हरियाणा के नूंह में मोबाइल इंटरनेट बंद:बल्क SMS-डोंगल पर भी रोक; कल बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा, पिछली बार हिंसा हुई थी

हरियाणा के नूंह में मोबाइल इंटरनेट बंद:बल्क SMS-डोंगल पर भी रोक; कल बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा, पिछली बार हिंसा हुई थी

हरियाणा के नूंह में कल सोमवार को जलाभिषेक यात्रा को देखते हुए 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। पिछली बार नूंह में हुई हिंसा को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। यहां इंटरनेट 22 जुलाई की शाम 6 बजे से 23 जुलाई की शाम 6 बजे तक बंद रहेगा। इसके अलावा बल्क SMS भेजने पर भी पाबंदी रहेगी। इस दौरान डोंगल इंटरनेट भी नहीं चलेगा। राज्य गृह विभाग के मुताबिक नूंह हिंसा को लेकर वाट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर जैसे अन्य सोशल मीडिया माध्यमों से अफवाह फैलाई जा सकती है। भीड़ इकट्‌ठा की जा सकती है। जिससे हिंसा हो सकती है। सरकार के आदेश में बैंकिंग और रिचार्ज SMS को छूट दी गई है। इस दौरान लीजलाइन का इंटरनेट और कॉलिंग चलती रहेगी। 2 गुटों में हुए टकराव के बाद भड़की हिंसा
नूंह में बृजमंडल यात्रा के दौरान पिछले साल दंगा भड़क गया था। इस दौरान 2 गुटों में हुए टकराव के बाद 3 दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को आग लगा दी गई। पुलिस पर भी पथराव किया गया। गुरुग्राम पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर कला रामचंद्रन के अनुसार, हिंसा में 2 होमगार्ड जवानों की मौत हो गई जबकि 10 पुलिसवाले घायल हुए। कहा जा रहा है कि एक होमगार्ड जवान की मौत भीड़ की तरफ से चली गोली लगने से हुई। हिंसा में कई लोग और पुलिसवाले घायल हो गए। उपद्रवियों ने नूंह के साइबर थाना पर भी हमला कर दिया। उपद्रवियों ने पथराव किया और बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। हंगामे को देख पुलिसकर्मियों को जान बचाकर भागना पड़ा। मेवात के कस्बे नगीना और फिरोजपुर-झिरका में भी कई जगह आगजनी की गई। इससे पहले उपद्रवियों ने स्कूल बस में भी तोड़फोड़ की थी। बस को उपद्रवी लूट ले गए और थाने को तोड़ने के लिए उसकी दीवार में टक्कर मार दी। मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई
नूंह में भड़की हिंसा की चिंगारी मंदिरों तक भी पहुंची। उपद्रवियों ने कई जगह मंदिरों में तोड़फोड़ करने के अलावा आगजनी की कोशिश की। नूंह सिटी में पलड़ी रोड श्मशान घाट के पास काली माता मंदिर में उपद्रवियों ने खूब तोड़फोड़ की। भीड़ इतनी बेकाबू थी कि उसने मंदिर के आसपास के घरों पर भी जमकर पत्थर बरसाए ताकि वहां से कोई बाहर न निकल सके। 4 लोगों के नाम सामने आए
इस हिंसा में गौसेवक बिट्टू बजरंगी के अलावा 3 और नाम सामने आए थे। मोनू मानेसर, अशोक बाबा और फिरोजपुर झिरका सीट से कांग्रेस विधायक मामन खान। इन दंगों में 7 लोगों की मौत हुई थी। 61 FIR हुईं, करीब 450 लोग गिरफ्तार किए गए। 17 लोगों को छोड़कर बाकी सभी को जमानत मिल गई। हालांकि, मोनू मानेसर नासिर-जुनैद हत्याकांड में अब भी जेल में है। इंटरनेट बंद करने का आदेश… हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं… हरियाणा के नूंह में कल सोमवार को जलाभिषेक यात्रा को देखते हुए 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। पिछली बार नूंह में हुई हिंसा को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। यहां इंटरनेट 22 जुलाई की शाम 6 बजे से 23 जुलाई की शाम 6 बजे तक बंद रहेगा। इसके अलावा बल्क SMS भेजने पर भी पाबंदी रहेगी। इस दौरान डोंगल इंटरनेट भी नहीं चलेगा। राज्य गृह विभाग के मुताबिक नूंह हिंसा को लेकर वाट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर जैसे अन्य सोशल मीडिया माध्यमों से अफवाह फैलाई जा सकती है। भीड़ इकट्‌ठा की जा सकती है। जिससे हिंसा हो सकती है। सरकार के आदेश में बैंकिंग और रिचार्ज SMS को छूट दी गई है। इस दौरान लीजलाइन का इंटरनेट और कॉलिंग चलती रहेगी। 2 गुटों में हुए टकराव के बाद भड़की हिंसा
नूंह में बृजमंडल यात्रा के दौरान पिछले साल दंगा भड़क गया था। इस दौरान 2 गुटों में हुए टकराव के बाद 3 दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को आग लगा दी गई। पुलिस पर भी पथराव किया गया। गुरुग्राम पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर कला रामचंद्रन के अनुसार, हिंसा में 2 होमगार्ड जवानों की मौत हो गई जबकि 10 पुलिसवाले घायल हुए। कहा जा रहा है कि एक होमगार्ड जवान की मौत भीड़ की तरफ से चली गोली लगने से हुई। हिंसा में कई लोग और पुलिसवाले घायल हो गए। उपद्रवियों ने नूंह के साइबर थाना पर भी हमला कर दिया। उपद्रवियों ने पथराव किया और बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। हंगामे को देख पुलिसकर्मियों को जान बचाकर भागना पड़ा। मेवात के कस्बे नगीना और फिरोजपुर-झिरका में भी कई जगह आगजनी की गई। इससे पहले उपद्रवियों ने स्कूल बस में भी तोड़फोड़ की थी। बस को उपद्रवी लूट ले गए और थाने को तोड़ने के लिए उसकी दीवार में टक्कर मार दी। मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई
नूंह में भड़की हिंसा की चिंगारी मंदिरों तक भी पहुंची। उपद्रवियों ने कई जगह मंदिरों में तोड़फोड़ करने के अलावा आगजनी की कोशिश की। नूंह सिटी में पलड़ी रोड श्मशान घाट के पास काली माता मंदिर में उपद्रवियों ने खूब तोड़फोड़ की। भीड़ इतनी बेकाबू थी कि उसने मंदिर के आसपास के घरों पर भी जमकर पत्थर बरसाए ताकि वहां से कोई बाहर न निकल सके। 4 लोगों के नाम सामने आए
इस हिंसा में गौसेवक बिट्टू बजरंगी के अलावा 3 और नाम सामने आए थे। मोनू मानेसर, अशोक बाबा और फिरोजपुर झिरका सीट से कांग्रेस विधायक मामन खान। इन दंगों में 7 लोगों की मौत हुई थी। 61 FIR हुईं, करीब 450 लोग गिरफ्तार किए गए। 17 लोगों को छोड़कर बाकी सभी को जमानत मिल गई। हालांकि, मोनू मानेसर नासिर-जुनैद हत्याकांड में अब भी जेल में है। इंटरनेट बंद करने का आदेश… हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…   हरियाणा | दैनिक भास्कर