रोहित के पिता बोले- अब किसी से उम्मीद नहीं:कहा-कोतवाली के सामने बेटे की हत्या हो गई, पुलिस एक आरोपी भी पकड़ नहीं सकी

रोहित के पिता बोले- अब किसी से उम्मीद नहीं:कहा-कोतवाली के सामने बेटे की हत्या हो गई, पुलिस एक आरोपी भी पकड़ नहीं सकी

पुलिस की लापरवाही से मेरे बेटे की हत्या हो गई। अब किससे कहूं, मेरे पास कहने को कुछ बचा नहीं है। एक ही बेटा था, जिस पर मेरी जिंदगी टिकी थी। बुढ़ापे का सहारा हत्यारों ने छीन लिया। कहता था पापा चिंता मत करिए, सब ठीक हो जायेगा। यह कहना है बलिया के बांसडीह में कोतवाली के सामने मारे गए रोहित के पिता दीप नारायण पांडेय का। इकलौते बेटे की हत्या के गम में गुमसुम बैठे दीप नारायण यह बताते हुए रुआंसे हो जाते हैं। पहले जान लेते हैं पूरा मामला बलिया में कोतवाली के सामने एक रोहित नाम के युवक की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। युवक पर हमला होते देख उसका दोस्त भागकर कोतवाली के भीतर पहुंचा। पुलिस वालों से कहा- वो गुंडे मेरे दोस्त को मार डालेंगे, बचा लीजिए। आरोप है कि कोई पुलिसकर्मी तुरंत हरकत में नहीं आया तो वह फिर बाहर दौड़ा आया। लेकिन, बदमाशों ने उस पर भी हमला कर दिया। भीड़ दौड़ी तो बदमाश फरार हो गए। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लहूलुहान युवक को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का दोस्त भी घायल है। वारदात बांसडीह कोतवाली के सामने हुई थी। मामले में एसपी देव रंजन वर्मा ने शनिवार को ही दो सिपाहियों को दोषी पाने पर सस्पेंड कर दिया था। पिता बोले- पुलिस अबतक एक भी आरोपी को पकड़ नहीं सकी रोहित के पिता दीप नारायण ने कहा -पुलिस की कार्य प्रणाली से हम संतुष्ट नहीं हैं। घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी भी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। योगी जी हमारे पुत्र के हत्यारों को न केवल गिरफ्तार करायें बल्कि कठोर सजा दें। मोहल्ले में युवाओं में चर्चा है कि अब कोई सुरक्षित नहीं रहेगा। आम जन को सुरक्षा देने वाला पुलिस विभाग ही कटघरे में आ खड़ा है। लोग कहते रहे कि अगर होमगार्ड एक आवाज दे देता तब भी रोहित की जान बच जाती। उक्त घटना में लगातार पुलिस की किरकिरी हो रही है। आजमगढ़ से बलिया पहुंचे डीआईजी वैभव कृष्ण शनिवार को रोहित हत्या कांड को लेकर आजमगढ़ से डीआईजी वैभव कृष्ण बलिया पहुंचे। खुद मामले की जांच में जुटे हैं। 24 घंटा से अधिक समय बीत जाने के बाद पुलिस खाली हाथ है। जबकि कुछ को हिरासत में लेते हुए पुलिस पूछताछ कर रही है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि डीआईजी वैभव कृष्ण की मॉनिटरिंग कहीं न कहीं आरोपियों को पकड़ने में जल्द ही सफलता हासिल करेगी। एसपी ने बताया कि घटना के संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना करने वाले युवकों की पहचान उजागर हो चुकी है। इनकी गिरफ्तारी के लिये तत्काल सीओ बांसडीह के नेतृत्व में टीम बनाकर गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहें हैं। मामले में दोषी पाये जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की रूपरेखा बनाई जा रही है। ये खबर भी पढ़ें बलिया में कोतवाली के सामने युवक की कुल्हाड़ी से हत्या:दोस्त बोला- पुलिसवालों के सामने गिड़गिड़ाता रहा, कोई बचाने नहीं आया बलिया में कोतवाली के सामने एक युवक की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। युवक पर हमला होते देख उसका दोस्त भागकर कोतवाली के भीतर पहुंचा। पुलिसवालों से कहा- वो गुंडे मेरे दोस्त को मार डालेंगे, बचा लीजिए। आरोप है कि कोई पुलिसकर्मी तुरंत हरकत में नहीं आया तो वह फिर बाहर दौड़ा आया। लेकिन, बदमाशों ने उस पर भी हमला कर दिया। भीड़ दौड़ी तो बदमाश फरार हो गए। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लहूलुहान युवक को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का दोस्त भी घायल है। मामला बांसडीह कोतवाली के सामने का है। पूरी खबर पढ़ें पुलिस की लापरवाही से मेरे बेटे की हत्या हो गई। अब किससे कहूं, मेरे पास कहने को कुछ बचा नहीं है। एक ही बेटा था, जिस पर मेरी जिंदगी टिकी थी। बुढ़ापे का सहारा हत्यारों ने छीन लिया। कहता था पापा चिंता मत करिए, सब ठीक हो जायेगा। यह कहना है बलिया के बांसडीह में कोतवाली के सामने मारे गए रोहित के पिता दीप नारायण पांडेय का। इकलौते बेटे की हत्या के गम में गुमसुम बैठे दीप नारायण यह बताते हुए रुआंसे हो जाते हैं। पहले जान लेते हैं पूरा मामला बलिया में कोतवाली के सामने एक रोहित नाम के युवक की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। युवक पर हमला होते देख उसका दोस्त भागकर कोतवाली के भीतर पहुंचा। पुलिस वालों से कहा- वो गुंडे मेरे दोस्त को मार डालेंगे, बचा लीजिए। आरोप है कि कोई पुलिसकर्मी तुरंत हरकत में नहीं आया तो वह फिर बाहर दौड़ा आया। लेकिन, बदमाशों ने उस पर भी हमला कर दिया। भीड़ दौड़ी तो बदमाश फरार हो गए। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लहूलुहान युवक को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का दोस्त भी घायल है। वारदात बांसडीह कोतवाली के सामने हुई थी। मामले में एसपी देव रंजन वर्मा ने शनिवार को ही दो सिपाहियों को दोषी पाने पर सस्पेंड कर दिया था। पिता बोले- पुलिस अबतक एक भी आरोपी को पकड़ नहीं सकी रोहित के पिता दीप नारायण ने कहा -पुलिस की कार्य प्रणाली से हम संतुष्ट नहीं हैं। घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी भी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। योगी जी हमारे पुत्र के हत्यारों को न केवल गिरफ्तार करायें बल्कि कठोर सजा दें। मोहल्ले में युवाओं में चर्चा है कि अब कोई सुरक्षित नहीं रहेगा। आम जन को सुरक्षा देने वाला पुलिस विभाग ही कटघरे में आ खड़ा है। लोग कहते रहे कि अगर होमगार्ड एक आवाज दे देता तब भी रोहित की जान बच जाती। उक्त घटना में लगातार पुलिस की किरकिरी हो रही है। आजमगढ़ से बलिया पहुंचे डीआईजी वैभव कृष्ण शनिवार को रोहित हत्या कांड को लेकर आजमगढ़ से डीआईजी वैभव कृष्ण बलिया पहुंचे। खुद मामले की जांच में जुटे हैं। 24 घंटा से अधिक समय बीत जाने के बाद पुलिस खाली हाथ है। जबकि कुछ को हिरासत में लेते हुए पुलिस पूछताछ कर रही है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि डीआईजी वैभव कृष्ण की मॉनिटरिंग कहीं न कहीं आरोपियों को पकड़ने में जल्द ही सफलता हासिल करेगी। एसपी ने बताया कि घटना के संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना करने वाले युवकों की पहचान उजागर हो चुकी है। इनकी गिरफ्तारी के लिये तत्काल सीओ बांसडीह के नेतृत्व में टीम बनाकर गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहें हैं। मामले में दोषी पाये जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की रूपरेखा बनाई जा रही है। ये खबर भी पढ़ें बलिया में कोतवाली के सामने युवक की कुल्हाड़ी से हत्या:दोस्त बोला- पुलिसवालों के सामने गिड़गिड़ाता रहा, कोई बचाने नहीं आया बलिया में कोतवाली के सामने एक युवक की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। युवक पर हमला होते देख उसका दोस्त भागकर कोतवाली के भीतर पहुंचा। पुलिसवालों से कहा- वो गुंडे मेरे दोस्त को मार डालेंगे, बचा लीजिए। आरोप है कि कोई पुलिसकर्मी तुरंत हरकत में नहीं आया तो वह फिर बाहर दौड़ा आया। लेकिन, बदमाशों ने उस पर भी हमला कर दिया। भीड़ दौड़ी तो बदमाश फरार हो गए। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लहूलुहान युवक को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का दोस्त भी घायल है। मामला बांसडीह कोतवाली के सामने का है। पूरी खबर पढ़ें   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर