जालंधर |श्री गुरु रामदास गुरमत संगीत अकेडमी न्यू अवतार नगर में गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम संगीत आचार्य पंडित ओमप्रकाश थापर को समर्पित था। अकेडमी के उस्ताद राजबिंदर सिंह और प्रोफेसर हरजोत सिंह से सभी शिष्यों ने आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की शुरुआत सुरिंदर सिंह द्वारा शबद गायन से की गई। इस मौके पर अमृत, जशनदीप सिंह, डीआर अमनदीप आदि मौजूद रहे। जालंधर |श्री गुरु रामदास गुरमत संगीत अकेडमी न्यू अवतार नगर में गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम संगीत आचार्य पंडित ओमप्रकाश थापर को समर्पित था। अकेडमी के उस्ताद राजबिंदर सिंह और प्रोफेसर हरजोत सिंह से सभी शिष्यों ने आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की शुरुआत सुरिंदर सिंह द्वारा शबद गायन से की गई। इस मौके पर अमृत, जशनदीप सिंह, डीआर अमनदीप आदि मौजूद रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब के डिप्टी डायरेक्टर ओलख लेंगे प्री मेच्योर रिटायरमेंट:फेसबुक पर लिखा- जिन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की, वह हाथ धोकर पीछे पड़े
पंजाब के डिप्टी डायरेक्टर ओलख लेंगे प्री मेच्योर रिटायरमेंट:फेसबुक पर लिखा- जिन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की, वह हाथ धोकर पीछे पड़े लुधियाना के पूर्व सिविल सर्जन डॉ. जसबीर सिंह औलख एक बार फिर सुर्खियों में आ गए है। लुधियाना से ट्रांसफर होने के बाद उनका डिपार्टमेंट के प्रति दर्द छलकता नजर आया है। डॉ.जसबीर सिंह औलख ने विभाग को प्री मेच्योर रिटायरमेंट का नोटिस दे दिया है। उन्होंने फेसबुक पर प्री मेच्योर रिटायरमेंट का कारण भी साफ लिखा है कि, जिन लोगों के खिलाफ पर कार्रवाई करते रहे है। वह लोग उनके पीछे हाथ धोकर पड़ गए है। ट्रांसफर से पहले ही डॉ. औलख ने विभाग से निजी काम के लिए 12 दिन की छुट्टी ले ली थी। 3 महीना का दिया विभाग को नोटिस छुट्टी से लौटने के बाद डॉ. औलख ने वीरवार को चंडीगढ़ में डिप्टी डायरेक्टर का ओहदा संभालते ही डायरेक्टर हेल्थ को प्रीमेच्योर रिटायरमेंट लेने का 3 महीने का नोटिस दे दिया। वैसे डॉ. औलख का रिटायरमेंट जनवरी 2025 में होनी थी। आजादी दिवस पर एंट्री पर जताया था रोष बता दें कि आजादी दिवस समारोह में डॉ. जसबीर सिंह औलख को पुलिसकर्मियों द्वारा एंट्री ना देने का मामला काफी सुर्खियों में रहा था। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने एक सब इंस्पेक्टर व एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया था। हालांकि इसी बीच डॉ.जसबीर सिंह औलख के ट्रांसफर ऑर्डर भी आ गए थे। उन्हें डायरेक्टर हेल्थ चंडीगढ़ के दफ्तर में डिप्टी डायरेक्टर लगा दिया गया था। चर्चा यह भी थी कि डॉ. औलख का ट्रांसफर उक्त विवाद के कारण हुआ है। फेसबुक पर पोस्ट शेयर करके डॉ. औलख ने मामला साफ कर दिया था कि आजादी दिवस वाले दिन हुए विवाद का उनकी ट्रांसफर से कोई लेना-देना नहीं है। उनका यह ट्रांसफर राजनीतिक दबाव में किया गया है। अब पढ़े डॉक्टर औलख ने अपने फेसबुक पर क्या लिखा? मां दा डिप्टी पंजाबी नाटक ईश्वर चंद्र नंदा की एक रचना है, जो कि हमारे समय में 10वीं कक्षा में पढ़ाई जाती थी। आज जब मैं बतौर डिप्टी डायरेक्टर चंडीगढ़ हेडक्वाटर में पहुंचा हूं, तो यह नाटक मुझे अचानक से याद आ गया।
मजबूत हालातों में निर्णय लेते हुए मेरी आत्मा रूपी बच्चों का फैसला था कि पापा बस अब और नौकरी नहीं करनी, क्योंकि पिछले समय से जिन लोगों के खिलाफ कुछ कार्रवाई मैंने की है वह लोग मेरे खिलाफ हाथ धोकर पीछे पड़ चुके थे। खास कर वह लोग जो बाबा नानक की धरती को भ्रूण हत्या से गंदा कर रहे। एक साजिश ऐसे व्यक्ति ने की जिसके खिलाफ कई लिंग निर्धारण टेस्ट करने के मामले दर्ज हैं। उसी व्यक्ति ने मुझे फंसाने की कोशिश की। इस साल 21 मई को एक राजनीतिक व्यक्ति ने धमकी दे ही दी कि इलेक्शन कोड खत्म होने दो। बदकिस्मती मेरी मेरे साथ स्टेट हेड क्वार्टर का कोई भी व्यक्ति नहीं खड़ा। मेरी निजी सुनवाई की अर्जियां धूल फांकने के लिए मजबूर हैं। भरे मन के साथ आज उसे पीसीएमएस को समय से पहले छोड़ने के लिए इस माह के डिप्टी ने 3 महीने का नोटिस दे दिया है, जिस पीसीएमएस ने रोजगार भी दिया और इज्जत दी। एक विधायक से जुड़ा है मामला
डॉ.औलख ने अपनी पोस्ट में धमकी देने वाले नेता का नाम नहीं लिखा है। लेकिन सूत्रों मुताबिक पता चला है कि यह मामला एक विधायक से जुड़ा है। विधायक ने उन पर पीएनडीटी एक्ट के मामले में कार्रवाई न करने का दबाव डाला था। जहां पर इज्जत ना हो वहां से हट जाना ही बेहतर- औलख इस बारे में मीडिया से डॉ.जसबीर सिंह औलख ने कहा कि उन्होंने फेसबुक पर जो कुछ भी लिख दिया है, उसके अलावा में कुछ भी नहीं कहना चाहते। लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि जहां पर इज्जत ना हो वहां से हट जाना ही बेहतर है। डॉ.औलख ने कहा कि पोस्टिंग सरकार का अधिकार क्षेत्र है। किसे सिविल सर्जन लगाना है या नहीं, यह सरकार का राइट है।
सांसद हरसिमरत का महिला-बाल विकास मंत्री को खत:आरोप- आंगनवाड़ी केंद्रों के राशन की खरीद-आपूर्ति में भ्रष्टाचार; CBI से जांच की मांग
सांसद हरसिमरत का महिला-बाल विकास मंत्री को खत:आरोप- आंगनवाड़ी केंद्रों के राशन की खरीद-आपूर्ति में भ्रष्टाचार; CBI से जांच की मांग पंजाब के बठिंडा से अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने आंगनवाड़ी केंद्रों में मिलने वाले राशन की खरीद व आपूर्ति में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने इसे लेकर अब महिला एवं बाल विकास की केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी को खत लिख इसकी CBI से जांच करवाने की मांग भी रख दी है। सांसद हरसिमरत कौर बादल का आरोप है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं और बच्चों को प्रदान किए जाने वाले राशन की खरीद और आपूर्ति में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। केंद्र सरकार के एकीकृत बाल स्वास्थ्य देखभाल (आरसीएच) कार्यक्रम और अन्य संबंधित पहलों के तहत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के साथ-साथ बच्चों को आपूर्ति किए जा रहे घटिया खाद्य पदार्थों को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आक्रोशित हैं। वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद से, निजी खाद्य दुकानों को इन योजनाओं के तहत भोजन की आपूर्ति करने के लिए नियुक्त किया गया है। जिससे घटिया खाद्य खरीद और वितरण में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। भोजन की गुणवत्ता से समझौता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित संगठन वेरका से निजी खाद्य आपूर्तिकर्ताओं में स्थानांतरित होने के अफसोसजनक बदलाव ने न केवल प्रदान किए जा रहे भोजन की गुणवत्ता से समझौता किया है, बल्कि लाभार्थियों के बीच व्यापक असंतोष भी पैदा हुआ है। उपभोक्ता नए भोजन की पेशकश को अस्वीकार कर रहे हैं। शिशु और मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए बनाया गया एक कार्यक्रम दुर्भाग्य से पंजाब में व्यापक भ्रष्टाचार के कारण मृत्यु दर में वृद्धि में योगदान दे रहा है निजी दुकानों को ठेका देने पर उठ रहे सवाल हरसिमरत कौर बादल का आरोप है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता खाद्य आपूर्ति के लिए निजी दुकानों को ठेका देने के पीछे के औचित्य पर सवाल उठा रही हैं। ये श्रमिक, जो हमारे समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, हाशिए पर हैं। जिससे बेरोजगारी बढ़ रही है और हमारी सबसे कमजोर आबादी के लिए समर्थन की कमी हो रही है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा अधिकारियों और राज्य सरकार के मंत्री से बार-बार की गई शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अनुरोध है कि केंद्र सरकार जरूरतमंदों को उनके अधिकारों से वंचित करने वाली खरीद और वितरण प्रक्रियाओं के भीतर होने वाले गहरे भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) या किसी उपयुक्त प्राधिकारी द्वारा तत्काल जांच शुरू करे।
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम से मिलने पहुंचे सीएम मान:मनीष सिसोदिया व परिवार से की मुलाकात; फूलों के गुलदस्ते से हुआ स्वागत
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम से मिलने पहुंचे सीएम मान:मनीष सिसोदिया व परिवार से की मुलाकात; फूलों के गुलदस्ते से हुआ स्वागत पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज शुक्रवार 17 महीने जेल में रहने के बाद बेल पर छूटे दिल्ली के पूर्व सीएम मनीष सिसोदिया से मिलने पहुंचे। सीएम भगवंत मान मनीष सिसोदिया से दिल्ली स्थित उनके घर पर ही मुलाकात की। आदमी पार्टी के सीनियर नेता मनीष सिसोदिया ने सीएम मान का फूलों के गुलदस्ते के साथ स्वागत किया। गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया शराब घोटाले के आरोपों के बाद 17 महीने की लंबी लड़ाई के बाद बाहर आए हैं। बाहर आते ही मनीष सिसोदिया ने कहा था कि ये केस उन्होंने नहीं, उनकी पार्टी ने लड़ा और उनकी पत्नी हमेशा उनके साथ रहीं। दिल्ली पहुंचे पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान मनीष सिसोदिया के घर पहुंचे। जहां मनीष सिसोदिया की पत्नी भी मौजूद थे। सीएम ने उनका हालचाल पूछा और 19 महीने क्या स्ट्रगल की, के बारे में जाना। फरवरी 2023 में CBI ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया सिसोदिया के पास एक्साइज डिपार्टमेंट था, इसलिए उन्हें कथित तौर पर इस घोटाले का मुख्य आरोपी बनाया गया। कई बार पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने 26 फरवरी 2023 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। तब से वे जेल में ही रहे। पांच बार उन्होंने बेल एप्लीकेशन फाइल की, लेकिन उसे रिेजेक्ट कर दिया गया। CBI ने सिसोदिया पर आरोप लगाया कि एक्साइज मिनिस्टर होने के नाते उन्होंने मनमाने और एकतरफा फैसले लिए, जिससे खजाने को भारी नुकसान पहुंचा और शराब कारोबारियों को फायदा हुआ। तस्वीरों में देखें सीएम मान व पूर्व डिप्टी सीएम की मुलाकात