जालंधर| दिल्ली पब्लिक स्कूल में साइबर सुरक्षित कार्यशाला करवाई गई। इसमें साइबर बुलिंग से बचने और सुरक्षित ऑनलाइन वातावरण को बढ़ावा देने के बारे में बताया गया। कार्यशाला में मौजूद इंटरनेशनल साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञ, साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेटर एवं सीआईडी हरियाणा पुलिस के सलाहकार डॉ. रक्षित टंडन ने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के फायदे और नुकसान बताते हुए कहा कि उन्हें सोशल मीडिया का प्रयोग अपनी आयु के अनुसार और सीमित समय के लिए करना चाहिए। किसी अनजान लिंक पर क्लिक करना चाहिए। इस दौरान प्रधानाचार्या ऋतु कौल तथा वसुधा ठाकुर भी मौजूद रहीं। जालंधर| दिल्ली पब्लिक स्कूल में साइबर सुरक्षित कार्यशाला करवाई गई। इसमें साइबर बुलिंग से बचने और सुरक्षित ऑनलाइन वातावरण को बढ़ावा देने के बारे में बताया गया। कार्यशाला में मौजूद इंटरनेशनल साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञ, साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेटर एवं सीआईडी हरियाणा पुलिस के सलाहकार डॉ. रक्षित टंडन ने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के फायदे और नुकसान बताते हुए कहा कि उन्हें सोशल मीडिया का प्रयोग अपनी आयु के अनुसार और सीमित समय के लिए करना चाहिए। किसी अनजान लिंक पर क्लिक करना चाहिए। इस दौरान प्रधानाचार्या ऋतु कौल तथा वसुधा ठाकुर भी मौजूद रहीं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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मोहाली आईटी सिटी-कुराली रोड की विजिलेंस जांच:लैंड एक्वायर की नोटिफिकेशन के बाद भी हुई बिक्री, फर्जी बगीचे लगाए, दोषियों पर होगी FIR पंजाब समेत कई राज्यों के लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए मोहाली आईटी सिटी से कुराली तक बनाई जा रही सड़क की विजिलेंस जांच शुरू हो गई है। आरोप है कि भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनाई जा रही सड़क को लेकर जमीन अधिग्रहण करने के लिए धारा 3-डी की अधिसूचना जारी होने के बाद भी जमीन बेची गई है। यहां तक कि जमीनों की रजिस्ट्री भी कर दी गई है। शिकायतकर्ता ने इस मामले में अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। विजिलेंस ने बयान दर्ज कर लिए हैं। वहीं, अब विजिलेंस हर तथ्य की गंभीरता से जांच कर रही है। अगर विजिलेंस को इसमें कोई खामी मिली तो आने वाले दिनों में केस दर्ज किया जाएगा। फरवरी में जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना इस संबंध में किसान रणवीर सिंह ने विजिलेंस को शिकायत दी थी। उन्होंने बताया था कि 32 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जा रही है। केंद्र सरकार ने फरवरी 2021 में जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी की थी। इस दौरान उन्हें पता चला कि कुछ प्रभावशाली लोगों ने जमीन की खरीद-फरोख्त कर ली है। जबकि धारा-3डी की अधिसूचना के बाद जमीन नहीं बेची जा सकती। उन्होंने विजिलेंस को कुछ रजिस्ट्रियों की प्रतियां भी सौंपी हैं। धोखाधड़ी से लगाए बाग शिकायतकर्ता ने बताया कि जो लोग जमीन की खरीद-फरोख्त में शामिल हैं, उन्होंने नोटिफिकेशन के बाद उन जमीनों पर बाग भी लगा दिए हैं। ताकि बागों के बहाने सरकार से मोटी रकम वसूली जा सके। उन्होंने बताया कि इससे संबंधित फोटो भी विजिलेंस को सौंपे गए हैं। याद रहे कि इससे पहले मोहाली में भी सरकारी प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण करने के मामले में धोखाधड़ी से अमरूद के बाग लगाने का मामला सामने आया था।
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पंजाब में SGPC चुनाव पर बीबी जागीर कौर का तंज:बोलीं- राजनीतिक लोगों ने संस्था को खतरे में डाला; SGPC कंपनी की तरह, जिसके बॉस सुखबीर बादल देश की सबसे बड़ी क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल के बागी गुट ने वरिष्ठ नेता बीबी जागीर कौर को एसजीपीसी चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है। आज जालंधर में बीबी जागीर कौर ने एसजीपीसी चुनाव से जुड़ी चुनाव प्रक्रिया और अन्य मुद्दों पर चर्चा की और शिरोमणि अकाली दल पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने एसजीपीसी को सही तरीके से चलाने की बात कही। आज एसजीपीसी को बचाने के लिए बदलाव की जरूरत है। एसजीपीसी एक कंपनी बन गई है, जिसके मालिक सुखबीर सिंह बादल हैं। आज एसजीपीसी को एक कंपनी की तरह चलाया जा रहा है। शिरोमणि अकाली दल की हत्या कर दी गई है। पंथक सरकार के दौरान बेअदबियां हुई बागी गुट की नेत्री बीबी जागीर कौर ने कहा- श्री अकाल तख्त साहिब और एसजीपीसी को किसी सियासी लोगों द्वारा खतरे में डाला गया है। मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे एसजीपीसी जैसी संस्थान के प्रधान के उम्मीदवार के तौर पर चुनी गई हूं। सिख लोगों की बहुत दिनों से मंशा थी कि एसजीपीसी में कुछ बदलाव हो। पंजाब में पंथक सरकार हमारी रही है। मगर पंथक सरकार होने के बाद भी बेअदबी जैसी घटनाओं के चलते सिख संगत ने पंथक पार्टी से ही मुंह मोड़ लिया। बीबी बोलीं- श्री अकाल तख्त साहिब को किया जा रहा चैलेंज 2015 में जब डेरा मुखी राम रहीम को माफ किया गया। ये सिर्फ राजनीति की वजह से किया गया। ऐसी कई कार्रवाई हुई हैं, जिससे सिख समाज में काफी रोष है। आज मुझे बहुत दुख है कि श्री अकाल तख्त साहिब में आज चैलेंज किया जा रहा है। सुखबीर बादल तनखैया करार हुए हैं। मगर एसजीपीसी के उम्मीदवार उक्त तनखैया द्वारा ऐलान किया गया है, जोकि श्री अकाल तख्त साहिब दोषी हैं। ऐसा कर संस्था के चुनावों का उल्लंघन किया गया। सेंटर के मंत्रियों को खुश करने के लिए तब पंथक सरकार द्वारा ये फैसले लिए गए। इन सभी बातों को लेकर हमने पार्टी से मुंह मोड़ा। तखैया करार होने के बाद भी शिअद प्रधान की शमूलियत के बिना कोई भी फैसला नहीं लिया जा रहा है।
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