नदीम के पिता मुहम्मद अशरफ ने पाकिस्तानी मीडिया से बातचीत में बताया कि लोगों ने नदीम की ट्रेनिंग के लिए पैसे इकट्ठे किए। समुदाय का यह सहयोग नदीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण था, क्योंकि शुरुआती दिनों में उसके पास यात्रा और दूसरे शहरों में प्रशिक्षण के लिए जरूरी पैसे नहीं थे। हालात ऐसे की ब्रॉन्ज की भी नहीं थी आस पाकिस्तान के पंजाब के खानेवाल गांव में पले-बढ़े नदीम के परिवार को एक समय पर भारी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। उनके पिता मजदूरी करते थे, जो अपने सात बच्चों के बड़े परिवार का भरण-पोषण करने के लिए संघर्ष करते थे। उनके बड़े भाई शाहिद अजीम के अनुसार, वे साल में केवल एक बार ईद-उल-अज़हा के दौरान ही मीट खरीद पाते थे। नदीम ने पाकिस्तान को दिलाया तीसरा ओलिंपिक मेडल
नदीम ने 27 वर्ष की आयु में गुरुवार को पाकिस्तान के लिए पहला स्वर्ण पदक हासिल किया। यह उपलब्धि देश का तीसरा ओलिंपिक पदक है, इससे पहले उसने रोम 1960 में कुश्ती में और सियोल 1988 में मुक्केबाजी में पदक जीता था।
सात एथलीट में सिर्फ नदीम को मिली सफलता
पाकिस्तान ने पेरिस ओलिंपिक में सात एथलीट भेजे थे, लेकिन केवल नदीम ही अपने इवेंट में फाइनल के लिए क्वालिफाई कर पाए। फाइनल के लिए उनके क्वालिफाई करने पर उनके गांव में जश्न मनाया गया, जहां उनके परिवार और साथी ग्रामीणों ने गर्व और खुशी व्यक्त की। अरशद नदीम की कहानी सिर्फ पदक जीतने की नहीं है। यह दृढ़ता और सामुदायिक समर्थन की कहानी है। उनकी सफलता ने पाकिस्तान में एथलेटिक्स की ओर ध्यान आकर्षित किया है, जो कि मुख्य रूप से क्रिकेट पर केंद्रित देश है। किस हालात और विपरीत परिस्थिति में नदीम ने यह मुकाम हासिल किया।
खनन व्यापारी वेदपाल तंवर को ईडी ने किया गिरफ्तार:नोटिस का जवाब देने दिल्ली गए थे तंवर, ईडी ने उसी दौरान कार्रवाई की
खनन व्यापारी वेदपाल तंवर को ईडी ने किया गिरफ्तार:नोटिस का जवाब देने दिल्ली गए थे तंवर, ईडी ने उसी दौरान कार्रवाई की हिसार के रहने वाले भिवानी के बड़े खनन व्यापारी वेदपाल तंवर को इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया है। वेदपाल तंवर का भिवानी के डाडम में खनन का बड़ा कारोबार है। बताया जा रहा है कि वेदवाल तंवर ईडी के नोटिस का जवाब देने दिल्ली गए थे मगर ईडी ने उसी दौरान ही वेदपाल तंवर को गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दें कि करीब 9 पहले पहले 3 अगस्त 2023 को हिसार के सेक्टर 15 स्थित उसके आवास पर ईडी ने छापा मारा था। इस दौरान ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे। इन दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों की हेराफेरी का आरोप था।
इसके बाद ईडी ने नोटिस जारी कर कई बिंदुओं पर वेदपाल तंवर से जवाब मांगा था। मगर जवाब देने में वेदपाल तंवर न केवल देरी बल्कि ईडी की कार्रवाई में सहयोग भी नहीं किया था। यहां तक की वेदपाल तंवर की पत्नी ने भी ईडी टीम के सदस्यों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया और कई सवालों के जवाब देते बचते रहे थे। करीब 9 महीने पहले ईडी ने खंगाले थे दस्तावेज
हिसार में इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने करीब 9 महीने पहले व्यापारी वेदपाल तंवर और हांसी में कांग्रेस नेता सुरेंद्र मलिक के साथ अर्बन एस्टेट में रहने वाले एडवोकेट वजीर कोहाड़ के घर पर रेड की थी। ईडी ने दबे पांव इनके घर पुलिस सुरक्षा में पहुंची थी। वेदपाल तंवर उस समय घर पर नहीं थे। तंवर की पत्नी और बेटी घर पर ही थी। रेड के दौरान किसी को बाहर नहीं जाने दिया गया। तीनों के घरों पर ईडी ने कई घंटों तक दस्तावेज खंगाले थे और पूछताछ की थी। ये सभी भिवानी के खानक डाडम खनन कारोबार से जुड़े हैं। तीनों का इक्ट्ठा ही बिजनेस है। मिर्चपुर कांड के बाद सुर्खियों में आए थे तंवर
वेदपाल तंवर मूलत तोशाम के रहने वाले हैं और मिर्चपुर कांड में दलित नेताओं को अपने फार्म हाउस पर ठहराया था। तब वे काफी चर्चा में आए थे। वेदपाल तंवर, वजीर कोहाड़ और स्वर्गीय सुरेंद्र मलिक का परिवार किरण चौधरी के नजदीकी हैं। वेदपाल तंवर की हिसार सेक्टर 15 में आलीशान कोठी है। इसके अलावा उनका एक बड़ा फार्महाउस है जो उन्होंने मिर्चपुर विस्थापितों के रहने के लिए दे दिया था। वेदपाल तंवर की रेंज रोवर गाड़ी ले गई थी ईडी
ईडी की टीम वेदपाल के घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों के अलावा आंगन में खड़ी लग्जरी रेंज रोवर गाड़ी अपनी कस्टडी में लेकर दिल्ली चली गई थी। हालांकि तक परिवार वालों ने टीम को बताया था कि यह गाड़ी तंवर के दोस्त की है, लेकिन वे इससे संतुष्ट नहीं हुए। टीम ने तंवर के घर की दीवारों को मशीनों से चेक किया। इतना ही नहीं घर की पानी वाली टंकी और पड़ोसियों की छतों को भी चेक किया था। तंवर की बेटी मनीषा और पत्नी सुशीला ने बताया था कि अधिकारी अपने फोन से ही तंवर से बात करते थे। वे सारे बैंक खातों, पैन कार्ड, आधार कार्ड के नंबर ले गए। घर के मोबाइल, लैपटॉप चेक किए और गहनों के बिल भी मांगे। तंवर की भिवानी में छपार गांव में 200 किले पुश्तैनी जमीन और स्कूल भी है।
पटौदी में बस ने एक शख्स को कुचला, मौत:ड्यूटी कर कमरे में जा रहा था; बस चालक मौके से फरार
पटौदी में बस ने एक शख्स को कुचला, मौत:ड्यूटी कर कमरे में जा रहा था; बस चालक मौके से फरार पटौदी के बिलासपुर में एक शख्स को बस ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद चालक बस फरार हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया | मृतक के मौसी के लड़के चंदन ने बताया कि मृतक विनोद बिलासपुर में अमेजन कंपनी में काम करता था, वीरवार को रात 11 बजे विनोद ड्यूटी कर बिलासपुर-तावडू रोड पर स्थित अपने किराए के कमरे पर पैदल जा रहा था। तभी तावडू की तरफ आ रही एक तेज रफ्तार बस ने विनोद को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बता दे कि मृतक की पहचान उत्तराखंड के चंपावत जिले के निवासी के तौर पर हुई है। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है।