हरियाणा में करनाल के घरौंडा की एक कॉलोनी में रहने वाली एक विवाहिता अपने दो नाबालिग बच्चों के साथ संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई है। इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच चिंता और असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है। महिला के पति ने अपनी पत्नी व बच्चों की हर जगह तलाश की लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चल पाया। पति ने एक व्यक्ति पर उसकी पत्नी व बच्चों को भगा ले जाने का शक जताया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दोपहर को निकली घर से शिकायतकर्ता पति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि 19 जुलाई की दोपहर 1:35 पर उसकी पत्नी अपने दो नाबालिग बच्चों को लेकर घर से बाहर चली गई। इस दौरान उसने अपने पति या सास-ससुर को कोई जानकारी नहीं दी। शिकायतकर्ता ने बताया है कि उसकी मां और पिता घर पर ही मौजूद थे, लेकिन उनको कुछ भी नहीं बताया। घर वालों ने भी सोचा कि शायद वह आस पड़ोस में गई है। पति ने अपनी पत्नी और बच्चों की काफी तलाश की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पाया। पति का शक है कि उसकी पत्नी किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ मोटरसाईकिल पर गई है। मामला दर्ज, तलाश शुरू घरौंडा थाना के जांच अधिकारी रमेश ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया, “हमें एक शिकायत प्राप्त हुई है कि महिला अपने दो नाबालिग बच्चों के साथ गई है। पति ने किसी व्यक्ति पर शक जताया है कि वह उसकी पत्नी को लेकर गया है। शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। हरियाणा में करनाल के घरौंडा की एक कॉलोनी में रहने वाली एक विवाहिता अपने दो नाबालिग बच्चों के साथ संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई है। इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच चिंता और असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है। महिला के पति ने अपनी पत्नी व बच्चों की हर जगह तलाश की लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चल पाया। पति ने एक व्यक्ति पर उसकी पत्नी व बच्चों को भगा ले जाने का शक जताया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दोपहर को निकली घर से शिकायतकर्ता पति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि 19 जुलाई की दोपहर 1:35 पर उसकी पत्नी अपने दो नाबालिग बच्चों को लेकर घर से बाहर चली गई। इस दौरान उसने अपने पति या सास-ससुर को कोई जानकारी नहीं दी। शिकायतकर्ता ने बताया है कि उसकी मां और पिता घर पर ही मौजूद थे, लेकिन उनको कुछ भी नहीं बताया। घर वालों ने भी सोचा कि शायद वह आस पड़ोस में गई है। पति ने अपनी पत्नी और बच्चों की काफी तलाश की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पाया। पति का शक है कि उसकी पत्नी किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ मोटरसाईकिल पर गई है। मामला दर्ज, तलाश शुरू घरौंडा थाना के जांच अधिकारी रमेश ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया, “हमें एक शिकायत प्राप्त हुई है कि महिला अपने दो नाबालिग बच्चों के साथ गई है। पति ने किसी व्यक्ति पर शक जताया है कि वह उसकी पत्नी को लेकर गया है। शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट बोलीं- भारतीय दल ने कोई मदद नहीं की:पेरिस ओलिंपिक में कानूनी विकल्प नहीं बताए; BJP ने मेरा मेडल देश का नहीं समझा
विनेश फोगाट बोलीं- भारतीय दल ने कोई मदद नहीं की:पेरिस ओलिंपिक में कानूनी विकल्प नहीं बताए; BJP ने मेरा मेडल देश का नहीं समझा हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ने पहली बार पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम बढ़े वजन से मेडल से चूकने के बारे में बात की। विनेश ने दावा किया कि मेडल को लेकर उनके पास कानूनी विकल्प था, यह उन्हें भारतीय डेलिगेशन नहीं, बल्कि एक दोस्त ने बताया था। विनेश ने यह भी कहा कि BJP वालों ने ओलिंपिक मेडल को मेरा मेडल समझा। मेरी कोई मदद नहीं की गई। विनेश 6 सितंबर को ही कांग्रेस में शामिल हुई हैं। कांग्रेस ने उन्हें जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। विनेश फोगाट भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों से जुड़े आंदोलन की अगुआई करने वालों में शामिल थीं। विनेश फोगाट ने बजरंग पूनिया के साथ 6 सितंबर को कांग्रेस जॉइन की। इससे पहले दोनों पहलवानों ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी। विनेश बोलीं- भाजपा वाले ईगो पर बात ले गए, 4 सवालों के जवाब सवाल: पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन बढ़ा हुआ मिला तो आपके पास कानूनी विकल्प थे, ये किसने बताया?
विनेश: जब हम प्रोटेस्ट में थे तो एक फ्रेंड थी जो इंटरनेशनल स्पोर्ट्स में है। उन्होंने मुझे अप्रोच किया कि ऐसी चीजें हैं। सवाल: भारतीय प्रतिनिधिमंडल में जो लोग थे, उन्होंने कोई आपकी मदद नहीं की?
विनेश: नहीं, वह सब बाद में आए। केस मैंने किया। इनके वकील बाद में आए। सवाल: आपको कुछ विदेशी खिलाड़ियों ने बताया कि सही तरीके से लड़ाई लड़ी जाती तो मेडल आपका होता।
विनेश: यह सच है। दुर्भाग्य देश का है। ये इतनी ईगो पर बात ले गए कि वह मेडल मेरा था। वह मेरा नहीं, देश का मेडल था। देश चाहता तो ला सकता था। वह कौन नहीं लेकर आए, सबको पता है। सवाल: विनेश का कैसे, वह मेडल तो भारत का था?
विनेश: BJP वाले तो सोच रहे हैं कि विनेश का था। तभी इन्होंने मुझसे बदला लेने के लिए इतना कुछ किया। मुझे कोई मदद नहीं मिली। मेरे चुनाव लड़ने का फैसला कांग्रेस का- विनेश
कांग्रेस में शामिल होकर चुनाव लड़ने के बारे में विनेश फोगाट ने कहा कि बजरंग पूनिया के साथ चुनाव लड़ने को लेकर कोई बात नहीं हुई थी। हमने यह कांग्रेस पार्टी पर छोड़ा था और उन्होंने फैसला कर दिया। बजरंग को जो ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया गया है, वह भी हमारे दिल के करीब है। मुझे लगता है कि बजरंग के पास मुझसे ज्यादा जिम्मेदारी है।कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता बृजभूषण सिंह। बृजभूषण को थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा
पूर्व कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण के छेड़छाड़ पर थप्पड़ क्यों नहीं मारने के सवाल पर विनेश ने कहा कि वही हमारी गलती रह गई। भगवान ने पहले इतनी हिम्मत नहीं दी थी, वर्ना बहुत सारी बच्चियां बच जातीं। थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा। वह अभी क्यों डर रहा है। इतना क्यों बौखला रहा है। बृजभूषण के एक दिन में डबल ट्रायल के आरोपों पर विनेश ने कहा कि यह सब नियमों के तहत हुआ। अगर मैं इतनी शक्तिशाली होती तो बृजभूषण को जेल के अंदर नहीं डाल देती। विनेश फोगाट मामले में क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. पेरिस ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में 6 अगस्त को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
7 अगस्त की सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने 8 अगस्त को कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”। 6. खेल कोर्ट ने याचिका खारिज की
विनेश फोगाट की याचिका पर खेल कोर्ट में सुनवाई चली। हालांकि पेरिस ओलिंपिक के बाद इसका फैसला आया, जिसमें उनकी याचिका खारिज कर दी गई। जिसके बाद विनेश बिना मेडल के ही देश वापस लौटी। यहां दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर पैतृक गांव बलाली तक उनका काफिले के तौर पर स्वागत किया गया। ये खबर भी पढ़ें… बजरंग पूनिया को जान से मारने की धमकी:विदेशी नंबर से वॉट्सऐप मैसेज आया, लिखा- कांग्रेस छोड़ दो, वर्ना परिवार के लिए अच्छा नहीं होगा हरियाणा के रेसलर बजरंग पूनिया को कांग्रेस में शामिल होने के 2 दिन बाद जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी उन्हें वॉट्सऐप मैसेज के जरिए मिली है। वॉट्सऐप पर उन्हें विदेशी नंबर से मैसेज आया है, जिसमें जान से मारने की धमकी दी गई है। कांग्रेस ने बजरंग पूनिया को ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया है। पूरी खबर पढ़ें…
फरीदाबाद में बीके अस्पताल में फर्श पर गिरा शव:परिजनों को दिया 3 पहियों का टूटा स्ट्रैचर; स्टाफ पर भड़के, करंट से हुई मौत
फरीदाबाद में बीके अस्पताल में फर्श पर गिरा शव:परिजनों को दिया 3 पहियों का टूटा स्ट्रैचर; स्टाफ पर भड़के, करंट से हुई मौत हरियाणा के फरीदाबाद में बादशाह खान सिविल अस्पताल में अव्यवस्था खत्म नहीं हो रही। शुक्रवार शाम को यहां एक व्यक्ति के शव को ले जाने के लिए अस्पताल स्टाफ ने टूटा हुआ स्ट्रैचर दे दिया। कुछ देर बाद ही शव इससे जमीन पर जा गिरा। इस घटना के बाद परिजन गुस्सा उठे। अस्पताल में आने वाले लोगों का कहना है कि इस तरह की अव्यवस्थाएं यहां आम बात हैं। अधिकारी इनको लेकर कोई कदम नहीं उठा रहे। जानकारी के अनुसार नवादा गांव का रहने वाला 29 जितेंद्र कुमार शुक्रवार शाम को अपने पड़ोस में विनोद के घर पर वॉशिंग मशीन ठीक करने के लिए गया था। चचेरे भाई राहुल ने बताया कि जितेंद्र को मशीन ठीक करते समय बिजली का करंट लगा। वे उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जब वे जितेंद्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए बीके अस्पताल की मोर्चरी में ले जाने लगे तो उनको टूटा हुआ स्ट्रैचर दिया गया। राहुल ने बताया कि स्ट्रैचर में केवल तीन पहिए थे, उसका एक पहिया गायब था। इसके चलते जब स्ट्रैचर को धक्का मारा गया तो जितेंद्र का शव धड़ाम से फर्श पर जा गिरा। इसके चलते जितेंद्र के परिजनों का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने अस्पताल स्टाफ की इस लापरवाही पर उन्हें काफी खरी खोटी सुनाई। जैसे तैसे परिजनों को समझा बुझा कर शांत किया गया। इसके बाद वह इमरजेंसी वार्ड के बाहर रखे दूसरे स्ट्रैचर को लेने गए। वहां पर केवल एक ही स्ट्रैचर रखा हुआ था और वह भी टूटा हुआ था। उसके भी तीन ही पहिए थे। उन्होंने हालात को देखते हुए शव को बड़ी मुश्किल से मोर्चरी तक पहुंचाया। बीके अस्पताल के पीएमओ दारा सिंह राठी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वे इसकी जांच कराएंगे। इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
कैथल सड़क हादसे में होमगार्ड की मौत:सिविल लाइन थाना में थी ड्यूटी, अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, अस्पताल में तोड़ा दम
कैथल सड़क हादसे में होमगार्ड की मौत:सिविल लाइन थाना में थी ड्यूटी, अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, अस्पताल में तोड़ा दम हरियाणा के कैथल जिले में आज सुबह सड़क हादसे में पुलिस के एक होमगार्ड जवान की सड़क हादसे में मौत हो गई। मृतक की पहचान 41 वर्षीय मोहन सिंह निवासी फरल के रूप में हुई है, जो सिविल लाइन थाने में तैनात था। बाइक से जा रहा था डयूटी परिजनों ने बताया कि सुबह बाइक से अपनी ड्यूटी पर जा रहा था, परिजनों ने बताया कि मोहन सुबह घर से अपनी ड्यूटी के लिए निकला था, जब वह गांव खनोदा के पास पहुंचा, तो किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी, जिसके बाद वह मोटरसाइकिल से सड़क पर गिर गया और उसे गंभीर चोटें आई। सिर और सीने पर आई काफी चोटे जानकारी देते हुए बताया कि मोहन सिंह जब सुबह शहर की तरफ जा रहा था, तभी गांव खनोदा की तरफ से तेज गति से आ रहे एक अज्ञात कार ने उसे टक्कर मार दी। हादसे में उसके सिर और सीने में काफी गंभीर चोटे आई, तभी लोगों ने उसके परिजनों को इसके बारे में सूचना दी। जिसके बाद इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां पर उसने अपना दम तोड़ दिया। मामले के बारे में जानकारी देते हुए पुंडरी थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस फिलहाल मामले की जांच की जा रही है, जल्द ही कार चालक का पता लगा आगामी कार्रवाई की जाएगी।